बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

आचार संहिता खत्म, बठिंडा नगर निगम ने खोले 2.68 करोड़ के विकास कार्यों के टेंडर


बठिडा :
निकाय चुनाव को लेकर लगी हुई आचार संहिता सोमवार की रात को खत्म होते ही नगर निगम की ओर से शहर में नए विकास कार्य शुरू करने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को निगम की ओर से 2.68 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के टेंडर खोल दिए गए। हालांकि यह टेंडर पहले लगाए गए थे, लेकिन इनके खुलने से पहले ही पंजाब चुनाव आयोग की तरफ से निकाय चुनाव की तिथि की घोषणा करते हुए आचार संहिता लागू कर दी गई थी। जिसके चलते इन टेंडरों की खोलने की तिथि स्थगित कर दी गई थी।

इन योजनाओं को लेकर जारी किया टेंडर 

नगर निगम ने राम बाग के नजदीक कैनाल कालोनी में 39.10 लाख रुपये की लागत से इंटरलाकिग टाइलें लगाने, जोन नंबर पांच स्थित शक्ति विहार की गलियों में 17.59 लाख रुपये से ईंटों के फर्श लगाने, 1.15 लाख से लाल सिंह बस्ती स्थित सुविधा केंद्र का नवीनीकरण करने, 2.2 करोड़ रुपये की लागत से डबवाली रोड पर कबिरस्तान बनाने, उसमें टायलेट ब्लाक बनाने, कम्युनिटी हाल का निर्माण करने व चारदिवारी करने के टेंडर लगाए थे। इसके अलावा 8.6 लाख रुपये की लागत से फायर ब्रिगेड स्टाफ के लिए गर्मी और सर्दी की यूनिफार्म के टेंडर भी गए थे। इन सभी टेंडरों की टेक्नीकल बिड मंगलवार की शाम को खोल दी गई है। हालांकि इस दौरान लाल सिंह बस्ती के सुविधा केंद्र की रेनोवेशन के लिए किसी का टेंडर प्राप्त नहीं हुआ। लेकिन अन्य कार्यों के लिए 2 से 8 तक फर्मो के टेंडर प्राप्त हुए। सुविधा केंद्र के नवीनीकरण के लिए निगम को फिर से टेंडर लगाना पड़ेगा।

वित्तमंत्री ने क्रिसमिस डे पर की थी घोषणा

राज्य के वित्तमंत्री एवं क्षेत्र के विधायक मनप्रीत सिंह बादल की ओर से क्रिशचियन भाईचारे के लिए दो करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत से कब्रिस्तान को जगह देने। इसके करीब एक सप्ताह बाद ही उनकी ओर से नींव पत्थर रख दिया गया था। इसके साथ ही नगर निगम ने टेंडर लग दिया। लेकिन खुलने से पहले ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। नगर निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर हरपाल सिंह भुल्लर ने बताया कि टेंडर खोल दिए गए हैं। जल्द ही अन्य प्रक्रिया मुकम्मल करके विकास कार्य चालू कर दिए जाएंगे।

हाई-वोल्टेज ड्रामा:गली बनाने की शुरुआत को लेकर भिड़े कांग्रेसी-अकाली पार्षद, विधायक के विरोध पर पुलिस ने टाला टकराव


लुधियाना।
 वॉर्ड 26 में लगते जीटीबी नगर में मंगलवार को 1.70 करोड़ रुपए की लागत से गलियों के निर्माण कार्य के उद्घाटन समागम के दौरान हंगामा हो गया। इस विकास कार्य का श्रेय लेने की होड़ में अकाली-कांग्रेसी आपस में भिड़ गए। माहौल बिगड़ता देख मौके पर पहुंची 4 थानों की पुलिस ने किसी तरह टकराव टाला। हालांकि पुलिस के समझाने-बुझाने के बाद इलाका पार्षद ने कांग्रेसियों के साथ सड़क पर टक लगा उद्घाटन किया तो फिर दोनों पक्षों में खींचतान हुई। इसके बाद कांग्रेसी लौट गए तो पार्षद ने शिअद विधायक ढिल्लों के साथ फिर से टक लगा उद्घाटन की रस्म अदा की।

पुलिस के समझाने-बुझाने के बाद शिअद कौंसलर ने कांग्रेसियों के साथ सड़क पर टक लगा उद्घाटन किया तो दोनों पक्षों में हुई खींचतान- दरअसल विवाद यूं हुआ कि यह वॉर्ड विधानसभा क्षेत्र साहनेवाल में लगता है। लिहाजा इलाके के अकाली पार्षद ने सुरजीत राय ने स्थानीय विधायक शरणजीत सिंह ढिल्लों को खास मेहमान बतौर बुलाया था। साथ ही उद्घाटन समागम के निमंत्रण पत्र में मेयर बलकार संधू का नाम बतौर मुख्य मेहमान दिया था। उद्घाटन समागम में ढिल्लों तो आ गए, मगर मेयर नहीं पहुंचे। इसके बावजूद वहां हलका साहनेवाल की कांग्रेस प्रभारी सतविंदर कौर बिट्टी और स्थानीय नेता हरदीप सिंह मुंडियां भी समर्थक लेकर पहुंच गए। उन्होंने समागम रुकवाने का प्रयास किया तो दोनों पक्ष में गर्मागर्मी हो गई। माहौल बिगड़ा तो एक-एक कर चार थानों मोती नगर, जमालपुर, फोकल पॉइंट और डिवीजन सात की पुलिस मौके पर आ गई। तब कहीं जाकर दोनों पक्षों में टकराव टाला जा सका।

अकालियों ने इलाका निवासियों को गुमराह कर इस विकास कार्य का श्रेय लेने की साजिश रच मेयर का नाम भी निमंत्रण-पत्र में छपवाया था। हकीकत में यह कार्य राज्य की कांग्रेस सरकार की पहल पर होना है। कुछ दिनों बाद ही मेयर से कांग्रेसी इस काम का उद्घाटन कराने वाले थे। -सतविंदर बिट्टी, हलका प्रभारी, कांग्रेस

अकालियों ने लंबे समय संघर्ष कर मेयर से इस विकास कार्य के लिए मंजूरी लेने का काम किया था। मेयर होने के नाते ही उनको सम्मान के तौर पर समागम में अतिथि बनाया था, विरोध करने वाली कांग्रेस की हलका प्रभारी और उनके समर्थक बेवजह माहौल खराब करने आए थे। -शरणजीत सिंह ढिल्लों, विधायक

मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

पंजाब में डिग्री गिरवी है:50 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स की डिग्रियां नहीं दे रहे कॉलेज, स्कॉलरशिप के 1850 करोड़ रुपए हैं बकाया



  •  एससी-एसटी स्टूडेंट्स की 2017 से रुकी पोस्ट मैट्रिक स्काॅलरशिप की हकीकत
  • कॉलेज प्रशासन सर्टिफिकेट रिलीज करने के लिए स्टूडेंट्स से ब्लैंक चेक मांग रहा

जालंधर। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि डिग्री भी गिरवी हो सकती है? जी हां, पंजाब में करीब 50 हजार एससी-एसटी स्टूडेंट्स की डिग्रियां विभिन्न प्राइवेट कॉलेजों में गिरवी रखी हुईं हैं। कारण- इन छात्रों को पोस्ट मैट्रिक स्काॅलरशिप का पैसा न मिलना है। सर्टिफिकेट पास न होने से ये छात्र न तो सरकारी जॉब के लिए अप्लाई कर पा रहे हैं और न ही पीजी के लिए दाखिला ले पा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि कॉलेज वालों ने उनकी डिग्रियां और सर्टिफिकेट रोक रखे हैं। दसवीं के सर्टिफिकेट पहले ही गारंटी के तौर पर रख लिए थे।

वहीं, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि सरकार पर फीस का पैसा 2017 से बकाया है, जो करीब 1850 करोड़ है। यदि उन्हें सरकार पैसा नहीं दे सकती तो स्टूडेंट्स फीस अदा करके सर्टिफिकेट ले सकते हैं। छात्रों का कहना है कि फीस सरकार को देनी है। उनके पास इतना पैसा नहीं है। उल्लेखनीय है कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में केंद्र 60% और राज्य 40% का योगदान देती है। हाल ही में 15 जनवरी को सीएम कैप्टन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में निर्देश दिया गया था कि 3 दिन के अंदर सभी कॉलेज डिग्रियां दे दें। नहीं देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित छात्र बोले- सर्टिफिकेट न होने से आगे की पढ़ाई भी रुकी - प्राइवेट कॉलेज के स्टूडेंट परमिंदर कुमार ने कहा कि वे सर्टिफिकेट कॉलेज से न मिलने के कारण सरकारी जॉब तक अप्लाई नहीं कर पा रहे हैं यही नहीं वे पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते थे लेकिन दूसरे कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला। सीमा रानी कहती हैं कि 2018 में एमए करने के बाद अभी तक उन्हें डिग्री नहीं मिली। मान्यता प्राप्त कॉलेज की लड़के व लड़कियों ने कहा कि पैसे का मामला कॉलेज व सरकार का है, उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। उनसे ब्लैंक चेक मांगा जा रहा है।

इस योजना के तहत कैसे मिलता है लाभ - एससी-एसटी छात्रों के लिए पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप (पीएमएस) स्कीम 1944 से अस्तित्व में आई थी। इस योजना के तहत एससी छात्रों को मैट्रिक के बाद कोई भी कोर्स करने पर सरकार छात्रवृत्ति देती है। इसमें छात्र की नान रिफंडबल फीस, यूनिवर्सिटी फीस और 230 रुपए से लेकर 550 रुपए प्रति माह भत्ता देने का प्रवधान है। पंजाब में 2017 से पीएमएस स्कॉलरशिप फंड रुकी हुई है। इस दौरान सूबे से करीब 10 लाख बच्चे विभिन्न कॉलेजों से पढ़ाई कर चुके हैं।

31 मार्च तक सूबा सरकार ने यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया तो सभी फंड होंगे लैप्स - कन्फेडरेशन ऑफ अनएडिड स्कूल एंड कॉलेजेस के अनुसार निजी कॉलेजों का सरकार पर 1850 करोड़ रुपये बकाया है। 31 मार्च 2021 तक अगर सूबा सरकार ने केंद्र सरकार की तरफ से जारी फंड का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दिए और संशोधित पॉलिसी के अनुसार 40 फीसदी हिस्सा नहीं दिया तो सभी फंड लैप्स हो जाएंगे। दूसरी तरफ, कॉलेजों को मजबूर होकर एससी छात्रों के एडमिशन या बंद करना पड़ेगा या फिर छात्रों को पूरी फीस देनी पड़ेगी। कई कालेज तो बंद भी हो चुके हैं।

1650 अनएडेड कॉलेजों का 1850 करोड़ बकाया

सूबे में 1650 निजी कॉलेज का 1850 करोड़ रुपए बकाया है। अगर सूबा सरकार के पास पैसा नहीं है तो 25 मार्च 2020 को केंद्र से आए 309 करोड़ रुपए वह कॉलेजों को रिलीज करे, ताकि कॉलेज बंद होने बच सकें।’ -विपिन शर्मा, उप प्रधान, जाइंट एसोसिएशन ऑफ कॉलेज

पंजाब के मंत्री का तुगलकी फरमान:सिद्धू बोले- 'कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे और उसके बाद बीमार होने पर छुट्‌टी लेंगे तो तनख्वाह काटी जाएगी'; कर्मचारियों ने कहा- माफी मांगें


मोगा।
पंजाब की सेहत मुलाजिम संघर्ष कमेटी राज्य सरकार के उनके प्रति अनदेखी के रवैये को लेकर रोष में हैं। वर्कर्स ने सीधे तौर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू पर निशाना साधा जिनका हाल ही में एक बयान आया है जिसके मुताबिक जो हेल्थ वर्कर्स कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे और उसके बाद यदि बीमार होने पर छुट्‌टी लेंगे तो उनकी तनख्वाह में से पैसे काट लिए जाएंगे। इसके अलावा अन्य मुद्दों को लेकर भी ये वर्कर्स गुस्से में हैं और अपनी अन्य मांगों को लेकर पूरे पंजाब में लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं।

मंगलवार काे भी पंजाब भर से आए मल्टीपल हेल्थ वर्कर्स ने सेक्टर 34 स्थित परिवार कल्याण भवन में धरना दिया और डायरेक्टर सेहत और परिवार भलाई पंजाब का घेराव किया और राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वर्कर्स का कहना था कि सिद्धू को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही उनकी मांगों को जल्द पूरा न किया गया तो वे अपना आंदोलन और तेज कर देंगे। कमेटी की मुख्य मांगों में पिछले 10-15 साल से काम कर रहे कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना,2163 नवनियुक्त मल्टीपर्पज वर्कर्स के प्रोबेशन पीरियड की शर्त को खत्म करना,कोविड-19 के दौरान दी सेवाओं के लिए स्पेशल इंसेंटिव देना आदि शामिल है।

मोगा से सेहत मुलाजिम संघर्ष कमेटी के कंवीनर कुलवीर सिंह ढिल्लों ने बताया कि अपनी इन मांगों को पूरा करवाने के लिए जब हम बठिंडा जाते हैं तो हम पर झूठे केस दर्ज करवाए जाते हैं। बोले, 21 जनवरी को इन मांगों को लेकर हमारी भूख हड़ताल शुरू हुई थी जो आज अपने 34वें दिन पहुंच गई है। सरकार और उसके मंत्री हमें गीदड़ धमकियां दे रहे हैं कि हमने कोरोना का टीका नहीं लगवाया तो न मेडीकल क्लेम और मेडीकल छुट्‌टी नहीं मिलेगी।


ढिल्लो ने कहा कि हम किसी से भीख नहीं मांगते, ये हमारे संघर्षों की प्राप्तियां हैं। पर स्वास्थय मंत्री ने जो तुगलगी फरमान सुनाया है उसकी हम निंदा करते हैं। साथ ही ये भी कहते हैं कि जब तक स्वास्थय मंत्री अपने बयान के लिए माफी नहीं मागते तब तक न उन्हें और न ही उनसे संबंधित लोगों को पंजाब में कहीं भी घुसने नहीं देंगे और घुस भी गए तो उन्हें निकलने नहीं देंगे। संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक अपनी एक-एक मांग पूरी न करवा लें।

जालंधर की बहादुर बेटी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार:मोबाइल छीनकर भाग रहे लुटेरों से अकेली भिड़ गई थी कुसुम; कलाई कटने के बाद एक को पकड़ लिया था


जालंधर।
कलाई कटने के बाद भी मोबाइल छीनकर भाग रहे लुटेरों से भिड़कर चर्चा में आई जालंधर की 15 साल की कुसुम को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिलेगा। भारतीय बाल कल्याण परिषद (ICCW) की तरफ से कुसुम को इस अवार्ड के लिए चुना गया है। अगले महीने राष्ट्रीय स्तर के समारोह में कुसुम को यह पुरस्कार दिया जाएगा। DC घनश्याम थोरी ने कुसुम को बधाई देते हुए कहा कि पिछले साल सितंबर में कुसुम का नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजा गया था।

बहादुर बेटी:भाई ने पढ़ाई के लिए मोबाइल दिया, लुटेरे छीनकर भागे, दौड़ाकर पकड़ा तो कलाई काट दी, भिड़ी रही पर मोबाइल नहीं जाने दिया। लुटेरों से भिड़ते वक्त कुसुम को चोटें आ गईं थीं। 


ट्यूशन से लौटते वक्त छीना था मोबाइल, ताइक्वांडों खिलाड़ी कुसुम भिड़ गई थी लुटेरे से

अगस्त महीने में कुसुम जब ट्यूशन क्लास से लौट रही थी तो अचानक बाइक सवार दो लुटेरों ने उसका मोबाइल छीन लिया। यह मोबाइल भाई ने उसे ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिया था। कुसुम ताइक्वांडों की खिलाड़ी थी और NCC की कैडेट भी, इसलिए बिना डरे वह लुटेरों से भिड़ गई। इस दौरान धारदार हथियार से एक लुटेरे ने उस पर हमला किया और कुसुम की कलाई कट गई। इसके बावजूद वह लुटेरे से भिड़ती रही और एक लुटेरे को काबू करने में कामयाब रही। कुसुम की यह बहादुरी CCTV फुटेज में कैद हो गई।

सरकार दे चुकी एक लाख का इनाम

ससे पहले कुसुम की बहादुरी को देखते CM कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कुसुम को एक लाख का इनाम दे चुके हैं। इसका चैक DC घनश्याम थोरी ने उन्हें सौंपा था। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने भी कुसुम को 50 हजार की राशि व नया मोबाइल लेकर दिया था। कुसुम की बहादुरी के प्रति लोगों को प्रेरित करने के मकसद से PAP फ्लाईओवर के नीचे उसकी ग्राफिटी भी बनाई गई है। वहीं, प्रशासन ने कुसुम को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था।

पंजाब में 1 मार्च से फिर लगेंगी पाबंदियां, नाइट कर्फ्यू का अधिकार डीसी को, पंजाब में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की गई


चंडीगढ़। 
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सख्त निर्देश जारी किए है। मंगलवार को हुई एक बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए है कि 1 मार्च से इनडोर फंक्शन्स के दौरान अधिक से अधिक 100 तथा आउटडोर में 200 तक मेहमान ही शामिल हो सकते है। इसके साथ ही 1 दिन में कोरोना टेस्ट की संख्या 30 हजार तक करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने जारी किए है।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने राज्य में बढ़ते केसों को देखते हुए अलग-अलग जिलों के DC को निर्देश दिए है कि जरूरत के अनुसार वह नाइट कर्फ्यू लगा सकते है। खासकर माइक्रो कंटेनमेंट जोन व्यवस्था को लागू करने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दिए है कि सभी रेस्टोरेंट, मैरिज पैलेस पर विशेष नजर रखी जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि सिनेमा हाल में गैदरिंग को लेकर 1 मार्च को फैसला लिया जाएगा।

उन्होंने प्राइवेट दफ्तरों तथा रेस्टोरेंट में स्टाफ के कोरोना टेस्ट को लेकर भी डिस्पले करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहने वाले कम से कम 15 लोगों को टेस्ट के दायरे में शामिल करने को कहा है। उन्होंने पुलिस फोर्स को हिदायत की कि वह मास्क पहनने को सख़्ती से लागू करें।

एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब सरकार ने राज्य में नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनडोर में 100 व आउटडोर में 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ एकत्र नहीं हो पाएगी। यह  फैसला एक मार्च से लागू होगा। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में कोरोना सैंपलिंग का लक्ष्य 30 हजार प्रतिदिन कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर रात का कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है। इसके लिए जिला उपायुक्त अधिकृत होंगे। उन्होंने माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश भी दिए हैं। मास्क पहनना व शारीरिक दूरी का पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा। सभी रेस्टोरेंट्स व मैरिज पैलेस को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। सिनेमा हाल में भी लोगों की मौजूदगी को सीमित करने के लिए कहा गया है।


एक उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को मास्क पहनने, सभी रेेस्टोरेंटों और मैरिज पैलेसों की तरफ से कोविड नियमों को लेकर जारी नोटिफिकेशन का सख़्ती के साथ पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिनेमाघरों में संख्या कम करनेे का फ़ैसला एक मार्च के बाद लिया जाएगा।

डीडी मित्तल के पास दोपहर बाद बड़ी हलचल, तीन आपराधियों को पुलिस ने लिया हिरासत में, मामले की हो रही जांच


बठिंडा.
जालंधर में पिछले दिनों एक लीडर की हत्या के तीन संदिग्धों को बठिंडा में मुलतानिया रोड स्थित कालोनी से हिरासत में लिया गया है। मंगलवार की दोपहर बाद बठिंडा के डीडी मित्तल फ्लैट के पास पुलिस की तरफ से उक्त कारर्वाई को अंजाम दिया गया। इसमें आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है जबकि कोई भी अधिकारी इनके संबंध में किसी तरह की जानकारी देने से गुरेज कर रहे हैं। मंगलवार की दोपहर मुलतानिया रोड स्थित डीडी मित्तल में पुलिस की एकाएक गतिविधियां तेज हो गई जिसमें पुलिस टीम ने एक फ्लैट में रह रहे तीन लोगों को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि उक्त लोग जालंधर में हुई एक हत्या में वांछित थे व काफी दिनों से इस फ्लैट में किराये पर रह रहे व्यक्ति के साथ रह रहे थे। इस मामले में पुलिस फ्लैट के किरायेदार की भी तलाश कर रही है जो कुछ दिनों से गायब बताया जा रहा है। उक्त व्यक्ति वहां रह रहे लोगों को एक स्थानीय अस्पताल का कर्मचारी बताता था लेकिन अब शुरू हुई जांच में मामले की पर्ते खुल रही है। 

  


दिल्ली पुलिस के एक सौ के करीब जवान लक्खा सिधाना को गिरफ्तार करने पहुंचे पर भारी भीड़ के बीच रहे नाकाम



लक्खा शार्टकट रास्तों से पहुंचा रैली में, भीड़ से अलग होने से बचता रहा

बठिंडा. जिले के गांव मेहराज में लक्खा सिधाना की रैली को लेकर दिल्ली पुलिस के पास चार दिन पहले ही सूचना थी क्योंकि सिधाना ने सोशल मीडिया में लाइव होकर रैली के संबंध में जानकारी दी थी व पुलिस को चुनैती देकर गिरफ्तार करने के लिए कहा था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने करीब एक सौ लोगों की टीम तैयार कर 23 फरवरी को बठिंडा भेज दी थी। इसके बावजूद लक्का सिधाना भारी भीड़ के बीच से पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहा। पुलिस इस मामले को बिना किसी विरोध व पब्लिक को नुकसान किए बिना सफल करना चाहती थी लेकिन लक्खा सिधाना रामपुरा व मेहराज में पहुंचने से पहले ही भीड़ के बीच घिर गया था व सैकड़ों समर्थकों को लेकर साथ चल रहा था। वही रैली में भी भारी भीड़ मौजूद थी जिसके चलते दिल्ली पुलिस की मुहिम सफल नहीं हो सकी। पुलिस को उम्मीद थी कि लक्खा रैली के बाद भीड़ से बाहर निकलेगा व इस दौरान उसे बिना किसी विरोध के गिरफ्तार करना आसाम होगा लेकिन यह संभव नहीं हो सका। दूसरी तरफ रैली के दौरान स्थनीय पुलिस तैनात थी लेकिन कोई भी अधिकारी लक्खा सिधाना के बारे कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ व सभी उच्चाधिकारी इस मामले में मूक रहे व दिल्ली पुलिस के एक्शन का इंतजार करते रहे। रैली में सुरक्षा को लेकर बठिंडा पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। मौके पर दंगा रोधक वाहन व वाटर कैनन आदि भी तैनात रहे। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की ओर से 26 जनवरी की दिल्ली हिंसा के बाद दीप सिद्धू व अन्य नेताओं के साथ साथ लक्खा सिधाना को भी पुलिस ने संगीन धाराओं के तहत नामजद किया है व दिल्ली पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है। लेकिन इसके बावजूद रैली के दौरान लक्खा बेखौफ होकर रैली में शामिल हुआ। लगभग डेढ़ बजे लक्खा सिधाना स्टेज पर एकाएक प्रगट हो गया इस दौरान उसे रैली स्थल तक लाने के लिए समर्थकों ने शार्टकट रास्ता रखा ताकि वह भीड़ के बीच रहे व दिल्ली पुलिस उस तक पहुंच न कर सके। लक्खा सिधाना ने स्टेज में आते ही वहां उपस्थित लोगो को कहना शुरू कर दिया कि अगर कोई भी पुलिस किसी को गिरफ्तार करने के लिए आती है तो उसका घेराव कर ले व उन्हें वहां से जाने न दे। इस दौरान बड़ी संख्या में युवक उत्साहित होकर शोर मचाने लगे व स्टेज प्रबंधकों की बात सुनने को भी तैयार नहीं हुए। स्टेज प्रबंधकों ने बाद में लक्खा सिधाना से अपील की कि वह युवाओं को शांत करे। इस पर लक्खा सिधाना ने स्टेज पर खड़ा होकर युवाओं से शांत रहने की अपील की जिसके बाद नौजवान शांत हुए। इसके बाद लक्खा सिधाना लगभग 2 घंटों तक स्टेज पर रहा व लोगों को संबोधित किया। संबोधन करने के बाद लक्खा सिधाना जैसे स्टेज पर प्रकट हुआ था ठीक उसी प्रकार वहां से निकल भी गया व पुलिस देखती रह गई। किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली कि लक्खा सिधाना कहां गया है। पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे रहे।

 

ਮਹਾਰਾਜਾ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਪੰਜਾਬ ਟੈਕਨੀਕਲ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ ਵਿਖੇ "ਸੈਂਸਰ ਟੈਕਨਾਲੋਜੀ" ਵਿਸ਼ੇ 'ਤੇ 5 ਰੋਜ਼ਾ ਆਨਲਾਈਨ ਅਟਲ ਐਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਦਾ ਆਯੋਜਨ


ਬਠਿੰਡਾ.
ਮਹਾਰਾਜਾ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਪੰਜਾਬ ਟੈਕਨੀਕਲ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ (ਐਮ.ਆਰ.ਐਸ.ਪੀ.ਟੀ.ਯੂ.), ਬਠਿੰਡਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣ (ਕੈਮਿਸਟਰੀ) ਵਿਭਾਗ ਵਲੋਂ ਆਲ ਇੰਡੀਆ ਕੌਂਸਲ ਆਫ਼ ਟੈਕਨੀਕਲ ਐਜੂਕੇਸ਼ਨ (ਏ.ਆਈ.ਸੀ.ਟੀ.ਈ.) ਵਲੋਂ ਸਪਾਂਸਰ “ਸੈਂਸਰ ਟੈਕਨਾਲੋਜੀ” ਵਿਸ਼ੇ 'ਤੇ 5 ਰੋਜ਼ਾ ਅਟਲ ਆਨ ਲਾਈਨ ਫੈਕਲਟੀ ਡਿਵਲਪਮੈਂਟ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ (ਐੱਫ.ਡੀ.ਪੀ.), ਦਾ ਆਯੋਜਨ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ, ਜਿਸਦੀ  ਅੱਜ ਇਥੇ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਹੋਈ।

ਡਾ. ਰਵਿੰਦਰ ਕੁਮਾਰ ਸੋਨੀ, ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਅਟਲ ਅਕੈਡਮੀ ਨੇ ਐਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਦਾ ਉਦਘਾਟਨ ਕੀਤਾ। ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਸੈਂਸਰਾਂ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਸਮਾਜ ਦੀ ਉੱਨਤੀ ਲਈ ਅਕਾਦਮਿਕ ਵਿਗਿਆਨੀਆਂ ਦੇ ਗਿਆਨ ਨੂੰ ਅਪਗ੍ਰੇਡ ਕਰਨ ਵਿਚ ਐੱਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ' ਤੇ ਆਪਣੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਂਝੇ ਕੀਤੇ।

ਪੂਰੇ ਭਾਰਤ ਵਰਸ਼ ਦੀਆਂ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਤੋਂ ਲਗਭਗ 200 ਪ੍ਰਵਾਨਿਤ ਡੈਲੀਗੇਟ ਐੱਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਵਿਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣਗੇ। ਪ੍ਰੋਫੈਸਰ ਮਨੋਜ ਕੁਮਾਰ ਸ਼ਰਮਾ, ਪ੍ਰੋ. ਵੰਦਨਾ ਭੱਲਾ, ਦੋਵੇਂ ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ, ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਤੋਂ, ਪ੍ਰੋ. ਪ੍ਰਣਬ ਗੋਸਵਾਮੀ, ਆਈ.ਆਈ.ਟੀ. ਗੁਹਾਟੀ ਅਤੇ ਡਾ. ਧਨੰਜੈ ਬੋਦਾਸ, ਅਗਰਕਰ ਰਿਸਰਚ ਇੰਸਟੀਚਿਊਟ ਮੌਜੂਦਾ ਐਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਬੁਲਾਰੇ ਹੋਣਗੇ।  ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ ਦੇ ਉਪ-ਕੁਲਪਤੀ, ਪ੍ਰੋ. ਬੂਟਾ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਨੇ ਫੈਕਲਟੀ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਅਜਿਹੇ ਸਿਖਲਾਈ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮਾਂ ਲਈ ਗ੍ਰਾਂਟ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਲਈ ਏ.ਆਈ.ਸੀ.ਟੀ.ਈ.ਦੀ ਸ਼ਲਾਘਾ ਕੀਤੀ।

ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ ਦੇ ਰਜਿਸਟਰਾਰ, ਡਾ. ਗੁਰਿੰਦਰਪਾਲ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਡੀਨ ਅਕਾਦਮਿਕ ਮਾਮਲੇ ਅਤੇ ਕੈਂਪਸ ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਪ੍ਰੋ. (ਡਾ.) ਸਵੀਨਾ ਬਾਂਸਲ ਅਤੇ ਡੀਨ ਰਿਸਰਚ ਐਂਡ ਡਿਵੈਲਪਮੈਂਟ, ਪ੍ਰੋਫੈਸਰ (ਡਾ.) ਜਸਬੀਰ ਸਿੰਘ ਹੁੰਦਲ ਨੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹਿਮਾਨਾਂ ਵਜੋਂ ਸ਼ਿਰਕਤ ਕੀਤੀ।  ਐੱਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਦੇ ਕੋਆਰਡੀਨੇਟਰ ਡਾ. ਮੀਨੂੰ ਨੇ ਮੌਜੂਦਾ ਐੱਫ.ਡੀ.ਪੀ. ਪ੍ਰੋਗਰਾਮਾਂ ਬਾਰੇ ਵਿਸਥਾਰ ਵਿਚ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੱਤੀ। ਕੈਮਿਸਟਰੀ ਵਿਭਾਗ ਦੀ ਮੁਖੀ ਡਾ. ਸੀਮਾ ਸ਼ਰਮਾ ਨੇ ਆਏ ਮਹਿਮਾਨਾਂ ਅਤੇ ਭਾਗ ਲੈਣ ਵਾਲਿਆਂ ਦਾ ਸਵਾਗਤ ਕੀਤਾ ਅਤੇ ਵਿਭਾਗ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਾਪਤੀਆਂ ਅਤੇ ਟੀਚਿਆਂ ਬਾਰੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਂਝੇ ਕੀਤੇ।

ऐसे तो न पढ़ेंगी बेटियां, न बढ़ेंगी बेटियां:दो लड़के अक्सर करते थे छेड़खानी, तंग आकर 17 साल की लड़की ने जहर खाकर जान दी


होशियारपुर. 
होशियारपुर में 17 साल की एक लड़की ने जहर खाकर जान दे दी। माता-पिता के मुताबिक उसने बताया था कि स्कूल में जाते वक्त और घर लौटते वक्त दो लड़के उसे रास्ते में घेर लेते हैं। विरोध करती तो धमकियां देते हैं, वह इतनी परेशान है कि अब जीना नहीं चाहती। मामला होशियारपुर जिले के तलवाड़ा इलाके में पड़ते गांव भंबोताड़ भबोत पत्ती का है। उसके पिता ने बताया कि सोमवार शाम जब बेटी स्कूल से घर लौटी तो काफी परेशान थी। कारण पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया। सोचा, शायद पेपरों की तैयारी को लेकर परेशान है। उसे समझाया कि पेपरों की तैयारी अच्छे तरीके से करे, इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं है।

उल्टी हुई तो जहर खाने का हुआ शक

मंगलवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे उसे अचानक उल्टियां शुरू हो गई। बदबू भी आ रही थी, जिससे अंदाजा लग गया कि उसने जहर खाया है। बेसुध हालत में उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। इसी दौरान लड़खड़ाती जुबान में उसने बताया कि करीब आठ माह से गांव के ही साहिल और रोहित परेशान कर रहे हैं। जब भी वह स्कूल जाती है तो दोनों उसे रास्ते में घेर लेते हैं और फ्रेंडशिप करने का दबाव बनाते हैं। विरोध करने पर धमकियां देते हैं। मैं बहुत परेशान हूं और जीना नहीं चाहती।

दोनों आरोपी फरार

मृतक किशोरी के पिता ने बिलखते हुए बताया कि दो-तीन दिन पहले उसका पीछा करते हुए साहिल को देखा था, लेकिन उन्हें इस बात की कोई भनक नहीं थी। अब सारी बात साफ की कि दो तीन दिन पहले भी साहिल उसे जबरदस्ती बाइक पर राहुल के घर लेकर गया था। बेटी को पहले तलवाड़ा BBMB अस्पताल लेकर गए थे, पर गंभीर हालात देखते हुए डाक्टरों ने रेफर कर दिया। इसके बाद उसे मुकेरियां सिविल अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दोनों आरोपी फरार हैं। जांच अधिकारी हरमिंदर सिंह ने बताया कि मृतक लड़की के पिता के बयान पर धारा 306 तहत मामला दर्ज कर लिया है और दोषियों की तलाश की जा रही है।

अमेरिका में भारतीय की हत्या :लुधियाना से वर्क परमिट पर USA गए युवक की सैक्रामेंटो में हत्या; मामूली बहस के बाद मारी गई गोली


लुधियाना।
 भारतीय युवक की अमेरिका में हत्या हो गई है। वारदात किसी बात को लेकर हुई बहस के चलते अंजाम दी गई थी। मृतक की पहचान पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना कस्बा के गांव चकोही निवासी गुरप्रीत सिंह (31) पुत्र जसवंत सिंह के रूप में हुई है। परिजन उसका शव वतन लाने की जुगत में लग गए हैं।

गांव चकोही के सरपंच गुरदर्शन सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह दो साल पहले वर्क परमिट पर अमेरिका गया था। वहां वह अमेरिका के शहर सैक्रामेंटो में सेवन इलेवन स्टोर में नौकरी करता था। गुरप्रीत की शादी 6 साल पहले ही हुई थी और उसकी एक बच्ची भी है। सोमवार स्टोर में एक युवक सामान खरीदने आया था।

इस दौरान युवक की गुरप्रीत के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई। बहस करते-करते युवक ने पिस्तौल निकाल ली और गुरप्रीत को गोली मार दी। गुरप्रीत को तुरंत अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बहस होने से पहले गुरप्रीत अपनी पत्नी सुखप्रीत से फोन पर बात कर रहा था। लेकिन, विवाद के कारण उसने फोन भी काट दिया था। उसके बाद गुरप्रीत का फोन नहीं आया। सुखप्रीत ने कई बार फोन किया, लेकिन गुरप्रीत ने फोन उठाया नहीं गया। किसी अनहोनी की आशंका के चलते परिजनों ने किसी अन्य परिचित के जरिए घटना का पता लगा।

बठिंडा में तलवंडी साबो की गुरु काशी यूनिवर्सिटी की तीसरी मंजिल से छात्र ने लगाई छलांग; मैनेजमेंट पर आरोप- छुट्टी मांगी तो सस्पेंड कर दिया


बठिंडा। पंजाब के बठिंडा में तलवंडी साबो की गुरु काशी यूनिवर्सिटी की तीसरी मंजिल से विश्वविद्यालय के ही छात्र ने छलांग लगाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। घटना की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल छात्र को तुरंत अस्पताल ले गए। हालांकि उसे मामूली चोटें आई हैं, लेकिन इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। मामला पुलिस तक भी पहुंचा है। बताया जा रहा है कि युवक ने कूदने से पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने मैनेजमेंट पर आरोप लगाए हैं।

छात्र ने कूदने से पहले लिखे पत्र में मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
छात्र ने कूदने से पहले लिखे पत्र में मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

छलांग लगाने वाले छात्र की पहचान यूनिवर्सिटी के कृषि विभाग के छात्र मिथुन निवासी केरल के रूप में हुई है। वह अपनी मां के साथ रहता है। उसे किसी कारण से छुटटी चाहिए थी, लेकिन यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने उसे छुटटी नहीं दी। युवक ने आरोप लगाया है कि उसे छुट्टी देने के बजाय एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया।

मिथुन ने कहा कि उसका भविष्य अंधकारमय हो गया है। अगर वह एक साल कॉलेज नहीं आएगा तो पढ़ाई कैसे करेगा और पेपर कैसे देगा‌? मैनेजमेंट ने सस्पेंड करने का कारण भी नहीं दिया है। इससे दुखी होकर उसने खुदकुशी करने का प्रयास किया। मामले में थाना तलवंडी साबो के सब इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह जांच कर रहे हैं। पुलिस मिथुन के बयान दर्ज करने गई थी, लेकिन वह सिटी स्कैन कराने गया हुआ था। पुलिस यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से भी बात करने का प्रयास कर रही है। अगर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट युवक के खिलाफ कोई पत्र लिखकर देती है तो उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा।

पुलिस को चुनौती देता मेहराज रैली में पहुंचा दिल्ली हिंसा का वांछित एक लाख का इनामी लक्खा सिधाना, रैली करने के बाद हुआ मौके से फरार पुलिस मूकदर्शन बनकर देखती रही


-रैली में आरोपियों को बेकसूर बनाकर लोगों को भड़काता रहा लेकिन स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही

बठिंडा. बठिंडा जिले के गांव मेहराज में लक्खा सिधाना की तरफ से बुलाई गई रोष रैली में वह पुलिस को चुनौती देता पहुंचा। यही नहीं उसने वहां हाजिर सैकड़ों लोगों को संबोधित किया व दिल्ली पुलिस व केंद्र सरकार को खुलकर चुनौती देता रहा। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह पुलिस को चकमा दे रहा है व रैली में शायद ही पहुंचे। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा मामले में लक्खा सिधाना वांछित है व उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपए का इनाम रखा हुआ है। ऐसे में अब सब की निगाहें इस बात पर हैं कि पुलिस उसे गिरफ्तार करती है या नहीं। हालांकि जिला पुलिस पहले ही कह चुकी है कि अगर दिल्ली पुलिस उसकी गिरफ्तारी करने आती है तो स्थानीय पुलिस उनका सहयोग करेगी। वही बठिंडा व पंजाब पुलिस के रिकार्ड में वह किसी केस में वांछित नहीं है।

रैली के दौरान मंच से नारेबाजी हो रही थी कि अगर लक्खा व दीप सिद्धू गद्दार है तो हम गद्दार हैं। लक्खा ने कहा जो लोग यह बोल रहे हैं कि दीप सिद्धू किले पर कैसे पहुंच गया। केंद्र से मिला होगा। लक्खा ने कहा दीप सिद्धू अपने दम पर किले पर गया था। सिधाना ने कहा कि भले ही दिल्ली पुलिस पंजाबियों पर कितने ही मामले दर्ज कर लें। उनके सिर पर इनाम रख लें, लेकिन लोगों के रोष को रोका नहीं जा सकेगा, क्योंकि यह मामला किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि पंजाबियों के वजूद का है।

लक्खा ने कहा कि वह संयुक्त किसान मोर्चा से अलग प्रोग्राम या कोई एजेंडा लेकर नहीं चला है। किसान संगठनों द्वारा दिए जाने प्रोग्राम पर ही कायम है। इसीलिए यह रैली की गई है। लक्खा ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस किसी किसान, किसी मजदूर या फिर किसी नौजवान को गिरफ्तार करने के लिए किसी भी गांव में आती है तो गांव के गुरुद्वारे में अनाउंसमेंट कर दिल्ली पुलिस का घेराव किया जाएगा, किसी को भी गिरफ्तार करने नहीं दिया जाएगा।

लक्खा सिधाना ने कहा कि अगर केंद्र सरकार के कहने पर दिल्ली पुलिस पंजाब में किसानों और युवाओं को गिरफ्तार करने के लिए आती है और पंजाब पुलिस उनका सहयोग करती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की होगी। उनको ही इस पर जवाब देना होगा। लक्खा ने कहा कि कृषि कानूनों को कतई मंजूर नहीं किया जाएगा। रोष रैली को संबोधित करने के बाद अब लक्खा सिधाना बाइक रैली करते हुए पहुंचा।

लक्खा सिधाना को 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किले के ऊपर फहराये गए केसरी ध्वज व दिल्ली में हुए उपद्रव को लेकर अन्य किसान नेताओं सहित नामजद किया गया है। दिल्ली पुलिस ने उसके नाम पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। इससे पहले लक्खा सिधाना ने दिल्ली पुलिस को इंटरनेट मीडिया से चुनौती देते हुए कहा था कि वह 23 फरवरी को बठिंडा के मेहराज में रोष रैली शामिल होगा। पुलिस उसे गिरफ्तार करके दिखाए।

उल्लेखनीय है कि मेहराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। लक्खा सिधाना भी इसी इलाके का रहने वाला है। वहीं, इस संबंध में दो दिन पूर्व बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर जीत सिंह विर्क का कहना था कि सिधाना बठिंडा में किसी मामले में वांछित नहीं है, लेकिन यदि दिल्ली पुलिस कार्रवाई करती है तो हम पूरा सहयोग करेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पंजाब में थे 20 मामले दर्ज, सभी में बरी

पंजाब में लक्खा के खिलाफ 20 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें वो बरी भी हो चुका है। पुलिस ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह व गुरजंत सिंह पर एक-एक लाख रुपये और जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह व इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी। दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व सुखदेव सिंह को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पांच अन्य उपद्रवियों की तलाश जारी है। इनमें लक्खा सिधाना भी शामिल है।

पुलिस ने किए सुरक्षा के प्रबंध लेकिन मूक रहे अधिकारी

लक्खा सिधाना की रैली के दौरान बेशक बड़ी संख्या में पुलिस तो तैनात थी लेकिन कोई भी अधिकारी लक्खा सिधाना के बारे कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ व सभी उच्चाधिकारी इस मामले में मूक रहे। रैली में सुरक्षा को लेकर बङ्क्षठडा पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। मौके पर दंगा रोधक वाहन व वाटर कैनन आदि भी तैनात रहे। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की ओर से 26 जनवरी की दिल्ली ङ्क्षहसा के बाद दीप सिद्धू व अन्य नेताओं के साथ साथ लक्खा सिधाना को भी पुलिस ने संगीन धाराओं के तहत नामजद किया है व दिल्ली पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है। लेकिन इसके बावजूद रैली के दौरान लक्खा बेखौफ होकर रैली में शामिल हुआ। 

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'संबोधन के बाद पुलिस के नाक तले से फरार हुआ लक्खा सिधाना

लगभग डेढ़ बजे लक्खा सिधाना स्टेज पर एकाएक प्रगट हो गया। लक्खा सिधाना के पहुंचने पर युवाओं में भारी उत्साह देखने को मिला व लक्खा सिधाना की आमद पर नौजवानों ने जोरदार नारेबाजी करके उसका समर्थन दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवक उत्साहित होकर शोर मचाने लगे व स्टेज प्रबंधकों की बात सुनने को तैयार नहीं हुए। स्टेज प्रबंधकों ने बाद में लक्खा सिधाना से अपील की कि वह युवाओं को शांत करे। इस पर लक्खा सिधाना ने स्टेज पर खड़ा होकर युवाओं से शांत रहने की अपील की जिसके बाद नौजवान शांत हुए। इसके बाद लक्खा सिधाना लगभग 2 घंटों तक स्टेज पर रहा व उसके बाद उसने लोगों को संबोधन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस तो तैनात रही लेकिन संबोधन करने के बाद लक्खा सिधाना जैसे स्टेज पर प्रकट हुआ था ठीक उसी प्रकार वहां से निकल भी गया व पुलिस देखती रह गई। किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली कि लक्खा सिधाना कहां गया है। पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे रहे।


‘ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ’- ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਦੇ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮੁਹਿੰਮ 28 ਫ਼ਰਵਰੀ ਤੱਕ


ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ’ਚ ਪ੍ਰਚਾਰ ਵੈਨ ਰਾਹੀਂ ਬਣਾਏ 153 ਈ-ਕਾਰਡ

ਬਠਿੰਡਾ, 23 ਫਰਵਰੀ : ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਦਿਸ਼ਾ-ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ ਤਹਿਤ ਆਯੂਸ਼ਮਾਨ ਭਾਰਤ ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ ਦੇ ਤਹਿਤ ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਦੇ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਇੱਕ ਹਫ਼ਤੇ ਲਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮੁਹਿੰਮ ਚਲਾਈ ਗਈ ਹੈ। ਯੋਗ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਆਪਣੇ ਨਜ਼ਦੀਕੀ ਕਾਮਨ ਸਰਵਿਸ ਸੈਂਟਰ (ਸੀ.ਐਸ.ਸੀ.) ਵਿਖੇ ਜ਼ਰੂਰੀ ਦਸਤਾਵੇਜ਼ਾਂ ਲੈ ਕੇ ਆਪਣਾ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਵਾ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਤੇਜ ਪ੍ਰਤਾਪ ਸਿੰਘ ਫੂਲਕਾ ਨੇ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ।


          ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਕੇਂਦਰਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਤੇ ਆਪਣੀ ਪਾਤਰਤਾ ਜਾਂਚਣ ਲਈ www.sha.punjab.gov.in ਵੈਬਸਾਈਟ ’ਤੇ ਜਾ ਕੇ ਚੈੱਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਸਕੀਮ ਅਧੀਨ ਸਮਾਰਟ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਪਰਿਵਾਰ (ਸਮਾਰਟ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਜੂਨ 2020 ਤੱਕ ਬਣਿਆ ਹੋਵੇ) , ਕਿਸਾਨ (ਜੇ-ਫਾਰਮ ਅਤੇ ਗੰਨਾ ਤੋਲ ਪਰਚੀ ਧਾਰਕ, 05 ਅਗਸਤ 2020 ਤੱਕ ਪੰਜਾਬ ਮੰਡੀ ਬੋਰਡ ਨਾਲ ਰਜਿਸਟਰਡ) , ਉਸਾਰੀ ਮਜ਼ਦੂਰ (ਉਸਾਰੀ ਭਲਾਈ ਬੋਰਡ ਨਾਲ ਪੰਜੀਿਤ) , ਛੋਟੇ ਵਪਾਰੀ (ਆਬਕਾਰੀ ਤੇ ਕਰ ਵਿਭਾਗ ਨਾਲ ਪੰਜੀਿਤ ਅਤੇ 1 ਕਰੋੜ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸਾਲਾਨਾ ਆਮਦਨ) , ਐਕਰੀਡੇਟਡ ਤੇ ਪੀਲੇ ਕਾਰਡ ਧਾਰਕ ਪੱਤਰਕਾਰ, ਐਨ.ਈ.ਸੀ.ਸੀ. ਡਾਟਾ 2011 ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਿਲ ਪਰਿਵਾਰ ਆਉਂਦੇ ਹਨ।

          ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਸ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਇੱਕ ਸਪੈਸ਼ਲ ਪ੍ਰਚਾਰ ਵੈਨ ਚਲਾਈ ਗਈ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੌਰਾਨ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਬੇਅੰਤ ਨਗਰ, ਲਾਲ ਸਿੰਘ ਬਸਤੀ, ਪਰਸ ਰਾਮ ਨਗਰ ਅਤੇ ਜਨਤਾ ਨਗਰ ਆਦਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਮੁੱਢਲਾ ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰਾਂ ’ਚ 153 ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਾਰਡ ਬਣਵਾਉਣ ਲਈ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਕੋਲ ਅਧਾਰ ਕਾਰਡ, ਪਰਿਵਾਰ ਪਹਿਚਾਣ ਪੱਤਰ, ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ (ਜੇਕਰ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਨਹੀਂ ਹੈ ਤਾਂ ਪਰਿਵਾਰ ਘੋਸ਼ਣਾ ਫਾਰਮ ਜੋ ਕੇ ਸਰਪੰਚ ਜਾਂ ਮਿਊਂਸਪਲ ਕੌਂਸਲਰ ਤੋਂ ਦਸਤਖ਼ਤ ਅਤੇ ਮੋਹਰ ਲੱਗਿਆ ਹੋਵੇ) ਅਤੇ ਉਸਾਰੀ ਕਿਰਤੀ ਦਾ ਰਜਿਸਟ੍ਰੇਸ਼ਨ ਕਾਰਡ (ਜੇਕਰ ਉਸ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਾਰ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਹੈ) ਹੋਣਾ ਲਾਜ਼ਮੀ ਹੈ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਸ. ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਾਰਡ ਬਣਵਾਉਣ ਦੀ ਫੀਸ 30 ਰੁਪਏ ਪ੍ਰਤੀ ਕਾਰਡ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕਰਦਿਆ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਜਲਦ ਤੋਂ ਜਲਦ ਆਪਣੇ ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ ਦਾ ਈ-ਕਾਰਡ ਜ਼ਰੂਰ ਬਣਵਾਉਣ।

बठिंडा में सब्जी बेचने का काम करने वाले युवक ने पंखे से लटक कर की आत्महत्या


बठिंडा.
मानसिक तौर पर परेशान चल रहे एक नौजवान ने बठिंडा डबवाली रोड पर स्थित अनूप नगर में चुन्नी बांध कर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। युवक सब्जी की रेहड़ी लगाता था। मामले की सूचना आसपास के लोगों को सुबह लगी व उन्होंने जानकारी पुलिस व सामाजिक संस्था को दी। इसकी सूचना सहारा मुख्यालय में मिलने पर सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य हरबंस सिंह व तिलकराज एम्बुलेंस सहित घटना स्थल पर पहुंचे। युवक का शव पंखे से लटक रहा था। वर्धमान चौंकी पुलिस घटना स्थल पर पहुंची व घटना की जांच शुरू कर दी है। सहारा टीम मैंबर तिलक राज ने मृतक युवक के शव को पुलिस की मौजूदगी में नीचे उतारा। आसपास के लोगों के अनुसार मृतक युवक कुछ समय से परिवारिक कारणों से मानसिक परेशान चल रहा था। सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले मृतक की शिनाख्त अशोक कुमार पुत्र सुरेश राये निवासी अनूप नगर गली नंबर-2 आयु 24 वर्ष के तौर पर हुई। सहारा टीम ने नवयुवक का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया।


शादी समारोह से वापिस लौट रहे वेटर को शराबियों ने पीटा

बठिंडा. शराब पीकर रास्ते में आते जाते लोगों को परेशान करने वाले तीन लोगों ने मिलकर एक नौजवान को मारपीट कर घायल कर दिया। जानकारी अनुसार गत रात्रि 11 बजे वेटर का काम करने वाले संजू उम्र 35 साल बठिंडा के पैलेस में आयोजित विवाह समारोह से वापिस अपने घर की तरफ जा रहा था। रास्ते में करीब तीन शराबी खड़े होकर वहां से आने जाने वालों को परेशान कर रहे थे। उक्त लोगों ने संजू को रोककर पहले उससे गालीगलोच की व बाद में पीटना शुरू कर दिया। जिससे संजू गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में देख आसपास के लोगों ने सामाजिक संस्था को वारदात की सूचना दी। सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य मनी कर्ण व संदीप गिल मौके पर पहुंचे। घायल संजू को एम्बुलेंस द्वारा सिविल अस्पताल की आपातकालीन वार्ड में पहुंचाया व उपचार करवाया।

वही स्थानीय फायर ब्रिगेड चौक में एक रिक्शा चालक रिक्शा का संतुलन बिगड़ जाने से रिक्शा से गिर पड़ा जिससे उसका हाथ टूट गया।  घटना की सूचना सहारा मुख्यालय  में मिलने पर सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य मनी कर्ण मौके पर पहुंचा व घायल रिक्शा चालक रमेश कुमार पुत्र मकुल निवासी जिला बेतिया बिहार को अस्पताल पहुंचाया व उपचार करवाया।


सहारा जन सेवा ने शुरू की जागरुकता मुहिम, कहा-कोरोना के खतरे को देखते हुए मास्क पहने


बठिंडा.
मानवता की सेवा में समर्पित सहारा जनसेवा की तरफ से कोरोना महामारी के फिर से प्रसार को देखते इसके खिलाफ जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है। सहारा जनसेवा के अध्यक्ष विजय गोयल आम लोगों से अपील की कि सभी लोग कोरोना बीमारी के खतरे को देखते हुए अपने नैतिक फर्ज समझते हुए सभी लोग मास्क पहने। सार्वजनिक समारोह, बाजारों में, भीड़ वाली जगहों में अपनी दूरी बना कर रखे। बार बार अपने हाथों को साबुन से धोएं व सेनेटाईजर का प्रयोग करे। विजय गोयल ने कहा यह सिर्फ सरकार का कार्य नही हम सभी नागरिकों का कर्तव्य बनता है हम कोरोना के प्रति जागरूक रहे मास्क का हर जगह उपयोग करे। सभी लोग जागरूक रहे दहशत न फलाएं क्योंकि सावधानी ही कोरोना के प्रति सब से बड़ी सुरक्षा है। क्योंकि भारत के कुछ राज्यों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। आओ हम सब मिल कर कोरोना महामारी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए और सरकार द्वारा बताए गए  निर्देशों का पालन करे व कोरोना से सुरक्षित रहे। 


बठिंडा नगर निगम चुनाव संपन्न होते ही अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के वेतन की चिंता, निगम ने बकाया बिल वसूली के लिए फिर से शुरू की मुहिम


नगर निगम-  कुल बजट का 60 फीसदी तक खर्च होता है कर्मियों व दफ्तरी साधनों में, विकास कार्यों के लिए देखना पड़ता है सरकार की सहायता की तरफ  

बठिडा. नगर निगम चुनाव संपन्न होने के बाद अब निगम अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन के लिए फंड जुटाने की तरफ नगर निगम का पूरा ध्यान लगने जा रहा है। यही नहीं फऱवरी माह में ही नगर निगम में नए सदन का विधिवत गठन हो जाएगा। नए मेयर के सामने निगम की आर्थिक स्थिति को बेहतर करना सबसे बड़ी चुनौती भी रहने वाली है। इन तमाम हालात में फिलहाल नगर निगम पानी व सीवरेज बिलों के लोगों की तरफ बकाया खड़े करीब 6 करोड़ रुपए के बिलों की वसूली की तरफ ध्यान देने लगा है। यह मुहिम नगर निगम चुनाव से पहले शुरू की गई थी लेकिन राजनीतिक कारणों व चुनाव में किसी तरह के विरोध की संभावना के चलते इसे रोक दिया गया था व अब फिर से इस मुहिम को शुरू किया जा रहा है।   

नगर निगम पर है करोड़ों का कर्जा जिसे आज तक नहीं उतारा जा सका

केंद्र और राज्य सरकार समेत सैटलमेंट पॉलिसी से आने वाली करीब 200 करोड़ की अतिरिक्त राशि के सहारे बहुमूल्य योजनाओं के पिछले पांच साल से सपने पूरे करते रहे। इसमें सबसे ज्यादा 125 करोड़ रुपए सालाना सैटलमेंट पॉलिसी के आधार पर अवैध इमारतों, सीएलयू आदि से होने की संभावना हर साल दिखाई जाती रही, जबकि 20 करोड़ रुपए सरकार से पार्किंग प्रोजेक्ट और 50 करोड़ रुपए सालाना अमृत योजना के पहले फेज में आने की उम्मीद पर कुछ काम पूरे किए। वही दूसरी तरफ निगम पर पीआईडीबी के 107 करोड़ रुपए के कर्ज की राशि पूर्व की तरह खड़ी है जिसमें केवल ब्याज का भुगतान कर साल हो रहा है। पिछले दो माह में नगर निगम चुनाव के मद्देनजर शहर में सैकड़ों अवैध इमारतों का निर्माण किया गया। इसमें अधिकतर इमारते व्यवयासिक है जिन्हें रिहायशी नक्शे में पारित करवाने व नियमों को ताक पर रखकर रातों रात बना दिया गया। अब जब चुनाव संपन्न हो गए है तो नगर निगम अन तमाम इमारतों को नोटिस निकालकर फीस भरने की योजना बना रहा है हालांकि इसमें अधिकतर इमारते बनकर तैयार हो चुकी है व इन्हें रैनोवेट करने का काम चल रहा है। अगर निगम इन इमारतों से इमानदारी से फीस की वसूली करता है तो उसे अतिरिक्त आय हो सकती है। सैकड़ों अवैध इमारतें हैं, गिराना संभव नहीं, इन्हें रेगुलर किया जा सकता है। इससे 200 करोड़ की आय निगम को हो सकती है। इस तरह के आय के साधन पैदा कर आर्थिक हालत में सुधार किया जा सकता है।

वही इन टैक्सों की भी नहीं हो रही है इमानदारी से वसूली

पंजाब म्युनिसिपल फंड का करीब 91 करोड़, बिल्डिंग रेगुलाइजेशन का 1.50 करोड़, वाटर सप्लाई सीवरेज का 13.43 करोड़ रुपए सालाना वलूसी के साथ प्रापर्टी टैक्स की वसूली जैसी मदों में लोग टैक्स देने में जहां दिलचस्पी नहीं दिखा रहे वही नगर निगम भी इन फंडों की वसूली में इमानदारी से काम नहीं कर सका है। इसका नतीजा यह है कि हर साल नगर निगम के सालाना बजट में प्रस्तावित राशि पूर्व की तरह खड़ी रहती है व कुल बजट वसूली का ट्रागेट पूरा नहीं होता है जिसका सीधा असर शहर की विकास योजनाओं पर भी दिखाई देता है। नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स 11.50 करोड़ रुपए सालाना वसूल करना है। वही बिल्डिंग/सीएलयू/डेवल्पमेंट/ वाटर सप्लाई चार्ज बिल्डिंग चार्ज के करीब 8 करोड़ रुपए बकाया खड़े हैं जबकि निगम की बड़ी आय के साध रहे विज्ञापन कर पर जहां हर साल 2.30 करोड़ रुपए मिलते थे वह भी सरकार व निगम की गलत नीतियों के कारण लगातार कम हो रहा है व विज्ञापन साइटों पर राजनीतिक दलों के विज्ञापन लगे हैं जिसमें निगम को एक पैसे की कमाई नहीं होती है।

फंड की कमी से रुके पड़े हैं कई काम

नगर निगम में फंड की कमी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। शहर में लावारिस जानवरों की समस्या हल करने के लिए नगर निगम हर साल काउ सेस के तौर पर तीन से चार करोड़ की वसूली करता है लेकिन उक्त राशि को सही मैनेजमेंट कर वितरित करने की कमी के कारण समस्या पूर्व की तरह बरकरार है। जानवरों के मरने के बाद उन्हें हड्डारोडी में फैंकने की व्यवस्था आज तक नहीं हो सकी। सड़कों में घूम रहे जानवरों को पकड़कर गौशाला भेजने की योजना अधर में लटकी पड़ी है। कई इलाकों में सीवरेज समस्या आए दिन बिगड़ रही है जहां हर 10 दिनों बाद सीवरेज जाम होने से गंदा पानी इकट्ठा हो जाता है। इन इलाकों में नई सीवरेज पाइप लाइन निगम अपने स्तर पर फंड की कमी से बिछाने में नाकाम रहा है। शहर में जितने सफाई कर्मियों की जरूरत है उसके मुकाबले ताताद कम है वही नगर निगम में अभी भी 40 फीसदी पद विभिन्न विभागों में खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए निगम के पास फंडों की भारी दिक्कत है। इससे प्रबंधन का काम पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।

वेतन और पेंशन पर जाते हैं साढ़े छह करोड़ 

बठिडा नगर निगम के करीब 1000 स्थायी और करीब 550 अस्थायी कर्मचारी हैं। जिन्हें प्रत्येक माह वेतन देने के लिए छह करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इसके अलावा करीब 300 पेंशनर्स हैं। जिन्हें 55 लाख लाख पेंशन के रूप में जाते हैं। निगम की आय की 60 फीसद राशि वेतन देने पर खर्च होती है। यह राशि वाटर, सीवरेज, प्रॉपर्टी टैक्स के अलावा जीएसटी और वैट से इकट्ठा होती है। बीते मार्च व जुलाई में निगम को राज्य सरकार से जीएसटी की राशि प्राप्त हुई व कुछ निगम के पास अपना आमदन भी थी। जिससे जहां पिछले दो महीनों का वेतन दिया गया, वहीं इस माह का भी दिया जा रहा है। लेकिन अगर निगम की आय में वृद्धि न हुई तो आने वाले महीने का वेतन देने के लिए दिक्कतें पैदा हो सकती है क्योंकि अगली जीएसटी की किश्त मार्च व अप्रैल तक मिलने संभावना है। 


अब बठिंडा में कामन सर्विस सेंटरों के अलावा सरकारी सेवा केंद्र में भी बनेगा आयुष्मान योजना कार्ड


बठिडा:
आयुष्मान भारत व सरबत सेहत बीमा योजना के कार्ड कामन सर्विस सेंटरों के अलावा सरकारी सेवा केंद्रों पर भी बन सकेंगे। यह सुविधा जिले के 32 सेवा केंद्रों पर शुरू हो चकी है। इसके अब लोग कामन सर्विस सेंटरों के अलावा अपने नजदीकी सेवा केंद्र पर जाकर आयुष्मान योजना कार्ड बनवा सकेंगे। उन्हें महज 30 रुपये की सरकारी फीस अदा करनी होगी। इस कार्ड के धारक पांच लाख तक का वार्षिक मेडिकल खर्च की सुविधा सरकार से ले सकते हैं। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्रदेश के कुछ चुनिदा निजी अस्पतालों में भी इसके तहत इलाज करवाया जा सकता है।

जिले में मिनी सचिवालय में स्थित टाइप वन का एक ही सेवा केंद्र है, जबकि जिले में विभिन्न जगहों पर टाइप टू के 32 सेवा केंद्रों स्थित हैं, जहां पर यह सुविधा 22 फरवरी से शुरू हो चुकी है, जबकि टाइप थ्री सेवा केंद्रों में यह सुविधा 26 से शुरू होगी। कार्ड बनवाने का समय सुबह नौ से शाम पांच बजे तक हैं। इस योजना में सेवा केंद्र से प्रति कार्ड की 30 रुपये फीस रखी गई है। जल्द से जल्द बनवाएं कार्ड: डा. सिंगला

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी व डीएमसी डा. रमन सिगला ने बताया कि अब तक जिन कार्ड धारकों ने कार्ड नहीं बनवाया है वह बिना किसी देरी के सेवा केंद्र में बनवा सकते हैं। कोई भी जानकारी किसी भी काम वाले दिन सेहत विभाग से प्राप्त की जा सकती है। ये कार्ड किसानों, नीला कार्ड धारक, लेबर कार्ड धारक, पत्रकार, कम आमदन वाले परिवारों आदि के कार्ड बनेंगे। विभाग कैंप लगाकर बनाएंगे मौके पर आयुष्मान कार्ड

डा. रमन सिगला ने बताया कि लोगों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए एक जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है। इसके तहत जिले में 21 मार्च तक जागरूकता वैन अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा गली मोहल्लों व ग्रामीण एरिया में जाकर लोगों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सेहत सेवाओं व सेहत बीमा संबंधी जानकारी देगी। कैंप लगाकर उनके कार्ड भी मौके पर बनाएं जाएंगे। योग्य लाभपात्री इस योजना के अंतर्गत अपने ई -कार्ड गांव और शहर के मोहल्लों आदि नजदीक स्थानों पर बने कॉमन सर्विस सेंटरों से भी बनवा सकते हैं।

 

फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल ने जीएसटी के नियमों सरल बनाने के लिए सौंपा मांगपत्र


बठिडा:
फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल व पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक मांगपत्र एडीसी राजदीप सिंह बराड़ को दिया गया। इसमें जीएसटी को लेकर आ रही मुश्किलों के हल करने की अपील की मांग की गई है।

फेडरेशन के सदस्यों ने बताया कि आज पूरे देश में अधिकारियों को मांगपत्र दिए गए हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से आए दिन जीएसटी में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं जिस कारण व्यापारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए सरकार को चाहिए कि वह जीएसटी की प्रणाली को सरल बनाए। इस मौके पर उप प्रधान फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल अमित कपूर, पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव केके महेश्वरी, सिटी प्रधान जीवन गोयल, सिटी महासचिव प्रमोद जैन, सचिव विजय गर्ग आदि मौजूद थे। 


पानी निकासी के लिए डाली जा रही छोटी पाईप का विरोध जता दिया मांग पत्र

बठिंडा। पानी निकासी के लिए डाली जा रही छोटी पाईप, ज्ञापन सौंपा पिछले लंबे समय से गांव की गलियों में जमा गंदे पानी की समस्या का दंश झेल रहे नजदीकी गांव जवाहर के लोगों ने बीडीपीओ रामपुरा को ज्ञापन देकर गांव के पानी की निकासी के लिए 18 इंच चौड़ी पाइप डालने की मांग की है।

गांव की सरपंच अमरजीत कौर, पंचायत सदस्य राजिद्र सिंह, सुखजीत कौर, महेंद्र सिंह, सोमा सिंह, हरजिद्र सिंह, गांववासी परमजीत कौर, सत्या देवी, बिदर कौर, कांता देवी, मलकीत कौर, प्रकाश कौर, किरणजीत कौर, जसवीर कौर, अमृतपाल कौर, सरबजीत कौर, सीमा रानी, मनजीत कौर, पाली कौर, यादविद्र कौर, दलजीत कौर तथा सुरेश रानी ने कहा कि गांव की पंचायत की ओर से डाली जा रही 18 इंच पाईप भविष्य में पानी निकासी के लिए बेहतर है। गांव के लोग इसका समर्थन करते हैं। गांव से सीधा संबंध न रखने वाले कुछ लोग गलत बयानबाजी कर पाइप डालने के रास्ते में रुकावट पैदा कर रहे हैं। गांववासियों ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा 18 इंच पाईप डालने की मांग की।

बठिडा में सिएट शापी में महिलाएं ही बदलेंगी टायर व करेंगी व्हील बैलेंसिग


बठिडा: सिएट टायर्स ने बठिडा में पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित आल वूमेन सिएट शापी का उद्घाटन किया। सिएट के जनरल मैनेजर पुनीत बंसल ने कहा कि इसका प्रयास पुरुष प्रधान टायर उद्योग में महिलाओं को सशक्त करना है। यह शापी महिला द्वारा मैनेज और महिलाओं की टीम द्वारा ही चलाई जाएगी। इस शापी का उद्घाटन बठिडा ग्रामीण की विधायक रुपिदर कौर रुबी ने सिएट के जोनल मैनेजर नार्थ पुनीत बंसल और सिएट शापी की डीलर प्रिसीपल गीता मित्तल की उपस्थिति में किया।

गीता मित्तल ने बताया कि इस सिएट शॉपी में ग्राहकों से संबंधित सभी सेवा सहायता के लिए महिला कार्यबल शामिल हैं। इसमें सभी प्रकार के मैन्युअल काम जैसे गाड़ी का टायर चेंज करना, बैलेंसिग और विभिन्न मशीनरियों को बदलना शामिल है। सिएट शॉपी चलाने वाली महिलाओं को पूरी तरह ट्रेनिग देगा। इसके अलावा सिएट स्पेशल टूल्स में निवेश के साथ साथ महिला कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का भी ख्याल रखेगा। कोरोना महामारी के कारण वैश्विक संकट के समय बहुत से लोग अपनी नौकरियां खो चुके हैं लेकिन इस पहल के साथ सिएट टायर्स महिलाओं के लिये उनके कैरियर विकल्प खोल रही है और रोजगार के अधिक अवसर पैदा कर रही है।


सिएट टायर्स के जोनल मैनेजर नार्थ पुनीत बंसल ने कहा कि सिएट वर्कप्लेस पर जेंडर डाईवर्सिटी के मूल्यों को सम्मान करता है। हम अपने मैनुफैक्चरिग प्लांट्स सहित कार्यक्षेत्र में महिलाओं का सम्मान और उचित अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि सिएट उद्योग की सर्वप्रथम पहल है जो महिलाओं को विकसित होने और जो पुरुष संचालित व्यवसाय टायर उद्योग में एक छाप छोड़ने के लिये हमारी प्रतिबद्धता को दोहराती है । यह पहल न केवल महिलाओं को वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगी बल्कि इस उद्योग में शामिल होने के लिये कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगी क्योंकि आने वाले महीनों में इस तरह के कई आउटलेट्स के साथ साथ देश भर में अपनी ऐसी ही छाप छोड़ने की योजना बनाई जा रही है।

रामा मंडी में एक सप्ताह पहले घर से नौजवान हुआ लापता, अगवा होने के शक में शिकायत


बठिंडा.
रामा पुलिस के पास एक व्यक्ति ने अपने 20 साल के लड़के को अगवा करने की शिकायत दर्ज करवाई है। इसमें पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के साथ शिकायतकर्ता के परिजनों व जानपहचान वालों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के पास गुरदेव सिंह वासी रामा मंडी ने शिकायत दी है कि उसका लड़का प्रभजोत सिंह उम्र करीब 20 साल पिछले एक सप्ताह से गायब है। वह 15 फरवरी को घर से जरुरी काम की बात कहकर गया था व इसके बाद उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। यही नहीं काफी दिनों तक वह उसके दोस्तों व रिश्तेदारों से संपर्क कर उसकी जानकारी हासिल करने की कोशिश करते रहे लेकिन जब मामले में किसी तरह का सुराग नहीं लगा तो उन्होंने पुलिस के पास लिखित शिकायत दी है। परिजनों का कहना है कि उन्हें शक है कि उनके लड़के को किसी ने अगवा कर किसी अज्ञात स्थान में छिपाकर रखा है। पुलिस ने शिकायत के बाद लापता युवक की तलाश शुरू कर दी है।  

 आदेश अस्पताल के पास लापरवाह टैंपू चालक ने मारी कार सवार को टक्कर, घायल

बठिंडा. लापरवाही से एक कैंटर चालक ने स्वीफ्ट गाड़ी को टक्कर मार दी जिससे गाड़ी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले में कैंट पुलिस ने आरोपी कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कैंट पुलिस को दी शिकायत में रजिंदर सिंह वासी नामदेव नगर बठिंडा ने बताया कि वह गत दिवस अपनी स्कीफ्ट गाड़ी से मेन हाईवे नजदीक आदेश अस्पताल भुच्चों के पास से जा रहा था कि इसी दौरान लापरवाही से कैंटर चालक बगडूराम उसकी गाड़ी की तरफ आया व टक्कर मार दी जिससे उसकी कार का काफी नुकसान हुआ व उसे भी गंभीर चोट लगी। मामले में पुलिस ने कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन गिरफ्तारी नहीं की गई है।

अफीम, भुक्की, लाह व नशीली गोलियों की तस्करी के आरोप में सात नामजद, चार गिरफ्तार

बठिंडा. जिला पुलिस ने अफीम, भुक्की, लाहन व शराब की तस्करी करने वाले सात लोगों को नामजद किया है। इसमें मौके पर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नंदगढ़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरतेज सिंह ने बताया कि अमृतपाल वासी जंगीराणा, रमेश वासी पियूरी व एक महिला रानी वासी जंगीराणा हरियाणा से शराब लाकर पंजाब में बेचने का धंधा करते थे। पुलिस ने सूचना के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर छापामारी की जिसमें मौके गांव जंदीराणा से  45 बोतल हरियाणा मार्का शराब उक्त लोगों के पास से बरामद की गई। इसमें पुलिस ने रानी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन दो आरोपी अभी भी फरार है। सिटी रामपुरा पुलिस के होलदार जगदेव सिंह ने बताया कि परमजीत कौर वासी रामपुरा मंडी से 200 लीटर लाहन व 5 लीटर अवैध शराब उसके घर से बरामद की है। इसमें आरोपी महिला को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरमेल सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह वासी मौड़ कलां को शक के आधार पर ट्रक यूनियन मौड़ के पास से रोककर पूछताछ की गई तो जांच में उसके पास 450 नशीली गोलियां बरामद की गई। यह गोलियां वह नशे के तौर पर इस्तेमाल करने व बेचने के लिए लाया था। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। वही मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरमेल सिंह ने बताया कि दर्शन सिंह वासी राजगढ़ कुब्बे को 50 किलोग्राम लाहन के साथ गांव में पकड़ा गया लेकिन वह मौका देखकर फरार हो गया। मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार भुपिंदर सिंह ने बताया कि जोगिंदर सिंह वासी मौड़ मंडी को राम नगर कैचियों मौड़ मंडी पास लगे नाके में जांच के लिए रोका गया। उसके पास करीब 710 ग्राम अफीम बरामद की गई। आरोपी हरियाणा व राजस्थान से अफीम लाकर पंजाब में तस्करी का धंधा करता था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ कर रही है।


 

मोगा में 2 महीने की बेटी को 40 हजार में बेचने को तैयार हो गए; बच्ची की आहार नली में दिक्कत थी, खरीदार और दलाल फरार

 

  • मासूम बच्ची की आहार नली में दिक्कत है, जिसका इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है
  • एक हादसे में आरोपी पिता की पैर में चोट लगने के कारण काम छूट गया था

मोगा। मां-बाप अपने बच्चों की खुशी और सलामती के लिए क्या-क्या नहीं करते, वहीं कुछ लोग अपनी हरकतों से रिश्तों को शर्मसार कर देते हैं। नाम मजबूरी का दे दिया जाता है, ऐसा ही एक मामला पंजाब के माेगा जिले में सामने आया है। घटना के बारे में जानकर पुलिस वालों के भी पैरों तले से जमीन खिसक गई थी। आरोपी मां-बाप अब सलाखों के पीछे हैं।

पैसे की कमी के कारण मां-बाप दो महीने की मासूम बच्ची को 40 हजार रुपए में बेचने को तैयार हो गए। मामले का खुलासा तब हुआ, जब आरोपी मां-बाप एक ढाबा पर खरीदार को बच्ची सौंपने आए। उनके साथ बच्ची का सौदा करवाने वाली महिला भी थी। एक शख्स ने उनकी बातें सुन ली और पुलिस को मामले की सूचना दी। खबर मिलते ही CIA स्टाफ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी मां-बाप को हिरासत में ले लिया। वहीं खरीदार और दलाल भागने में कामयाब हो गए।

दो महीने की बच्ची के आहार नली में है दिक्कत

CIA स्टाफ पुलिस टीम आरोपी मां-बाप को थाने ले आई। आरोपियों की पहचान लुधियाना के हैबोवाल निवासी अवतार सिंह के रूप में हुई। आरोपी की एक दो साल की बेटी गुरमन कौर है और एक दो महीने की बेटी प्रभजोत कौर है। प्रभजोत की आहार नली में दिक्कत है, जिसका इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है। इस बीच एक हादसे में अवतार सिंह के पैर में चोट लग गई, जिस वजह से वह काम पर नहीं जा पा रहा था। इन सभी वजहों से अवतार सिंह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।

पुलिस टीम ने अवतार सिंह से बच्ची को बेचने का कारण पूछा तो उसने अपनी तरफ से दलील दी कि हैबोवाल में उन्हें एक महिला मिली थी। उसने कहा कि मोगा का एक दंपती बच्ची को गोद लेना चाहते हैं। उन्हें बच्ची चाहिए और वे इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। महिला ने उससे कहा कि वह अगर बच्ची को उन्हें दे देगा तो 40 हजार रुपये मिलेंगे। इस पर वह अपनी दो महीने की बेटी को बेचने के लिए तैयार हो गया। पत्नी ने भी सहमति जताई और सौदा पक्का हो गया।

जगराओ के ढाबा पर बच्ची को लेकर पहुंचे थे माता-पिता

अवतार ने बताया कि महिला ने पहले उनको जगराओं बुलाया। जगराओं में बताए गए स्थान पर वे पहुंचे तो उन्हें मोगा में लुधियाना रोड पर एक ढाबा पर आने को कहा गया। वहां महिला के साथ एक पुरुष भी था। जब वे ढाबा पर बच्ची खरीदने को लेकर चर्चा कर रहे थे तो वहां बैठे एक शख्स ने उनकी बातें सुन ली और पुलिस को बता दिया। पुलिस को देखकर महिला और वो शख्स दोनों भाग गए और हम पुलिस के हाथ लग गए। दोनों का देर रात मथुरादास सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया।

आमतौर पर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। पंजाब में सामने आई उपरोक्त घटना के आरोपी मां-बाप की दलील पर अगर विश्वास भी कर लें तो भी एक सवाल पैदा होता है अगर कोई बच्ची को गोद लेना चाहता है तो उसे पैसे लेने की जरूरत क्या थी? बच्ची को इसलिए बेचना चाहते थे, क्योंकि उसकी आहार नली में दिक्कत थी। आर्थिक तंगी के कारण अगर बच्ची का पालन-पोषण नहीं करना चाहते थे तो उसे किसी जरूरतमंद को ऐसे ही दे देते। पैसे का लेन-देन करके बच्ची की बेकद्री तो न करते।

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