अमृतसर। कृषि सुधार कानूनों को लेकर चल रहे किसान संघर्ष पर विचार रखने के तुरंत बाद किरती किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान मास्टर दातर सिंह जिंदगी को अलविदा कह गए। रविवार को यादगारी फाउंडेशन की ओर से मातृ भाषा, कृषि कानूनों और श्री ननकाना साहिब साका विषयों पर स्वतंत्रता सेनानी कामरेड उजागर सिंह खतराए कलां की पुण्य तिथि पर विरसा विहार में सेमिनार आयोजित किया गया था। इस दौरान मास्टर दातार सिंह मंच पर भाषण देने के बाद जैसे ही अपनी सीट पर पहुंचे तो उन्हेंं हार्ट अटैक आ गया। उन्हेंं फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हेंं मृत घोषित कर दिया।
समारोह में मास्टर दातार सिंह देरी से पहुंचे थे और अंतिम भाषण उन्हें ही देना था। उन्हेंं लंबा भाषण देने की आदत थी, इसलिए आयोजकों ने उन्हेंं दस मिनट में भाषण खत्म करने को कहा था। अपने भाषण में उन्होंने किसानी संघर्ष और उसके समक्ष खड़ी चुनौतियों पर अपने विचार रखे और भाषण समय पर खत्म करते हुए उन्होंने कहा 'मेरा समय समाप्त हो गया।'
इसके बाद वह मंच से नीचे आकर अपनी सीट पर बैठ गए। कुछ ही समय बाद उनके साथ वाली सीट पर बैठी उनकी पत्नी अमरजीत कौर ने देखा कि दातार सिंह की हालात ठीक नहीं है। उन्होंने आयोजकों से उन्हेंं फोर्टिस अस्पताल ले जाने को कहा। अस्पताल पहुंचते ही डाक्टरों ने उन्हेंं मृत घोषित कर दिया। बता दें कि उन्होंने दो दिन पहले ही फोर्टिस अस्पताल में अपना रुटीन चेकअप करवाया था, जिसमें सबकुछ ठीक आया था।
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