-जयजीत सिंह जौहल ने पुलिस से उनके मोबाइल फोन की काल डिटेल व ग्रुपों की जांच करने का रखा प्रस्ताव
बठिंडा. थाना थर्मल पुलिस की तरफ से नशा तस्करी की चैन चला रहे तीन लोगों की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रतिरोप का सिलसिला तेज हो गया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए गुरु की नगरी वासी आरोपी रत्न गर्ग को लेकर अकाली दल ने प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि वह कांग्रेसी वर्कर व उसके कांग्रेसी नेताओं से नजदीकी संबंध है। वही अकाली दल के आरोप पर पलटवार करते वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर इंचार्ज जयजीत सिंह जौहल ने कहा कि इस व्यक्ति का कांग्रेस का साथ किसी भी तरह का संबंध न पहले थे व न ही अब है। यही नहीं उन्होंने बठिंडा के एसएसपी से पूरे मामले की जांच करवाने व उनका फोन व काल डिटेल खंगालने की बात कही ताकि पता चल सके कि पिछले दो साल या फिर इससे पहले कभी उक्त आरोपी ने उन्हें फोन किया हो या फिर उन्होंने उससे संपर्क किया हो।
गौरतलब है कि पिछले दिनों बठिंडा पुलिस ने नशे की चैन को तोड़ने के लिए विभिन्न थाना प्रभारियों की रहनुमाई में 50 टीमों का गठन किया था। इसमें थर्मल थाना पुलिस की टीम ने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 16450 नशीली गोलियां व 18300 रुपये की ड्रग मनि के अलावा एक मोटरसाइकिल व एक स्विफ्ट कार भी बरामद की है। इसमें खेता सिंह बस्ती निवासी मनदीप सिंह के पास 750 नशीली गोलियां मिली तो उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। उसने पावर हाउस रोड निवासी आरोपित राजेश वर्मा से इसकी खरीद करने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने आरोपित राजेश वर्मा को गिरफ्तार तो उसके पास भी 400 नशीली गोलियां बरामद की गई। राजेश वर्मा से पूछताछ की गई, तो उसने डॉ. रत्न कुमार गर्ग निवासी गली नंबर डी-वन गुरु की नगरी बठिंडा से नशा खरीदने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने रत्न कुमार को गिरफ्तार कर 15 हजार 300 नशीली गोलियां व 18 हजार 300 रुपये की ड्रग मनी बरामद की।
इस पूरे खेल में राजनीतिक रंग उस समय भर गया जब अकाली दल के वर्कर परमपाल ने दावा किया कि गुरु की नगरी में गिरफ्तार रत्न गर्ग कांग्रेसी वर्कर है। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल के बठिंडा से घोषित उम्मीदवार व पूर्व विधायक सरुपचंद सिंगला ने एक प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस का वर्कर है व उसे वार्ड का प्रधान बनाया गया है। वही उन्होंने नशा तस्कर को कांग्रेसी नेताओं की तरफ से संरक्षण मिलने का आरोप भी लगाया। उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि जिले में नशा तस्करी में पुलिस भी शामिल है जिन्हें वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल बचा रहे हैं। इसमें उन्होंने पिछले दिनों विवादों में आए थाना संगत के प्रभारी का जिक्र करते कहा कि कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता हरविंदर लाड़ी ने यह मामला सीएम के पास उठाया था व इसमें सीएम ने थाना प्रभारी का तबादला करने के आदेश दिए लेकिन बाद में कारर्वाई को राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद रुकवा दिया गया। वही सरुपचंद सिंगला के आरोपों पर वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तरी इंचार्ज जयजीत सिंह जौहल ने पलटवार करते कहा कि सरुपचंद सिंगला मनगढ़त आरोप लगा रहे हैं जबकि गिरफ्तार किए गए आरोपी का कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर आरोपी उनका वर्कर होता तो पुलिस के गिरफ्तार करने पर वह या फिर उनकी पत्नी व जानकार उन्हें फोन करते व बचाने की बात कहते। इस मामले में अकाली दल आरोपी को उनका करीबी बता रहा है। इसके लिए वह जिले के एसएसपी को लिखित पत्र देने को तैयार हूं जिसमें वह उनके फोन की पूरी जांच करवा ले वहीं संबंधित मोबाइल कंपनी को भी वह लिखित में पिछले दो साल की डिटेल देने का आवेदन करने को तैयार हूं। यही नहीं यह जानकारी पुलिस मीडिया व विरोधी दलों को भी जारी कर सकती है। अर उक्त आरोपी कांग्रेसी वर्कर है तो उसका संपर्क नंबर, डिटेल व कांग्रेसी वर्करों के वट्सएप ग्रुप में उसकी जानकारी जरूर होगी जिसकी पुलिस निषपक्ष होकर जांच कर सकती है। इस दौरान जयजीत सिंह जौहल ने मीडिया के समक्ष दो कांग्रेसी वर्करों को भी लेकर आए जिसमें गुरु की नगरी में ही रहने वाले कांग्रेसी नेता महिंदर भोला भी शामिल थे। जिन्होंने इस बात की पुष्टी की कि उक्त आरोपी का कांग्रेस के साथ किसी तरह का संबंध नहीं है।