शनिवार, 9 जनवरी 2021

बठिंडा में डेढ़ घंटा देरी से शुरू हुई मोड ड्रिल, 30 फीसद स्टाफ भी नहीं पहुंचा


बठिडा:
कोरोना वायरस की वैक्सीन का लंबे समय से इंतजार है। हालांकि अभी आने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन इसके टीकाकरण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन्हीं तैयारियों को लेकर शुक्रवार को जिले में तीन जगह ड्राई रन की मोक ड्रिल रखी गई थी, लेकिन वह भी अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई। सेहत विभाग की ओर से मोक ड्रिल के लिए जिन 25 सेहत अधिकारियों व कर्मचारियों को बुलाया गया था, उसमें अधिकतर तो आए ही नहीं। जो थोड़े-बहुत आए, उनके पास रजिस्ट्रेशन के दौरान अटैच किया गया आइडी प्रूफ तक नहीं। ऐसे में यह मोक ड्रिल पूरी तरह से फेल साबित हुई।

सेहत विभाग की ओर से मोक ड्रिल का समय सुबह नौ से दोपहर 11 बजे तक रखा गया था। हालात ये थे कि नौ बजे तक बहुत कम स्टाफ ही पहुंचा था। इसके बाद करीब डेढ़ घंटा मुख्य अतिथि का इंतजार किया गया। इस कारण मोक ड्रिल करीब डेढ़ घंटा देरी से शुरू हुई। तब तक सिर्फ 30 फीसद स्टाफ ही मौके पर पहुंचा था। यह स्थिति शहर में सिविल अस्पताल की थी, जबकि तीन जगह होने वाले इस ड्राई रन ड्रिल में स्वास्थ्य विभाग के 100 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लेना था। इस दौरान कर्मी व जिम्मेवार लोगों ने अपने साथ आइडी कार्ड लाना भी मुनासिब नहीं समझा।

 सात जनवरी को सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बठिडा सिविल अस्पताल परिसर में वैक्सीनेशन के लिए तैयार किए गए रूम का जायजा लिया था। जहां-जहां जो कमियां नजर आईं थीं, उसे तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इस अहम कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते आने वाले दिनों, खासकर अगले सप्ताह से शुरू होने वाली वैक्सीन मुहिम को लेकर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। 

गोनियाना मंडी अस्पताल में भी यही रहे हालात

सिविल सर्जन ने ड्राई रन ड्रिल के लिए जिन कर्मचारियों का चयन किया था, उनको आदेश दिए थे कि सिविल अस्पताल में अपना पहचान पत्र जरूर लेकर आएं। शहरी क्षेत्र में बठिडा सिविल अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्र के लिए गोनियाना मंडी सरकारी अस्पताल को वैक्सीन के ड्राई रन के लिए चुना गया था, लेकिन दोनों जगह यही हालात रहे। हालांकि पूरा स्टाफ क्यों मौके पर नहीं पहुंचा, इसका किसी के पास जवाब नहीं था।

वैक्सीनेशन बूथ पर तैयार किए गए हैं तीन कमरे

करीब दो घंटे तक चलने वाले ट्रायल के माध्यम से यह परखा जाना था कि वैक्सीन स्टोरेज प्वाइंट से किस तरह हेल्थ सेंटरों तक पहुंचेगी। वैक्सीनेशन बूथ पर तीन कमरे तैयार किए गए थे। फिलहाल सेहत विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर बनाए हैं। उक्त सेंटरों पर 36 टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है।

टीकाकरण की तैयारियों को लेकर बढ़ी चिंता

सेहत विभाग टीकाकरण संबंधी तैयारियां पूरी करने का दावा कर रहा है, लेकिन आज जिस तरह से मोक ड्रिल के दौरान सेहत कर्मियों की तरफ से समय व व्यवस्था को लेकर लापरवाही दिखाई गई, उससे इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सेहत विभाग व जिला प्रशासन को फिर से माथापच्ची करनी पड़ेगी। टीकाकरण को लेकर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। ऐसे में इस व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करने के लिए काम करने पड़ेगा।

बठिंडा में प्रताप नगर स्थित घर में लगी आग, सामान जला


बठिडा:
प्रताप नगर स्थित एक घर में शुक्रवार को अचानक आग लग गई। घर में पड़ा काफी सामान जलकर राख हो गया। आसपास के लोगों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।

प्रताप नगर के कैलाश कुमार ने बताया कि वह बिजली का काम करता है। घटना के समय पर काम पर गया हुआ था। उनका बेटा भी बाजार गया हुआ था, जबकि उसकी पत्नी अपने काम पर गई हुई थी। दोपहर के समय पड़ोसियों ने सूचना दी कि उनके घर में आग लगी हुई है। जब तक वह घर पहुंचे लोग आग पर काबू पा चुके थे। तब तक घर का काफी सामान जल चुका था। उसकी बेटी को शादी में देने के लिए लाया गया सामान भी जलकर राख हो गया। 

अनाज मंडी में आढ़त की दुकान में चोरी 

शहर की अनाज मंडी में चोरों ने एक दुकान के ताले तोड़कर हजारों रुपये की चोरी कर ली। आढ़ती ज्ञान चंद तरसेम चंद ने कहा कि अनाज मंडी में उनकी 38 नंबर दुकान है। शुक्रवार सुबह उनके पड़ोसी सुभाष चंद ने फोन कर बताया कि उनकी दुकान के ताले टूटे पड़े हैं। जांच करने के उपरांत पता चला कि चोरों ने रात के समय बिजली के कटर की सहायता से दुकान के ताले काट कर पेटी में पड़े चांदी के सिक्के व नकदी चुरा ली। चोरी हुए समान की कीमत पचास हजार रुपये के करीब है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सीसीटीवी कैमरों के जरिए चोरों की तलाश शुरू कर दी है।

बठिंडा /बिजली चोरी करने पर पक्का को 14 दिन के लिए ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा, बिजली चोरी करने के आरोप में थे पांच केस


बठिडा :
बिजली चोरी के केस में गिरफ्तार सीनियर कांग्रेस नेता हरमेश पक्का को एंटी थेफ्ठ थाने की पुलिस ने शुक्रवार को केंद्रीय जेल में 14 दिनों के लिए ज्यूडिशियल हिरासत में भेज दिया है। उनको बुधवार को पुलिस ने बिजली चोरी के केस में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था। जिसके बाद उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को फिर से हरमेश पक्का को अदालत में पेश किया, जहां से उनको 14 दिन के लिए ज्यूडिशियल हिरासत में भेजने के आदेश दिया।

कांग्रेस नेता हरमेश पक्का ने कांग्रेस पार्टी से बागी होकर नगर निगम के 28 नंबर वार्ड से आजाद चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, जिनकी सोशल ग्रुप ने भी हिमायत की थी। उक्त नेता के खिलाफ बिजली चोरी करने के आरोप में पांच केस दर्ज हैं, जिसके चलते चार केसों में पुलिस इनको गिरफ्तार करना चाहती थी। बिजली चोरी के आरोप में हरमेश पक्का को करीब सात लाख रुपये का जुर्माना किया किया है। सब इंस्पेक्टर इकबाल सिंह ने बताया कि पक्का के खिलाफ थाने में पांच केस दर्ज हैं, जिनको गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया जहां से उनको ज्यूडिशियल हिरासत में भेजा गया। 

बेखौफ बदमाशों की गुंडागर्दी:जालंधर में 100 रुपए के च्विंगम के पीछे चली गोलियां, रुपए मांगने पर ढ़ाबे में हुई फायरिंग


 जालंधर। जालंधर के करतारपुर में 100 रुपए की च्विंगम के पीछे गोलियां चल गई। ढाबा मालिक के पैसे मांगने पर रात के वक्त पहुंचे हथियारबंद युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया। युवकों की यह करतूत वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने आरोपी युवकों और उनके साथ मौजूद युवती के खिलाफ मारपीट, जानलेवा हमला और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। करतारपुर के DSP सुखपाल सिंह ने कहा कि केस दर्ज करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने रेड शुरू कर दी है।

बदमाश बोले- पैसे नहीं देते, सीने में गोलियां निकाल देते हैं
करतारपुर में प्रीत वैष्णो ढाबा चलाने वाले मनजीत सिंह ने बताया कि बीती रात करीब 9 बजे 8-9 युवक और एक युवती उनके ढाबे के भीतर आए। काउंटर पर नौकर बैठा हुआ था। उनमें से एक युवक ने 100 रुपए की च्विंगम मांगी। जब रिंकू ने उससे पैसे मांगे तो वे गालियां देने लगे। उन्होंने रिंकू को धमकाया कि वो पैसे नहीं देते, सीने में गोलियां निकाल देते हैं। ढाबा मालिक लाडा ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वो उनसे ही झगड़ने लगे।

स्टाफ ने पीछा कर पकड़ने की कोशिश की तो चलाई गोलियां
यह देख स्टाफ ने बीच-बचाव किया। इसके बाद वो भाग निकले। स्टाफ ने पीछा कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो एक युवक ने 2 फायर कर दिए। इसके बाद उससे गोली नहीं चली तो ढाबा मालिक ने स्टाफ से उसे पकड़ने को कहा। यह सुनकर वह बाहर खड़ी अपनी कार से बेसबॉल व दातर लेकर हमला करने आ गए। जिसे देख उसके नौकर पीछे हट गए, लेकिन ढाबा मालिक का बेटा रिंकू उनके हाथ आ गया। आरोपियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की। इसके बाद 6-7 लड़के पैदल ही दियालपुर की तरफ भाग निकले जबकि एक लड़की व दो लड़के बाइक पर बैठकर भाग निकले।

जवाबदेही:पंजाब की ट्रांसपोर्ट मंत्री बोली- मेरे पास जादुई चिराग नहीं जिसे घिस कर ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म कर दूं

 


चंडीगढ़। पंजाब की ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना ने बीते वर्ष की अपने ट्रांसपोर्ट विभाग की उपलब्धियां गिनाने के आज पंजाब भवन में मीडिया के सामने पहुंची हुई थी। इस दौरान जब मीडिया की ओर से ताबड़तोड़ प्रश्नों की बौछार मंत्री पर की गई तो वे काफी तल्ख हो उठी और एक पत्रकार का नाम और उसका संस्थान पूछने लगी।

पत्रकारों ने जब मंत्री से पूछा गया कि उनकी कैप्टन सरकार ने चार साल के कार्यकाल में केबल माफिया, माइनिंग और ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म करने में क्या काम किया तो वे तल्ख हो गई। उन्होंने कहा कि उनके पास कोई जादुई चिराग नहीं है जिसे घिस कर वह ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म कर दें। पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि आपकी कैप्टन सरकार को लोगों ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए चुना था लेकिन वह हर मोर्चे पर विफल रही है तो मंत्री ने कहा कि मुझसे केवल मेरे ट्रांसपोर्ट विभाग के बारे में पूछा जाए।

राज्य के एसडीएम को चेकिंग का अधिकार दिए

मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि जिलों के एसडीएम को लर्निंग लाइसेंस बनाने का अधिकार दे दिया गया है। इसके अलावा वाहनों की रजिस्ट्रेशन और वाहनों की चेकिंग करने का अधिकार भी एसडीएम को दिया गया है जिससे सुचारू तरीके से राज्य में ट्रांसपोर्ट विभाग को चलाया जा सके।

ट्रांसपोर्टरों को लाभ देने का कोई काम नहीं

मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की ओर से ट्रांसपोर्ट माफिया को कोई लाभ देने का विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि वे आने वाले समय में पंजाब की बसों के बाद सारी प्राइवेट बसों में वीटीएस लगाया जा रहा है, जिससे यह पता लग जाएगा कि बस अपने नियमित रूट पर चल रही है या किसी ओर रूट पर चल रही है। उन्होंने कहा कि बसों को सही तरीके से चलाने के लिए प्रयास किए जा रहे है।

दिल्ली सरकार एयरपोर्ट पर पंजाब की बसों को प्रवेश नहीं करने देती

ट्रांसपोर्ट मंत्री से जब यह पूछा गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब की सरकारी बसों को क्यों नहीं जाने दिया जाता, तो उनका जवाब था कि इस बारे में कई बार मुख्यमंत्री पंजाब और खूद मैंने दिल्ली सरकार को लिखा लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। मंत्री ने कहा कि इस मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को भी कहा था। बाद में भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की सरकारी बसों को एयरपोर्ट पर जाने से दिल्ली सरकार परमिशन नहीं दे रही है।

शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

Video /बठिंडा एनएफएल टाउनशिप के गार्ड को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, घटना का विडियो वायरल, पुलिस को शिकायत का इंतजार


बठिंडा : 
बठिंडा में शुक्रवार को कुछ बदमाशों ने एनएफएल टाउनशिप के एक सिक्योरिटी गार्ड को दौड़ा-दौड़ाकर और जमीन पर पटककर जख्मी कर दिया। बताया जाता है कि टाउनशिप में प्रवेश करने से युवकों को रोका था तो इसी बात पर गुस्सा दिखाया। सिक्योरिटी में तैनात कर्मचारियों पर रॉड और डंडे लेकर टूट पड़े। जैसे-तैसे बाकी साथी तो बच गए, लेकिन एक को गंभीर रूप से जख्मी करने के बाद बदमाश हथियार लहराते हुए फरार हो गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन पुलिस है कि उसे लिखित शिकायत चाहिए।​​​​​​​



घायल की पहचान भुच्चो खुर्द के हरविंदर सिंह पुत्र गुलजार सिंह के तौर पर हुई है। एनएफएल टाउनशिप में सुरक्षा कर्मी की नौकरी कर रहे हरविंदर सिंह ने बताया कि कुछ युवक शुक्रवार को बिना परमिशन के दाखिल होना चाहते थे। रोका गया तो तैश में आकर उस पर और उसके साथी मुलाजिमों पर हमला बोल दिया। उसके साथियों का तो बचाव हो गया, लेकिन हमलावरों ने रॉड और डंडों से पीटा। वब जान बचाने को भागता रहा और बदमाश वार पे वार करते रहे। आखिर जब वह थककर गिर गया तो हथियार लहराते हुए छोड़ भागे। पीड़ित का कहना है कि उसे गंभीर हालत में नौजवान वेलफेयर सोसायटी ने सिविल अस्पताल पहुंचाया। हरविंदर सिंह के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। सुरक्षाकर्मी ने बताया कि सभी हमला करने वाले गांव अमरपुरा कोठे के रहने वाले हैं।


सब दिखाई दे रहा है सीसीटीवी में

सुरक्षा कर्मी पर हमले की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें सरेआम आधा दर्जन युवक जिनके हाथ में हैंडपंप की हत्थियां, रॉड और डंडे दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक सुरक्षा कर्मी को धक्का मारने के बाद सुरक्षाकर्मी हरविंदर सिंह पर टूट पड़ते हैं। उसे नीचे गिराकर एक के बाद एक कई वार करने के बाद फरार हो जाते हैं। वीडियो के अनुसार सुरक्षा कर्मी ने एक हमलावर को दबोच लिया था, लेकिन हथियारों से किए गए हमले के आगे वो बेबस हो गया।


क्या बोले थाना प्रभारी?

गौरतलब है कि शहर में क्राइम का ग्राफ का बढ़ रहा है। कहीं सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया रहा है तो कहीं चोरी और लूट की घटनाएं हो रही हैं। दूसरी ओर पुलिस की गश्त और नाकाबंदी प्रभावी नजर नहीं आ रही। इसी का नतीजा है कि शुक्रवार को NFL टाउनशिप के सिक्योरिटी गार्ड पर आधा दर्जन के करीब हमलावरों ने हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। पहले दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, फिर नीचे गिराकर घायल किया और सरेआम हथियार लहराते हुए निकल गए। इतना सब होने के बावजूद पुलिस है कि उसे लिखित शिकायत चाहिए। उधर इस संबंध में थाना थर्मल के प्रभारी रविंदर संधू का कहना था कि उनके पास अभी तक कोई रूक्का नहीं आया है। रूक्का आने के बाद ही घायल के बयान दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

सुखबीर बोले- कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान विरोधी, केंद्र के इशारे पर दर्ज करवा रहे केस

 


जालंधर। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को जालंधर में मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान विरोधी है और केंद्र सरकार के इशारे पर किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार के कृषि कानून को पास किया था और अभी तक इसे रद नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार कृषि सुधार कानून वापस ले भी ले तो भी यह पंजाब में लागू रहेंगे। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने कृषि सुधार कानून पर भाजपा को पहले ही चेतावनी दे दी थी और जब भाजपा सरकार ने कृषि सुधार कानून लागू करने का फैसला ले लिया तो अकाली दल ने तुरंत गठबंधन तोड़ दिया।

शिरोमणि अकाली दल प्रधान ने कहा कि किसानी सूबे के नाते मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को किसान आंदोलन की अगुआई करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने किसानों के साथ गद्दारी की है और गोबर फेंकने पर हत्या के प्रयास, बायकाट करने पर देशद्रोह जैसे केस दर्ज करने से साफ जाहिर है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पर केंद्र सरकार का दबाव है।

बठिंडा नगर निगम की हदबंदी को लेकर दस्तावेज हाईकोर्ट में जमा, अब होगी 11 जनवरी को सुनवाई



  • -प्रभावित पक्ष ने कोर्ट में वार्डबंदी की वर्तमान व पूर्व की स्थिति को लेकर पेश किए दस्तावेज
  • -मोहाली का केस सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो मोगा के केस की सुनवाई 13 जनवरी को रखी 

बठिंडा. नगर निगम चुनाव की वार्डबंदी को लेकर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई में निगम क्षेत्र के वार्डबंदी का नक्शा कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया गया है। इसमें शहर का वह नक्शा दिया गया है जिसमें पहले हदबंदी थी वही इसमें नई हदबंदी के दस्तावेज भी पेश किए गए है। इन दोनों दस्तावेजों के आधार पर कहा गया  है कि कांग्रेस सरकार की तरफ से बनाई हदबंदी जहां जनप्रतिनिधियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है वही इससे लोगों को भी अपने काम करवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल इस मामले में हाईकोर्ट के जज ने अब 11 जनवरी को सुनवाई करने का फैसला लिया है। दूसरी तरफ माना जा रहा था कि हदबंदी को लेकर शुक्रवार को कोर्ट किसी तरह के निर्देश जारी कर सकती है लेकिन जज के व्यस्त होने के चलते इस सुनवाई को अगली तिथि तक टाल दिया गया है। इससे राजनीतिक हलकों में अब चुनावों को लेकर आगामी दो दिन तक इंतजार करना पड़ेगा। यह सुनावई इस मायने में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि अदालत के फैसले के आधार पर ही शहर के वार्ड तय होंगे व इसमें चुनाव कब होने है इसे लेकर भी स्थिति स्पष्ट होगी। अगर कोई दायर याचिका के पक्ष में तथ्य के आधार पर फैसला करता है तो चुनाव फरवरी में होना संभव नहीं होगा व तिथि आगे बढ़ानी पड़ सकती है। सभी राजनीतिक दलों के अलावा एनजीओ कमर कस चुनाव की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। सुबह से शाम तक समय वार्डों में प्रचार तथा चुनाव में टिकटों के आबंटन व नतीजों को लेकर बीत रहा है, लेकिन वर्तमान में नगर निगम चुनाव पर एक बार फिर माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई 11 जनवरी को होनी है। नगर निगम बठिंडा की हदबंदी को माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में शिअद द्वारा चैलेंज किए जाने के बाद यह चौथी बार सुनवाई हुई है व पांचवी तारीख में किसी तरह के निर्देश मिलने की उम्मीद है। शिअद द्वारा हदबंदी की घोषणा में नियमों की उल्लंघना किए जाने की बात कहकर सितंबर 2020 में हाईकोर्ट में केस दायर किया था। वहीं दूसरी तरफ मोहाली के एक पक्ष ने हाईकोर्ट में स्टे खारिज होने के बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट में हदबंदी को लेकर दरवाजा खटखटाया है, इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जवाब दायर करने का निर्देश दिया है। ऐसे में चुनाव कब होंगे, इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है। फिलहाल बठिंडा का केस जहां हाईकोर्ट में लंबित है वही मोहाली नगर निगम का केस अब सुप्रीम कोर्ट में चलेगा। नगर निगम मोगा के पूर्व मेयर अक्षित जैन तथा 35 पूर्व पार्षदों द्वारा पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट में फाइल की गई रिट पटीशन सीडब्लयूपी 19382 ऑफ 2019 में पिछले दिनों हाईकोर्ट द्वारा सुनवाई की गई थी। पूर्व मेयर अक्षित जैन ने बताया कि पूरे पार्षदों की सहमति तथा हस्ताक्षर सहित नगर निगम कमिश्नर अनीता दर्शी के व्यवहार तथा उसकी बदली करवाने के लिए यह रिट पटीशन दाखिल की गई थी। इसकी सुनवाई 26 मार्च 2020 को रखी गई थी। लेकिन कोविड-19 के कारण इस पटीशन पर उस समय सुनवाई नहीं की जा सकी थी कि पंजाब सरकार द्वारा नगर निगम चुनाव करवाने की घोषणा के बाद इसकी जल्दी सुनवाई करवाने के लिए हाईकोर्ट को अपील की गई थी। इस पर हरप्रीत सिंह बराड़ एडवोकेट द्वारा कमिश्नर के सरकार पक्षीय होने के कारण चुनावों में सरकार का पक्ष लेने का हवाला देते हुए इसकी सुनवाई अब 13 जनवरी 2021 को रखी गई है। हाईकोर्ट ने सरकार तथा संबंधित कमिश्नर को नोटिस ऑफ मोशन जारी कर दिया है। अब सरकार तथा कमिश्नर को 13 जनवरी 2021 को पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा। फिलहाल इन तीनों मामलों के चलते पंजाब सरकार भी चुनावों की तिथि को लेकर अभी स्पष्ट नहीं है। 


पंजाब सरकार नहीं लागू करेगी नए कृषि कानून : मनप्रीत


 

बटाला (श्री हरगोबिदपुर) : वित्त मंत्री पंजाब मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार कृषि सुधार कानूनों को लागू करने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ देती है तो पंजाब की कांग्रेस सरकार इसे बिल्कुल नहीं लागू करेगी। केंद्र सरकार से सिफारिश करते कहा कि किसानों के साथ बातचीत के माध्यम से इस गतिरोध का निवारण निकाला जाए।

मनप्रीत सिंह बादल शुक्रवार को जिला गुरदासपुर के हलका श्री हरगोबिदपुर में 2 करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाले नएबस अड्डे की आधारशिला रखने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ विधायक बलविदर सिंह लाडी समेत जिला प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि केंद्र सरकार अगर अपना रवैया नरम करती है तो कृषि कानून को लेकर बात बन सकती है। हर बात का समाधान टेबल में बैठकर निकाला जा सकता है। अगर केंद्र किसान संगठनों के साथ बातचीत के जरिए हल निकाल ले तो इससे बढि़या क्या होगा। वैसे भी लंबे समय से किसान दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं। ठंड की वजह से कई किसान शहीद हो गए। इससे हर किसी को काफी क्षति पहुंची है। हलका श्री हरगोबिदपुर में बस-स्टैंड अत्याधुनिक तरीके से निर्माण कराया जाएंगा। लक्ष्य है कि इसी वर्ष पूरी तरह से निर्मित करा जनता के सुपुर्द कर दिया जाए। बता दें कि पहले बस स्टैंड नहीं होने की वजह से लोगों को लंबे रूट की बस लेने के लिए बटाला आना पड़ता था। अब वहां के लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। इस दौरान वित्त मंत्री ने डीसी मोहम्मद इशफाक से विकास कार्यो को लेकर चर्चा भी की।


नालागढ़ में सिर्फ 60 रुपए के लिए ठेकेदार के 5 साल के बेटे को मिस्त्री ने किया किडनैप, लुधियाना में दबोचा गया



  • बिहार के मोतीहारी जिले के गांव सिमरा ननकार निवासी शंकर कुमार के रूप में हुई आरोपी की पहचान
  • नालागढ़ पुलिस के मुताबिक मोबाइल ट्रेस किया गया तो उसकी लोकेशन लुधियाना में मिली, बस के पास धरा गया

लुधियाना। हिमाचल प्रदेश में एक मिस्त्री ने ठेकेदार के 5 साल के बेटे को किडनैप कर लिया। शिकायत के बाद उसकी मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस ने उसे लुधियाना से धर-दबोचा। बच्चे को भी सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। इस वारदात के पीछे मिस्त्री और ठेकेदार के लेन-देन को वजह बताया जा रहा है। शुरुआती जांच में जानकारी मिली है कि मिस्त्री को ठेकेदार से सिर्फ 60 रुपए लेने थे। नहीं मिलने पर उसने ऐसा किया। बहरहाल, मामले की जांच का क्रम जारी है।

आरोपी की पहचान बिहार के मोतिहारी जिले के गांव सिमरा ननकार निवासी शंकर कुमार के रूप में हुई है। वह हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ इलाके में गांव पंजेरा में ठेकेदार जोगिंदर कुमार के पास मिस्त्री के रूप में काम करता था। उसने ठेकेदार के 5 साल के बेटे को अगवा कर लिया। ठेकेदार ने इसकी शिकायत नालागढ़ पुलिस को दी तो पुलिस तुरंत जांच में जुट गई।

नालागढ़ पुलिस के मुताबिक जब शंकर का मोबाइल ट्रेस किया गया तो उसकी लोकेशन लुधियाना में मिली। इसके बाद लुधियाना पुलिस को आरोपी की फोटो और पूरे प्रकरण की जानकारी भेजी। लुधियाना थाना डिवीजन नंबर 5 की बस स्टैंड चौकी पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की तो जवाहर नगर कैंप इलाके में एक बस के पास खड़े शंकर की पहचान हुई। इस दौरान बच्चा भी उसके पास ही था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके बच्चे को भी सकुशल सुरक्षा में ले लिया।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में ठेकेदार जोगिंदर कुमार और मिस्त्री शंकर कुमार के बीच 60 रुपए जैसी मामूली लेन-देन की बात सामने आई है। पता चला है कि मिस्त्री को ठेकेदार से 60 रुपए लेने थे, जिसको लेकर वह कई बार मांग चुका था। पैसे न मिले तो शंकर ने बच्चे को अगवा कर लिया।


70 लीटर लाहन व 27 लीटर अवैध शराब समेत तीन काबू, एक फरार


बठिंडा
. जिला पुलिस ने गत वीरवार को विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर 70 लीटर लाहन व 27 लीटर अवैध शराब जब्त की है। इस दौरान पुलिस ने मौके पर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार हो गया। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना सदर बठिंडा के एएसआइ जग्गा सिंह के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली कि गांव बीड़ तलाब निवासी आरोपित जीत सिंह अवैध शराब बनाने और बेचने का कारोबार करता है। सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापेमारी कर 20 लीटर अवैध शराब बरामद की और आरोपित को मौके पर गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया। इसी तरह थाना तलवंडी साबो के एएसआइ सुरजीत सिंह ने भी गुप्त सूचना के आधार पर गांव जग्गा राम तीर्थ में छापेमारी कर गांव के रहने वाले आरोपित बहादर सिंह व निर्मल सिंह को 20 लीटर लाहन और 7 लीटर अवैध शराब समेत गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया। इसके अलावा थाना नथाना के हवलदार हरमिंदर सिंह ने एक्साइज विभाग के साथ गुप्त सूचना के आधार पर गांव नथाना में छापेमारी कर 50 लीटर लाहन बरामद की, जबकि आरोपित सुखमंदर सिंह पहले ही फरार हो गया। पुलिस ने आरोपित पर मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।

 

 

 

 

 

 

 

 


पंजाब में लगेगा हर व्यक्ति को कोरोना का निशुल्क टीका, मेक इन इंडिया के तहत बनी है वैक्सीन- आशुतोष


बठिंडा
. भारतीय की दृष्टि से जो तिथि शुभ होती है उसी तिथि में निर्णय लिया जाता है यही नियम देश करुणा महामारी के प्रकोप से जूझते टीको के बारे में किया जाए तो अच्छा होगा। देश मे सक्रमण मरीजो के लिए दो टीको को आपातकाल उपयोग के लिए मंजूर हो गए है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव आशुतोष  तिवाड़ी ने कहा देशभर में मकर सक्रांति पर मरीजों पर टीकाकरण आरंभ हो जाएगा। हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के दूरगामी प्रयासों  देश के चिकित्सा विज्ञान के शोध केबल पर इस स्थिति तक पहुंचने में सफल हुए हैं। विश्व में विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है  जिस ने दो दिग्गज कंपनियों की वैक्सिंग को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दोनों व्यक्ति को अपनी मान्यता दी है।आशुतोष ने कहा कि हमारी सरकार और चिकित्सा वैज्ञानिकों के प्रकार प्रयासों से मेक इन इंडिया योजना को इससे बल मिला है सर्वप्रथम तीन करोड़ चिकित्सा कर्मियों और करोना से जूझ रहे लोगों को निशुल्क वैक्सिंग लगाई जाएगी कॉविड वैक्सीन के 7.5 करोड़ को वैक्सिंग के एक करोड़ डोज तैयार किए जा चुके है।

पंजाब में 1.25 करोड़ लोगों को लगेगी वैक्सिंग

आशुतोष ने कहा पंजाब में 1.25 करोड़  लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए 11000 केंद्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को वैक्सिंग के दो डोज लगाने हैं । आशुतोष ने कहा दोनों कंपनियों के व्यक्ति पूर्णता प्रभावित हैं। आशुतोष ने कहा कि देशभर में व्यक्ति को कॉल करने के लिए 37 मुख्य केंद्र स्थापित किए गए हैं उन्होंने कहा कि सरकार के अंत तक प्रयासों से अमरीश महामारी को जड़ से मिटाने में अवश्य सफल होंगे।

फोटो-आशुतोष तिवारी

 

 

Bathinda-22 साल के युवक ने मिनी सचिवालय के बाहर जहर पीकर की आत्महत्या, धरना दे रहे वलंटियरों के बीच जाकर गिरा


सहारा जन सेवा ने अस्पताल पहुंचाया लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया

बठिंडा. शहर के शहीद भगत सिंह नगर नरुआना रोड गली नंबर तीन के रहने वाले 22 वर्षीय एक युवक ने शुक्रवार सुबह मिनी सचिवालय स्थित डीसी दफ्तर के पास कोई जहरीली दवा पीकर खुदकुशी कर ली। दवा निगलने के बाद वह मिनी सचिवालय के बाहर धरना दे रहे नौकरी से निकाले गए कोरोना वालंटियर के टेंट के बाहर जाकर गिर गया। युवक ने अपने हाथ में मोनोसिल स्प्रै की खाली शीशी भी पकड़ी हुई थी। युवक के पिता का तीन माह पहले कैंसर की बीमारी से मौत हुई थी। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की लाइफ सेविंग टीम के सदस्य जग्गा सिंह, हरबंस सिंह व मनीकरण एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे और गंभीर हालत में पड़े युवक को उपचार के लिए सिविल अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृतक घोषित कर दिया।


युवक ने स्प्रै क्यों पी थी, इसके बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका। मृतक की शिनाख्त अविनाश सिंह 22 पुत्र स्वर्गीय बलवीर सिंह निवासी शहीद भगत सिंह नगर नरूआना रोड बठिंडा के तौर पर हुई। मामले के जांच अधिकारी कचहरी चौकी के एएसआइ सोहन सिंह ने बताया कि मृतक प्राइवेट नौकरी करता था। मृतक के भाई सूरज कुमार के मुताबिक उनके पिता की करीब दो माह पहले कैंसर के कारण मौत हो गई थी। जिसके बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान रहता था। शुक्रवार सुबह वह घर से नाश्ता करने के बाद गया है। उसने यह कदम क्यो उठाया है। इसके बारे में कुछ भी नहीं पता है। वही युवक ने आत्महत्या के लिए मिनी सचिवालय ही क्यों चुना जबकि वह काम दीप सिंह नगर की तरफ करता था व रहता भगत सिंह नगर में था। इसमें तीन माह पहले उसके पिता की मौत के बाद वह मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था। इन सभी सवालों के जबाव पुलिस तलाशने में लगी है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए लाश का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सुपुर्द कर दिया है।

फोटो सहित-बीटीडी-7,8- मिनी सचिवालय के बाहर जहर पीने वाला युवक जिसे उपचार के लिए अस्पताल लाया गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। वही मृतक अविनाश सिंह की फाइल फोटो। फोटो-सुनील 

 

यूके में नया कोरोना आया पर पंजाब सरकार ने स्कूल खोलकर बच्चों की जिंदगी से कर रहे खिलवाड़-यूथ प्रधान बंटी रोमाणा


 कैप्टन सरकार एफिडेविट दे कि कोरोना से कोई नुकसान हुआ तो वह जिम्मेवार होंगे

किसानी आंदोलन को कमजोर कर रही कांग्रेस-भाजपा, मिलीभगत से चला रहे सरकार

बठिंडा. शिरोमणि अकाली दल यूथ विंग के राष्ट्रीय प्रधान बंटी रोमाणा ने आरोप लगाया है कि किसान बिलों को लेकर चल रहे किसानी आंदोलन को पंजाब की कांग्रेस सरकार और भाजपा मिलकर कमजोर करना चाहती है। इसके लिए आए दिन ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जिससे किसानों का आंदोलन सफल न हो सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक मंत्री का ही बयान है कि उन्होंने पंजाब में कानून को लागू कर दिया है। यह स्थिति केवल कांग्रेस की नहीं बल्कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भी इन कानूनों को लागू कर रखा है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार नहीं है बल्कि अमरिंदर-शाह की सरकार चल रही है। कांग्रेस के पास 82 विधायक है व भाजपा के विधायकों के साथ मिलकर किसान व पंजाब विरोधी फैसले ले रही है। उन्होंने हाल में पंजाब सरकार की तरफ से सभी स्कूलों को खोलने का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि देश में किसी भी राज्य में स्कूल नहीं खुले हैं बल्कि पंजाब व हरियाणा में ही एकदम से बिना कोई समय दिए स्कूल खोलने की हिदायत दे दी है। इन दोनों प्रदेशों में किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए भी इस तरह की चाल चलाई जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार यूके में कोरोना के नए रुप के सामने आने के बावजूद इस तरह के फैसले ले रही है जिससे बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा हैं। उन्होंने इस संबंध में कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग रखी कि वह सरकार की तरफ से एक एफीडेविट दे कि अगर बच्चों, अध्यापकों व स्टाफ को कोरोना के कारण नुकसान होगा तो उसकी जिम्मेवारी उनकी होगी। बंटी रोमाणा ने कहा कि इस बाबत कई लोगों व नौजवानों ने उनके साथ संपर्क कर इस फैसले पर चिंता जाहिर की है इसमें यूथ अकाली दल जल्द लीडरशीप से बात कर इस बाबत फैसला लेगी। नगर निगम चुनावों के संबंध में पूर्व विधायक व बठिंडा के हलका इंचार्ज सरुपचंद सिंगला ने कहा कि स्कैनिंग कमेटी ने लगभग सभी वार्डों में उम्मीदवारों का फैसला ले लिया है व हाईकोर्ट में दायर याचिका में किसी तरह के फैसले के बाद जल्द रहते सभी वार्डों में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर में अकाली दल के पक्ष में हर वार्ड में मुहिम चल रही है व इस बार कांग्रेस व दूसरे विरोधी दलों को मात देकर उनका मेयर फिर से नगर निगम में बनेगा। इस मौके पर अकाली दल के प्रवक्ता चमकौर सिंह मान भी हाजिर रहे।

Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में फिर खिला कमल, मेयर सहित तीनों पद भाजपा ने जीते


चंडीगढ़।
 Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में भाजपा ने एक बार फिर मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का पद हासिल कर लिया है। पार्टी के उम्मीदवार रविकांत शर्मा शहर के नए मेयर बन गए हैं। रविकांत शर्मा ने कांग्रेस के देवेंद्र सिंह बबला को हराकर मेेेेयर पद हासिल किया। भाजपा प्रत्याशी शर्मा को 17, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी बबला को 5 मत मिले। दो वोट खराब हुए, जबकि अकाली पार्षद ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। सीनियर डिप्टी मेयर का पद भाजपा के महेश इंद्र सिद्धू ने जीता, जबकि डिप्टी मेयर का पद भाजपा की ही फरमिला देवी ने जीता। 
निगम सदन में तीनों पद जीतने पर भाजपा पार्षदों में खुशी की लहर है। चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम और संंगठन मंत्री दिनेश कुमार भी मौजूद रहे। रविकांत शर्मा मूलरूप से हिमाचल के ऊना के रहने वाले हैंं जो कि साल 1995 से चंडीगढ़ में रह रहे हैं। पहली बार ही रविकांत शर्मा पार्षद बने हैं। उन्होंने चार साल पहले कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा की पत्नी को वार्ड नंबर-3 से हराया था, जबकि इस सीट पर 15 साल से कांग्रेस का कब्जा था।

चुनाव के लिए सांसद किरण खेर स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण नहीं आ सकी। रविकांत शर्मा भाजपा के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह पिछले साल नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर थे। वह ऐसे पहले पार्षद हैंं जो कि सीनियर डिप्टी मेयर के बाद सीधे मेयर बने हैं।

इससे पहले अकाली दल के पार्षद हरदीप सिंह काले कपड़े पहनकर निगम सदन में पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह किसान आंदोलन के कारण मतदान नहीं करेंगे। अकाली पार्षद ने कहा कि आंदोलन के दौरान मृत किसानों की याद में दो मिनट का मौन रखा जाना चाहिए। बाद में वह सदन से बाहर चले गए।

आज ही डिप्टी मेयर व सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए भी चुनाव हुआ। यह पद भी भाजपा ने जीते। कांग्रेस ने डिप्टी मेयर व सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव का बहिष्कार किया। कांग्रेस ने मेयर पद के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबला ने साथी पार्षदों के साथ यह कहते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया कि मेयर चुनाव में पारदर्शिता नहीं बरती गई। पार्षदों ने मतदान के दौरान अपने साथ मोबाइल रखा और मत डालने के बाद तस्वीरें खींची। इस कारण वह चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है जब कांग्रेस के पार्षदों ने मेयर चुनाव के बाद बहिष्कार किया हो।

नए मेयर को मिलेंगी यह सुविधाएं

  • मेयर को सेक्टर-24 में सरकारी आलीशान घर के अलावा सरकारी गाड़ी मिलती है।
  • मेयर को दो सुरक्षाकर्मी के अलावा सरकारी चालक मिलता है।
  • घर पर काम करने के लिए दो सेवादार भी मिलते हैं।
  • नगर निगम में जो भी वित्त एवं अनुबंध कमेटी और सदन में प्रस्ताव पास होने के लिए आता है, वह मेयर के माध्यम से ही आता है।
  • मेयर किसी भी प्रस्ताव को रोक भी सकता है।
  • मेयर को हर साल दो करोड़ रुपये का फंड मिलता है, जो वह पूरे शहर के विकास में खर्च कर सकता है।
  • सीनियर डिप्टी मेयर को 20 लाख और डिप्टी मेयर को 10 लाख रुपये का फंड मिलता है।
  • मेयर को हर माह 45 हजार रुपये का मानदेय मिलता है।
  • सांसद के बाद मेयर का पद ही शहर में अहम है।
  • मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है।
  • सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर के पास कोई अधिकार नहीं होता है।
  • सुविधा के नाम पर सिर्फ उन्हें नगर निगम में कमरा मिलता है, लेकिन उनके पास कोई फाइल नहीं आती है।
  • पार्षद कई बार सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर के लिए सरकारी गाड़ी की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन यह मांग खारिज कर चुका है।

Bathinda-कोरोना वैक्सीनेशन ड्राई रन ड्रिल में कई तरह की खामियां आई सामने, सुधारने पर रहेगा जोर



  • कर्मी समय से लेट पहुंचे तो ज्यादातर स्टाफ भी रहा नदारद, डीसी से कमियों को सुधारने की दी हिदायतें

बठिंडा. कोरोना वैक्सीनेशन ड्राई रन ड्रिल का शुक्रवार को जिले के 3 जगहों पर आयोजन किया गया। इस दौरान बेशक सेहत विभाग ने सुबह 9 से 11 बजे तक ड्रिल रखा गया था लेकिन इसमें समय का कोई ध्यान नहीं रखा गया बल्कि चीफ गेस्ट के इंतजार में डेढ़ घंटे की देरी से मुहिम शुरू हो सकी। वही ड्रिल के दौरान 30 फीसदी से भी कम स्टाफ मौके पर हाजिर रहा। यह स्थिति शहर में सिविल अस्पताल की थी जबकि इस ड्राई रन ड्रिल में स्वास्थ्य विभाग के 100 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लेना था। ड्राई रन ड्रिल को लेकर वीरवार को सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो के निर्देशानुसार जिला टीकाकरण ऑफिसर डा. मीनाक्षी सिंगला की टीम द्वारा सिविल अस्पताल के फ्लू कार्नर के नजदीक बनाए गए वैक्सीनेशन रूम, गोनियाना सिविल अस्पताल व दिल्ली हार्ट अस्पताल में यह ड्रिल चलाई जानी थी। इसमें कर्मियों को शिकायत रही कि उक्त कार्यक्रम के संबंध में उन्हें सही ढंग से सूचित नहीं किया गया और न ही मैसेज दिया गया था। इस दौरान कर्मी व जिम्मेवार लोगों ने अपने साथ आई कार्ड व आईडी प्रूफ लेकर आना है या नहीं इसके लेकर भी स्थिति साफ नहीं की गई। यही कारण रहे कि अधिकतर कर्मी समय पर नहीं पहुंच सके व उनके पास ईडी प्रूफ तक नही थे। गत दिवस सात जनवरी को सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बठिंडा सिविल अस्पताल परिसर में वैक्सीनेशन के लिए तैयार किए गए रूम का जायजा लिया था और जहां-जहां जो कमियां नजर आईं उसे तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इस अहम कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते आने वाले दिनों खासकर अगले सप्ताह से शुरू होने वाली वैक्सीन मुहिम को लेकर कई खामियां सामने नजर आई। सिविल सर्जन ने ड्राई रन ड्रिल के लिए जिन कर्मचारियों का चयन किया गया था वह नियमानुसार अपने परिचय पत्र तक साथ लेकर नहीं आए थे। हालांकि गत दिवस सिविल अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें पूरी तैयारी के साथ समय पर पहुंचने के आदेश दिए थे।

शहरी क्षेत्र में बठिंडा सिविल अस्पताल और दिल्ली हार्ट अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्र के लिए गोनियाना मंडी सरकारी अस्पताल को वैक्सीन के ड्राई रन के लिए चुना गया था  यहां करीब दो घंटे तक चलने वाले ट्रायल के माध्यम से यह परखा जाना था कि वैक्सीन स्टोरेज प्वाइंट से किस तरह हेल्थ सेंटरों तक पहुंचेगी। वैक्सीनेशन बूथ पर 3 कमरे तैयार किए गए थे। फिलहाल सेहत विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर बनाए है। उक्त सेंटरों पर 36 टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में चरण में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। सेहत विभाग द्वारा टीकाकरण संबंधी तैयारियां पूरी करने का दावा किया जा रहा है लेकिन आज जिस तरह से मोक ड्रिल के दौरान सेहत कर्मियों की तरफ से समय व व्यवस्था को लेकर लापरवाही दिखाई उससे इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सेहत विभाग व जिला प्रशासन को फिर से मत्थापेची करनी पड़ेगी वहीं इस व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करने के लिए काम करने पड़ेगा

 


महामारी से जंग:पंजाब में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू, पोर्टल पर 1 लाख 57 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड

 


  • वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में हो चुका पूर्वाभ्यास
  • गुरुवार को हरियाणा में हर जिले में छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए, 3300 लाभार्थी शामिल हुए

चंडीगढ़। कोरोना महामारी से निपटने के लिए देशभर के कई इलाकों के साथ पंजाब के सभी 22 जिलों में वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। इससे पहले पड़ोसी राज्य हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए।

कोविड-19 वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में यह पूर्वाभ्यास किया गया। शुक्रवार को फिर से प्रदेश के सभी जिलों में यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस अभियान में UNDP और WHO स्वास्थ्य विभाग का सहयोग कर रहे हैं। इस बारे मे पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूर्वाभ्यास का मकसद टीकाकरण के पूरे तरीके को समझना है, ताकि असली टीकाकरण के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके। अभ्यास के लिए को-विन का टेस्ट लिंक तैयार कर दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। साथ ही कोरोना टीकाकरण से पूर्व मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी विशेष प्रशिक्षण दिया है। सिद्धू ने बताया कि जिला और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो स्टेट टास्क फोर्स की निगरानी में टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाएंगी।

टैगिंग किया जाना और SMS भेजने तक की प्रक्रिया सरलता से पूरी

उधर, इससे पहले गुरुवार को ही हरियाणा के सभी 22 जिलों में यह प्रक्रिया पूरी हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि ड्राई रन का बारीकी से निरीक्षण किया गया। हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों जैसे वेक्सीनेटर और सुपरवाइजर की पहचान करना, साइट की पहचान कर उसे पिन कोड के साथ टैग करना, कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों को SMS भेजना आदि को सरलता से किया गया।

स्कूल खुले:सरकारी स्कूलों में 5वीं, 8वीं के 10 फीसदी छात्र आए, अधिकतर प्राइवेट स्कूलों ने बुलाए ही नहीं


लुधियाना.
 शिक्षामंत्री विजय इंद्र सिंगला के आदेश के बाद वीरवार को 5वीं से 8वीं तक के बच्चे स्कूल पहुंचे। पहले दिन सरकारी स्कूलों में हाजिरी 10 फीसदी रही जबकि ज्यादातर निजी स्कूलों ने स्टूडेंट्स को नहीं बुलाया। निजी स्कूलों ने इतनी जल्दी स्कूल खोलने के शिक्षामंत्री के आदेश को ठीक न मानते हुए पेरेंट्स की इजाजत व पूरी तैयारी के साथ ही 5वीं से 8वीं तक के बच्चों को बुलाने की बात कही। कुछ निजी स्कूल सोमवार से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रहे हैं और कुछ अभी पेरेंट्स की कंसेंट के साथ ही अगले 10 दिनों तक डिसाइड करेंगे।

शिक्षा विभाग की ओर से पहले ही 7 व 8 जनवरी को पेरेंट्स टीचर मीटिंग करवाने के आदेश जारी किए गए थे। इसलिए कुछ बच्चे पेरेंट्स के साथ स्कूल पहुंचे तो कुछ स्टूडेंट्स सुबह स्कूल के समय ही पहुंच गए और पेरेंट्स मीटिंग के लिए आए पेरेंट्स के साथ ही चले गए। स्कूल में पेरेंट्स को मौके पर ही डीईओ आफिस की ओर से जारी कंसर्ट लेटर दी गई। जिसे स्कूल आते समय स्टूडेंट्स को साथ में लाना होगा।

वहीं, शिक्षामंत्री विजय इंद्र सिंगला को खुश करने के लिए स्कूलों ने पीटीएम में आए बच्चों को भी अटेंडेंस में जोड़कर दिखा दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिला लुधियाना में पहले दिन 5वीं क्लास में बच्चों की हाजिरी 47.87 फीसदी दिखाई गई है। जबकि भास्कर टीम ने कुछ स्कूलों में दौरा किया तो वहां उपस्थित 10 फीसदी की करीब ही रही।

पसोपेश में अभिभावक-बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं
पेरेंट्स टीचर मीटिंग के दौरान टीचर्स की ओर से पेरेंट्स को डीईओ की ओर से जारी लेटर दी गई। जिसे बच्चों के स्कूल आने की जिम्मेदारी पेरेंट्स की ही होगी। इसे लेकर पेरेंट्स कंफ्यूज हैं कि बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं। गिल गांव से पीएयू स्मार्ट स्कूल में पेरेंट्स मीटिंग में पहुंचे रोहित ने बताया कि अध्यापकों ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बोला है। बोर्ड की क्लास होने के कारण बच्चे को भेजना पड़ेगा। हैबोवाल के रोहन सिंह ने बताया कि उनके बच्चे 6वीं और 7वीं कक्षा में पढ़ते हैं। टीचर ने पीटीएम में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बोला है और स्कूल आते समय बच्चों को कंसेंट लेटर भरवा कर भेजने के लिए कहा है।

परंतु वह अभी बच्चों को नहीं भेजेंगे। सरकारी प्राइमरी स्कूल सेखेवाल के पेरेंट्स सोनू चौधरी ने बताया कि उनके एक बच्चा 6वीं कक्षा में पढ़ता है। स्कूल ने एक लेटर भरकर बच्चे को स्कूल भेजने के लिए बोला है। परंतु वह बच्चे को अभी स्कूल नहीं भेजेंगे। क्योंकि स्कूलों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो पाएगा और बच्चा अभी छोटा है।

स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, नहीं दिखी सोशल डिस्टेंसिंग

इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से सरकारी स्कूल दो बच्चों के बीच 6 फिट की दूरी को मेनटेन नहीं कर पाए। इस बार एडमिशन भी अधिक की गई है। ऐसे में किसी भी हाल में सरकारी स्कूल सोशल डिस्टेंस को फॉलो नहीं कर पाएंगे जोकि कम हो रही महामारी को बढ़ावा देने का खतरा बना रहेगा।

प्रिंसिपल बोले-अभिभावकों से बात करने के बाद ही लेंगे कोई निर्णय
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से सरकारी स्कूल दो बच्चों के बीच 6 फिट की दूरी को मेनटेन नहीं कर पाए। इस बार एडमिशन भी अधिक की गई है। ऐसे में किसी भी हाल में सरकारी स्कूल सोशल डिस्टेंस को फॉलो नहीं कर पाएंगे जोकि कम हो रही महामारी को बढ़ावा देने का खतरा बना रहेगा।


विधायक की बेटी ने कराया केस-इंस्पेक्टर पति मांग रहा बीएमडब्ल्यू, गर्भपात भी कराया



बटाला
श्री हरगोबिंदपुर हलके के कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह लाडी की बेटी मनप्रीत कौर ने अपने इंस्पेक्टर पति और सास (पंजाब स्टेट महिला कमिशन की सदस्य) के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और जबरन गर्भपात कराने की शिकायत दी है। मामले की जांच डीएसपी से कराने के बाद एसएसपी बटाला रछपाल सिंह के आदेशों पर मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, सास गुरुदर्शन कौर, देवर डिंपल, ननद मोना, ननद के पति नरिंदर सिंह, दर्शना रानी व मनिंदर सिंह के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और धोखे से मनप्रीत कौर का गर्भपात करवाने के आरोप में बटाला के सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कर लिया है।

मनप्रीत कौर ने बताया कि 2 फरवरी 2018 को उसकी शादी मोगा के जतिंदर सिंह के साथ हुई थी। उसके पति जतिंदर सिंह पंजाब पुलिस में श्री मुक्तसर साहिब में पुलिस इंस्पेक्टर तैनात है। उसका पति कहता है तेरा पिता विधायक है तो मैं भी तो इंस्पेक्टर हूं। मेरा भी तो स्टेटस है। उसे मेंटेंन करने को बीएमडब्लयू तो चाहिए ही।

गर्भ में मासूम की हत्या का केस, आरोपियों की तलाश में छापेमारी

2 साल अत्याचार सहा,गर्भपात नहीं सह पाई

मनप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि शादी में उनके विधायक पिता ने हैसियत से बढ़ कर दहेज दिया। शादी के कुछ समय बाद ही पति व उसकी सास बीएमडब्लयू कार पिता से मांगने का दबाव बनाने लगे। मांग न पूरी कर पाने पर उस पर अत्याचार शुरू कर दिया। गर्भवती हुई तो उसके पति, सास, देवर, ननद और ननद के पति व ससुराल के अन्य परिजनों ने हैवानीयत की सारी हदें पार करते हुए धोखे से उसे गर्भपात की दवाई खिला कर कोख में पल रहे बच्चे को मार दिया। सास ने धमकी दी कि अपने पिता से कह कर बीएमडब्लयू का प्रबंध कर नहीं तो तुम्हारी कोख में पलने वाले किसी भी बच्चे को दुनिया में नहीं देंगे।

पति के ताने... स्टेटस मेंटेंन करने को बीएमडब्ल्यू लाए

मनप्रीत कौर के मुताबिक इंस्पेक्टर पति ताने मारता था कि वह विधायक का दामाद है, उसकी मां पंजाब स्टेट महिला कमिशन की सदस्य है, समाज में उनका भी कोई स्टेटस है, इसलिए अपने विधायक पिता को कहो कि इस स्टेटस को बरकार रखने के लिए बीएमडब्लयू का प्रबंध करे। सास कहती थी कि कई बड़े घरों के रिश्ते आते थे। सहेलिया ताने देती हैं कि बहु बीएमडब्लयू तक नहीं लाई आई खाक की विधायक की समधन बनी।

आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने के लिए सिफारिश : डीएसपी

डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर लखबीर सिंह ने बताया कि कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह की बटाला में रहती बेटी मनप्रीत कौर ने शिकायत दी थी। श्री मुक्तसर साहिब में नौकरी कर रहे मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, मनप्रीत कौर के मोगा में रहती उसकी सास जगदर्शन कौर, देवर डिंपल, जालंधर निवासी उसकी ननद मोना व ननद के पति नरिंद सिंह और दर्शन रानी और मनिंदर सिंह के खिलाफ 498ए और आइपीसी की धारा 406, 313,506 और 120 बी का केस दर्ज किया है। मनप्रीत कौर के अरोपी को तुरंत सस्पेंड करने की सिफारिश विभाग के संबंधित अधिकारियों को कर दी गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी को छापेमारी चल रही है।

डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर लखबीर सिंह ने बताया कि कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह की बटाला में रहती बेटी मनप्रीत कौर ने शिकायत दी थी। श्री मुक्तसर साहिब में नौकरी कर रहे मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, मनप्रीत कौर के मोगा में रहती उसकी सास जगदर्शन कौर, देवर डिंपल, जालंधर निवासी उसकी ननद मोना व ननद के पति नरिंद सिंह और दर्शन रानी और मनिंदर सिंह के खिलाफ 498ए और आइपीसी की धारा 406, 313,506 और 120 बी का केस दर्ज किया है। मनप्रीत कौर के अरोपी को तुरंत सस्पेंड करने की सिफारिश विभाग के संबंधित अधिकारियों को कर दी गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी को छापेमारी चल रही है।

आत्महत्या:22 वर्षीय छात्रा का शव पंखे से लटका मिला ईयर फोन लगे थे, 5 दिन पहले हॉस्टल आई थी


होशियारपुर
वीरवार सुबह रयात बाहरा कॉलेज में 22 साल की बीएससी-2 नर्सिंग की छात्रा ने फंदा लगा आत्महत्या कर ली। थाना चब्बेवाल के एसआई प्रदीप कुमार ने बताया के कांगड़ा (हिमाचल) की सुरभी कौशिक बीएससी-2 नर्सिंग की छात्रा थी। वह अपनी परीक्षा के चलते 3 जनवरी को हिमाचल से कॉलेज आई थी। उन्होंने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे उनको यह जानकारी मिली।

जिसके बाद उन्होंने युवती के परिवार वालो को सूचित किया। उन्होंने बतयाा कि युवती के पिता आशीष शर्मा के बयान दर्ज करके 174 की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप कर अगली कानूनी कार्रवाई जारी रखी गई है। मृतक सुरभी के पिता आशीष शर्मा ने बताया कि 3 जनवरी को वह सुरभी को कॉलेज के हॉस्टल छोड़ कर गए थे। उस समय वह बहुत खुश थी। उन्होंने कहा उनकी बेटी को कोई मानसिक परेशानी नहीं थी, उसने यह कदम क्यों उठाया वह इस बात को लेकर हैरान है।

जिंदगी की परीक्षा में फेल...पुलिस ने 174 की कार्रवाई की

मृतका के कानों में लगे मोबाइल के हेड फोन से खुलेगा राज, पुलिस खंगालेगी

क्राइम सीन पर जिस समय युवती का शव पंखे से लटक रहा था तो उसके कानो में मोबाइल के हेडफोन भी लगे हुए थे और मोबाइल नीचे गिरा हुआ था। इस दृश्य को देख कर लग रहा था के युवती द्वारा खुदकुशी से पहले या खुदकुशी के दौरान किसी के साथ मोबइल पर बात की जा रही थी जिसको लेकर पुलिस का कहना है कि युवती का मोबइल पर कोड लॉक लगा हुआ है, जिसको खुलवाने के बाद कुछ कहा जा सकता है ।

रूममेट बोली-एग्जाम के चलते वह दूसरे कमरे में चली गई थी, कुछ नहीं जानती

मृतका की रूममेट एक और युवती थी जो परीक्षा की वजह से बुधवार रात को दूसरे कमरे में पढ़ाई के लिए चली गई थी। उसे कुछ नहीं मालूम की रात को क्या हुआ। जब सुबह सुरभी ने दरवाजा नहीं खोला तो उसकी रूममेट में ने कॉलेज प्रशासन को जानकार दी, जिसके चलते हॉस्टल के चौकीदार ने खिड़की से झांक कर देखा तो सुरभी का शव पंखे से लटक रहा था। इस दौरान उन्होंने पहले खिड़की का शीशा तोड़ एक व्यक्ति को अंदर भेज दरवाजेे का लॉक खोला और पुलिस को सूचित किया। जानकारी के अनुसार मृतका का पहला पेपर 4 जनवरी को दिया था जबकि उसका दूसरा पेपर वीरवार को था लेकिन जिंदगी की परीक्षा में वह हमेशा के लिए फेल हो गई ।

गुरुवार, 7 जनवरी 2021

पंजाब के इंडस्ट्री विभाग में करोड़ों का स्कैम:बोले पूर्व मंत्री सूद- CM के पास हमेशा रहती है क्लीन चिट, इस घपले की होने दें निष्पक्ष जांच;उद्योग मंत्री बोले-है हिम्मत तो सूद करवाएं लाई-डिटेक्टर टेस्ट


  • जमीनें खरीदने और बेचने को लेकर सूद ने पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा पर लगाया करोड़ों के घपले का आरोप
  • कहा- BJP ऐसे घोटालों की इजाजत नहीं देती, मामले में CBI और ED जांच की मांग की

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा है कि पंजाब के इंडस्ट्री विभाग में बड़े घपले हुए हैं। इसमें जमीनें खरीदने की बात हो या फिर बेचने की बात हो। ऑक्शन के जो रिसर्व प्राइस होते हैं, वह भी माने नहीं जाते। सूद का आरोप है कि इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट (इंफोटेक/PSIEC) में मल्टी-करोड़ स्कैम हुआ है। गुरुवार को सेक्टर 37 स्थित पंजाब BJP के कार्यालय में तीक्ष्ण सूद ने मीडिया के सामने इसका खुलासा किया। सूद ने कहा कि BJP ऐसे घोटालों की इजाजत नहीं देती। इसलिए अब वह इस मामले की जांच के लिए CBI और ED को भी लिखेंगे। वह इसके खिलाफ आंदोलन भी करेंगे और जरूरत पड़ी तो कानून का सहारा भी लेंगे।


सूद ने कहा कि कोई भी मंत्री अपने डिपार्टमेंट और उसकी प्रॉपर्टी का कस्टोडियन होता है। पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा पर निशाना साधते हुए सूद ने कहा कि वह खुद लैंड कोलॉनाइजर और डिवेलेपर हैं। जितना विभाग के बारे में वो जानते हैं, उतना मैं भी जानता हूं क्योंकि मैं खुद आठ महीने के लिए उद्योग मंत्री रह चुका हूं। वो आज ये कह रहे हैं कि यह प्लॉट पब्लिक इंटरेस्ट में बेचे गए हैं, इसे माना नहीं जा सकता।


उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में जब कर्फ्यू लगा हुआ था और परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। उस समय इसकी बिड अप्रूव कर दी गई। वे बोले, हालांकि इसकी बिड अप्रूवल की उस समय कोई अर्जेंसी नहीं थी। सभी दफ्तर बंद थे। उस वक्त कम सर्कुलेशन वाली दो अखबारों में इसके लिए एड दी गई। एड की तारीख बढ़ाई गई और इस दौरान ही एक कंपनी फ्लोट कर दी गई। इसके बाद सिंगल बिड में इसे अप्रूव कर दिया जबकि छोटे प्रोजेक्टों में भी सिंगल बिड से अप्रूवल नहीं मिल पाता।


सूद ने बताया कि इस डील को अप्रूव करने के लिए 26 मार्च 2020 को लेटर इशु किया गया था। इसके बाद 21 अक्टूबर 2020 को हुई मीटिंग में इसे पोस्ट-फैक्टो अप्रूवल दे दी गई। हालांकि, मीटिंग में बैठे कुछ सदस्यों ने इसका विरोध भी किया लेकिन मंत्री के प्रेशर के चलते उनकी सुनी नहीं गई।अजेंडा को गलत तरीके से पास करने का विरोध इनकम टैक्स एडवाइजर सुरिंदर कौर वड़ैच के किया और मीटिंग के दौरान एमडी को वॉट्सएप मैसेज और फिर पांच नवंबर को एक चिट्‌ठी के जरिए उठाते हुए इसमें एडवोकेट जनरल और फाइनेंस डिपार्टमेंट की अप्रूवल लेने के लिए कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।


मुख्यमंत्री के पास है क्लीन चिट


सूद ने कहा कि वे इसकी निष्पक्ष जांच चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि इसके लिए कोई विजिलेंस या SIT जांच हो। सूद के मुताबिक पंजाब में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलर्शिप स्कैम में मुख्यमंत्री ने SIT बनाई और क्लीन चिट दे दी। वे बोले, हमारे मुख्यमंत्री की जेब में हमेशा क्लीनचिट रहती है। वे इसे तुरंत निकाल कर दे देते हैं। लेकिन वे चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इसकी फेयर जांच होने दें।


खुद पर लगे आरोपों पर बोले उद्योग मंत्री


खुद पर लगे आरोपों पर अरोड़ा ने कहा कि सरकार पहले ही इसपर स्पष्टीकरण दे चुकी है कि पूरी डील ट्रांसपेरेंट तरीके से हुई है। सूद मेरे हल्के से हैं और मेरे पतिद्वंदी हैं। दो बार जनता की रिजेक्शन का उनपर असर हुआ है। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं। सूद का झूठ पकड़ने के लिए लाई-डिटेक्टर टेस्ट करवाने का चैलेंज दिया।


ऐसे बढ़ा घोटाले का मामला


मामला फेज 8 मोहाली के प्लॉट नंबर A-32 में बन रहे साइबर हब से जुड़ा है। इसके मुताबिक यह प्लॉट साल 1984 में पंजाब इंफोटेक से JCT लिमिटेड को अलॉट किया गया था। लेकिन 2002 में यूनिट को बीमार घोषित और बंद दिया गया।

एसेट्स रीकंस्ट्रक्शन कंपनी इंडिया लिमिटेड को इसे बेचने के लिए नियुक्त किया गया। कंपनी ने पिछले साल चार जनवरी को इसकी ई-ऑक्शन/सेल के लिए 21 जनवरी तब बिड बुलाई गई जिसमें रिजर्व प्राइस 90.50 करोड़ और कंपनी की जानकारी में देयता 25.73 करोड़ बताया गया।

इंफोटेक ने कुल 125.93 करोड़ रुपए के क्लेम की मांग की। इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट की पॉलिसी के मुताबिक PSIEC को इंफोटेक की सभी एसेट्स को मैनेज और डिस्पोज करना था। इसके बाद बिड सब्मिट करने की आखिरी तारीख 17 फरवरी 2020 तक बढ़ा दी।

इसके बाद 31 मार्च को GRG डिवेलपर्स एंड प्रोमोटर्स LLP अस्तित्व में आई जो इस प्लॉट की 90.56 करोड़ में अकेली बिडर थी। इस बिड को कुबूल कर लिया गया। कंपनी को फेवर करने के लिए 90.56 करोड़ की जगह सिर्फ 45 करोड़ ही जमा करवाए गए। बाकी बची पेमेंट को एक्सटेंड कर दिया गया और सेल फॉर्मेलिटीज को बिडर की फेवर में पूरा कर लिया गया।

पोजेशन मिलने के बाद कंपनी ने GRG साइबर हब के नाम पर छोटे प्लॉटों के रूप में जमीन बेचनी शुरू कर दी। एक ब्रॉशर में पब्लिक और वेबसाइट में डालने के बाद कंपनी ने इसे 30 हजार रुपए प्रति स्कवैर यार्ड में बेचना शुरू कर दिया। हालांकि पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह द्वारा पब्लिक डोमेन में इस मामले को लाने के बाद उस वेबसाइट को हटा दिया गया है।

अगर आंकलन किया जाए तो GRG साइबर हब द्वारा ऑफर किए गए रेट के मुताबिक जमीन की कुल कीमत 465 करोड़ रुपए है जो कंपनी ने 90.56 करोड़ में बिड करके महत 45 करोड़ में खरीद ली।

एम्स बठिंडा में कीडनी के स्टान को शरीर के अंदर तोड़ने वाली मशीन हुई इंस्टाल, 10 दिनों में होगी शुरू


-बठिंडा से बादल गांव के सिविल अस्पताल में जाएंगे एम्स के माहिर डाक्टर, बस रवाना की गई

बठिंडा. एम्स अस्पताल में लगातार सेहत सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। इसी कड़ी में एम्स बठिंडा में कीडनी की पत्थरी को आधुनिक तकनीक से शरीर के अंदर की तोड़ने वाली मशीन भी लगाई गई है। इस मशीन को इंस्टाल कर दिया गया है व आगामी 10 दिनों में माहिरों की भर्ती कर मशीन को शुरू करवा दिया जाएगा। वही पिछले दिनों अस्पताल में लगाई गई सिटी स्कैन मशीन के लिए तकनीकि माहिरों की भर्ती पूरी कर उन्हें वीरवार को ज्वाइनिंग करवा दी गई है जिससे अब अस्पताल में आने वाले मरीजों को लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। यह जानकारी एम्स के डायरेक्टर प्रोफेसर दिनेश सिंह ने दी। वह बठिंडा से बादल गांव में स्थित सिविल अस्पताल में माहिरो को प्रतिदिन भेजने के लिए चलाई गई बस को रवाना करने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान सांसद हरसिमरत कौर बादल भी हाजिर रही। डा. सिंह ने कहा कि एम्स में प्रतिदिन 400 से लेकर 500 लोगों की ओपीडी वर्तमान में हो रही है जो आने वाले समय में सर्दी कम होते ही बढ़ेगी। इससे साबित होता है कि लोगों का एम्स बठिंडा की सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। वही यहां आए दिन नई आधुनिक मशीनों को लगाया जा रहा है जो पहले देश के कुछ नामी अस्पतालों में ही सुविधा होती थी। 

बठिंडा में आज पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने एम्स स्थल का दौरा भी किया जहां उन्होंने एक नई बस अपने मेंबर पार्लियामेंट फंड के जरिए दी है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने खेती कानूनों को बोलते हुए कहा कि भाजपा के पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार जायनी बेशक प्रधानमंत्री से मिले हैं परंतु हमें तो उम्मीद थी कि वह कुछ अच्छा लेकर आएंगे उल्टा किसानों को ही सुझाव देने लहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी लीडरों की जमीर मरी हुई है जो सिर्फ मोदी की भाषा बोल रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि 8 जनवरी को सरकार व किसानों के बीच जो मीटिंग होगी उसमें कोई फैसला निकलेगा। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा नौजवानों को नौकरी देने का ऐलान किया है मुझे नहीं लगता कोई नौकरी मिलेगी क्योंकि अब सरकार के कुछ महीने रह गए है।यह सिर्फ नौजवानों को फिर से लुभाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने दावा जताया कि साल 2022 में होने वाले चुनाव में राज्य में अकाली दल की सरकार बनेगी व नौजवानों को फिर से रोजगार के गफ्फे बादल साहब देंगे।

डा. सिंह ने कहा कि एम्स इसी माह देश भर में शुरू होने वाली वैक्सीन मुहिम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेगा। इसके लिए हेल्ख वर्करों की भर्ती की जा चुकी है व सरकार की हिदायत मिलते ही वैक्सीन मुहिम को शुरू कर दिया जाएगा। वही सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि एम्स में जहां ओपीडी बढ़ी है वही लोगों का अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। आधुनिक मशीने लगने के बाद यहां पंजाब ही नहीं बल्कि राजस्थान व हरियाणा के लोग भी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व स्तरीय सेहत सुविधाएं ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने के मकसद से गांव बादल में स्थित सिविल अस्पताल को ग्रामीण सेहत एंव सिखलाई केंद्र के तौर पर सेंटर घोषित किया गया है। इसके तहत बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस फरीदकोट की ओर से उक्त सेंटर में मेडिकल शिक्षा से संबंधित अंडर ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग व टीचिंग को भी पिछले दिनों मंजूरी दी है। उक्त सेंटर में विद्यार्थी आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस यानि एम्स, बठिंडा के सुपरविजन में ट्रेनिंग करेंगे। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ), बादल केंद्र उक्त सेंटर की वर्किंग का कोआर्डिनेशन देखेंगे। सेंटर में बाहर से आने वाले विद्यार्थियों के लिए होस्टल की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि एम्स बठिंडा की मदद से विश्व स्तरीय सेहत सेवाएं पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। इसी के तहत गांव बादल के सिविल अस्पताल को संस्था का ग्रामीण सेहत एवं सिखलाई सेंटर घोषित किया गया है। इस कदम के लिए वे बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेस तथा एम्स बठिंडा को बधाई देती हैं। इस मौके पर उन्होंने सर्वोत्तम सेहत सेवाएं हर घर तक पहुंचाने के लिए निरंतर काम करते रहने की अपनी वचनबद्धता को दोहराया। वीरवार को शुरू की गई बस सुबह 9 बजे एम्स से रवाना होगी व 10 बजे बादल गांव के सिविल अस्पताल में पहुंच जाएगी व ओपीडी शुरू कर देगी। माहिर डाक्टरों की टीम वहां रजिस्ट्रड होने वाले मरीजों को देखने व उपचार देने के बाद ही वापिस लौंटेगी। 


अब रिलायंस उतरी सड़कों पर, किसानों से जुड़ने के लिए लाॅन्च किया ऑनग्राउंड कैंपेन


 रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम लि (RJIL) ने किसानों से जुड़ने के लिए ऑनग्राउंड कैंपेन की शुरूआत की है। रिलायंस का यह कैंपेन खास तौर पर पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए लिए शुरू किया गया है, क्योंकि वहां पर किसान रिलायंस जियो के टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

पंजाब-हरियाणा में चिपकाये गए हैं पोस्टर

बता दें कि इस कैंपेन के तहत कंपनी ने पंजाब और हरियाणा में कुछ पोस्टर लगवाएं और साथ ही पैंफ्लेट्स भी बंटवाएं हैं, ताकि किसानों में फैल रही गलतफहमी को दूर किया जा सके। रिलायंस के पोस्टर इस राज्यों के दीवारों, दरवाजों और रिलायंस फ्रेंचाइज आउटलेट के काउंटर्स पर चिपके हुए भी दिख रहे हैं।

क्या लिखा है इस पाेस्टर में

इस पोस्टर पर लिखा है कि रिलायंस भारत के किसानों का आभारी है और उनका बहुत सम्मान करता है। इस कैंपेन के जरिए रिलायंस ये कहना चाहता है कि उसने कोई कॉरपोरेट या कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग नहीं की है। साथ ही कपंनी की आने वाले भविष्य में भी ऐसे किसी बिजनेस में घुसने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि रिलायंस जियो के करीब 1500 टावरों को भी नुकसान पहुंचाया जा चुका है।

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