बठिंडा. पंजाब में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिशा-निर्देश में प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में सोमवार को सिविल लाइन पुलिस थाने की टीम ने 100 फुटी रोड अजीत रोड के चौक में नाका लगाकर जहां लोगों के चालान काटे वही पैरामेडिकल स्टाफ के साथ नाका लगाकर पब्लिक को जागरूक करने के लिए कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए। इसके बाद टीम ने बिना मास्क लगाए गुजर रहे करबी 70 लोगों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए। वहीं लोगों को चेतावनी दी गई कि घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें। वहीं उन्होंने कहा कि मास्क लगाने से अपना भी फायदा और आप चालान से भी बचेंगे। इस मौके सिविल अस्पताल से पहुंची पैरा मेडिकल की टीम ने लोगों के मेन चौक में सैंपल लिए व उन्हें मास्क भी दिए गए।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वह बीते 21 दिनों में बठिंडा जिले में 593 नए लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। इस तरह जिले में अब तक 359 एक्टिव मरीज हो गए हैं जिसमें से 255 होम आइसोलेशन में हैं। इस स्थिति में जरूरी है कि लोग घरों से बाहर निकलने से पहले मास्क लाजमी पहने वह पब्लिक पलैस में सोशल डिस्टेसिंग का पालन सख्ती से करे। इस महामारी में कोविड वैक्सीन लगाने वाले लोगों को भी निश्चित होकर बैठने की जरूरत वहीं है बल्कि उन्हें इस बीमारी से बचने के लिए नियमों का पालन लाजमी करना चाहिए। दूसरी तरफ सेहत विभाग की तरफ से जिन लोगों के कोविड सैंपल लिए जा रहे हैं उनके आधार कार्ड नहीं ले रहे हैं बल्कि उनका मोबाइल नंबर व घर का पता लिखकर ही औपचारिकता पूरी हो रही है। इस तरह की लापरवाही में चिंता वाली बात यह है कि जिले में 44 कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे है जिनकी सेहत विभाग तलाश कर रहा है इन लोगों ने जांच से पहले अपना मोबाइल नंबर व पता गलत लिखवाया था जिसके चलते रिपोर्ट पोजटिव आने के बाद उपचार संबंधी प्रक्रिया व होम आइसोलेशन में जाने की निगरानी नहीं हो सकी है। इस तरह की लापरवाही को रोकने के लिए सेहत विभाग व सरकार ने टेस्ट करवाने वाले का आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड की कापी लेने का आदेश दिया था।
फिलहाल कोरोना संक्रमितों द्वारा सैंपलिंग दौरान विभाग को नाम, पता और मोबाइल नंबर गलत दर्ज करवाने के कारण ट्रेस नहीं हो रहे जिसके चलते वे खुले में आम लोगों के बीच घूम रहे हैं। ऐसे में संक्रमण और अधिक फैलने की संभावना है। इस बाबत सिविल सर्जन डा. तेजवंत ढिल्लों भी कहते हैं कि कोरोना संक्रमण को लोगों के जागरूक हुए बिना टालना संभव नहीं है। कोरोना गाइडलाइन की पालना बेहद जरूरी है जिसमें मास्क पहनना व हाथों को सेनेटाइज करना व 2 गज दूरी बहुत अहम है। वहीं शहर में अब तक 236 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है जिसमे करीब हर आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया कि कोरोना वायरस पिछले कुछ दिनों में तेजी से फैल रहा है इसलिए हम सभी को अब अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
फोटो -बठिंडा के सौ फुटी रोड के घोड़ा वाला चौक में पुलिस की तरफ से नाका लगाकर जहां चालान काटे गए वही बिना मास्क घूम रहे लोगों के कोविड सैंपल लिए गए।