रविवार, 23 मई 2021
खूनदानी बीरबल बांसल के प्रयासों से चार युवाओं पारस,करण, आशु और गुरप्रीत ने किया खूनदान
Bathinda/ 24 घंटो में 22 लोगों की कोरोना से मौत, राहत वाली खबर यह है कि नए केसों के मुकाबले ठीक होने वालों की तादाद बढ़ी
-समाज सेवी सहारा जन सेवा ने 19 तो नौजवान सोसायटी ने तीन कोविड मृतकों का किया अंतिम संस्कार
बठिंडा. जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना से संक्रमित 24 लोगों की मौत हो गई। इनमें जहां 19 लोगों का सहारा जन सेवा व तीन लोगों का नौजवान वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों की टीम ने शमशान घाटों में अंतिम संस्कार किया है। जिले में कोरोना संक्रमण के हालात में पिछले 5 दिनों से कुछ राहत है, क्योंकि आंकड़ों के अनुसार नए मिलने वाले केसों में कमी आई है और ठीक होने वाले मरीज बढ़ रहे हैं, लेकिन परेशानी की बात ये है कि मौतों की संख्या में अभी कोई खास कमी नहीं हो रही। पिछले 5 दिन में जिले में 2800 नए संक्रमित मिले हैं जबकि 3100 लोग ठीक हुए हैं, यानी 300 कोरोना संक्रमित अधिक स्वस्थ हुए हैं। इसके अलावा 5 दिनों में 105 लोगों की मौत हो गई है मतलब इन दिनों में प्रतिदिन 21 लोगों की मौत हुई है।
वहीं, जिले में ठीक 1 माह पहले 21 अप्रैल को 271 नए केस सामने आए थे, इसके बाद 22 मई को 417 नए कोरोना केस मिले हैं। जबकि पिछले दिनों एक दिन में केस मिलने का आंकड़ा 600 से अधिक चला गया था। गत शनिवार को को भी जिले में 20 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी।, मृतकों में 8 महिला व 13 पुरुष शामिल हैं। चिंताजनक यह है कि सभी की उम्र 34 से 70 वर्ष है, पहले से ही अन्य बीमारी से पीड़ित होने के कारण इलाज के लिए अस्पतालों में दाखिल थे। जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 800 हो गई। अब तक 29731 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना मृतकों की सूचि जिनका सहारा और नौजवान ने करवाया अंतिम संस्कार
1. ओम प्रकाश गर्स पुत्र हरी राम गर्स आयु 72 वर्ष वासी मौड़ मंडी जो रविंद्रा अस्पताल में दाखिल था
2. दर्शना देवी आयु 70 वर्ष वासी बठिंडा जो चंडीगढ क्लीनिक में दाखिल था
3. मेल कौर पत्नी महिंद्र सिह आयु 60 वर्ष वासी चुघघे कलां जो सिविल अस्पताल में दाखिल थी
4. राकेश कुमार पुत्र नंद किशोर आयु 40 साल वासी दियोन जो दिल्ली हार्ट में दाखिल था
5. शीला वती पत्नी बाबू राम आयु 78 वर्ष वासी कोटभगतू जो मैक्स अस्पताल में दाखिल थी
6. बलदेव कौर पत्नी हरदेव सिंह आयु 65 वर्ष वासी तलवंडी साबो जो न्यूरो स्पेन अस्पताल में दाखिल थी
7. महिंद्र कौर आयु 58 वर्ष वासी रामनिवास रामपुरा फूल जो अपैक्स अस्पताल रामपुरा में दाखिल थी
8. राजसिंह पुत्र बलवंत सिंह 61 वर्ष वासी बठिंडा जो निवारण अस्पताल में दाखिल था
9. बुद्ध राम पुत्र पिताम्बर आयु 65 वर्ष वासी बठिंडा जो एम्स अस्पताल में दाखिल था
10. बलजीत सिंह पुत्र अजैब सिंह आयु 54 वर्ष वासी विर्क खुर्द जो बडियाल अस्पताल में दाखिल था
11. शकुंतला देवी पत्नी ओम प्रकाश आयु 72 वर्ष वासी अजीत रोड बठिंडा जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल थी
12. दर्शन सिंह पुत्र अर्जुन सिंह आयु 57 वर्ष वासी मौड़ जो न्यू लाईफ मेडिसिटी में दाखिल था
13. बलदेव राये गर्ग पुत्र सोहन लाल गर्ग आयु 67 वर्ष वासी बठिंडा जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल था
14. मुखतियार कौर पत्नी कौर सिंह आयु 72 वर्ष वासी भुच्चो खुर्द जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल थी
15. बलविंदर कुमार पुत्र सुखपाल राम आयु 25 वर्ष वासी कोटभगतू जो छावड़ा अस्पताल में दाखिल था
16. पामा देवी पत्नी मगरू प्रशाद आयु 50 वर्ष वासी खेता सिंह बस्ती जो सिविल अस्पताल बठिंडा में दाखिल थी
17. मागी राम पुत्र मिल्खी राम आयु 59 वर्ष वासी रामपुरा फूल जो मैक्स अस्पताल में भर्ती था
18. दलीप कौर पत्नी जसवंत सिंह आयु 63 वर्ष वासी सिंगो तहसील तलवंडी साबो जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल थी
19. गुरजंट सिंह पुत्र प्रताप सिंह आयु 60 वर्ष वासी पत्ती कमाल सेमा जो मिल्टरी अस्पताल बठिंडा में दाखिल था
20. गोल डिग्गी टेलीफोन एक्सचेंज के समीप रहने वाली बजुर्ग शकुंतला देवी पत्नी राम कृष्ण जो कोरोना पोजटिव थी कि हालत गंभीर हो गई। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर साहिब सिंह, गौतम अरोड़ा, राकेश जिंदल एम्बुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा पीड़ित को अस्पताल ले जाने के लिए रवाना हुए। लेकिन रास्ते में ही पीड़ित ने दम तोड़ दिया।
21. धर्म सिंह पुत्र सोहन सिंह निवासी राजगढ़ (सलबतपुरा) जो कोरोना पोजटिव थे कि घर पर मौत हो गई।
22. दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल मरीज प्रेम नाथ पुत्र मोती राम निवासी मुक्तसर की मौत हो जाने पर नौजवान संस्था की टीम मौके पर पहुंची तथा मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवाया।
बठिंडा में कोविड मरीजों से अतिरिक्त चार्ज लेने वाले प्राइवेट अस्पतालों का साथ नहीं देगा देश का सबसे बड़ा संगठन आईएमए
-बैठक के बाद जिला व सेहत प्रशासन को सौंपा पत्र, वही नियम नहीं मान रहे प्राइवेट अस्पतालों को दी सुधर जाने की चेतावनी
बठिंडा. जिले में कोरोना महामारी के दौर में कुछ प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से सरकार की सख्त हिदायतों के बावजूद मरीजों सो ओवरचार्जिग करने के मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से सख्त स्टेंड लेते ऐसे अस्पतालों व डाक्टरों का समर्थन करने से मना कर दिया जो नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं व मरीजों से मनमाने चार्ज वसूल कर रहे हैं। फिलहाल आईएमए के इस स्टेंड के बाद अब जिला व सेहत प्रशासन बिना किसी दबाव के नियमों की पालना करवाने के लिए खुलकर कारर्वाई करने की योजना पर काम करेंगा। सेहत विभाग ने पिछले सप्ताह शहर में चार बड़े प्राइवेट अस्पतालों में छापामारी कर वहां का रिकार्ड जब्त किया था व इस बाबत इंडियन मेडिकल काउंसिंल के साथ स्टेट हेल्थ मनिस्ट्री को उक्त अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कारर्वाई करने की सिफारिश की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रधान डा. विकास छाबड़ा ने सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इस मामले में विचार किया। इसमें तय किया गया कि विश्व भर में जहां महामारी के कारण लोग परेशान है वही डाक्टरों व सहयोगियों की टीम लोगों की कीमती जान बचाने के लिए दिन रात काम कर रही है। इसी बीच कुछ अस्पताल प्रबंधन इस महामारी में भी मरीजों से अतिरिक्त चार्ज वसूली कर रहे हैं। बैठक में तय किया गया कि मेडिकल एसोसिएशन ऐसे किसी भी अस्पताल व डाक्टर का समर्थन नहीं करेगा जो मरीजों से सरकार की तरफ से तय फीस से अधिक के चार्ज वसूल कर रहे हैं। इस बात से स्पष्ट संकेत दे दिया गया है कि नियमों की पालना नहीं करने वाले अस्पतालों व डाक्टरों पर प्रशासन व सरकार किसी तरह की कानूनी कारर्वाई करता है तो डाक्टरों का संगठन उसका समर्थन करेगा व प्रशासन पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाएंगा। फिलहाल आईएमए ने इस फैसले के संबंध में डीसी बठिंडा बी श्रीनिवासन व सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों को भी अवगत करवा दिया गया है।
गौरतलब है कि जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की तादाद के बाद जिला प्रशासन ने करीब चार दर्शन प्राइवेट अस्पतालों में कोविड मरीजों विभिन्न लेबल के उपचार की सुविधा प्रदान करने की अनुमति प्रदान की थी। इस दौरान राज्य सरकार ने भी सभी प्राइवेट अस्पतालों के लिए गाइलाइन जारी की थी व सभी तरह के अस्पतालों को उनके लेबल अनुसार मरीजों से प्रतिदिन के चार्ज वसूलने के लिए कहा था। इसमें बाकायदा रेट भी फिक्स किए गए है इन्हें अस्पताल में विभिन्न काउंटर जहां मरीज व उनके परिजन आते है में डिस्पले करने के लिए कहा गया था। इस गाइडलाइन का कुछ अस्पतालों में तो पालना हुआ लेकिन अधिकतर बड़े अस्पताल जिसमें मैक्स सुपरस्पेसलिटी, दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट, गलोबल अस्पताल माल रोड व आईवीवाइ अस्पतालों ने पालना करने की बजाय मरीजों से प्रतिदिन के 30 से 40 हजार रुपए वसूलने का सिलसिला जारी रखा। इसमें सेहत विभाग के पास मिली शिकायतों के बाद टीम ने अस्पतालों में छापामारी की व वहां का रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिया। कोरोना महामारी में कुछ अस्पतालों की लूट का प्रमाण इस बात से भी मिलता है कि पिछले तीन साल में नए बने कई अस्पतालों ने बैंकों से करोड़ों का कर्जा लिया था व महामारी में जहां पूरा देश मंदी के दौर में गुजर रहा है वही इन अस्पतालों ने अपने सभी कर्ज मात्र एक साल में ही लौटा दिए। फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ सेहत विभाग की कारर्वाई में रिकार्ड जब्त करने की बात की जा रही है वही कई अस्पतालों ने उन मरीजों से संपर्क करना शुरू कर दिया है जिनसे उन्होंने ओवरचार्जिंग वसूल की थी व अब रिकार्ड सेहत विभाग के कब्जे हैं। इन मरीजों को कहा जा रहा है कि वह मामले में शिकायतकर्ता न बने बल्कि वह उनके अतिरिक्त वसूले पैसे वापिस करवा देंगे। इस मामले में सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों का कहना है कि सरकार की हिदायतों के अनुसार जो भी अस्पताल मरीजों से अतिरिक्त वसूली करेगा उनके खिलाफ कानूनी व विभागीय कारर्वाई जारी रहेगी। रिकार्ड में जो खामी मिली है उसके आधार पर उक्त कारर्वाई होगी।
फोटो -डा. विकास छाबड़ा
कोरोना के साथ अब ब्लैक फंगस का कहर, बठिंडा जिले में 22 लोगों में हो चुकी है बीमारी की पुष्टी
-सेहत विभाग ने लोगों को जागरुक करने के लिए शुरू किया अभियान
बठिंडा. जिले में कोरोना पाजिटिव मामले अभी कम होने का नाम नहीं ले रहे है, वहीं दूसरी तरफ जिले में ब्लैक फंगस ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। शनिवार को ब्लैक फंगस से पीड़ित और तीन नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसमें दो महिलाएं और एक पुरूष शामिल है। इसके साथ ही जिले में अब तक कुल 22 ब्लैक फंगस के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं शनिवार को मुक्तसर जिले के शहर गिदड़बाहा निवासी एक मरीज की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो गई है। उनका पहले इलाज बठिंडा के आदेश अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उन्होंने आप्रेशन करवाने के बाद घर पर चले गए थे, लेकिन शनिवार को उनकी मौत हो गई। शनिवार को जिन तीन मरीजों की पुष्टि हुई है, उसमें शामिल दोनों महिलाएं आदेश अस्पताल भुच्चो मंडी में उपचारधीन है, जबकि पुरूष लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में उपचारधीन है। जिनकी बीती शुक्रवार रात को रिपोर्ट पाजिटिव आई है। बताया जा रहा है कि आदेश अस्पताल में कुल 17 मरीज दाखिल है, तो चार मरीज नामदेव रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल है। इसके अलावा एक लुधियाना डीएमसी में दाखिल है। यह सभी मरीज बठिंडा जिले से संबंधित है। बताया जा रहा है कि शनिवार को जिन दो महिलाओं को आदेश में दाखिल करवाया गया है, उसमें से एक महिला की हालत काफी गंभीर है, चूकिं ब्लैक फंगस उसके सिर में पहुंच चुकी है, जिसके कारण उनकी हालत गंभीर हाेती जा रही है। इसी तरह एक अन्य मरीज की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। आदेश अस्पताल की डा. ग्रेस की मानने तो उनके पास जितने भी मरीज दाखिल है, वह सभी काेराेना पाजिटिव थे या फिर कोविड से रिकवर हुए थे। उन्होंने बताया कि ज्यादातरह मरीज ब्लैक फंगस बढ़ने के बाद अस्पताल में भर्ती हो रहे है, जिसके कारण ब्लैक फंगस सिर व दिमाग में पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि इसके शुरूआती लक्ष्ण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती हो, ताकि इसका समय पर आप्रेशन कर इसे खत्म किया जा सके और मरीज की जान बचाई जा सके।
आदेश अस्पताल की डा. ग्रेस का कहना है कि कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैलने के कारण लोग तो संक्रमित हो ही रहे हैं, इनमें से अधिक संख्या में लोग वेंटीलेटर पर इलाज को जा रहे हैं जिसमे अधिकांश केसों में गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं। वहीं जो मरीज कोरोना से ठीक होकर लंबे समय तक अस्पताल में रहकर वापस जा रहे हैं, उनमें भी यह संक्रमण मिलना चिंताजनक है। ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है, लेकिन इसके पहले केस बेहद कम थे। ब्लैक फंगस का इलाज संभव है, लेकिन इसमें तुरंत चेकअप जरूरी है ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके।
क्या है ब्लैक फंगस
ब्लैक फंगस से जबड़े व नाक की हड्डी गलने लगती है। यह दिनों में नहीं, बल्कि घंटों में घातक स्टेज तक पहुंच सकती है। इसकी पुष्टि के लिए नाक से स्वैब सैंपल लेकर जांच की जाती है। समय पर इलाज न हो तो यह घातक हो सकता है।
सावधानियां
स्वयं या किसी गैर विशेषज्ञ डॉक्टर के, दोस्त या रिश्तेदार के कहने पर स्टेरॉयड दवा कतई शुरू न करें। स्टेरॉयड दवाएं जैसे डेक्सोना, मेड्रोल आदि। बीमारी शुरू होते ही स्टेरॉयड शुरू न करें। डॉक्टर से पूछें कि दवाओं में स्टेरॉयड तो नहीं है।
किसे हो सकता है
कोरोना होने पर दी गई स्टेरॉयड दवा, डेक्सामीथेजोन, मिथाइल, प्रेडनिसोलोन इत्यादि। कोरोना मरीजो को ऑक्सीजन पर रखना पड़ा हो या आईसीयू में रहना पड़ा हो, डायबिटीज का अच्छा नियंत्रण न हो। कैंसर, किडनी ट्रांसप्लांट की दवा चल रही हो।
लक्षण
चेहरे में एक तरफ दर्द, सूजन या सुन्न, या फिर छूने पर महसूस न हो। दांत में दर्द , दांत हिलने लगे, चबाने में दर्द, उल्टी में या खांसने में बलगम में खून आना। नाक बहना, मुंह में छाले, त्वचा काली पड़ना इसके मुख्य लक्षण हैं।
बठिंडा की बंगी रुलदू सिंह वाला सहकारी सभा में सचिव ने किया 17.11 लाख का घपला, स्टोर से 9.96 लाख का साजों सामान कर दिया गायब
-आडिट रिपोर्ट आने के बाद सचिव निलंबित, सभा प्रंबंधकों की शिकायत के बाद पुलिस ने दर्ज किया केस
बठिंडा. जिले की बंगी रुलदू सिंह वाला खेतीबाड़ी सहकारी सभा में 17 लाख 11 हजार रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है। इस मामले में सहकारी सभा के सचिव पर मामला दर्ज कर उसे निलंबित कर दिया गया है। सहकारी सभा में सचिव ने मिलीभगत कर करीब 9 लाख 96 हजार का साजो सामान और सात लाख 15 हजार 284 रुपए की नगदी में घपला किया।
फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताया जा रहा है। रामा पुलिस के पास सहकारी सभा के कार्यकारी सचिव गुरदित्ता सिंह वासी गुरथड़ी ने शिकायत दी कि गांव बंगी रुलदू सिंह वाले में किसानों के हितों की रक्षा के लिए खेतबाड़ी सहकारी सभा का गठन किया गया है। इस सभा में सैकड़ों किसान मैंबर है। सहकारी सभा में आने वाले साजों सामान व एकाउंट का हर साल आडिट किया जाता है। गत वर्ष 23 जून 2020 को सभा का आडिट इंस्पेक्टर साहिल गोयल की तरफ से किया गया था व इस बाबत रिपोर्ट सभा प्रबंधकीय कमेटी के मैंबरों को सौंपी गई थी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सभा में आने वाले सामान जिसमें खाद, दवाईयां, पशु खुराक, घी, सरसो तेल, चायपत्ति, नमक अत्यादि का स्टाक रिकार्ड के अनुसार पूरा नहीं है।
स्टाक की फिर से जांच करने पर खुलासा हुआ कि स्टोर में डीएपी खाद की तीन लाख 26 हजार 400 रुपए मूल्य की 272 बोरियां, दो लाख 82 हजार 486 रुपए की 1058 बोरी यूरिया, 39 हजार 659 रुपए की 58 पैकेट दवाईयां, 86 हजार 614 रुपए की 86 बोरी पशु खुराक, छह जरा 800 रुपए की 8 बोरी चूरा पशु खुराक स्टाक से गायब था। यही नहीं इसके अलावा 15 लीटर घी पैकिंग के सात केस करीब 8400 रुपए, 10 लीटर घी पैकिंग के 14 केस जिसकी कीमत करीब 11 हजार 340 रुपए, पांच लीटर घी पैकिंग के 257 केस जिनकी कीमत 11 हार 510 रुपए, पांच लीटर सरसो तेल के 257 केस कीमत करीब 98 हजार 150 रुपए, पांच लीटर के रिफाइड तेल के 21 केस कीमत करीब 11 हजार 760 रुपए, साबुन 65 किलो कीमत 3900 रुपए, चायपत्ति 48 किलो कीमत करीब 9600 रुपए व नमक 50 किलो कीमत 500 रुपए का साजों सामान स्टोर से गायब मिला।
उक्त सामान की बाजार कीमत करीब 9 लाख 96 हजार 118 रुपए आकी गई। यह मामला यही समाप्त नहीं हुआ बल्कि निलंबित सचिव ने किसानों व सभा के मैंबरों की तरफ से आई करीब सात लाख 15 हजार 284 रुपए की नगदी भी सहकारी सभा के खातों में जमा नहीं करवाई। इसमें कई चैंक भी मिसप्लेस मिले हैं जिसकी जांच की जा रही है। सभा प्रबंधकों ने इस संबंध में एसएसपी बठिंडा को एक लिखित शिकायत एक साल पहले की थी व मामले में निष्पक्ष जांच कर आरोपी लोगों के खिलाफ बनती कानूनी कारर्वाई करने की मांग की थी। एसएसपी बठिंडा ने मामले की जांच ईओ विंग को सौंप दी थी। इसमें जंच पड़ताल के दौरान सहकारी सभा की तरफ से दिए प्रस्ताव व आरोपो की जांच के साथ आडिट रिपोर्ट के हवाले से लगाए गए आरोपी को सही पाया गया व मामले में रामा पुलिस को केस दर्ज करने की सिफारिश की गई। पुलिस ने आरोपी निलंबित सचिव गुरजंट सिंह वासी बंगी पर सहकारी सभा में साजों सामान को खुर्दबुर्द करने व नगदी सहकारी सभा में जमा करवाने की बजाय खुद इस्तेमाल करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बठिंडा-गांव नंदगढ़ कोटड़ा के गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने आई 9 वर्षीय बच्ची से ग्रंथी ने की छेड़छाड़ व अश्लील हरकते, - गांव के लोगों ने आरोपित ग्रंथी को रस्सी से बांधकर की मारपीट, पुलिस ने किया मामला दर्ज
बठिंडा. जिले के गांव नंदगढ़ कोटड़ा में स्थित एक गुरुद्वारा के ग्रंथी ने माथा टेकने आई 9 साल की बच्ची के साथ छेड़छाड़ की और उसके साथ अश्लील हरकतें भी की। इसके बाद पीड़ित बच्ची ने मामले की जानकारी अपने परिजनों व गांव के लोगों को दी। जिसके बाद गांव के लाेगों ने गुरुद्वारा पहुंचकर ग्रंथी को पकड़ लिया और उसे गुरुद्वारा के अंदर ही रस्सी से बांधकर उसकी पिटाई की और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया।
वहीं ग्रंथी के साथ मारपीट करने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर गांव के लोगों द्वारा वायरल कर दिया गया। थाना बालियांवाली पुलिस ने आरोपित ग्रंथी गुरनाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है और मामले की अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यह पूरी घटना शनिवार शाम की है। पुलिस को बयान देकर गांव की रहने वाली एक 9 वर्षीय बच्ची ने बताया कि बीती शनिवार शाम को गुरूद्वारा साहि में माथा टेकने के लिए अकेली आई थी। इस दौरान गुरूद्वारा के आरोपित ग्रंथी गुरनाम सिंह ने प्रसाद देने के बहाने उसे अपने पास बुलाया और उसके साथ जिस्मी तौर पर छेड़छाड़ की। वहीं उसके साथ अश्लील हरकते करने की भी कोशिश की। जिसके बाद वह गुरुद्वारा से बाहर आकर ग्रंथी द्वारा उसके साथ की गई छेड़छाड़ की जानकारी अपने परिजनों व गांव के लोगों को दी।
बच्ची के साथ हुई छेड़छाड़ के बाद भड़के गांव के लोगों ने गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर आरोपित ग्रंथी गुरनाम सिंह को पकड़ लिया और गुरुद्वारा परिसर के बाहर उसे एक खंबे के साथ बांधकर उसकी पिटाई की। जिसकी एक वीडियो बनाकर उसे वायरल भी कर दिया। गांववासियों के अनुसार आरोपित ग्रंथी ने खुद माना है कि उसने बच्ची के साथ छेड़छाड़ की है। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना बालियांवाली पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित ग्रंथी को अपनी हिरासत में लेकर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बठिंडा के पूज्जा वाला मोहल्ले में सीवरेज डालने के विवाद को लेकर गर्भवती महिला समेत तीन से मारपीट, बाप-बेटों समेत छह पर मामला दर्ज
बठिंडा. शहर के पूज्जा वाला मोहल्ले में नगर निगम की तरफ से डाले जा रहे सीवरेज को लेकर एक परिवार के आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने मिलकर एक गर्भवती महिला व उसके भाई व ताये से मारपीट की। थाना कोतवाली पुलिस ने पीड़ित गर्भवती महिला की शिकायत पर आरोपित बाप-बेटों समेत छह लोगों पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। कोतवाली पुलिस को शिकायत देकर अनु शर्मा पत्नी दीपक कुमार निवासी भवानी हरियाणा ने बताया कि वह गर्भवती और अपना जनेपा करवाने के लिए पूज्जे वाला मोहल्ला स्थित अपने घर पर आई हुई थी। बीती 16 मई को आरोपित बूटा राम, उसके बेटे मोहित शर्मा, रोहित शर्मा, हरदीप शर्मा, उसका पिता छिंदरपाल शर्मा निवासी पूज्जे वाला मोहल्ले ने मिलकर उसकी, उसके भाई विशाल और उसके ताये के साथ मारपीट की और तीनों घायल कर दिया। पीड़िता के अनुसार गली में नगर निगम की तरफ से नई सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है, जबकि आरोपित उसे बंद करवाना चाहते थे और वह इसका विरोध कर रहे थे। पुलिस ने सभी आरोपितों पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल मामले में किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
25 किलो भुक्की व 75 लीटर लाहन बरामद, तीन नामजद, दो गिरफ्तार
बठिंडा. जिला पुलिस ने बीती शनिवार को विभिन्न जगहों से 25 किलो भुक्की व 75 लीटर लाहन बरामद कर तीन नशा तस्करों को नामजद किया है, जिसमें से दो आरोपितों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक पहले फरार हो गया, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है, जबकि तीनों तस्करों के खिलाफ संबंधित थानों में नशा विरोधी एकट के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना कैनाल कालोनी के एसआइ गुरिंदर सिंह के अनुसार शनिवार को वह पुलिस टीम के साथ गश्त कर रहे थे। इस दाैरान डबवाली रोड स्थित खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के पास खड़े आरोपित सुखनैब सिंह की शक के आधार पर उसकी तलाशी ली, तो उसके सामने से 25 किलो भुक्की चूरा पोस्त बरामद हुआ। जिसके बाद आरोपित को मौके पर गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। इसी तरह थाना कैंट के हवलदार अमरीक सिंह व एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर गुरतेज सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव गोबिेंदपुरा में छापेमारी कर आरोपित गुरजीत सिंह को 40 लीटर लाहन समेत गिरफ्तार किया गया। जिसके खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। इसी तरह थाना फूल के एएसआइ इकबाल सिंह ने भी गुप्त सूचना के आधार पर गांव बुर्ज गिल में छापेमारी कर 35 लीटर लाहन बरामद की, जबकि आरोपित हरजिंदर सिंह पहले ही फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।
शुक्रवार, 21 मई 2021
बठिंडा जिले में 24 घंटो में 21 लोगों की कोरोना से मौत, वही राहत वाली बात 578 नए केस आए तो 727 ठीक हुए
बठिंडा. जिले में पिछले 24 घंटों में कोरोना से 21 लोगों की मौत हो गई। वही राहत वाली बात यह रही कि जिले में नए 578 पोजटिव केसों के मुकाबले 727 लोग ठीक होकर घरों को वापिस लौटे हैं। जिला में अ तक कोरोना के 294525 सैंपल लिए गए है। इनमें से 35776 पॉजिटिव केस आए जबकि 28589 करोना पीडित सेहतमंद हो कर घर वापस लौट गए है। इस समय जिले में कुल 6429 केस एक्टिव हैं और अब तक करोना प्रभावित 758 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन बताया कि सुसत में बीते 24 घंटों दौरान कोरोना के 578 नये केस आए और 727 करोना प्रभावित मरीज़ ठीक हुए।
वही सहारा जनसेवा बठिंडा की कोरोना वारियर्स टीम विजय गोयल, पंकज सिंगला, गौरव कुमार, गौतम, हरबंस सिंह, टेक चंद, जग्गा सहारा, विजय कुमार विक्की, राजेंद्र कुमार, सुमीत ढींगरा, संदीप गोयल, कमल गर्ग, अर्जुन कुमार, सिमर गिल, संदीप गिल, मनी कर्ण, राजेंद्र कुमार, शिवम राजपूत, तिलकराज, सूरजभान गुनी, दीपक गोयल, मोनू कुमार, हरदीप सिंह, नितीश सैन, गुरबिंदर बिंदी, विकास शर्मा ने 21 कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार स्थानीय शमशान भूमि दाना मंडी और बठिंडा के आस पास के क्षेत्रों में टीम ने पीपीई किटे पहन कर पूर्ण सम्मान के साथ परिजनों की उपस्थिति में किया।
कोरोना मृतकों की सूचि
1. कर्मजीत कौर पत्नी जसपाल सिंह आयु 42 वर्ष वासी दानसिंह वाला जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल था
2. सुरजीत कौर पत्नी जरनैल सिंह आयु 90 वर्ष वासी बठिंडा जो सिविल अस्पताल में दाखिल थी
3. सुखराम पुत्र मधू राम 58 वर्ष वासी जोगी नगर बठिंडा जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल था
4. प्रमार प्रवीन आयु 37 वर्ष वासी गुजरात जो दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल था
5. जोगिंद्र राये पुत्र सुखदेव राये आयु 62 वर्ष वासी गोनियाना जो सिविल अस्पताल में दाखिल था
6. भगवंत सिंह पुत्र चानन सिंह आयु 77 वर्ष वासी बरनाला जो मिल्टरी अस्पताल में दाखिल था
7. सुखपाल सिंह पुत्र गुरवक्श सिंह आयु 60 वर्ष वासी बाजक जो एम्स अस्पताल में दाखिल था
8. गुरमेल सिंह पुत्र जीता सिंह आयु 55 वासी जयसिंह वाला जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल था
9. भूषण गोयल पुत्र जनकराज आयु 52 वर्ष वासी बठिंडा जो लाईफ लाईन अस्पताल में दाखिल था
10. बलबिंदर सिंह पुत्र लाभ सिंह आयु 61 वर्ष वासी जंडवाला जो मैक्स अस्पताल में दाखिल था
11. सुनिता रानी पत्नी गुरदास सिंह आयु 62 वर्ष वासी नई बस्ती बठिंडा जो इंद्राणी अस्पताल में दाखिल थी
12. अमर सिंह पुत्र रंगा सिंह आयु 65 वर्ष वासी बीड़ तालाब जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल था
13. करिशन कुमार गुप्ता पुत्र गुरदितामल आयु 80 वर्ष वासी हजूरा कूपरा कालोनी जो घर में ही एंकातवास था
14. शेर सिंह पुत्र मेहर सिंह आयु 70 वर्ष वासी मलकाना जो न्यूरो स्पैन अस्पताल में दाखिल था
15. उषा रानी पत्नी नंद लाल आयु 65 वर्ष वासी बच्चन कालोनी जो घर में ही एंकातवास था
16. सरोज बाला पत्नी सुरेंद्र गोयल आयु 61 वर्ष वासी बठिंडा जो दिल्ली हार्ट में दाखिल थी
17. धर्म सिंह पुत्र दया सिंह आयु 76 वर्ष वासी मौड़ जो सिविल अस्पताल में दाखिल था
18. गुरवक्श सिंह पुत्र गुरमुख सिंह आयु 76 वर्ष वासी बठिंडा जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल था
19. कुलवंत कौर पत्नी मुखतियार सिंह आयु 75 वर्ष वासी सुशांत सिटी जो घर में ही एंकातवास थी
20. चंदर प्रकाश पुत्र हरबंस लाल आयु 36 वर्ष वासी बठिंडा जो दिल्ली हार्ट में दाखिल था
21. अतिम गुप्ता पुत्र सोहन लाल आयु 65 वर्ष वासी बठिंडा जो अरूणा मेमोरियल अस्पताल में दाखिल था
पंजाब सरकार की तरफ से गांवों को कोविड फ्री बनाने के लिए मिशन फतेह-2 शुरू किया कम्युनिटी हैल्थ अफसर घरेलू एकांतवास हुए मरीजों की निगरानी यकीनी करे-सिविल सर्जन
बठिंडा. देहाती इलाकों में व्यापक स्तर पर कोविड सैपलिंग और टेस्टिंग करने के मकसद के साथ कैप्टन अमरिन्दर सिंह का सरकार की तरफ से मिशन फतेह-2 कोरोना मुक्त गांव मुहिम शुरू की गई है। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया fक यह देखा गया है क सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पाजटिव रेट में पिछले दो सप्ताह में काफी विस्तार हुआ है जो कि बहुत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि गांवों को कोरोना मुक्त करने और इस पर नियंत्रण के लिए मिशन फतेह 2 शुरू किया गया है।
डा. ढिल्लों मे कहा
कि देहाती इलाकों में हर व्यक्ति का रैपिड एंटीजन टैस्ट यकीनी करने के लिए सभी अधिकारियों
को हिदायतें जारी कर दीं गई हैं। कोरोना वायरस की लड़ी को तोड़ने के लिए यह
सर्वेक्षण अगले 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। सिविल सर्जन बठिंडा
डा. तेजवंत ढिल्लों ने बताया कि इस सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नर बठिंडा बी श्रीनिवसन
की अध्यक्षता में जिला प्रसाशन और सेहत विभाग के आधिकारियों की एक मीटिंग दफ्तर
डिप्टी कमिश्नर,बठिंडा में हुई है। जिसमें पूर्णता आधिकारियों को
सरकार की हिदायतों के बारे में बताया गया और डिप्टी कमिश्नर बठिंडा की तरफ से
हिदायत की गई कि सरकार की हिदायतें को लागू किया जाए। डा. ढिल्लों ने बताया कि
कम्यूनिटी हैल्थ अफसरों को आदेश दिए गए हैं कि वह अपनी टीम सदस्यों के सहयोग के
साथ घरेलू एकांतवास हुए मरीजों की निगरानी करना यकीनी बनाए। सेहत विभाग की तरफ से
इन मरीज़ों को कोरोना फतेह किट मुहैया करवाई जाएंगी।
आशा वर्करों की तरफ से हर गांव में बुख़ार/ सास संबंधी गभीर
इंफैक्शन से पीडित मरीजों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। जिस उपरांत शकी मरीजों की
जानकारी कम्यूनिटी हैल्थ अफसरों और सीनियर मैडीकल अफसरों को जी जाएगी। डा. ढिल्लों
ने जानकारी देते बताया कि ब्लाक स्तर पर एस.डी.एम., एस.एम.ओ. और बी.डी.पी.ओ.
की टीम गठित की जाएगी और इस टीम की तरफ से गांवों में कोरोना
सैपलिंग करने के लिए अलग से टीमें बनाईं
जाएंगी। इन टीमों में ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी, आंगनवाड़ी
वर्कर, स्कूल अध्यापक और स्वइच्छुक नौजवान शामिल होंगे। सेहत
विभाग का मांस मीडिया विंग सेहत और तंदुरुस्ती केन्द्रों में टीकारकन सम्बन्धित गलत
जानकारी के बारे जागरूक करेगा और टीकाकरण से डर रहे लोगों का भय घटाने के लिए
ब्लाक के सभी गांवों का दौरा करेगा। यह ग्रामीण लोगों को सरकार की तरफ से जारी किए
कोविड रोकथाम के उपाय और कोविड दिशा निर्देशों बारे जागरूक करेगा। मिशन बारे और
ज्यादा जानकारी देते डा. ढिल्लों ने बताया कि आशा वर्कर बुख़ार, खांसी
और साँस लेने में मुश्किल जैसे कोविड लक्षणों की जांच करने के लिए हर गांव में घर-घर
जाएंगी।
मोदी सरकार की तरफ से खाद सब्सिडी बढ़ाने का फैसला एतिहासिक, किसानों को मिलेगा फायदा-सिंगला
बठिंडा. केंद्र सरकार की तरफ से एतिहासिक फैसला लेते खाद पर सब्सिडी बढाने का फैसला किसानों को राहत देने का काम करेगा।
यह खुलासा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुनील सिंगला व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट अशोक भारती ने किया। उन्होंने कहा कि किसानों को डीएपी का एक बैग 2400 रुपये के बजाय अब 1200 रुपये में मिलेगा जिससे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ कम होगा।
इसमें हर किसानों को हर साल हजारों रुपए का फायदा मिलेगा। वर्तमान में केंद्र सरकार इस सब्सिडी पर 14,775 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्यय कर रही है जो अब किसानों की बचत होगी।
मोदी सरकार ने यह फैसला अंतरराष्ट्रीय मूल्य वृद्धि के बावजूद लिया है जिसमें किसानों को पुरानी दरों पर ही खाद मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की बढ़ती कीमतों के कारण खाद की कीमतों में वृद्धि हो रही है।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद किसानों को पुरानी दरों पर ही खाद देने का फैसला लिया। यह काफी सराहनीय कदम है। सुनील सिंगला ने बताया कि पिछले साल खाद की वास्तविक कीमत 1,700 रुपये प्रति बोरी थी। जिसमें केंद्र सरकार 500 रुपये प्रति बैग की सब्सिडी दे रही थी। इसलिए कंपनियां किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से खाद बेच रही थीं। वर्तमान में खाद की वास्तविक कीमत अब 2400 रुपये है, जिसे खाद कंपनियों की तरफ से 500 रुपये की सब्सिडी घटा कर 1900 रुपये में बेचा जाता है। नए फैसले से किसानों को 1200 रुपये में ही खाद का बैग मिलता रहेगा।आशा वर्करों की हिमायत के लिए सिटू के सभी वर्कर व पदाधिकारी एकजुट, देंगे संघर्ष में साथ: चंद्रशेखर/ एडवोकेट एमएम बहल
बठिंडा: कोविड महामारी की जंग में एकजुट होकर जुटी आशा वर्करों की मांगों को सरकार की तरफ से नहीं मानने पर सिटू ने कड़ा विरोध जताया है। इसमें संगठन के प्रदेश समिति के जनरल सचिव कामरेड चंद्र शेखर और जिला उपप्रधान एडवोकेट एमएम बहल ने सभी पदाधिकारियों व वर्करों के साथ आम लोगों को आशा वर्करों की मांगों को मनवाने के लिए एकजुट हो संघर्ष करने की अपील की है। वही फैसला लिया गया कि आशा वर्करों की मांगे पूरी करवाने के लिए सभी संगठन आशा वर्करों के संघर्ष में साथ देंगे।
एडवोकट एमएम बहल ने बताया कि आशा वर्करों और फैसिलीएटरों की तरफ से 24 मई को की जा रही एक दिवसीय हड़ताल का डटकर समर्थन करेंगे। यह हड़ताल पूरे देश में की जा रही है। सीटू ने पंजाब सरकार से माँग की है कि आशा वर्करों को मरीजों की पलस एकसीमीटर सौंप कर घरों में लोगों की जांच करने के लिए भेजा जा रहा है। इस दौरान उन्हें किसी तरह की सुविधा नहीं जा रही है जिससे वह कोरोना से खुद को बचा सके। इस दौरान अगर यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो आशा वर्कर भी इसकी गिरफ्त में आ सकते हैं। उन्होंने मांग रखी कि सभी गांव वासियों को महामारी के बारे में जागरूक किया जाए। यह काम अगले कुछ निश्चित दिनों में ही पूरा किया जाए। वही पंजाब सरकार से वर्करों को सैनेटाईजर, मास्क दस्ताने व पीपी कीट उपलब्ध करवाई जाए। वही वर्करों के पुराने भत्ते जारी किए जाए। सीटू ने मांग रखी कि सभी आशा वर्करों और फैसिलीटेटरें को परोटैक्टिव किट मुहैया करवाई जाए, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पंचायतों और स्थानीय आधिकारियों को दी जाए। वही प्रति मरीज की जांच करने पर उन्हें उचित मेहनताना रेट तय किए जाएं। मरीजों को अस्पतालों में लेकर जाने, टैस्ट करवाने का खर्चा सरकार आप उठाए और आशा वर्करों को अस्पताल में लेकर जाने, ठहराने और वापिस घरों तक पहुँचाने का इंतज़ाम करे। हर आशा वर्कर और फैसिलीटेटर का 50 लाख रुपए का बीमा सरकार की तरफ से करवाया जाना भी ज़रूरी है।
किशोरी राम अस्पताल और मेरिटोरियस स्कूल में कोविड मरीजों के निशुल्क उपचार का रास्ता साफ, शनिवार से शुरू हो जाएगा इलाज, जिला प्रशासन ने 11 दिन बाद दी मंजूरी, आक्सीजन का कोटा अलाट
बठिंडा. जिला प्रशासन ने जरूरतमंद व आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों को राहत देने के लिए जिले में बन रहे दो अस्थायी कोविड ट्रिटमेंट सेंटरों को अनुमति प्रदान कर दी है। इसमें शहर की समाज सेवी संस्थाओं ने उक्त अस्पताल को अपने साधनों से चलाने की अनुमति मांगी थी व अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं तैयार कर रखी थी। इसमें आक्सीजन का कोटा नहीं मिलने से मंजूरी में दिक्कत आ रही थी। वही प्रशासन ने शहर के मेरिटोरियस स्कूल और किशोरी राम अस्पताल में बने कोविड उपचार केंद्र को आक्सीजन कोटा जारी कर शुरू करने अनुमति दे दी।
इसमें मेरिटोरियस स्कूल में जहां 50 मरीजों व किशोरी राम अस्पताल में 10 मरीजों का उपचार शुरू हो सकेगा। इससे उन मरीजों को काफी राहत मिलेगी जो आर्थिक तंगी के चलते शहर के प्राइवेट अस्पतालों में भारी भरकम राशि खर्च कर उपचार नहीं करवा सकते थे। इन अस्पतालों की खास बात यह है कि इसे शहर की एनजीओ चलाएंगी व इसमें दाखिल होने, उपचार करने के साथ खानपान तक का कोई भी खर्च मरीज व उनके परिजनों ने नहीं लिया जाएगा। 11वें दिन किशोरी राम अस्पताल को चेरिटेबल कोविड अस्पताल के तौर पर चलाने के लिए एनजीओ नौजवान वेलफेयर सोसायटी के आवेदन को प्रशासन ने वीरवार को मंजूरी देते हुए उन्हें अस्पताल के लिए ऑक्सीजन का कोटा अवार्ड कर दिया गया है। ऐसे में अस्पताल में कोविड के लेवल 2 के इलाज के लिए तैयारियां का काम पूरी तेज कर दिया गया है ताकि शुक्रवार यानी की 21 मई दोपहर तक ऑक्सीजन सप्लाई आदि की जांच कर शनिवार को अस्पताल में कोविड वार्ड को शुरू कर दिया जाएगा।
पहली बार में किशोरी राम अस्पताल में 10 बेड के इस अस्पताल में इलाज को एक एमडी मेडिसन डा. वितुल गुप्ता के अलावा 3 एमबीबीएस डाक्टर्स, 12 नर्सिंग स्टाफ, 2 रिसेशनलिस्ट, 4 वार्ड ब्वाय के अलावा स्वीपर आदि स्टाफ की नियुक्ति का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं एनजीओ नौजवान वेलफेयर सोसायटी ने डयूटी का पूरा प्लानिंग रोस्टर तैयार कर डयूटी सौंप दी हैं। इसमें कोविड मरीज को घर से अस्पताल व वापस घर छोड़ने की पूरी जिम्मेदारी नौजवान की टीम निशुल्क पूरा करेगी। मरीजों के ब्लड सैंपल निशुल्क करने को लैब से टाइअप कर लिया गया है। नौजवान अस्पताल को बढ़ाकर जल्द 30 बैड करने की इच्छुक है जिसके लिए अगले एक से दो दिनों में आवेदन किया जाएगा।
10 बेडों से कर रहे हैं अस्पताल की शुरूआत
नौजवान वेलफेयर सोसायटी के प्रधान सोनू महेश्वरी ने कहा कि जिले में लगातार बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या के चलते गरीब व जरूरतमंद मरीजों को सस्ता इलाज मुहैया करवाने के लिए उनकी संस्था ने यह प्रयास करनेका निर्णय लिया है। यह उनके लिए नया क्षेत्र है इस लिए धीरे धीरे इस अस्पताल में बेडों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। अभी शुरुआत में 10 बैड के इस अस्पताल में लगाए गए हैं। सभी बेडों पर ऑक्सीजन सप्लाई रहेगी। इसमें निशुल्क दवाएं, ब्लड टेस्ट आदि की सुविधा देने को टाइअप हो गया है। वहीं ऑक्सीजन सिवियां रोड स्थित प्लांट से मिलेगी। यहां लेवल 2 तक के मरीजों का इलाज होगा। उन्होंने कहा कि शुक्रवार तक इस अस्पताल के सिस्टम का ट्रायल कर शनिवार से इसे शुरू कर दिया जाएगा।
डॉ. वितुल गुप्ता सहित 3 डॉक्टर्स की टीम देगी सेवाएं
शहर में लगातार कोविड मरीजों की संख्या के लगातार बढ़ने व मौतों की संख्या बढ़ने के कारण जहां सभी तरफ चिंता बढ़ी हुई है, वहीं इलाज के ऊपर प्राइवेट अस्पतालों में अधिक पैसे वसूलने की शिकायतें लगातार मिलने से मरीजों की चिंता व डर बना हुआ है। ऐसे में एनजीओ के लेवल 2 के शुरू होने के बाद लोगों की चिंता व डर कम होगा, वहीं उनका इलाज में एक पैसा भी खर्च नहीं होगा। किशोरी राम अस्पताल में मरीजों की देखभाल डा. वितुल के अलावा 3 एमबीबीएस डाक्टर्स की टीम करेगी। इसमें दवा से लेकर ब्लड सैंपल टेस्ट फ्री होंगे जबकि उन्हें एंबुलेंस सुविधा भी बिल्कुल निशुल्क रहेगी। इसी तरह की सुविधा मेरिटोरियस स्कूल मानसा रोड में प्रदान की है जिसमें 50 मरीजों के उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।
पंजाब में भाजपा का दलित मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा से कांग्रेस और दूसरी पार्टियों में डर का माहौल, दलित ग्रंथी को राजनीतिक कारणों से गिरफ्तार करने का भाजपा एस.सी. मोर्चा ने किया विरोध, केस बिना शर्त रद्द करे : अटवाल
बठिंडा. प्रदेश में दलितों के शारीरिक और मानसिक शोषण पर भाजपा ने विरोध जताया है। इसमें गत दिवस बठिंडा के दलित ग्रंथी पर बिना किसी अपराध के पुलिस की तरफ से मामला दर्ज करने पर भाजपा, भाजपा एससी मोर्चा ने विरोध जताते एसएसपी बठिंडा को मांग पत्र दिया। इसमें पुलिस कारर्वाई का विरोध जता केस बिना शर्त रद्द करने की मांग रखी वहीं चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने ग्रंथी को रिहा कर केस रद्द नहीं किया तो भाजपा प्रदेश भर में आंदोलन शुरू करेगी। प्रदेश भाजपा एस.सी. मोर्चो के प्रधान राज कुमार अटवाल ने कहा कि पंजाब में अलग ही लोकतंत्र है यहां किसी की सेहतमंदी के लिए अरदास करने पर गुरुद्वारा साहब के ग्रंथी सिंह के खिलाफ केस दर्ज करके जेल में डाल दिया जाता है। इस मामले के खिलाफ भाजपा एस.सी. मोर्चो के प्रतिनिधिमंडल ने मोर्चा के सूबा प्रधान राज कुमार अटवाल के नेतृत्व में दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते ग्रंथी सिंह के खिलाफ दर्ज केस रद्द करने की मांग की व बठिंडा पुलिस के एस.एस.पी. से मुलकात कर मांगत्र दिया। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा एस.सी. मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव संतोख सिंह गुमटाला, बठिंडा शहरी भाजपा प्रधान विनोद कुमार बिट्टा, एस.सी. मोर्चा के सूबा जनरल सचिव रांझा बख्शी, प्रदीप धनी, एस.सी. मोर्चा बठिंडा के जिला प्रधान बूटा सिंह, एस.सी. मोर्चा फरीदकोट के ज़िला प्रधान अमर सिंह, लखबीर सिंह आदि शामिल थे। इस मौके उक्त नेताओं ने कहा कि यह सारा कुछ दलित भाईचारो के लोगों को दबाने के लिए किया जा रहा है और इसके साथ फिर से कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा नंगा हुआ है। उन्होंने कहा कि दलित समाज के खिलाफ दर्ज किये ऐसे मामलों को ले कर दलित समाज पूरे पंजाब में कांग्रेस के विरुद्ध अरदास करेगा।
राज कुमार अटवाल ने कहा कि बठिंडा के गांव बीड़ तालाब के ग्रंथी सिंह गुरमेल सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने के फैसले का स्वागत करते उनकी सेहतमंदी के लिए ईश्वर के सामने अरदास की है, जिस पर सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के इशारे पर एडवोकेट हरपाल सिंह खैहरा की तरफ से दी गई शिकायत के अधार पर दलित समाज के साथ जुड़े ग्रंथी गुरमेल सिंह को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। अटवाल ने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि सत्ताधारी कांग्रेस और दूसरी पार्टियां नहीं चाहतीं कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई दलित बने, क्योंकि यह लोग दलितों को आगे नहीं आने देना चाहते हैंI उन्होंने कहा कि भाजपा के दलित मुख्यमंत्री बनाने के ऐलान के बाद सभी पार्टियों में डर की लहर दौड़ गई है। यह सभी पार्टियां दलित समर्थक होने का दावा करती हैं, परन्तु उनको मुख्य मंत्री या उप मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहतीं। उनके दिल काले हैं और उन के दिलों में चोर है। राज कुमार अटवाल ने कहा कि कैप्टन सरकार ने हमेशा दलितों को सताया है और दलित समाज के लोगों को अपने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है। दलित समाज के समर्थन के साथ सत्ता में आने के बाद दलित समाज को नकार कर एक तरफ़ कर दिया जाता है और दलित समाज पर अत्याचार शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब में दलित को मुख्यमंत्री बनाने का फ़ैसला बहुत सोच -समझ कर लिया है और अगर कोई अच्छे काम के लिए अरदास करता है तो यह कैसे जुर्म बन जाता है? उन्होंने कहा कि दलित समाज प्रधानमंत्री मोदी के फैसले से खुश है और दलित समाज के लोग भाजपा का समर्थन कर रहे हैं और इसमें शामिल हो कर अपने आप को ऊँचा उठाना चाहते हैं। परन्तु भाजपा विरोधी पार्टियां इस सबसे इतनी डरी हुई हैं कि वह किसी भी कीमत पर दलित समाज को दबाना चाहतीं हैं। इसलिए दलित समाज के खिलाफ गलत और झूठे केस दर्ज किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार ने दलितों पर अत्याचारों और झूठे केस दर्ज करना बंद नहीं किये तो भाजपा एस.सी. मोर्चा और दलित समाज पंजाब में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली में सागर पहलवान को हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने बठिंडा के व्यक्ति से थाना सदर में की पूछताछ, आरोपी सुशील के पास जो मोबाइल सिम चला वो बठिंडा निवासी व्यक्ति के नाम पर हुआ जारी
बठिंडा. कुछ समय पहले दिल्ली में सागर पहलवान की हत्या के मामले में फरार आरोपी सुशील कुमार के तार शुक्रवार को बठिंडा से जुड़े। थाना सदर के सब इंस्पेक्टर बेअंत सिंह ने बताया कि दिल्ली के सागर पहलवान हत्या मामले में दिल्ली पुलिस के लिए वांटेड पहलवान सुशील कुमार के पास जो मोबाइल सिम चल रहा था वो बठिंडा निवासी सुखबीर सिंह नामक व्यक्ति के नाम पर था। उन्होंने बताया दिल्ली के मॉडल टाउन एरिया के तीन एस एच ओ एवं इंस्पेक्टर समेत एक बड़े पुलिस अधिकारी ने थाना सदर में सुखबीर सिंह से पूछताछ की और मोबाइल सिम के बारे में जानकारी हासिल की।
सब इंस्पेक्टर ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने सुखबीर सिंह से पूछताछ करने के बाद पंजाब पुलिस की हाजरी में उसे उसके परिजनों को सौंप दिया। बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर सिंह विर्क ने बताया कि दिल्ली पुलिस के एसपी दो इंस्पेक्टर सतारा के करीब दिल्ली पुलिस के मुलाजिम आज सुबह बठिंडा में आए सुनील पहलवान कत्ल मामले की जांच को लेकर सुशील पहलवान को जो मोबाइल सिम ईशु हुआ था वह बठिंडा के एड्रेस का था। बठिंडा के बीड़ रोड के रहने वाले सुखप्रीत सिंह बराड़ के आधार कार्ड के सुशील पहलवान को सिम ईशु हुआ था। परंतु सुखप्रीत सिंह बराड़ के मामा के बेटे अमन ने सुखबीर सिंह बराड़ के आधार कार्ड लेकर आगे मोबाइल सिम सुनील पहलवान को दिया था। फिलहाल दिल्ली पुलिस सुखप्रीत सिंह बराड़ से इस सारे मामले में पूछताछ कर रही है परंतु अमन अभी फरार बताया जा रहा है और बठिंडा पुलिस दिल्ली पुलिस का पूरा सहयोग दे रही है।
पंजाब में पीएम मोदी के लिए अरदास करने वाला महिला सरपंच का पति गिरफ्तार, SC आयोग ने मांगा जवाब
बठिंडा। पंजाब के बठिंडा स्थित गांव बीड़ तालाब की महिला सरपंच राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह खालसा द्वारा गुरुद्वारा साहिब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तंदुरुस्ती और डेरा प्रमुख की रिहाई के लिए अरदास की गई। इसके बाद गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने मामले में पूरी घटना की जानकारी तलब कर दी है।
आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर सरपंच बनी राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह द्वारा की गई अरदास में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा अनुसूचित भाईचारे के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने के एलान का स्वागत किया। उन्होंने अरदास में एक परिवार द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी कराने व उसका इंसाफ न मिल पाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दो परिवार पंजाब को लूट रहे हैं, इसलिए किसी अनुसूचित जाति के व्यक्ति के सिर पर हाथ रखकर उसको मुख्यमंत्री बनाया जाए। साथ ही कहा कि छठे जामे में जैसे 52 राजाओं को रिहा कराया था, ठीक उसी तरह डेरा प्रमुख को भी रिहा कराएं।
उधर, बठिंडा के एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने कहा कि एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर आरोपित गुरमेल सिंह खालसा पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
गुरमेल की गिरफ्तारी एससी आयोग ने मांगा जवाब
गुरमेल सिंह की गिरफ्तारी पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने पंजाब के डीजीपी व मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। वहीं, भाजपा नेता सुखपाल सरां ने कहा कि गुरमेल सिंह ने गुरुद्वारा साहिब में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने के एलान व उनकी तंदरुस्ती के लिए अरदास की है। इसी कारण उन पर केस दर्ज किया गया है, जिसे तुरंत रद किया जाए।
सेहत विभाग की टीम ने दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट में की छापामारी, मरीजों से लिए ओवरचार्जिग का रिकार्ड किया जब्त, इससे पहले मैक्स अस्पताल, ग्लोबल और आईवीवाई अस्पताल का रिकार्ड किया जा चुका है जब्त
बठिंडा. मरीजों से ट्रिटमेंट के नाम पर ओवरचार्ज वसूली के मामले में सेहत विभाग की टीम ने लगातार चौथे दिन शहर के प्राइवेट अस्पतालों में दबिश दी। इस दौरान गोनियाना रोड पर स्थित दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट में सेहत विभाग की टीम ने दबीश दी। वही अस्पताल का पूरा रिकार्ड खंगाला। अस्पताल में मरीजों से ओवरचार्जिंग के कई मामले सामने आए जिसमें सेहत विभाग टीम ने पूरा रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिया है व इसमें जांच पड़ताल की जा रही है।
इससे पहले गत दिवस मानसा रोड स्थित मैक्स सुपरस्पेसलिटी अस्पताल में छापामारी कर विभाग की टीम ने रिकार्ड अपने कब्जे में लिया था। वही मानसा रोड स्थित आईबीवाई अस्पताल, माल रोड स्थित ग्लोबल हेल्थ केयर सेंटर में भी सेहत विभाग ने मरीजों से एवरचार्जिग वसूली को लेकर छापा मारा था व दोनों अस्पतालों का मरीजों संबंधी रिकार्ड जब्त किया था। शहर में उक्त अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिल रही थी कि वह कोविड मरीजों के उपचार को लेकर सरकार की तरफ से तय किए रेट से अतिरिक्त वसूली की जा रही है। इसमें कई अस्पताल तो प्रतिदिन का 25 से 30 हजार रुपए की वसूली की जा रही थी जबकि सरकार ने अस्पताल के लेबल व मरीज को दी जाने वाली सुविधा के हिसाब से रेट फिक्स किए है।
वीरवार को सेहत विभाग के सहायक सिविल सर्जन डा. अनुपमा शर्मा, जिला नोडल अफसर डा. मनीष गुप्ता, मेडिकल अफसर डा. सुशांत कुमार ने अस्पताल प्रबंधन से दाखिल मरीजों का रिकार्ड लिया व पिछले एक माह में अस्पताल में दाखिल मरीजों का रिकार्ड, उनकी फाइले, वसूली गई राशि व दी गई रसीद व टेस्ट के रिकार्ड तलब किए। इस दौरान मेडिकल इश्योरेंस स्कीम में दाखिल मरीजों से तय रेट से चार गुणा तक राशि वसूल करने की शिकायते मिली थी जिसकी भी अलग से जांच की जा रही है। सरकार की सख्ती के बावजूद अधिकतर अस्पताल मरीजों को तय रेट की जानकारी नहीं दे रहे हैं व न ही इस बाबत रेट डिस्पले किए जा रहे हैं जिसके चलते मरीजों को आए दिन सेहत विभाग के पास लिखित शिकायते करनी पड़ रही है। इन्हीं शिकायतों के आधार पर सेहत विभाग की टीम अस्पतालों में छापामारी कर रही है।
पंजाब सरकार की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से कोविड-19 के मरीजों से हो रही लूट को रोकने के लिए जहां सख्ती के आदेश दिए थे वही अब सभी अस्पतालों को इलाज के लिए वसूली जाने वाली तय फीस वसूलने के आदेश दिए है। पंजाब सेहत व परिवार भलाई विभाग ने इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को लिखित पत्र जारी कर कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों का तय रेट पर उपचार करने के निर्देश दिए है। वही हिदायत दी है कि अगर कोई अस्पताल तय रेट से अधिक राशि वसूल करता है तो उसके खिलाफ बनती सख्त कारर्वाई की जाए।
राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के केस बढ़ने के बाद छह तरह की सर्जरी आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना के तहत करने की अनुमति प्रदान की
बठिंडा. राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के केस बढ़ने के बाद छह तरह की सर्जरी आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना के तहत करने की अनुमति प्रदान की है। इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को पत्र जारी कर प्राइवेट अस्पतालों में छह तरह की सर्जरी इस योजना के तहत बिना किसी देरी के शुरू करने के लिए कहा है। कोरोना पीड़ित व इससे ठीक हो चुके कई मरीजों में पिछले कुछ समय से ब्लक फंगस के मामले बढ़े हैं जिसमें मरीज की जान बचाने के लिए शरीर के विभिन्न हिस्सों में सर्जरी की जरूरत पड़ रही है।
पहले जारी हिदायतों में प्राइवेट अस्पताल कई तरह की सर्जरी को सेहत बीमा योजना में शामिल नहीं कर रहे थे। फिलहाल डिपार्टमेट आफ हेल्थ एंड फेमली वेलफेयर पंजाब की तरफ से पत्र संख्या 4826 तिथि 17 मई 2021 के हवाले से कहा गया है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी के मद्देनजर हर जरूरी सेहत प्रबंध कर रही है। उसी कड़ी में कोविड के साथ कई अन्य बीमारियों से मरीजों को जूझना पड़ रहा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार की हिदायतों के बाद राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना में जरूरतमंद व गरीब लोगों को बिना किसी देरी के लाभ देने के लिए कदम उठाने का फैसला लिया है।
इसमें सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में छह तरह की सर्जरी शामिल की है जिसमें एपेंडीक्स सर्जरी दो प्रोसयूडर, गैलबलेडर सर्जरी चार प्रसयूडर, फीसर, फिस्टुला, पायलस सर्जरी चार प्रसयूडर, हर्निया सर्जरी 10 प्रसयूडर, ओर्थोपेडिक प्रैक्चर व सर्जरी 34 प्रसयूडर, गुलोकोमा सर्जरी फार आई एक प्रसयूडर को शामिल किया गया है। इसमें प्राइवेट अस्पतालों को कहा गया है कि वह बिना किसी रैफरल के उक्त योजना में मरीज का उपचार करेंगे व इससे पीड़ित किसी भी मरीज को उपचार के लिए इंकार नहीं कर सकेंगे। इस बाबत उक्त सभी सर्जरी के लिए सरकार की तरफ से तय रेट पर अस्पतालों को सरकार की तरफ से भुगतान किया जाएगा। यह आदेश कोविडके दौरान सरकार की तरफ से इस बाबत जारी होने वाले अगले आदेश तक जारी रहेगे व कोई भी अस्पताल इसमें अपने स्तर पर किसी तरह की तबदीली नहीं करेगा।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने दो साल पहले राज्य में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना में अपना शेयर कर इसे सर्वत बीमा योजना के नाम पर राज्य में लागू किया था। पिछले डेढ़ साल से बढ़े कोरोना के प्रकोप के दौरान अधिकतर अस्पतालों ने कोविड मरीजों का इस योजना में उपचार करने से इंकार कर दिया था व उक्त कार्ड धारकों से बिलों की वसूली हो रही थी। यहां बताना जरूरी है कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ मरीजों को सीधे निजी अस्पतालों में नहीं मिल रहा था।
इसके लिए पहले उन्हें सरकारी अस्पताल में दाखिल होना पड़ रहा था। वहां से रेफर होने पर ही मरीज प्राइवेट अस्पताल में जाते थे। केवल इमरजेंसी की स्थिति में सीधे भर्ती किया जा सकता था। यहां भी निजी अस्पताल को पहले सरकार के सरकारी पोर्टल पर मरीज की केस हिस्ट्री फोटो समेत अपलोड करनी होती थी। सरकार से अप्रूवल मिलने के बाद ही निजी अस्पताल मरीज का आगे इलाज करेगा। जिले में योजना के तहत 13 सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ 19 प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया है। सरबत सेहत बीमा योजना में अस्पतालों के लिए अलग-अलग पैकेज हैं। कुल 1396 पैकेज इलाज के तहत हैं, लेकिन इनमें से 124 गवर्नमेंट रिजर्व हैं। पंजाब सरकार की ओर से 20 अगस्त से उक्त योजना को लागू किया गया है। योजना के तहत 2 लाख 30 हजार 234 परिवार शामिल किए गए हैं।
पंजाब में मेडिकल माफिया कर रहा कोविड महामारी में असहाय मरीजों व उनके परिजनों की जमकर लूट, पंजाब सरकार उठाए सख्त कदम-डा. कमलजीत सिंह सोई
बठिंडा। भारत के अन्य राज्यों की तरह पंजाब भी कोविड-19 के मामलों के कारण चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है। पंजाब में अब तक 67000 से अधिक सक्रिय मामले हैं और लगभग 13000 मौतें हुई हैं। इस कठिन समय में भी मेडिकल माफिया एंटी-वायरल दवाओं की कालाबाजारी, अस्पताल, ऑक्सीजन शुल्क और असहाय COVID-19 रोगियों से पैसे वसूलने का गौरखधंधा कर रहे हैं। शवों पर भी धंधा बना हुआ है, इलाज की तो बात ही क्या। यह टिप्पणी जीएसएचपी, ग्लोबल सोसाइटी ऑफ एचएसई प्रोफेशनल्स के प्रधान डा. कमलजीत सिंह सोई ने की है। उन्होंने राज्य भर में मेडिकल माफिया की तरफ से मरीजों से हो रही लूट को लेकर मुख्य़मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक पत्र लिखा है। इसमें सरकार ने मेडिकल माफिया पर सख्ती से नकेल कसने की मांग की है।
"मेडिकल माफिया" रेमेडिसविर इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर और अन्य संबंधित उपकरणों और दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त
डा. सोई ने कहा कि यह एक "अभूतपूर्व महामारी संकट" है जो राज्य को जकड़ रहा है और असहाय कोविड रोगियों और पीड़ितों को निजी अस्पतालों और मेडिकल माफिया द्वारा लूटा जाता है। मामले को बदतर बनाते हुए, "मेडिकल माफिया" रेमेडिसविर इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर और अन्य संबंधित उपकरणों और दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त है, जिससे जरूरतमंद COVID-19 रोगियों को भारी पैसा खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मीडिया में यह बताया गया था कि पांच दिवसीय पाठ्यक्रम के लिए उच्च मांग वाली एंटी-वायरल दवा की छह शीशियों के लिए लगभग 2.50 लाख का शुल्क लिया गया था जो वास्तविक निर्धारित मूल्य से कई गुना अधिक है।
पेशे में लोग इतने बेरहम हो गए हैं कि वे एम्बुलेंस के लिए भारी पैसा वसूल कर रहे हैं, यहाँ तक कि शवों को ले जाने के लिए कुछ किलोमीटर के हजारों रुपए की वसूली हो रही है।
एंटी-वायरल दवाएं भी कई गुणा दाम पर दे रहे
“कई COVID-19 रोगी अस्पतालों में वायरल-रोधी दवाओं और ऑक्सीजन वाले बिस्तरों के लिए दौड़ रहे हैं, जो बदतर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट की विफलता को उजागर करते हैं,” उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि सरकार “मेडिकल माफिया” गतिविधियों पर तुरंत अंकुश लगाए ताकि असहाय COVID-19 रोगियों की पलायन को समाप्त किया जा सके और सभी जरूरतमंद रोगियों को एंटी-वायरल दवाएं और उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के अधिक मामले पाए जाने के साथ, पंजाब अधिक जोखिम में है। हालांकि सकारात्मकता दर में गिरावट आई है लेकिन मृत्यु दर 2.4% के साथ चिंता का विषय बनी हुई है जो देश में सबसे अधिक है। ६७००० से अधिक सक्रिय मामले और लगभग १३००० आधिकारिक मौतें हो चुकी है। फिलहाल पंजाब को कीमती मानव जीवन को बचाने के लिए अपनी चिकित्सा सेवाओं को और भी बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
मैं सुझाव देता हूं कि पंजाब में अनमोल मानव जीवन को बचाने और मेडिकल माफिया द्वारा पलायन को रोकने के लिए तुरंत निम्नलिखित उपाय किए जाएं।
1. निजी अस्पताल कोरोना रोगियों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत कार्ड को मान नहीं रहे हैं, कृपया एक सख्त सलाह जारी करें और स्वास्थ्य, नागरिक और पुलिस प्रशासन को सभी अस्पतालों में आयुष्मान भारत कार्ड के आधार पर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दें।
2. आपने सभी के लिए मुफ्त टीकाकरण का वादा किया था, जबकि उद्योग को टीकाकरण के लिए प्रति खुराक 430/- रुपये देने के लिए क्यों कहा जा रहा है। कृपया नि:शुल्क टीकाकरण के निर्देश जारी करें। एक तरफ हम संक्रमितों को 1500/- रुपये की फतेह किट दे रहे हैं तो दूसरी तरफ 430 रुपये प्रति डोज की मांग कर रहे हैं। यह किसी भी मायने में जायज नहीं है .
3. कोविड बेड की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
4. निजी अस्पतालों को अपने दैनिक बिस्तर की उपलब्धता को सार्वजनिक करना चाहिए और विशिष्ट उपचारों, प्रक्रियाओं और दवाओं के लिए जारी दर प्रदर्शित करनी चाहिए।
5. कुछ निजी अस्पतालों द्वारा बेड की कालाबाजारी के लिए जीरो टॉलरेंस” और बेड होने के बावजूद “इनकार” कर बाद में मरीज के परिजनों की मजबूरी का फायदा उठा अत्यधिक शुल्क ले रहे हैं।
6. कोविड-संक्रमित रोगियों के परिवारों द्वारा अस्पतालों के नीरस रवैये और महंगे बिस्तर शुल्क का आरोप लगाते हुए शिकायतों की बाढ़ आ गई है, जबकि पंजाब में मौतें और नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
7. किसी भी अस्पताल को किसी भी लक्षण वाले रोगी को परीक्षण से इनकार नहीं करना चाहिए ।
8. कोविड टास्क फोर्स की टीमों द्वारा मरीजों से अधिक किराया वसूलने और उन्हें भगाने का औचक निरीक्षण किया जाना चाहिए और अधिक शुल्क वसूलते पाए जाने पर कदाचार करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
9. एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जहां राज्य में अस्पताल के बिलों का ऑडिट प्रभावी एजेंसी व सरकारी तंत्र की तरफ से किया जाए। कुछ डॉक्टर अनावश्यक स्कैन और डायग्नोस्टिक टेस्ट की सलाह दे रहे हैं जो अधिकतर मामलों में नायायज व गैर जरूरी है। सिविल सर्जन के कार्यालय में कोविड रोगियों द्वारा अनुरोध किए जाने पर इन तमाम मामलों की बिना देरी के ऑडिट भी होना चाहिए।
10. महामारी की आड़ में मरीजों को भगाते पाए गए अस्पतालों के लाइसेंस रद्द किए जाए।
11. यह पाया गया है कि निजी अस्पताल उन रोगियों से अत्यधिक राशि वसूल कर रहे हैं जो सरकारी कर्मचारी हैं, विभिन्न बीमा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं और साथ ही जो इन दो श्रेणियों में नहीं आते हैं। कुछ मामलों में यह पाया जाता है कि बीमा कवर वाले या सरकारी क्षेत्र के उन रोगियों को, जिनके बिलों की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा की जाती है, उन्हें "तय राशि से चार गुणा अधिक" बिल दिए जाते हैं। इसमें तो कई अस्पताल यहां तक कहते है कि बीमा कंपनी को भी उन्हें हिस्सा देना है जबकि बीमा कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों को जब फोन किया जाता है तो वह मामले में यह कहकर पल्लू झाड लेते हैं कि यह राशि कौन सा उनकी जेब से जा रही है। इस पूरे मामले में सभी मेडिकल क्लेम व बीमा कंपनी की सहभागिता की भी जांच होनी चाहिए क्योंकि पंजाब ही नहीं पूरे देश में बीमा कंपनी व मेडिकल माफिया मिलकर काम कर रहा है जिसमें मोटी चपत लगाई जा रही है। इसमें मरीज का भी नुकसान हो रहा है क्योंकि एक मरीज को करवाए गए बीमा क्लेम में जहां एक लाख का भुगतान करना था व बि राशि उसे अगली बार मिलनी थी उसमें अस्पताल चार से पांच गुणा बिल बनाकर उसके क्लेम को समाप्त कर रहे हैं व अपनी जेबे भरने में जुटे हैं।
12. पंजाब के 12000+ गांवों में टीकाकरण प्रक्रिया को बढ़ाया जाए।
3. इस संबंध में शिकायत मिलने पर जिला स्तरीय
कमेटी का गठन किया जाए ताकि कोरोना पीड़ितों को बचाया जा सके।
हालाँकि यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसे राज्य द्वारा गोद में लेने की आवश्यकता होती है जो हमेशा एक कल्याणकारी राज्य होता है और रियायती दरों पर आवश्यक चिकित्सा उपचार प्रदान करता है। पंजाब अपनी लड़ाई की भावना और परोपकार की प्रकृति के लिए जाना जाता है, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी इस महामारी में भाग न जाए और अगर कोई ऐसा करने की हिम्मत करता है तो उसे तत्काल कानून की गिरफ्त में लिया जाए और एक अभूतपूर्व सबक सिखाया जाए ताकि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न करे।
डा. सोई ने कहा कि कोविड -19 की दूसरी लहर के मद्देनजर पूरे भारत में दयनीय स्थिति को देखते हुए, जीवन के हर सेकंड में पीड़ा और दर्द को महसूस करना स्वाभाविक है। ऐसे कठिन समय में, हमें केवल कुछ सकारात्मकता और आशा की आवश्यकता है, इसलिए कीमती मानव जीवन को बचाने के लिए कृपया मेडिकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। हालांकि अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसे राज्य द्वारा हाथ में लेने की जरूरत होती है
उन्होंने कहा सीएम साहब, हम समझते हैं कि हमारी लड़ाई एक अज्ञात, अदृश्य दुश्मन के खिलाफ है। अभी तक कोई ज्ञात इलाज या उपाय नहीं है। इस वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे अच्छा हथियार है आत्म-जागरूकता, सामाजिक दूरी और सबसे महत्वपूर्ण, बाहर निकलते समय डबल मास्किंग।
-लेखक-डॉ. कमलजीत एस सोइ
पीएचडी, एमएससी, एमबीए, एलएलबी, एमईपी (आईआईएमए), एमडीपी (आईएसबी), माइट, एमएसीआरएस, एमसीआईएचटी। ASSE (सुरक्षा विशेषज्ञ)
अध्यक्ष - जीएसएचपी, ग्लोबल सोसाइटी ऑफ एचएसई प्रोफेशनल्स
प्रवक्ता – भाजपा
पूर्व उपाध्यक्ष-पीएसआरसी, परिवहन विभाग, पंजाब सरकार, सदस्य- एनआरएससी
भारत सरकार, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय।
गुरुवार, 20 मई 2021
ਬਠਿੰਡਾ ਅੰਦਰ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਕੇ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਤੇ ਮਾਈਕ੍ਰੋਬਾਇਓਲੋਜੀ ਲੈਬ ਦਾ ਲਿਆ ਜਾਇਜ਼ਾ, ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਕੀਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਉਪਰਾਲਿਆਂ ਦੀ ਕੀਤੀ ਸ਼ਲਾਘਾ
ਹੁਣ ਤੱਕ 80 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰਾਂ ਦੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਚੁੱਕੀ ਹੈ ਮੁਫ਼ਤ ਵੰਡ: ਬਲਦੀਪ ਸੰਧੂ
ਬਠਿੰਡਾ: ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਅੱਜ ਇੱਥੋਂ ਦੇ ਉਦਯੋਗਿਕ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਲਿਮਟਿਡ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਕੇ ਇਸ ਵੱਲੋਂ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਚੱਲਦਿਆਂ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਬਚਾਅ ਹਿੱਤ ਦਿੱਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਮੁਫ਼ਤ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰਾਂ ਲਈ ਸ਼ਲਾਘਾ ਕੀਤੀ।
ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਜ਼ਿਲਾ ਪ੍ਰਸਾਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਪ੍ਰੇਰਨਾ ਸਦਕਾ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਅਧਾਰਿਤ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਇਸ ਮੁਸੀਬਤ ਦੀ ਘੜੀ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖਤਾ ਦੀ ਭਲਾਈ ਲਈ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾ ਕਰਦਿਆਂ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਮੁਫ਼ਤ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਨਾਲ ਪਲਸ ਆਕਸੀਮੀਟਰ ਅਤੇ ਮਾਸਕ ਆਦਿ ਵੀ ਮੁਫ਼ਤ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ।
ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਭਿਆਨਕ ਦੌਰ ਵਿੱਚ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਅਧਾਰਿਤ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਦੇ ਨੁਮਾਇੰਦਿਆਂ ਡਾ. ਗੁਰਮੀਤ ਗਿੱਲ ਅਤੇ ਡਾ. ਵਸੀਨ ਬਾਵਾ ਵੱਲੋਂ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਦੀ ਧਰਤੀ 'ਤੇ ਬੈਠਿਆਂ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾ ਇੱਕ ਵਡਮੁੱਲਾ ਤੇ ਸ਼ਲਾਘਾਯੋਗ ਕਦਮ ਹੈ।
ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਦੇ ਭਾਰਤੀ ਮੈਂਬਰ ਅਤੇ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਲਿਮਟਿਡ ਦੇ ਐਮ.ਡੀ. ਸ਼੍ਰੀ ਬਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਹੁਣ ਤੱਕ 80 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟੇ੍ਰਟਰ ਬਠਿੰਡਾ ਵਿਖੇ ਭੇਜੇ ਗਏ ਸਨ। ਜਿੰਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ 50 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਪਟਿਆਲਾ, ਜਲੰਧਰ, ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਸਾਹਿਬ, ਮੁਹਾਲੀ, ਫਰੀਦਕੋਟ ਆਦਿ ਜ਼ਿਲਿਆਂ ਦੇ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਨੂੰ ਮੁਫ਼ਤ ਵੰਡੇ ਜਾ ਚੁੱਕੇ ਹਨ ਅਤੇ 30 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟੇ੍ਰਟਰ ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਪਿੰਡਾਂ ਤੇ ਕਸਬਿਆਂ ਨੂੰ ਵੰਡੇ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ।
ਇਸ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਦੀ ਕਾਰਜਵਿਧੀ ਬਾਰੇ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਸ੍ਰੀ ਬਲਦੀਪ ਸੰਧੂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਇੱਕੋ ਸਮੇਂ ਦੋ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ 24 ਘੰਟੇ ਲਗਾਤਾਰ ਆਕਸੀਜਨ ਦਿੱਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ। ਖਾਸ ਗੱਲ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਇਸ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਸਟ੍ਰੇਟਰ ਵੱਲੋਂ ਆਕਸੀਜਨ ਕੁਦਰਤੀ ਹਵਾ ਵਿੱਚੋਂ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।
ਬਠਿੰਡਾ ਮਿਸ਼ਨ ਫ਼ਤਿਹ/ 135782 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੇ ਲਗਵਾਈ ਕਰੋਨਾ ਵੈਕਸੀਨ-ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ
ਬਠਿੰਡਾ. ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ਼੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਹੁਣ ਤੱਕ 135782 ਵਿਅਕਤੀ ਕਰੋਨਾ ਵੈਕਸੀਨ ਲਗਵਾ ਚੁੱਕੇ ਹਨ। ਉਨਾਂ ਅੱਗੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਨਾਂ ਵਿੱਚ 12567 ਹੈਲਥ ਵਰਕਰਜ਼, 26455 ਫਰੰਟ ਲਾਇਨ ਵਰਕਰਜ਼, 18 ਤੋਂ 44 ਸਾਲ ਤੱਕ ਦੇ ਰਜਿਸਟਰਡ ਉਸਾਰੀ ਕਿਰਤੀ 7708 ਅਤੇ 45 ਤੋਂ 60 ਤੱਕ 34647 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਤੇ ਇਸੇ ਤਰਾਂ 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਵਧੇਰੇ ਉਮਰ ਦੇ 27131 ਬਜ਼ੁਰਗਾਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਲਗਾਈ ਗਈ ਹੈ।
ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਗੌਰਮਿੰਟ ਇੰਸਟੀਚਿਊਟਸ ਵਿੱਚ 5083 ਹੈਲਥ ਵਰਕਰਜ਼ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 2366 ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 22558 ਫਰੰਟ ਲਾਇਨ ਵਰਕਰਜ਼ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 4857 ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 18 ਤੋਂ 44 ਸਾਲ ਤੱਕ 7708 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼, 45 ਤੋਂ 59 ਸਾਲ ਤੱਕ 30378 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 8294 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਉੱਪਰ ਦੇ 22928 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 5784 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੈ।
सांसद हरसिमरत कौर ने एम्स में सुविधा बढ़ाने की मांग को लेकर पीएम व हेल्थ मनिस्ट्र को लिखा पत्र
बठिंडा. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेहत मंत्री डा. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर एम्स बठिंडा में सेहत सुविधाओं में बढ़ोतरी करने की मांग की है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब के अंदर मौत की दर राष्ट्रीय औसत से दोगुणा हो गई है वही बठिंडा में सर्वाधिक मौते हो रही है जो काफी चिंताजनक है। इस स्थिति में केंद्र सरकार एम्स बठिंडा में कोरोना उपचार की सुविधाओं में बढ़ोतरी करे ताकि बठिंडा व आसपास के करीब दो सौ किलोमीटर के दायरे से यहां इलाज करवाने आने वाले गरीब व जरूरतमंद लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि वेंलटीनेटर देने वाली अस संस्था में लेवल तीन के बिस्तरों में भी बढ़ोतरी की जाए। सरकार समय पर समुचित प्रबंध कर कीमती जानों को बचाए।
बठिंडा में आक्सीजन की कमी पूरा करने के लिए पहुंची 32 एमटी सप्लाई, एम्स ने गैस सप्लाई के लिए मोहाली प्लाट को लिखा पत्र
बठिंडा. बठिंडा में गैस प्लाट में उत्पादन के लिए लिक्वड नहीं मिलने के बाद जहां सप्लाई प्रभावित हो रही थी वहीं जिला प्रशासन की तरफ से उक्त कमी को पूरा करने के लिए गुजरात के हजीरा से मंगवाई आक्सीजन की खेप गत रात बठिंडा पहुंच गई है। जिले में यह दूसरी आक्सीजन ऐक्सप्रैस ट्रेन है जो 32 एम.टी. आक्सीजन गैस ले कर बठिंडा पहुंची है। वही दूसरी तरफ एम्स बठिंडा ने आक्सीजन की मांग बढ़ने के मद्देनजर हाईटैक इंडस्ट्री लिमिटेंड मोहाली से आक्सीजन की सप्लाई बिना देरी से जारी करने के लिए कहा है।
इस बाबत एम्स के कार्यकारी निर्देशक डा. प्रोफेसर डीके सिंह ने तय सरकरी रेट में आक्सीजन देने के लिए कहा है। इसमें डी टाइप ब्लक आक्सीजन सिलेंडर 196 रुपए प्रति यूनिट, बी टाइप ब्लक सिलेंडर 81 रुपए 76 पैसे व ए टाइप आक्सीजन सिलेंडर 70 रुपए 56 पैसे प्रति यूनिट सभी तरह के टैक्स मिलाकर देने के लिए कहा गया है। उक्त मांग एक माह पहले 20 अप्रैल को एक पत्र के माध्यम से हाईटैक इंडस्ट्री लिमिटेंड को भेजी जा चुकी है व अब इस कंपनी को सप्लाई में तेजी लाने के लिए कहा है ताकि मरीजों को आक्सीजन की सप्लाई सही समय पर उपलब्ध हो सके। वही पिछले दिनों सरकार की तरफ से आक्सीजन के रेट तय करने के साथ ट्रांसपोर्ट के चार्ज भी निर्धारित किए गए है।
इसमें केंद्र सरकार की हिदायतों का हवाला देते लिक्वड मेडिकल आक्सीजन 15.22 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर, आक्सीजन इनहेलिशन मेडिकल गैस सिलेंडर 25.71 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर देने की हिदायत दी है वही इसे गतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट चार्ज भी फिक्स किए गए है। इसके तहत एटीवी बलैरों व पिकअप वाहन के चार्ज 1900 रुपए प्रतिदिन, लाइट मेडिकल कमर्सियल व्हीकल जिसमें कैंटर, स्वराज मजदा व टाटा 1109 शामिल है के लिए 2500 रुपए प्रतिदिन व हैवी ट्रांसपोर्ट वाहनों के लिए 3200 रुपए प्रति दिन निर्धारित किए है। इसी बीच बठिंडा के लोगों के लिए राहत वाली बात यह है कि प्रदेश सरकार की तरफ से कोविड महामारी के चलते इस भयानक बीमारी के साथ लड़के लिए किए जा रहे उपरालों के मद्देनज़र दूसरी स्पैशल आक्सीजन ऐक्सप्रैस ट्रेन गुजरात के हजीरा से 16-16 एम.टी. के 2 कन्नटेनर ले कर बीती देर शाम बठिंडा में पहुँच गई है। यहाँ के कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची इस स्पैशल ट्रेन को डिप्टी कमिश्नर की तरफ से रिसीव किया गया।
डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि मौजूदा समय जिले में आक्सीजन गैस को ले कर कोई समस्या नहीं है और भविष्य में भी आक्सीजन गैस को ले कर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने मौजूद आधिकारियों को हिदायत की कि इस आक्सीजन गैस का वितरण सबंधित अस्पतालों को उनकी ज़रूरत मुताबिक किया जाए। इस मौके डी.एम. मार्कफैड एच.एस. धालीवाल, तहसीलदार बठिंडा सुखबीर सिंह बराड़, जे.एस. गैस के मालिक दीपइन्दर के इलावा भारतीय सेना और रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी विशेष तौर पर उपस्थित थे।
ਕਰੋਨਾ ਮੁਕਤ ਪਿੰਡ ਮੁਹਿੰਮ ਵਿੱਚ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਨੰਬਰਦਾਰ ਤੇ ਯੂਥ ਕਲੱਬ ਦੇਣ ਪੂਰਨ ਸਹਿਯੋਗ, ਕਿਹਾ, ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਢਿੱਲ ਮੱਠ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਬਰਦਾਸ਼ਤ
ਪਾਜੀਟਿਵ ਆਉਣ 'ਤੇ ਘਬਰਾਉਣ ਦੀ ਨਹੀਂ ਸਗੋਂ ਹੌਂਸਲੇ ਨਾਲ ਇਲਾਜ ਦੀ ਹੈ ਲੋੜ, ਸਮੂਹ ਟੀਮਾਂ ਆਪਸੀ ਮਿਲਵਰਤਣ ਨਾਲ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣ ਤੇਜ਼ੀ : ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ
ਬਠਿੰਡਾ: ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਵੱਲੋਂ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਪ੍ਰਕੋਪ ਨਾਲ ਨਜਿੱਠਣ ਅਤੇ ਇਸ ਨੂੰ ਫੈਲਣ ਤੋਂ ਰੋਕਣ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਉੱਚ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨਾਲ ਰੀਵਿਊ ਮੀਟਿੰਗ ਕੀਤੀ ਗਈ। ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਕੀਤੀ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਇਸ ਰੀਵਿਊ ਮੀਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਉਨਾਂ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਕੋਵਿਡ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਅਤੇ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਨੂੰ ਰੋਕਣ ਲਈ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸਮੂਹ ਗਤੀਵਿਧੀਆਂ ਦੀ ਬਾਰੀਕੀ ਨਾਲ ਸਮੀਖਿਆ ਕੀਤੀ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਉਨਾਂ ਕੋਵਿਡ ਮੁਕਤ ਪਿੰਡ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਵੱਧ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲ ਦੇ ਆਧਾਰ 'ਤੇ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕਰਨ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ। ਇਸ ਮੁਹਿੰਮ ਨੂੰ ਨੇਪਰੇ ਚੜਾਉਣ ਲਈ ਉਨਾਂ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਨੰਬਰਦਾਰਾਂ, ਯੂਥ ਕਲੱਬਾਂ ਅਤੇ ਸਮਾਜ ਸੇਵੀ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪੂਰਨ ਸਹਿਯੋਗ ਦੇਣ ਦੀ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ।
ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਕਰੋਨਾ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਦੇ ਇਲਾਜ ਲਈ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਿਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਲੈਵਲ 2 ਤੇ ਲੈਵਲ 3 ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਵਾਲੇ ਬੈੱਡਾਂ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਦਾ ਜਾਇਜਾ ਲੈਂਦਿਆ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਮੌਜੂਦਾ ਸਮੇਂ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਬੈੱਡਾਂ ਦੀ ਕੋਈ ਸਮੱਸਿਆ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਉਨਾਂ ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਵੱਧ ਰਹੇ ਮਾਮਲਿਆਂ ਨਾਲ ਨਜਿੱਠਣ ਲਈ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲਗਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਕੈਂਪਾਂ ਵਿੱਚ ਹੋਰ ਤੇਜੀ ਲਿਆਉਣ ਲਈ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ।
ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਦੇ ਸਬੰਧਿਤ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਵੀ ਵੱਡੀ ਪੱਧਰ 'ਤੇ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ। ਉਨਾਂ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਇਹ ਵੀ ਖਾਸ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ ਕਿ ਪਿੰਡਾਂ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਲਈ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ। ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਦੱਸਿਆ ਜਾਵੇ ਕਿ ਉਹ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਨ। ਜੇਕਰ ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਖੰਘ, ਬੁਖਾਰ, ਜੁਕਾਮ ਆਦਿ ਲੱਛਣ ਦਿਖਾਈ ਦੇਣ ਤਾਂ ਉਹ ਤੁਰੰਤ ਆਪਣੇ ਟੈਸਟ ਕਰਵਾਉਣ। ਉਹ ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਜਾਣੂ ਕਰਵਾਉਣ ਕਿ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਵਿਅਕਤੀ ਕਰੋਨਾ ਪਾਜੀਟਿਵ ਆਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਘਬਰਾਉਣ ਦੀ ਨਹੀਂ ਸਗੋਂ ਹੌਂਸਲੇ ਨਾਲ ਇਲਾਜ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ। ਇਸ ਨਾਲ ਜਿੱਥੇ ਉਹ ਮੁੱਢਲੇ ਪੜਾਅ 'ਤੇ ਹੀ ਇਸ ਬਿਮਾਰੀ ਤੇ ਕਾਬੂ ਪਾ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਉੱਥੇ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਤੇ ਸਮਾਜ ਨੂੰ ਵੀ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਸਕਣਗੇ।
ਇਸ ਉਪਰੰਤ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਇੱਕ ਹੋਰ ਵੱਖਰੀ ਮੀਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਜ਼ਿਲੇ ਅਧੀਨ ਪੈਂਦੇ ਸਮੂਹ ਐਸ.ਡੀ.ਐਮ., ਬੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓਜ਼ ਅਤੇ ਐਸ.ਐਮ.ਓਜ਼ ਨੂੰ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ ਕਿ ਉਹ ਸਾਂਝੀ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਤੇ ਆਪਸੀ ਮਿਲਵਰਤਣ ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲਗਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਕੈਂਪਾਂ ਵਿੱਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕਰਨ ਤਾਂ ਜੋ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਨੂੰ ਹੋਰ ਫੈਲਣ ਤੋਂ ਰੋਕਿਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਇਸਦੇ ਨਾਲ ਹੀ ਉਨਾਂ ਸਬੰਧਿਤ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਇਹ ਵੀ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣ ਕਿ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਆਰ.ਐਮ.ਪੀ. ਡਾਕਟਰ ਵਜੋਂ ਜੋ ਪ੍ਰੈਕਟਿਸ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ, ਜੇਕਰ ਉਨਾਂ ਕੋਲ ਕੋਈ ਲਗਾਤਾਰ ਬੁਖ਼ਾਰ, ਖੰਘ ਜਾਂ ਖਾਂਸੀ ਵਾਲਾ ਵਿਅਕਤੀ ਇਲਾਜ ਲਈ ਆ ਰਿਹਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਦਾ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟ ਕਰਾਉਣਾ ਲਾਜ਼ਮੀ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ। ਉਨਾਂ ਜ਼ਿਲਾ ਸਿੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਐਲੀਮੈਂਟਰੀ ਤੇ ਸੈਕੰਡਰੀ ਨੂੰ ਖਾਸ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ ਕਿ ਉਹ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲੱਗਣ ਵਾਲੇ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕੈਂਪਾਂ ਲਈ ਸਕੂਲਾਂ ਵਿੱਚ ਢੁਕਵੇਂ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨੇ ਲਾਜ਼ਮੀ ਬਣਾਉਣ।
ਇਸ ਮੌਕੇ ਸਿਖਲਾਈ ਅਧੀਨ ਆਈ.ਏ.ਐਸ. ਸ਼੍ਰੀ ਨਿਕਾਸ ਕੁਮਾਰ, ਵਧੀਕ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਜਦੀਪ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ, ਸਹਾਇਕ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰਬੀਰ ਸਿੰਘ ਕੋਹਲੀ, ਸ੍ਰੀ ਬਬਨਦੀਪ ਸਿੰਘ ਵਾਲੀਆ, ਡੀ.ਐਸ.ਪੀ. ਜਸਪਾਲ ਸਿੰਘ, ਡਾ. ਯਾਦਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਡਾ. ਪਾਮਿਲਾ, ਕਰੋਨਾ ਸੈੱਲ ਦੇ ਜ਼ਿਲਾ ਇੰਚਾਰਜ ਸ਼੍ਰੀ ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਅਰਸ਼ੀ, ਡੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓ. ਮੈਡਮ ਨੀਰੂ ਗਰਗ ਅਤੇ ਡਾਟਾ ਸੈੱਲ ਦੇ ਇੰਚਾਰਜ ਸ੍ਰੀ ਨਵੀਨ ਗਡਵਾਲ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਜ਼ਿਲੇ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਸਮੂਹ ਐਸ.ਡੀ.ਐਮ, ਐਸ.ਐਮ.ਓਜ਼, ਬੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓਜ਼ ਤੇ ਹੋਰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਕਰੋਨਾ ਸੈੱਲਾਂ ਦੇ ਇੰਚਾਰਜ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ 'ਤੇ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।
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