बठिडा: स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा को निजी हाथों में देने के फैसले के विरोध में स्कूल स्टाफ ने मुख्य गेट पर शुक्रवार को धरना लगाया। साथ ही सरकार की तरफ से जारी कापियां जलाई गई।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह स्कूल दिसंबर 2011 में बच्चों को विशेष सुविधा देने के लिए खोला गया था। विद्यार्थियों को खेल व पढ़ाई के अलावा खाने-पीने व रिहायश भी निशुल्क मिलती थी, लेकिन पिछले कुछ समय से यह सरकारी स्कूल अनदेखी का शिकार हो रहा है। 2017 के बाद स्कूल को कोई सरकारी ग्रांट नहीं मिली। इस कारण अध्यापकों व कोचों को छह महीने वेतन नहीं मिला।
विद्यार्थियों की सुविधाएं कम की जा रही हैं। शिकायत करने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि विद्यार्थियों से पांच - पांच हजार रुपये प्रति महीना लेने की की योजना है। स्पोर्ट्स स्कूल को किसी निजी कंपनी को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सब एक साजिश के तहत हो रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीें किया जाएगा।
साथ ही पांच फरवरी को जम्हूरी जत्थेबंदियों का वफद इस मसले को लेकर डीसी बी श्रीनिवासन व प्रशासनिक अधिकारियों से मिलेगा। धरने में अमनदीप कौर, गगनदीप सिंह, भारती किसान यूनियन उग्राहां के अमरीक सिंह, नौजवान भारत सभा के अश्वनी घुद्धा, डीटीएफ की तरफ से रेशम सिंह व हरजीत जीदा, ठेका कर्मचारी मोर्चा पावरकाम के गुरिदर पुन्नू, आरएमपी डा. यूनियन की तरफ से गुरदीप सिंह घुद्धा, लोक मोर्चा के परमजीत कौर, स्कूल के पूर्व चेयर चेयरमैन बचित्र सिंह, विद्यार्थी ऐक्ता कमेटी के गुरप्रीत सिंह, पंजाब खेत मजदूर यूनियन व जल सेनिटेश्न विभाग के नेता भी शामिल हुए।
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