चंडीगढ़/गुरदासपुर। दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा और लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज की जगह केसरिया झंडा फहराए जाने की घटना के बाद पंजाबी फिल्मों के जाने माने कलाकार दीप सिद्धू विवादों में हैं। पंजाबी फिल्मों में अधिकतर नायक की भूमिका निभाने वाले दीप सिद्धू इस घटना के बाद लोगों के निशाने पर आ गए हैं। किसान नेताओं ने भी इस घटना के लिए दीप सिद्धू पर निशाना साधा है। दूसरी ओर, दीप ने पूरे मामले पर सफाई दी है और लोगों को भड़काने के आरोप को गलत बताया है। सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया पर लाइव होकर कहा कि इस घटना के लिए उन्हें विलेन बनाना गलत है। दूसरी ओर एनआइए ने दीप सिद्धू को समन जारी कर पेश होने को कहा है। जानकारी के अनुसार उन्हें पहले भी एनआइए का नोटिस मिल चुका है।सिद्धू के पिछले लोकसभा चुनाव में सनी देओल के लिए सक्रिय होने की बात सामने आई। दीप सिद्धू लोकसभा चुनाव के दौरान गुरदासपुर से सनी देओल के प्रचार से भी जुड़े रहे थे। सांसद सनी देओल पिछले कई दिनों से लगातार कह रहे हैं, कि उनका या उनके परिवार का दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं है। सनी ने दिसंबर में भी साफ कर दिया था कि उनका सिद्धू से कोई लेना देना नहीं है। दीप सिद्धू ने कहा था कि वह सनी देओल से लंबे समय से नहीं मिले हैं। दिल्ली के घटनाक्रम के बाद दीप सिद्धू पंजाब में भी निशाने पर आ गए हैं। इस घटना की निंदा करते हुए किसानों ने भी दीप सिद्धू से किनारा कर लिया है। सिद्धू के किसान आंदोलन के शुरू होने के दौरान इंटरनेट मीडिया पर काफी सक्रिय रहने की बात सामने आई है।
दीप सिद्धू ने यह दी सफाई
पूरे मामले में निशाने पर आने के बाद दीप सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया पर लाइव हाेकर अपनी सफाई दी। फेसबुक पर लाइव होकर दीप सिद्धू ने कहा कि उस पर लोगों को भड़काने का आरोप गलत है। दीप ने कहा, क्या इसने लोगों को काेई एक व्यक्ति भड़का सकता है। दीप के अनुसार, दरअसल किसान खासकर युवा दिल्ली में रिंग रोड से जाना चाहते थे और किसान नेताओं को बैठक में साफ-साफ यह बात कह रहे थे। जब किसान नेताओं ने दिल्ली पुलिस के साथ समझाैते में तय रूटाें पर ट्रैक्टर परेड करने की बात कही तो युवा किसानों ने इसका विरोध किया और कहा कि वे रिंग रोड होकर ही जाएंगे। लेकिन, किसान नेताओं ने उनकी भावना नहीं समझी और इस कारण ऐसा हुआ।
दीप सिद्धू ने कहा, लाल किले के पास भारी तादाद में लोग पहुंचे तो क्या सभी काे मैंने ही भड़काया। अन्य बार्डर से निकाले गए ट्रैक्टर परेड में भी तय रूटों का उल्लंघन किया गया। लाल किले पर केसरिया झंडा फहराने पर भी उसने सफाई दी है। उसका कहना है कि वहां से राष्ट्रीय ध्वज को नहीं हटाया गया। किसान आंदोलन में निशान साहिब के ध्वज का इस्तेमाल हो रहा है, इसलिए वहां निशान साहिब और किसान संगठन के ध्वज को लगाया गया। फेसबुक लाइव के दौरान काफी संख्या में लोगों ने उसके खिलाफ टिप्पणी की।
कैसे जुड़ा सनी देओल से सिद्धू का नाम
2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान भाजपा की ओर से फिल्म स्टार सनी देओल को लोकसभा हल्का गुरदासपुर से चुनाव मैदान में उतारा गया। सनी देओल के चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाने वाले लोगों में से दीप सिद्धू भी एक थे। जोरा दस नंबरी और उसका रीमेक बनाकर मशहूर हुए दीप सिद्धू लोक सभा चुनाव से पहले या बाद कभी भी गुरदासपुर नहीं आए। लेकिन, चुनाव प्रचार में अहम भूमिका होने के चलते ही दीप सिद्धू का नाम अब विरोधियों द्वारा लगातार सनी देओल के साथ जोड़ा जा रहा है।
सनी देओल तोड़ चुके हैं नाता
पंजाब में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध होना शुरू हुआ तो दीप सिद्धू भी इसका हिस्सा बन गए। इसके चलते सनी देओल के नाम को लेकर भी चर्चा होनी शुरू हो गई। इसके बाद सांसद सनी देओल ने 6 दिसंबर को ट्वीट करके घोषणा कर दी कि उनका या उनके परिवार का अब दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नहीं है।
इसके बाद दीप सिद्धू ने खुद भी मीडिया के समक्ष इस बात को माना कि वह पिछले लंबे समय से सनी देओल से नहीं मिले हैं। अब उनका सनी देओल से कोई संबंध नहीं है और किसान आंदोलन का समर्थन करना उनका निजी फैसला है।
सनी देओल ने फिर किया ट्वीट
भाजपा सांसद सनी दिओल ने गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले में घटित घटना के बाद फिर से ट्वीट कर कहा इस घटना को देख उनका मन बहुत दुखी हुआ है। उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू का उनसे तथा उनके परिवार से कोई संबंध नहीं है। इसे वह 6 दिसंबर को ही स्पष्ट कर चुके हैं।
पुराने फोटो किए जा रहे वायरल
भले ही सांसद सनी देओल ये बार बार स्पष्ट कर चुके हैं कि उनका या उनके परिवार का दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं है, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा दीप सिद्धू के सांसद सनी देओल के साथ पुराने फोटो वायरल किए जा रहे हैं। जिसकी भाजपा नेताओं ने कड़ी निंदा की है।
दीप सिद्धू का जन्म मुक्तसर साहिब जिले में हुआ था और बाद में परिवार बठिंडा जिले के गांव बहमन दीवाना से शिफ्ट हो गया। बहमन दीवाना के सरकारी स्कूल में आठवीं तक शिक्षा प्राप्त की और नौंवी व दसवीं बठिंडा के गुरु नानक स्कूल में पढ़ाई की। इसके बाद ग्यारहवीं व बारहवीं लुधियाना से की और पूणे से वकालत की डिग्री की। इसके बाद मुंबई में वकालत शुरु की। बताया जाता है कि दीप सिद्धू की इसी दौरान सनी से पहचान बनी।
- पहली फिल्म रमता जोगी आई और इसके बाद बठिंडा के अमरदीप सिंह गिल के संपर्क में आने के बाद जोरा- दस नंबरिया,जोरा- द सेकंड चैप्टर फिल्म आई। लेकिन कोरोना के कारण पंजाबी फिल्म उद्योग व सिनेमाघर बंद हो जाने से फिल्म भी बंद हो गई। इसके बाद चले किसानी संघर्ष के दौरान दीप ने शंभू बार्डर पर मोर्चा लगाया।
इस दौरान उसका साथ लक्खा सिधाना व गायक कंवर ग्रेवाल ने दिया। बाद में लक्खा व कंवर ग्रेवाल दोनों ही पीछे हट गए। दिल्ली में संघर्ष के दौरान लक्खा व दीप एक बार फिर एक दूसरे के नजदीक आ गए। कंवर ग्रेवाल ने दूरी बनाए रखी। दीप सिद्धू के पिता लुधियाना में एडवोकेट थे। उनका एक भाई लुधियाना में एडवोकेट है और दूसरा कनाडा में रहता है।