मोहाली । पंजाब की जेलों में बंद गैंगस्टर अपने बाहरी नेटवर्क को बढ़ावा दे रहे हैं। जेल में बंद गैंगस्टर मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिये अपना गैंग चला रहे हैं और साथियों की मदद से रंगदारी, किडनैपिंग, कब्जे, हथियार व मर्डर जैसी वारदातों को अंजाम दे देते हैं।
वहीं, मोहाली पुलिस ने बीते 12 दिनों में आठ बदमाश पकड़े हैं जिनसे कंट्री मेड पिस्टल व जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। इन बदमाशों को पकड़ने के बाद मोहाली पुलिस की नींद उड़ी हुई है। पकड़े गए आरोपितों का कनेक्शन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गैंगस्टर यादविंदर यादी राणा जैसे अपराधियों से जुड़ा है, जो इन्हें पनाह दे रहे हैं।
21 फरवरी को बलौंगी बैरियर से सब इंस्पेक्टर पवन कुमार और उनकी टीम ने आरोपित तरुण कुमार को 315 बोर के देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस व मैगजीन से भरा एक 32 बोर पिस्टल सहित गिरफ्तार किया था। तरुण गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के करीबी दीपक उर्फ टीनू के लिए हथियार सप्लाई का काम करता है। दीपक उर्फ टीनू जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा था। टीनू के कहने पर ही तरुण उसके साथियों को उक्त हथियार देने के लिए आया था, जिन्होंने यह हथियार लूट की एक वारदात में इस्तेमाल करने थे।
24 फरवरी को हथियारों के जाली पार्ट्स व देसी कट्टे बनाकर उसकी सप्लाई करने वाला एक शातिर अपराधी जीरकपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा। आरोपित सेक्टर-38ए चंडीगढ़ का रहने वाला नरिंदर सिंह है, जिसका फेज-9 में दशमेश गन हाउस है। आरोपित से हरियाणा नंबर ऐसेंट कार, 805 मैगजीन व उसके केस और 45 प्लास्टिक के मैगजीन कवर बरामद हुए थे। नरिंदर अलग-अलग हथियारों के जाली पार्टस व देसी कट्टे बनाकर गैंगस्टरों को सप्लाई करता था।
25 फरवरी स्पेशल ऑपरेशन सेल ने नामी गैंगस्टर यादविंदर यादी राणा गैंग के दो सदस्यों को हथियारों सहित गिरफ्तार था। गिरफ्तार आरोपित जतिंदरपाल सिंह और विशेष से 32 बोर पिस्टल व पांच जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। यह दोनों आरोपित इंदरजीत सिंह निवासी कीरतपुर साहिब की निशानदेही पर गिरफ्तार हुए थे। जिसे स्पेश ऑपरेशन सेल ने पिस्टल व पांच कारतूसों सहित गिरफ्तार था। आरोपितों से पूछताछ में यह बात सामने आई थी कि दिलप्रीत बाबा के जेल जाने उपरांत यादी राणा अपने गैंग को दोबारा खड़ा करने के लिए युवाओं को अमीर बनने के लालच देकर गैंग में शामिल कर रहा था। उक्त युवाओं के जरिये लूटपाट की वारदातों व बिल्डरों सहित गायकों से फिरौती मांगने की योजना बनाई जाती थी।
26 फरवरी को हथियारों सहित गिरफ्तार हुए तरुण की निशानदेही पर गैंगस्टर लारेंश बिश्नोई के करीबी दीपक उर्फ टीनू को प्रोडक्शन वारंट पर पुलिस मोहाली लेकर आई। टीनू की निशानदेही पर पुलिस को .32 बोर पिस्टल व पांच जिंदा कारतूस बरामद किए थे। आरोपित दीपक उर्फ टीनू के खिलाफ पंजाब व उसके साथ लगते राज्यों के थानों में करीब 50 मामले दर्ज हैं। टीनू ने कबूल किया था कि वह अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए अमृतसर जेल से ही गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप के जेल से बाहर रहने वाले साथियों व अन्य जान पहचान वाले गैंगस्टरों को हथियारों की सप्लाई करवाने का धंधा करता था।
एक मार्च को लालड़ू थाना पुलिस ने 32 बोर देसी पिस्टल व दो जिंदा कारतूस सहित रमेश कुंडू निवासी शीतल नगर रोहतक (हरियाणा) को गिरफ्तार किया था। आरोपित ने क्षेत्र में दहशत बनाने व इस हथियार से किसी वारदात को अंजाम देने के लिए पिस्टल दिल्ली से खरीद कर लाया था।
तीन मार्च को लालड़ू पुलिस ने अंबाला जेल में बंद एक अपराधी अमन उर्फ गोपू निवासी किशन कॉलोनी अंबाला कैंट को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर उसके खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया था। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस को .32 बोर की पिस्टल व छह जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। अमन पंजाब व हरियाणा के गैंगस्टरों को हथियार की सप्लाई का कारोबार करता था। उसे 30 जनवरी को 32 बोर पिस्टल, 2 मैगजीन, 2 जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार हुए हरमनजीत सिंह निवासी मोगा सिटी साउथ व उसके साथी अरुण सारवान उर्फ विशू की निशानदेही पर गिरफ्तार किया था। विशू से भी पुलिस को 32 बोर देसी कट्टा, 3 मैगजीन व 3 जिंदा कारतूस बरामद किए थे जोकि हथियारों की सप्लाई देने आए थे।
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