लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में गुरुवार को एक ऐसी घटना घटी है, जिसे याद करके किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाए। सैकड़ों लोगों की सांसे गले में अटकी रही और सबसे ज्यादा हालत उस मां की खराब हुई, जिसका जिगर का टुकड़ा कोई एक-दो पल नहीं, बल्कि पूरे 2 घंटे तक सुनसान जगह पर पड़ा बिलखता रहा। शुक्र है भगवान का कि महज डेढ़ साल की उस मासूम बच्ची के साथ कोई अनहोनी नहीं घटी। आखिर मां का आंचल मिला और अब कोई भी इसे एक चमत्कार से कम नहीं मान रहा।
अमृतसर से मुंबई के बांद्रा टर्मिनल जा रही ट्रेन नंबर 12925 पश्चिम एक्सप्रेस की एक बोगी में स्थित इमरजेंसी विंडो से डेढ़ साल की एक बच्ची बाहर गिर गई। समराला के नजदीक हुए इस हादसे का पता लगते ही बच्ची की मां और ट्रेन में सफर कर रहे हर शख्स के होश उड़ हो गए।
बच्ची के गिर जाने के बारे में पता चलने पर ट्रैक पर रोकी गई ट्रेन।
बच्ची के गिर जाने के बारे में पता चलने पर ट्रैक पर रोकी गई ट्रेन।
जिस वक्त बच्ची ट्रेन से बाहर गिरी, तब उसकी मां उसे दो नन्ही-नन्ही, मगर इससे बड़ी बहनों के साथ सीट पर छोड़कर वॉशरूम गई हुई थी। यही वो लम्हा था, जब उसका कलेजा कांप गया, क्योंकि 5 साल की बड़ी बेटी ने बताया कि डेढ़ साल की माहिरा खिड़की से बाहर गिर गई। यह पता लगते ही पूरी बोगी वैशाली शर्मा की चीखों से गूंजने लगी। एक ओर बच्ची का पता नहीं चल रहा था, दूसरी ओर ट्रेन के आगे बढ़ने के साथ दूरी और लंबी होती जा रही थी। आखिर कई मील का सफर तय करने के बाद गाड़ी को रुकवाया गया।
रेलवे ट्रैक पर बच्ची को खोजने के लिए उतरा रेलवे का सुरक्षा अमला। आखिर दो घंटे के बाद मेहनत रंग लाई।
घटना का पता लगते ही न सिर्फ ट्रेन का सुरक्षा अमला, बल्कि इसमें सफर कर रहे लोग भी बच्ची की तलाश में जुट गए। आखिर 2 घंटे की मशक्कत के बाद समराला रेलवे स्टेशन से करीब 6 किलोमीटर पहले रेलवे ट्रैक के पास खेत में बच्ची मिली। जिसे तुरंत बच्ची को समराला के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्ची को आई मामूली चोट का इलाज चल रहा है। गनीमत रही कि माहिरा के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर समाज में खुले घूम रहे दो पैरों वाला कोई दरिंदा ही नहीं तो कम से कोई चार पैरों वाला जानवर ही उसे नोच खाता।
3 बच्चों के साथ फगवाड़ा से मुंबई जा रही थी वैशाली शर्मा
इस बारे में रेलवे के अधिकारी दिनेश गिल्होत्रा ने बताया कि वैशाली शर्मा अपने 3 मासूम बच्चों के साथ फगवाड़ा से ट्रेन में बैठी थी और इनकी मुंबई तक की टिकट बुक थी। समराला रेलवे स्टेशन गुजरते ही वैशाली शर्मा को पता लगा कि उसकी डेढ़ साल की बच्ची माहिरा शर्मा ट्रेन की इमरजेंसी खिड़की से बाहर गिर गई है। इसके बाद ट्रेन रोककर करीब 2 घंटे बाद बच्ची को ढूंढकर सही-सलामत उसकी मां को सौंप दिया। हालांकि फिलहाल कुछ मामूली चोटों की वजह से घायल बच्ची को समराला के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसके ठीक होते ही परिवार को मुंबई भेजने का इंतजाम किया जाएगा।