बरनाला। दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस व किसानों के बीच हुई पत्थरबाजी में घायल होकर सोशल मीडिया में ट्रेंड होने वाला युवक जग्गी सिंह जिला बरनाला का है। जख्मी हालत में बिखरे बाल लेकर जोश में नारे लगाने के चलते उसकी फोटो सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही है। दलित परिवार से संबंध रखने वाले वाला जग्गी सिंह (23) गुरुद्वारे में बतौर सेवादार काम करता है और पिछले 2 महीने से किसानों को दिल्ली में लंगर छका आ रहा है।
उसके पिता ने कहा कि उसे फख्र है कि उसका बेटा प्रदेश के हितों के लिए लड़ता हुआ घायल हुआ है। उनके पास जमीन नहीं है। लेकिन फिर भी वह किसानी संघर्ष का समर्थन करते हैं। जिले के गांव पंधेर के पूर्व सरपंच दलजिंदर सिंह पप्पू ने बताया कि उनके गांव के गुरुद्वारे में पिछले कई साल से जग्गी सिंह सेवा कर रहा है। वह उनके गांव का ही रहने वाला है और बाबा हरबंस सिंह कारसेवा वालों से जुड़ा हुआ है। उनके गांव से लोग बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार बैठे हैं।
फिक्र भी हुआ और फख्र भी : पिता दर्शन सिंह
जग्गी के पिता दर्शन सिंह ने कहा कि जब कल उन्होंने टीवी पर अपने गांव के लड़के को घायल हालत में हमलावरों को देखकर नारे लगाते हुए देखा तो उन्हें फिक्र भी हुआ और फख्र भी हुआ। उनके गांव के करीब 20 लड़के वहीं पर डटे हुए हैं। अब उसे बंगला साहिब गुरुद्वारा में इलाज के लिए ले जाया जा चुका है।
परिवार के पास नहीं है कोई जमीन पूरा परिवार करता है मजदूरी
घायल जग्गी सिंह के पिता दर्शन सिंह व उसकी माता जरनैल कौर ने बताया कि उनके तीन बेटे हैं। उनका गांव में ही एक छोटा सा घर है। वह मजदूरी करके अपना गुजारा करते हैं। उनके पास किसी कोई जमीन नहीं है। लेकिन उनके पास जमीन नहीं है। लेकिन जमीर है उनका मजदूरी मजदूर वर्ग भी खेती के साथ जुड़ा हुआ है।
अगर यह बिल पास हो जाते हैं तो बड़ी कंपनियां खेतों पर कब्जा कर लेंगे। और मजदूरों को भी खेतों से निकाल देंगे। वह किसानों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इसलिए वह हर तरह उन्हें एक बार फिक्र हुआ था। उनके बेटे का फोन भी बंद आ रहा है। लेकिन अब उनकी बात हो गई है और उनका बेटा ठीक है। उनका हौसला कम होने की बजाय बढा है। दिल्ली बॉर्डर से सरपंच के बेटे राणा ने बताया कि यहां पर पुलिस धक्के शाही कर रही है।
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