फरीदकोट। युवा कांग्रेसी नेता गुरलाल सिंह भलवान हत्याकांड के 24 घंटे बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा। यहां वीरवार की सायं करीब 5 बजे दो अज्ञात लोगों ने ने भलवान की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। वह यूथ कांग्रेस का जिला प्रधान व गोलेवाला से जिला परिषद सदस्य था। वारदात के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने देर सायं गुरलाल के पिता सुखचैन सिंह (जर्मन कॉलोनी, फरीदकोट) के बयान पर दो अज्ञात युवकों व उनके 5-6 अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस इस हाई प्रोफाइल मामले को सुलझाने के लिए पूरे हाथ-पैर मार रही है, लेकिन अभी तक उसके हाथ कोई सुराग नहीं लगा। डीएसपी सतिंदर सिंह विर्क के अनुसार, उन्हें उम्मीद है कि मामले का जल्द कोई ठोस सुराग मिल जाएगा। गुरलाल सिंह भलवान के नजदीकी सूत्रों के अनुसार, उसे काफी दिनों से ऐसी किसी अप्रिय घटना का शक था। इसी के चलते बीते दिनों संपन्न हुए निकाय चुनावों के दौरान वह चुनाव प्रचार में काफी कम सक्रिय रहा था। वह कभी-कभार ही सही, लेकिन अधिकांश बार अपने साथी युवकों के साथ ही बाहर निकला । कल सायं जिस इमाीग्रेशन सेंटर के बाहर उस पर जानलेवा हमला हुआ, उसमें उसका पहले काफी आना-जाना था। निकाय चुनाव के बाद से वह अकसर यहीं दिखाई देता था। हमलावरों ने भी इसी स्थान की रेकी करने के बाद सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देकर गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी।
मेडिकल कॉलेज के पास श्मशानघाट में मासूम बेटे ने किया दाह संस्कार- मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में गुरलाल के शव का पोस्टमार्टम किया गया। वहीं पास में श्मशानघाट में गुरलाल सिंह के शव का अंतिम संस्कार किया गया। उसके चार वर्षीय मासूम बेटे सुमेर सिंह भुल्लर व पिता सुखचैन सिंह ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर फरीदकोट के विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों, यूथ कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लों, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय पाल सिंह संधू और आम आदमी पार्टी के नेता गुरदित सिंह सेखों समेत बड़ी संख्या में युवा कांग्रेसी व क्षेत्रवासियों ने गुरलाल सिंह के शव को अंतिम विदाई दी।
गैंगस्टरों के बीच दुश्मनी - पिछले वर्ष 11 नवंबर को फरीदकोट में तलवंडी रोड पर रहते रजत कुमार उर्फ शैफी व उसके एक मित्र पर कुछ लोगों ने हत्या की नीयत से फायरिंग की थी। गैंगस्टरों के बीच आपसी दुश्मनी से जुड़े इस मामले में पुलिस ने बाठां वाला मोहल्ले के निवासी हरलीन कुमार व जोगियां वाली बस्ती के निवासी जगसीर सिंह उर्फ जग्गा और इनके चार अज्ञात साथियों पर मामला दर्ज किया था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
कटारिया कांड जांच में अटका-फरीदकोट स्थित नारायण नगर में 6 फरवरी को व्यवसायी करण कटारिया उर्फ आशु ने रिवाल्वर से अपने दो बच्चों की हत्या करने और पत्नी को गोली मारकर घायल करने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में उसने इस घटना के लिए विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के साले डंपी विनायक को जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस ने भी डंपी पर मामला दर्ज किया था। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और मामला अब भी जांच में अटका हुआ है।
पड़ोस में गैगस्टरों ने की थी कारोबारी की हत्या -पड़ोसी जिले मोगा में पिछले एक साल में 10 हत्याएं हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर घरेलू हत्याएं थीं। ये घरेलू हिंसा से हत्या में बदल गईं। गैंगस्टरों ने 14 जुलाई, 2020 को मोगा के सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या की थी, जिसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मे ने फेसबुक पर ली थी।
No comments:
Post a Comment