बठिंडा। कोरोना का कहर जारी है।
हररोज नए केस मिलने का क्रम जारी है। यह सब जानते हुए भी लोग लापरवाही बरतने से
बाज नहीं आ रहे हैं। बाजारों में भीड़ है। लोग न तो शारीरिक दूरी का पालन कर रहे
हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं। हैंडवाश से तो उनका दूर-दूर तक वास्ता नहीं है। लापरवाह
लोगों के कारण स्थिति ऐसी न हो जाए कि संभाल पाना मुश्किल हो जाए। पिछले 11 माह में कोई दिन ऐसा नहीं
रहा जब कम या अधिक कोरोना संक्रमित न मिले हो। कोरोना को लेकर भले ही बड़ी संख्या
में लोग जागरूक हों, लेकिन ऐसे लोग भी हैं जो
तमाम खतरों से परिचित होने के बावजूद लापरवाह बने हुए हैं। इनमें सबसे अधिक एक
वर्ग के लोग हैं। वह कोरोना संक्रमण से कोई खतरा नहीं मान रहे हैं। दूसरा युवा
वर्ग है, जो शारीरिक दूरी रखना तो
दूर मास्क लगाने में भी परहेज करता है। जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ाने में इन
दोनों की भूमिका अहम होगी।
कोरोना की चेन न हो
जाए लंबी
बेशक जिले में दिसंबर जनवरी माह के मुकाबले फरवरी में
कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या कम जरूर हुई है, लेकिन रूकी नहीं है। लोगों की लापरवाही के कारण लगातार
कोरोना संक्रमण के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। रोजाना बाजार में लोग
उमड़ रहे हैं, लेकिन कोई भी सामाजिक दूरी
का पालन करता नजर नहीं आ रहा है। इतना ही नहीं कई लोग मास्क पहनना भी लाजिमी नहीं
समझ रहे हैं। इससे कोरोना महामारी के फैलने की आशंका बढ़ रही है। इस भीड़ में यदि
दो-चार लोग भी संक्रमित हुए तो कोरोना की चेन हो जाएगी कि इसे संभाल पाना भी
मुश्किल हो जाएगा।
लोगों के अंदर कोरोना को लेकर डर नहीं
रविवार
को छुट्टी होने के कारण बाजार में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। इस दौरान लोग जमकर
लापरवाह कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही रविवार को भी हुआ। शहर के गोनियाना रोड स्थित नगर
सुधार ट्रस्ट दफ्तर के सामने खाली रोड पर संडे मार्केट लगती है। जहां पर सैंकड़ों
की तादाद में विभिन्न सामान की दुकानें व रेहड़ी-फडी सजती है और हजारों की संख्या
में लोग खरीरदारीर करने के लिए पहुंचते है। इस मार्केट में 12 बजे के बाद भीड़ लग चुकी
थी। लोग सामाजिक दूरी के नियम को पूरी तरह से नजर अंदाज कर खरीदारी में उमड़े हुए
थी। कपड़ों की दुकानों पर सबसे ज्यादा भीड़ रही। यहां ज्यादातर महिलाएं खरीदारी के
लिए पहुंची थी। दुकानदार भी लोगों को भीड़ बढ़ने से रोकते नजर नहीं आए। इसके साथ
ही बाजार के विभिन्न हिस्सों में लोग बिना मास्क के घूम रहे थे। लोगों को देख कर
लग रहा कि जिले में कोरोना संक्रमण है ही नहीं और जीवन सामान्य हो चुका है। लोगों
के अंदर कोरोना को लेकर डर कहीं पर भी नजर नहीं आ रहा है। प्रशासन की तरफ से भी
नियमों की अनदेखी करने वालों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। रविवार
को शहर के प्रमुख बाजारों में लोगों की भीड़ देखी गई। भीड़ में बड़ी संख्या में
लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे। धोबी बाजार, सिरकी बाजार, सदर बाजार समेत आसपास के प्रमुख बाजारों
में लोगों को सामाजिक दूरी को तार-तार करते हुए देखा गया। यहां तक कि दुकानों पर
बैठे लोग भी कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन नहीं
कर रहे थे। दुकानों में भी लोगों की भीड़ देखी गई।
बीस दिन में मिल चुके
हैं 150 कोरोना संक्रमित
जिले में दिसंबर माह कोविड-19 के मरीज तेजी के साथ बढ़े थे, लेकिन जनवरी माह में इनकी संख्या कम हुई थी, लेकिन पिछले 21 दिन में जिले में हररोज 5 से लेकर 10 कोरोना संक्रमित मरीज मिले रहे है। भले यह संख्या बहुत कम
है, लेकिन लोगों की लापरवाही के कारण यह
संख्या बढ़ने में देरी नहीं लगेगी। पिछले 21 दिनों में 150 कोरोना संक्रमित मिले। जबकि
तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अक्टूबर व नवंबर महीने के शुरूआत बीस दिन में 250 से ज्यादा कोरोना संक्रमित
मिले थे। कुल मिलाकर नवंबर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, फरवरी माह में 201 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके
है, जबकि जिले में अब महज 52 कोरोना मरीज ही एक्टिव है।
वहीं डीसी बठिंडा की तरफ से निर्देश जारी किए हैं कि दूसरे शहरों व राज्यों से आने
वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच कराई जाए।
हर हाल में मास्क लगाएं
सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने कहा कि कोरोना
संक्रमण का खतरा अभी टल नहीं है। ऐसे में सभी लोगों की जिम्मेदारी है कि वह कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह
से पालन करें। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनें और सामाजिक दूरी का पालन करें।
हर हाल में मास्क लगाएं। दो गज की दूरी बनाए रखें। लापरवाही खुद के जीवन के साथ ही
आपके परिवार का भी जीवन खतरे में डाल सकती है। समय समय पर साबुन अथवा से हाथ साफ
करते रहे।