बठिंडा. कोरोना की दूसरी लहर दिन-ब-दिन और घातक हो रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण लोगों की लापरवाही है। लोग अभी भी मास्क और शारीरिक दूरी पर ध्यान नहीं दे रहे, जिससे संक्रमण बढ़ रहा है। इसी वजह से पिछले 20 दिनों से जहां प्रतिदिन 600 से ऊपर मरीज आ रहे हैं वही प्रतिदिन 20 लोगों की मौत हो रही है। रविवार को कोरोना के 22 मरीजों की मौत हुई वही सोमवार को मृतकों की तादाद 26 हो गई, जबकि 800 नए संक्रमित मिले हैं। सबसे राहत वाली बात है कि लगातार तीसरे दिन कोरोना पाजिटिव के मुकाबले ज्यादा मरीज रिकवर हुए हैं। रविवार को 707 नए मरीजों के मुकाबले 888 मरीज रिकवर हुए है, जबकि बीते शनिवार को भी 540 नए कोरोना के मुकाबले 711 मरीज स्वस्थ हुए थे। वही सोमवार को भी यह तादाद बरकरार रही। पूर्व दो दिन में ठीक होने वाली मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद सेहत विभाग को उम्मीद जग रही है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो गई। अब जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 7659 हो गई है। सेहत विभाग के मुताबिक अब तक जिले में 33476 लोग कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं, जिनमें से 25000 ठीक हो चुके हैं, जबकि 665 लोगों की जान जा चुकी है। रोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सेहत विभाग ने अधिक से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट कर रही है। वहीं अब गांवों में सैंपलिग मुहिम तेज कर दी है। इसके तहत विभाग की तरफ से टीमों का गठन कर गांव-गांव पहुंचकर संक्रमित व्यक्ति की जानकारी एकत्र कर सैंपल ले रही है। टीम पहले गांवों में पहुंचकर बाहर से आने वाले एवं संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिग कर रही है तथा उनकी जांच में संदिग्ध होने पर लोगों को सैंपल के लिए चिन्हित किया जा रहा है। गोनियाना मंडी के गांव भोखड़ा व जंडावाला से संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल लिए। तलवंडी साबो के अधीन आते गांव की पंचायत व क्लब मेंबरों के सहयोग से सेहत विभाग की विशेष टीम ने गांव का डोर टू डोर सर्वे किया, जिसके बाद गांव में संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि गांव में कोरोना संक्रमण भी फैलने से रोका जा सके।
22. चरणजीत कौर पत्नी गुरचरण सिंह आयु 64 वर्ष वासी बुर्ज मानसा जो दिल्ली हार्ट में दाखिल थी
25. बिहारी लाल पुत्र छोटे लाल 63 वर्ष निवासी बठिंडा जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल था
कोरोना प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र में सैंपलिंग और वैक्सीनेशन में लाई जाए तेजी : डीसी बी.श्रीनिवासन
कोरोना सैंपलिंग, वैक्सीनेशन और आक्सीजन गैस सिंलडरों की स्थिति का लिया प्रशासकीय अधिकारियों की बैठक में जायजा
बठिंडा: डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन की तरफ से कोरोना महामारी के प्रकोप पर नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन के उच्चा आधिकारियों के साथ प्रतिदिन समीक्षा बैठक की जा रही है। सोमवार को जिले में कोविड से संबंधित महामारी को रोकने के लिए की जाने वाली समूह गतिविधियों की समीक्षा की। इस मौके कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में स्थापित किए गए लेबल-2 और 3 की सामर्थता वाले बैंडों की स्थिति के इलावा प्रतिदिन की जाने वाली कोरोना टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और आक्सीजन गैस सिंलडरों की स्थिति का जायजा लिया गया।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने सेहत विभाग के सबंधित आधिकारियों को आदेश देते कहा कि कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को निरंतर जारी रखा जाए। शहरी इलाके के बाद अब गांव में कोरोना के बढ़ रहे मामलों और कोरोना प्रभावित व्यक्तियों की हो रही मौतों के मद्देनज़र गांवों में अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाए और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए कि वह कोरोना लक्षणों का पता लगने पर बिना देरी के कोरोना टैस्ट लाज़िमी करवाएं जिससे इस भयानक बीमारी पर जल्द काबू पाया जा सकेंगा।
बठिंडा: डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि करोना के बढ़ रहे प्रकोप को रोकने के मद्देनज़र पंजाब सरकार की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला प्रशासन की तरफ से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना के प्रभाव को फैलने से रोकने के लिए सेहत विभाग के सहयोग के साथ अलग-अलग टीमों से तरफ से सरकारी दफ्तर, सेवा और सुविधा केन्द्रों, तहसील कंप्लैक्स में जाकर कोरोना वैक्सीनेशन और सैंपलिंग कैंप लगाए जा रहे हैं। इन कैंपों की लड़ी के अंतर्गत बीते 24 घंटों दौरान 3369 सैंपल लिए गए और 1015 लोगों की वैक्सीनेशन हुई। डिप्टी कमिश्नर ने गत 24 घंटों के दौरान सेहत विभाग की टीमों की तरफ से की गई सैंपलिंग के बारे जानकारी देते बताया कि 1099 अलग-अलग पुलिस नाकों, 1225 सेहत विभाग और 1045 प्राईवेट अस्पतालों की तरफ से सैंपल लिए गए। इसी तरह वैक्सीनेशन बारे जानकारी देते डिप्टी कमिशनर ने बताया कि सरकारी अस्पतालों और सेहत केन्द्रों में लगाए गए अलग -अलग कैंपों में 290 व्यक्तियों के इलावा 18 से 44 वर्ग के 725 निर्माण कामगार के वैक्सीनेशन की गई।
डिप्टी कमिशनर बी.श्रीनिवासन ने आम लोगों को अपील करते कहा कि वह सरकार की तरफ से समय-समय पर जारी हिदायतों की पालना करे वही सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफ़वाहों से गुरेज़ करे। मुंह पर हमेशा मास्क पहने और बार-बार साफ पानी और सैनीटाईजर के साथ हाथ साफ़ करते रहे। इस महामारी से सिर्फ़ परहेज़ के साथ ही छुटकारा पाया जा सकता है।