बठिंडा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों की ओर से महात्मा गांधी की पुण्यतिथि सद्भावना दिवस पर शनिवार को हर मोर्चा पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक किसानों ने भूख हड़ताल रखी। वहीं नथाना के गांव लहरा मोहब्बत के ग्रामीणों ने नगर पंचायत चुनाव के बायकॉट का प्रस्ताव पास किया है।
बठिंडा के मिनी सचिवालय के सामने भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की ओर से लगाए पक्का मोर्चा में विभिन्न ब्लॉकों से पहुंचे बलविंदर सिंह जोधपुर, गेजा सिंह लक्खी जंगल, गुरदीप सिंह महमा, जगसीर सिंह जगाराम तीर्थ व अंग्रेजी सिंह भूख हड़ताल पर बैठे जिन्हें मालाएं पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं की ओर से लिए गए फैसले के अनुसार वे सद्भावना दिवस मना रहे हैं, जिसमें सभी मोर्चों पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल रख रहे हैं। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि इस आंदोलन को तोड़ने और खदेड़ने की साजिश नाकाम हो चुकी है, पूरे देश का किसान इस बात को समझ चुका है।
भाजपा-आरएसएस किसान आंदोलन को प्रभावित करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं जिसकी हरेक किसान-मजदूर कड़ी निंदा करता है। इन लोगों को छोटी बातों से बाज आना चाहिए। ये देश का आंदोलन है, यहां पर जाति-धर्म या रंग का सवाल नहीं।
धर्म के नाम पर बहुत रोटियां सेक लीं, अब उन्हें सोचना चाहिए। इस देश में हर वर्ग खाना खाता है, उसे भूख लगती है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर 26 नवंबर से लाखों की तादाद में किसान, मजदूर मोर्चा लगाए हुए हैं और मोर्चा फतेह करके ही लौटेंगे।
नगर पंचायत चुनाव के विरोध में प्रस्ताव
शनिवार काे लहरा मोहब्बत गांव निवासियों द्वारा 6 प्रस्ताव पास किए गए। इंकलाबी नेता जगजीत सिंह, भाकियू डकौंदा के रामपाल सिंह, ज्योण सिंह, कर्मजीत सिंह, सिधूपुर के गुरमेल सिंह, बलवीर सिंह और किरती किसान यूनियन के रनजीत सिंह ने बताया कि इस दौरान मता पास किया गया है कि 14 फरवरी को होने वाली लहरा मोहब्बत की नगर पंचायत चुनाव का बायकाॅट करने के अलावा चुनाव लड़ने वालों का समाजिक बायकाॅट किया जाएगा।
वहीं 26 जनवरी के दिल्ली संघर्ष को तारपीड़ाे करने की निंदा, दर्ज केस की निंदा, बिजली, पानी बंद करने व किसानों से मारपीट की निंदा के मते शामिल हैं। वहीं 11 मेंबरी कमेटी का गठन किया है।
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