जालंधर। महाराष्ट्र के बाद पंजाब में भी सख्ती बढ़ाई जा रही है। सरकार ने आदेश जारी किया है कि 1 मार्च से निजी दफ्तरों और रेस्त्रां को अपने कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट का ब्योरा डिस्प्ले करना होगा। इसमें बताना होगा कि आिखरी बार कोरोना टेस्ट कब कराया गया था, ताकि, वहां आने वाले लोग आश्वस्त हो सकंे कि जिनसे वे मिल रहे हैं, उनका टेस्ट हो चुका है। पंजाब सरकार ने हॉट स्पॉट इलाकों में जिलाधिकारियों को छूट दे दी है कि अगर जरूरी लगे तो वे लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू का फैसला भी ले सकते हैं। वहीं, 1 मार्च से मैरिज पैलेसों में इनडोर समारोह में मेहमानों की संख्या 100 और आउटडोर में 200 तक सीमित कर दी है।
राज्य में सिनेमाघरों को 100% दर्शक क्षमता के साथ चलाने का फैसला भी 1 मार्च के बाद की परिस्थितियों के आधार पर लिया जाएगा। सीएम अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई हाईलेवल मीटिंग में यह फैसला लिया गया। सीएम ने मीटिंग में पुलिस से मास्क नहीं पहनने वालों और सोशल डिस्टेंस का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। वहीं कोविड संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए रोजाना सैंपलिंग 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक पहुंचाने का फैसला लिया गया।
62 दिन बाद नए केस 400 के पार, 8 मौतें नवांशहर में सबसे ज्यादा 103 नए पॉजिटिव- 62 दिन बाद सूबे में 24 घंटे के दौरान 423 नए पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पहले 23 दिसंबर को एक दिन में 481 मामलों की पुष्टि हुई थी। मंगलवार को नवांशहर जिले में मंगलवार को 103 पॉजिटिव मामले रिपोर्ट हुए हैं। पिछले सात दिनों ये दूसरी बार है,जब जिले में एक दिन में 100 से ज्यादा मरीज मिले हों। सूबे में अब तक 1,79,124 मरीज कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। मंगलवार को 8 मौतें भी हुईं। सबसे ज्यादा 3 मौतें भी नवांशहर में हुईं। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 3278 हो गई है। हालांकि सूबे की रिकवरी दर 94.9 फीसदी हो गई है। अब तक 170187 मरीज कोरोना मुक्त हो चुके हैं। मंगलवार को 276 मरीज विभिन्न जिलों में ठीक हुए।
स्कूल बंद करने से किया इनकार -मुख्य सचिव विनी महाजन ने स्कूलों को बंद करने को नकारते हुए कहा कि शिक्षा विभाग बच्चों की सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठा रहा है। शिक्षकों को स्कूलों में नोडल ऑफिसरों के तौर पर नियुक्त किया गया है। जोकि प्रोटोकाॅल का पूरी तरह से पालन करवा रहे हैं।
सूबे को 5 जोन में बांटने का फैसला - सूबे को 5 जोनों में बांटने का फैसला किया गया है। पहले जोन में अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, होशियारपुर कपूरथला, जालंधर, तरनतारन शामिल हैं। बाकी जोन में अन्य जिले शामिल हैं। पांचों जोन के लिए एक-एक नोडल आॅफिसर होगा। सभी जिलों के सिविल सर्जन अपने इलाकों की रिपोर्ट हर रोज सौपेंगे। जिसमें उन्हें मरीजों की बढ़ती संख्या व उस पर काबू पाने के लिए उठाए कदमों की जानकारी देनी होगी।
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