Thursday, May 6, 2021

वैक्सीनेशन करने वाले व्यक्ति अब 28 की जगह 14 दिन बाद कर सकेंगे रक्तदान-ब्लड बैंक में नियम को लेकर चल रही थी ब्लड की भारी कमी अब मिलेगी एमरजेंसी में राहत


बठिंडा.
केंद्रीय सेहत मंत्रालय की तरफ से कोविड-19 के मद्देनजर चल रहे टीकाकरण को लेकर जारी कुछ हिदायतों में संशोधन किया है। इसी के मद्देनजर सबसे राहत वही बात यह है कि अब टीकाकरण करवाने वाले लोग 28 दिन की बजाय 14 दिन बाद रक्तदान कर सकेंगे। इससे पहले तय 28 दिन की समय सीमा को लेकर जहां ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी देखने को मिल रही थी वहीं एमरजेंसी में दाखिल लोगों को उपचार के लिए रक्त हासिल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। फिलहाल सरकार के इस निर्देश के बाद ब्लड बैंकों में रक्तदान मुहिम को बल मिलेगा। गौरतलब है कि सरकार ने 16 जनवरी 2021 से देश भर में हेल्थ वर्करों व बाद में फ्रंट लाइन वर्करों के लिए वैक्सीनेशन की मुहिम शुरू की थी। इसमें जिले की अधिकतर समाज सेवी संस्थाओं के वर्करों को भी शामिल किया गया। इस दौरान सरकार की हिदायते थी कि वैक्सीनेशन करवाने वाले 28 दिन से पहले रक्तदान नहीं करें। इससे बठिंडा के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में खूनदान करने वाले लोगों की कमी रही जिसके चलते जनवरी 2021 से लेकर अप्रैल तक ब्लड बैंकों में जरूरत से कही कम ब्लड यूनिट बचे थे। फिलहाल नई गाइडलाइन में कहा गया है कि सरकार ने 5 मार्च, 2021 को नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा था कि रक्तदान के उद्देश्य को लेकर कोविड-19 टीकाकरण के बाद 28 दिनों की एक डिफरल अवधि तय की गई थी। इस बाबत सभी ब्लड बैंकों को हिदायते जारी कर इसका पालन करने के लिए कहा गया था। हाल ही में सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी सामान्य लोगों के लिए कोविड-19 टीकाकरण उपलब्ध कराया है। इसके बाद कोविड वैक्सीनेशन को लेकर किए जा रहे अवलोकन व रिसर्च को लेकर देश में एक विशेषज्ञ टीम डीजीएचएस डा. सुनील कुमार की अध्यक्षता में गठित की गई थी। इस टीम ने कोविड को लेकर पहले जारी हिदायतों व वैक्सीनेशन के परिणामों पर विचार करने के बाद नई गाइडलाइन जारी की है। टीम के बीच विस्तृत विचार-विमर्श के बाद  वर्तमान में उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन की कोई भी खुराक व टीका लगाने के बाद रक्त दाताओं के लिए अलग-अलग अवधि को 14 दिनों तक कम करने का निर्णय लिया गया है। रक्तदान के लिए अन्य पहले से तय मापदंड व दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी।

नहर के पास कोरोना मरीजों का उपचार कर प्राइवेट अस्पतालों ने फैंका मेडिकल वेस्टेज, प्रदूषण विभाग की टीम ने शुरू की जांच, होगा मामला दर्ज, प्राइवेट अस्पताल खुले में फैंक रहे मेडिकल वेस्टेज, महामारी के दौरान संक्रमण बढ़ने का खतरा बना


बठिंडा.
शहर के कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल खुले में अस्पताली कचरा फेंक लोगों को बीमारी बांट रहे हैं। बठिंडा शहर में सर्वाधिक आवाजाई वाले गोनियाना रोड पर नहर के पास क्विंटलों के हिसाब से हॉस्पिटल से निकलने वाली सिरिंज, दवाइयां, ब्लड, काटन, एवं गंदे व खून से सनी पट्टी फैंकी जा रही है। पहले से कोरोना की मार झेल रहे लोगों के लिए इस तरह की लापरवाही किसी खतरे से कम नहीं है बल्कि खुली जगह पर डले मेडिकल वेस्ट से संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता हैँ। वीरवार की सुबह वहां से गुजरने वाले लोगों ने नहर के पास भारी तादाद में फैके गए इस मेडिकल वेस्टेंज को लेकर अपना विरोध जताया व इस बाबत सेहत विभाग व जिला प्रशासन से मामले की जांच कर इस तरह की घोर लापरवाही करने वाले अस्पताल के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कारर्वाई करने की मांग की है। वही दोपहर बाद जिला प्रदूषण बोर्ड की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इसमें प्रदूषण बोर्ड की जांच टीम ने खुलासा किया है कि मौके पर दो तरह की वाइनेशन मिली है जिसमें पहली कोविड-19 के मरीजों का उपचार करने के बाद इस्तेमाल होने वाली मेडिकल साजों सामान को खुले में फैंका गया जिससे दूसरे लोगों को संक्रमण होने का खतरा बना वही दूसरी वाइलेशन मेडिकल सामान को तय प्लाट में देने की बजाय सार्वजनिक स्थानों में फैंका गया। इसमेें सैंपल लेकर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है व मामले में लापरवाही करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कारर्वाई करवाई जाएगी। इस बाबत पुलिस के पास लिखित में शिकायत भी दी जा रही है।   

उक्त मेडिकल वेस्ट किस अस्पताल की तरफ से फैंका गया है इसका खुलासा नहीं हो सकी है लेकिन माना जा रहा है कि उक्त काम गोनियाना रोड में स्थित अस्पताल या फिर वहां से कचना बिनने वाले किसी कर्मी का हो सकता है। इस बाबत आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर असल आरोपी के बारे में खुलासा हो सकता है। फिलहाल हवा चलने या फिर किसी जानवर की तरफ से उक्त वेस्टेंज को उठाने से नहर का पानी भी दूषित हो रहा है। नहर की तरफ रास्ते पर बनी पुलिया व आसपास मेडिकल वेस्ट डला रहता है। गोनियाना रोड, नामदेव रोड व भट्टी रोड पर ही करीब 30 से अधिक नर्सिंग होम और मेडिकल की दुकानें हैं। इन अस्पतालों और दवाइयों की दुकानों से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट मटेरियल इस क्षेत्र में बिना किसी रोक-टोक के फेंका जा रहा है कई बार इसे जलाते हुए भी देखा जा सकता है। अस्पतालों से निकल रहे मेडिकल वेस्ट के नष्ट करने के लिए तय मापदंडों का पालन नहीं हो रहा है, निगरानी में कमी इसकी वजह है। अस्पताल संचालक यह मानने को तैयार नहीं हैं कि वेस्ट उनके अस्पताल का है, लेकिन यह तो तय है कि मेडिकल वेस्ट नर्सिंग होम्स से ही निकल रहा है।

नियम का पालन नहीं

अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के निष्पादन के लिए नियम तय है, जिनका पालन नहीं हो रहा है। ब्लड, मवाद की पट्टियां, सीरिंज, ग्लूकोज की बोतलें, रक्त और यूरीन की थैलियां, हाथों के दस्ताने आदि के लिए डस्टबिन रखने का प्रावधान है। बायो मेडिकल वेस्ट को इंसिनेटर तक पहुंचाने का भी नियम है ताकि इसे तय मापदंडों के अनुरूप निष्पादित किया जा सके। राजधानी के कुछ अस्पतालों ने भोपाल इंसिनेटर से अनुबंध किया है, लेकिन संतनगर के अस्पताल संचालक शुल्क बचाने के चक्कर में कचरे को खुले में डलवा रहे हैं।

संक्रमण का खतरा, अस्पताल संचालक मानने को तैयार नहीं

आसपास बायो मेडिकल वेस्ट फैंकने से आसपास के रहवासियों और सडक़ से गुजरने वालों में बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। दरअसल लोग यहां सुबह शाम टहलने भी आते है। मेडिकल वेस्ट से उठने वाली दुर्गंध के कारण लोगों का यहां से निकलना तक मुश्किल हो रहा है। नर्सिंग होम्स संचालक यह मानने को तैयार नहीं है कि उनके द्वारा मेडिकल वेस्ट खुले फेंका जा रहा है। उनका कहना है सेंटर के वाहन मेडिकल वेस्ट उठाने रोजाना आते है और अस्पताल का नॉन मेडिकल वेस्ट कंटेनरों में डाला जाता है। पर सच्चाई खुले में पड़ा मेडिकल वेस्ट बयां कर रहा है।

बॉयोमेडिकल वेस्ट के नियम

  • ब्लड और मानव अंग जैसी चीजों को लाल डिब्बे में डालना होता है।
  • काटन, सिरिंज और दवाइयों को पीले डिब्बे में डाला जाता है।
  • मरीजों के खाने की बची चीजों को हरे डिब्बे में डाला जाता है। इन डिब्बों में लगी पॉलीथीन आधी भरने के बाद इसे पैक कर अलग रख दिया जाता है। जिसे मेडिकल वेस्ट नष्ट करने वाली एजेंसियां ले जाती हैं।


 

कोरोना महामारी के बीच बठिंडा सिविल अस्पताल के दो एमडी मेडिसन डाक्टरों ने दिया इस्तिफा, पहले से डाक्टरों और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे अस्पताल के लिए मरीजों का उपचार बना परेशानी का सबब


बठिंडा.
सेहत विभाग कोरोना काल में जहां कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है व लोगों को सेहत सुविधा लेने के लिए मारो मारी करनी पड़ रही है वही एमडी मेडिसन दो डॉक्टरों ने बठिंडा सिविल अस्पताल से पिछले चार दिनों के भीतर अपना इस्तीफा दे दिया है। कोविद -19 की दूसरी लहर के बीच डाक्टरों की तरफ से नौकरी छोड़ने के रुझान ने सेहत विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है।

कोरोना मरामारी में सबसे महत्वपूर्ण काम एमडी मेडिसन डाक्टरों का होता है। वर्तमान में सिविल अपताल की ओपीडी में चार डाक्टर काम कर रहे थे जिसमें दो डॉक्टरों के छोड़ने के बाद मरीजों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। वायरस को रोकने के लिए सबसे आगे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे इन डाक्टरों की भूमिका अहम थी। जिले में कोविड-19 रोगियों का पता लगाने और उनका उपचार करने की जिम्मेवारी जिला नोडल अधिकारी को सौंपी गई थी। फिलहाल इन दोनों डाक्टरों के रिजाइन डालने से न केवल मौजूदा कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ डाला है, बल्कि रोगियों को दिए जा रहे उपचार के भी प्रभावित होने की संभावना है। फिलहाल डा.जयंत अग्रवाल और डा. रमनदीप गोयल ने अपना इस्तीफा सेहत प्रशासन को सौंप दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि कई अन्य डॉक्टर और कर्मचारी नौकरी छोड़ने की योजना बना रहे थे। इस्तीफा देने के व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए  डा. रमनदीप गोयल ने कहा कि इसका कोविड-19 से कोई लेना-देना नहीं है। मैंने छह महीने पहले भी इस्तीफे के लिए आवेदन किया था।

सूत्रों ने कहा कि बड़े पैमाने पर काम के बोझ के बीच कई अन्य दूसरे कारण डॉक्टर नौकरी छोड़ने के कारण बता रहे है।  कुछ इसे निजी अस्पतालों में अधिक पैसा कमाने के लिए बुला रहे थे, क्योंकि सरकार की तरफ से भुगतान किए गए निश्चित वेतन की तुलना में यह कही ज्यादा है।

इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए सिविल सर्जन डा.तेजवंत सिंह ढिल्लों ने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि डॉक्टर ऐसे समय में छोड़ रहे हैं जब उनकी सेवाओं की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। उन्हें सरकारी अस्पतालों में प्रशिक्षित किया जाता है और जब सेवा करने का समय होता है, तो वे अपनी सुविधा के अनुसार नौकरी छोड़कर जाते हैं। अभी के लिए, हमने तलवंडी साबो अस्पताल से एक डॉक्टर को स्थानांतरित कर दिया है।

  

Tuesday, May 4, 2021

बठिंडा में जल सेवा समिति के प्रधान मोहित बंसल सहित 20 लोगों की कोरोना से मौत, सहारा जनसेवा व नौजवान सोसायटी के वर्करों ने किया अंतिम संस्कार

बठिंडा. मंगलवार को जिले में कोरोना से 20 लोगों की मौत हो गई। कोरोना पोजटिव 48 वर्षीय व्यक्ति प्यारे लाल उम्र 48 साल वासी पावर हाउस रोड बठिंडा की मौत हो गई। उक्त मरीज निवारण अस्पताल में 21 अप्रैल से दाखिल था जिसकी आज सुबह 4 बजे के करीब मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर साहिब सिंह, भरत सिंगला, जनेश जैन एम्बुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा मृतक का शव दाना मंडी स्थित श्मशान भूमि में पहुंचा कर मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया। इस मौके पर मृतक के परिजन भी उपस्थित थे

वही दूसरे मरीज तेज सिंह वासी हरबंस नगर बठिंडा की कोरोना संक्रमण के बाद मौत हुई। उक्त मरीज बठिंडा के निवारण अस्पताल में दाखिल था। वही तीसरी मौत बृज मोहन वासी नाहल यूपी की हुई। 86 साल के उक्त मरीज को बठिंडा के कालड़ा अस्पताल में दाखिल करवाया था। 

चौथी मौत बठिंडा के जल सेवा समिति के प्रधान मोहित बांसल उम्र 36 वर्ष की कोरोना के चलते हुई।मोहित बांसल निवासी पुखराज कलोनी बठिंडा की कुछ दिन पहले तबियत खराब हुई तथा सांस लेने में तकलीफ के चलते 3 मई को जांच करवाने पर ओक्सिजन लेवल बहुत कम मिला तथा कोरोना पोजटिव पाए गए। बठिंडा के डीडीआरसी सेंटर में दाखिल करवाने के बाद मोहित को प्राइवेट अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया जहां आज मोहित की मौत हो गई। मोहित के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। मोहित अपने पीछे अपनी पत्नी तथा दो छोटे बच्चों को छोड़ गया। वही पांचवीं मौत हरि सिंह उम्र 72 साल वासी जंगीराणा बठिंडा की हुई है। उक्त सभी मृतकों का समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के हाइवे इंचार्ज सुखप्रीत सिंह, मेजर सिंह, मोनू शर्मा ने गांव जंगिराना श्मशान भूमि में मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया।

वही हरदेव सिंह वासी गांव सिंगों तलवंडी साबों की सिविल अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। मृतक का अंतिम संस्कार समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर राकेश जिंदल, अंकित, मोनू शर्मा ने गांव सींगों (तलवंडी साबो की श्मशान भूमि में शव ले जा कर मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया।

वही समाज सेवी संस्था सहारा जन सेवा ने कोरोना से मरे 14 लोगों में से 12 अंतिम संस्कार किया जबकि 2 का शव मिलने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा सहारा जन सेवा की कोरोना वारियर्स टीम संदीप गोयल, मणिकरण शर्मा, हरदीप कुमार, राजिंदर कुमार, हरबंस सिंह, तिलक राज  सिमर गिल, संदीप गिल, हर्षित चावला, कमल गर्ग, टेक चंद, जग्गा सहारा, शिवम राजपूत, सुमित ढींगरा, गौतम गोयल, विजय गोयल ने आज कुल 14 कोरोना पॉजिटिव हुई मौतों में से 12 लाशों का संस्कार किया सहारा कोरोना वारियर्स टीम ने पी.पी.ई. किटस पहन कर अलग-अलग श्मशान भूमि में मृतकों का पूर्ण सम्मान के साथ संस्कार किया

अन्य मृतकों की सूची जिनका सहारा ने अंतिम संस्कार किया-

  • -कल्याण राय पुत्र जालंधर राय उम्र 63 वासी ज्ञानी जैल सिंह कॉलेज जो आदेश मेडिकल कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव के कारण दाखिल था।
  • - कुलविंदर कौर पत्नी अंग्रेजी 65 वासी गाट वाली जो सिविल अस्पताल में दाखिल थी
  • - बृजलाल पुत्र कौर चंद 73 वासी रामपुरा फूल जो सिविल अस्पताल में दाखिल था
  • - राजवंत कोर पत्नी बलतेज सिंह वासी खोखर जो फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में दाखिल थी
  • - रमेश चंद्र जोशी 55 वासी गुड़गांव जो आई. वी. वाई. अस्पताल बठिंडा में दाखिल थे
  • - राजीव कुमार मेहरा 68 वासी दिल्ली जो ग्लोबल अस्पताल में दाखिल था
  • - बलवीर कौर वासी मेसरखाना जो सिविल अस्पताल में दाखिल थी
  • - प्रेमा देवी पत्नी बसंत लाल 83 वासी रामा मंडी जो दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल थी
  • - रवि कुमार 40 वासी रामपुरा फूल जो बडियाल अस्पताल में दाखिल था
  • - राजिंदर चौधरी 59 वासी संगत कला जो सिविल अस्पताल में दाखिल था
  • - रूप सिंह 58 वासी मानसा जो 174 मिलिट्री अस्पताल बठिंडा में दाखिल था
  • - अजैब सिंह पुत्र जसवंत सिंह वासी मल्ला कोठे जो फरिदकोट मेडिकल कॉलेज में दाखिल था
  • - अमनदीप सिंह पुत्र दर्शन सिंह वासी बलाराम नगर जो टैगोर अस्पताल में दाखिल था का संस्कार बाकी है
  • - सुरेंद्र कुमार पुत्र अमृतलाल वासी सराभा नगर जो डी.एम.सी. लुधियाना में दाखिल था का संस्कार बाकी है अपडेट खबर---इसे इस्तेमाल कर ले


Bathinda-जल सेवा समिति के प्रधान मोहित बंसल सहित पांच लोगों की कोरोना से मौत

बठिंडा. मंगलवार को जिले में कोरोना से पांच लोगों की मौत हो गई। कोरोना पोजटिव 48 वर्षीय व्यक्ति प्यारे लाल उम्र 48 साल वासी पावर हाउस रोड बठिंडा की मौत हो गई। उक्त मरीज निवारण अस्पताल में 21 अप्रैल से दाखिल था जिसकी आज सुबह 4 बजे के करीब मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर साहिब सिंह, भरत सिंगला, जनेश जैन एम्बुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा मृतक का शव दाना मंडी स्थित श्मशान भूमि में पहुंचा कर मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया। इस मौके पर मृतक के परिजन भी उपस्थित थे

वही दूसरे मरीज तेज सिंह वासी हरबंस नगर बठिंडा की कोरोना संक्रमण के बाद मौत हुई। उक्त मरीज बठिंडा के निवारण अस्पताल में दाखिल था। वही तीसरी मौत बृज मोहन वासी नाहल यूपी की हुई। 86 साल के उक्त मरीज को बठिंडा के कालड़ा अस्पताल में दाखिल करवाया था। 

चौथी मौत बठिंडा के जल सेवा समिति के प्रधान मोहित बांसल उम्र 36 वर्ष की कोरोना के चलते हुई।मोहित बांसल निवासी पुखराज कलोनी बठिंडा की कुछ दिन पहले तबियत खराब हुई तथा सांस लेने में तकलीफ के चलते 3 मई को जांच करवाने पर ओक्सिजन लेवल बहुत कम मिला तथा कोरोना पोजटिव पाए गए। बठिंडा के डीडीआरसी सेंटर में दाखिल करवाने के बाद मोहित को प्राइवेट अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया जहां आज मोहित की मौत हो गई। मोहित के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। मोहित अपने पीछे अपनी पत्नी तथा दो छोटे बच्चों को छोड़ गया। वही पांचवीं मौत हरि सिंह उम्र 72 साल वासी जंगीराणा बठिंडा की हुई है। उक्त सभी मृतकों का समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के हाइवे इंचार्ज सुखप्रीत सिंह, मेजर सिंह, मोनू शर्मा ने गांव जंगिराना श्मशान भूमि में मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया।


ठीक हुए कोरोना मरीज़ आक्सीमीटर सेहत विभाग के पास वापिस जमा करवाए: डा. अश्वनी कुमार

बठिंडा: पंजाब सरकार और सेहत विभाग पंजाब की तरफ से एक लाख से अधिक घरेलू एकांतवास किए कोरोना पॉजिटिव मरीजों को बढ़िया सेहत सुविधा देने के लिए पिछले एक साल से ‘करोना फतेह किट’ दी जा रही हैं, जिसमें डिजिटल थर्मामीटर, स्टीमर, आक्सीमीटर, ज़रूरी दवा शामिल थे। परन्तु अब करोना महामारी की दूसरी लहर आने के साथ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में एकदम विस्तार होने के कारण मरीजों के शरीर की आक्सीजन का लेबल मापने वाले यंत्र आक्सीमीटर की भारी कमी आ गई है। सीनियर मेडीकल अफ़सर डा. अश्वनी कुमार ने ब्लाक बालियावाली के कोरोना से ठीक हुए मरीजों से अपील की है कि वह अपना पहला फर्ज समझते हुए ओर कीमती जानें बचाने के लिए घर में पड़े आक्सीमीटर सेहत विभाग के मुलाजिमों को वापस कर दे, जिससे नए पॉजिटिव मरीजों को घरेलू एकांतवास दौरान दिए जा सकें। उन्होंने कहा कि आप सबके सहयोग से ही सेहत विभाग इस महामारी पर काबू पाने में कामयाब हो सकता है।

ब्लाक ऐजूकेटर लखविन्दर सिंह ने बताया कि घरेलू एकांतवास हुए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सेहत मुलाजिमों की तरफ से रोज़मर्रा की शरीर के आक्सीजन लेबल की जांच की जाती है, जिसके आधार पर ही मरीज़ की सेहत स्थिति और रिकवरी का पता लगता है परन्तु आक्सीमीटर न होने के कारण यदि मरीज़ के शरीर के आक्सीजन लेबल का सही पता न लग सके तो मरीज़ की स्थिति गंभीर हो सकती है। इससे जान को भी ख़तरा हो सकता है। इसलिए जो कोरोना पॉजिटिव मरीज़ घरेलू एकांतवास पूरा करके सेहतमंद हो गए हैं, उनको आक्सीमीटर की अब कोई ज़रूरत नहीं, इसलिए आक्सीमीटर अपने नज़दीक सरकारी सेहत संस्था में जमा करवाकर इस महामारी पर काबू पाने में अपना बनता योगदान डाले।

बीते 24 घंटों दौरान 2986 के लिए सैंपल और 1215 व्यक्तियों के लगाई करोना वैक्सीन: डिप्टी कमिश्नर

बठिंडा: डिप्टी कमिशनर .श्रीनिवासन ने बताया कि करोना के बढ़ रहे प्रकोप को रोकने के मद्देनज़र पंजाब सरकार की तरफ से जारी दिशा -निर्देशों अनुसार ज़िला प्रशाशन की तरफ से विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। करोना के प्रभाव को फैलने से रोकने के लिए सेहत विभाग के सहयोग के साथ अलग -अलग टीमें से तरफ से सरकारी दफ़्तर, सेवा केंद्र और सुविधा केन्द्रों, तहसील कंपलैक्स, पुलिस नाकों और औद्योगिक इकाईयों में जा कर कोरोना वैकसीनेशन और सैंपलिंग कैंप लगाए जा रहे हैं। इन कैंपों की लड़ी के अंतर्गत बीते 24 घंटों दौरान 2986 सैंपल लिए गए और 1215 लोगों की वैक्सीनेशन हुई। डिप्टी कमिशनर ने बीते 24 घंटों दौरान सेहत विभाग की टीमें से तरफ से गई सैंपलिंग बारे जानकारी देते बताया कि 937 अलग -अलग पुलिस नाकों द्वारा, 268 अलग -अलग दफ़्तरों में आने वाले व्यक्तियों, 205 सरकारी आधिकारियों और कर्मचारियों, 989 सेहत विभाग और 587 प्राईवेट अस्पतालों की तरफ से सैंपल लिए गए। इसी तरह जिले के अंदर की गई वैकसीनेशन बारे जानकारी देते डिप्टी कमिशनर ने बताया कि 1215 सरकारी अस्पतालों और सेहत केन्द्रों में लगाए गए अलग -अलग कैंपों दौरान वैक्सीनेशन की गई। डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने आम लोगों को पुरज़ोर अपील करते कहा कि वह सरकार की तरफ से समय -समय पर जारी हिदायतें की पालना करना यकीनी बनाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और फैल रही झूठी अफ़वाहों से गुरेज़ करे। मुँह पर हमेशा मास्क और बार -बार साफ़ पानी और सैनीटाईज़र के साथ हाथ साफ़ करते रहने। इस महामारी से सिर्फ़ परहेज़ के साथ ही छुटकारा पाया जा सकता है।

Bathinda-कोरोना महामारी के मद्देनज़र प्राइवेट अस्पतालों में बैंडों में किया विस्तार, लेबल टू के 868 और लेबल थ्री के 186 बैड तैयार रखने के आदेश

बठिंडा: डिप्टी कमिश्नर बी. श्रीनिवासन ने जिले के 39 प्रमुख अस्पतालों को कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र आइसोलेशन सुविधा तैयार करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह आदेश डायसेस्टर मैनेजमेंट 2005 की धारा 34 के अंतर्गत दिए हैं। इसके अंतर्गत ऐसे प्रांइवेट अस्पतालों को लेबल टू के बैड 767 से बढ़ाकर 868 और लेबल थ्री के बैड 177 से बढ़ाकर 186 करने के आदेश दिए हैं।

जिला मैजिस्ट्रेट बी. श्रीनिवासन ने कहा कि एम्ज बठिंडा में लेबल टू के 55 बैड और थ्री के 10 बैड, डीएच अस्पताल में लेबल 2 के 50 बैड, डीएच घुद्दा में लेबल 2 के 50 बैड,  डी.डी.आर.सी में लेबल 2 के 25, एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट में लेबल 2 के 25 बैड, आदेश अस्पताल में लेबल 2 के 110 बैड और लेबल 3 के 60 बैड, मैक्स अस्पताल लेबल 2के 36 बैड और लेबल 3 के 15 बैड, इन्द्रानी अस्पताल में लेबल 2 के 15 बैड और लेबल 3 के 10 बैड, निवारण अस्पताल में लेबल 2 के 10 बैड और लेबल 3 के 3 बैड, सत्या हार्ट और सुपर स्पैशलिट्स अस्पताल में लेबल 2 के 5 बैड और लेबल 3 के 3 बैड, प्रेगमा अस्पताल में लेबल 2 के 16 बैड, अरुना अस्पताल को लेबल 2 के 18 बैड, दिल्ली हार्ट अस्पताल में लेबल 2 के 100 बैड और लेबल 3 के 30 बैड, आई.वी.वाई अस्पताल में लेबल 2 के 27 बैड और लेबल 3 के 8 बैड, लाइफ लाईन अस्पताल के लिए लेबल 2 के 11 बैड और लेबल 3 के 3 बैड, मेडीविन अस्पताल के लिए लेबल 2 के 15 बैड और लेबल 3 के 5 बैड, गोल्ड मेडिका अस्पताल के लेबल 2 के 17 बैड और लेबल 3 के 5 बैड, न्यू लायफ मैडीसिटी अस्पताल में लेबल 2 के 27 बैड तैयार रखने के आदेश दिए हैं।

इसी तरह जिला मैजिस्टे्रट ने कोविड 19 के मद्देनजर मरीजों की सुविधा के लिए ग्लोबल हैल्थ केयर सेंटर में लेबल 2 के 20 बैड और लेबल 3 के 7 बैड, मान अस्पताल में लेबल 2 के 11 बैड और लेबल 3 के 3 बैड, चंडीगढ़ नर्सिंग होम में लेबल 2 के 14 बैड, बडियाल मल्टीसपैशलिटी एंड ट्रोमा सैंटर को लेबल 2 के 15 बैड और लेबल 3 के 5 बैड, गैस्टरो कैंसर इंस्टीट्यूट अस्पताल में लेबल 2 के 18 बैड, खालसा मिशन अस्पताल लेबल 2 के 10 बैड, गुरदेव मल्टीसिटी अस्पताल को लेबल 2 के 7 बैड, पंजाब कैनीर केयर और मल्टीस्पैशलिस्ट अस्पताल को लेबल 2 के 22 और लेबल 3 के 10 बैड, बांसल अस्पताल एंड कैनीर सैंटर को लेबल 2 के 20 बैड, मेट्रो अस्पताल को लेबल 2 के 10 बैड, कालडा मल्टीस्पैशलिस्ट अस्पताल को लेबल 2 के 8 बैड, सिद्धू अस्पताल और डायलासिस सैंटर अस्पताल को लेबल 2 के 10 बैड, छाबड़ा अस्पताल और टैस्ट ट्यूब बेबी सैंटर को लेबल 2 के 15 बैड और लेबल 3 के 5 बैड, कोसमो सुपर स्पैशलिटी अस्पताल और रवीन्द्र अस्पताल को लेबल 2 के 10 -10 बैड, बठिंडा न्यूरो सपाईन और ट्रोमा सैंटर को लेबल 2 के 13 बैड और लेबल 3 के 4 बैड, एम.जी अस्पताल को लेबल 2 के 8 बैड, जीवी मल्लटीस्पैशलिटी अस्पताल को लेबल 2 के 8 बैड, नवजीवण नर्सिंग अस्पताल को लेबल 2 के 10 बैड, न्यू सीटी अस्पताल को लेबल 2 के 10 बैड और सिंगला न्यूरो एंड मैटरनिटी अस्पताल को लेबल 2 के 7 बैड लगाने के पाबंद होंगे। यह हुक्म अगले हुक्मों तक लागू रहेंगे।


Bathinda- 45 से 60 साल तक के वैक्सीनेशन पर भी छाया संकट, स्टाक खत्म होने से पहली डोज लगानी बंद, प्राइवेट अस्पतालों को सीधा कंपनी से करनी होगी वैक्सीन की खरीद, अस्पतालों से मंगवा चुके हैं सभी डोज वापिस


बठिंडा.
पंजाब में कोरोना वैक्सीन का संकट होने के कारण जहां एक मई से 18 से 45 साल के लोगों की वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो सकी है, वहीं अब 45 से लेकर 60 साल तक लोगों को लगने वाली वैक्सीन पर भी संकट छा गया है। मंगलवार को सेहत विभाग के पास बचा हुआ वैक्सीन का स्टाक भी पूरी तरह से खत्म हो गया है। विभाग के रिकार्ड अनुसार कोविडशील्ड की वैक्सीन जीरो, तो कोवैक्सीन की एक हजार डोज ही बची है। ऐसे में सिविल अस्पताल समेत जिले के तमाम सरकारी सेंटरों में टीकाकरण अभियान बंद हो जाएगा। हालांकि सिविल सर्जन बठिंडा ने तमाम सरकारी टीकाकरण केंद्रों को आदेश जारी करते हुए वैक्सीन आने तक पहली डोज नहीं लगाने के आदेश दिए है, जबकि कोवैक्सीन की जो डोज बची है, उसे सिर्फ दूसरी डोज के ही टीके लगाने के आदेश दिए है। जिला टीकाकरण आफिसर डा. मीनाक्षी सिंगला का कहना है कि उनके स्टाक में डोज पूरी तरह से खत्म हो गई है। उनकी तरफ से डिमांड भेजी गई है। डोज कब तक आएगी, उन्हें भी इसकी सही जानकारी नहीं है, लेकिन मंगलवार को टीकाकरण बंद ना हो सके, इसके लिए वह ग्रामीण क्षेत्रों में बने टीकाकरण सेंटरों पर बची हुई डोज को वापस मंगवा रहे है, ताकि उन डोज से सिविल अस्पताल में टीकाकरण चलता रहे। जबकि जमीनी सच यह भी है कि विभाग के पास सोमवार शाम तक एक भी डोज नहीं बची है।

प्राइवेट अस्पताल अब सीधे कंपनी से खरीदगे वैक्सीन

सरकार की नई गाइडलाइन अनुसार अब 45 से 60 और सीनियर सिटी जन अगले दस दिनों तक प्राइवेट अस्पतालों में अपना टीकाकरण नहीं करवा सकेंगे, चूकिं सरकार के आदेशों के बाद सेहत विभाग ने सभी प्राइवेट अस्पतालों को दी गई वैक्सीन का स्टाक वापस मंगवा लिया है, जोकि अब केवल सरकारी अस्पतालों या फिर सेहत विभाग द्वारा समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से लगाएं जा रहे वैक्सीनेशन कैंप में लगाएं जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ अब प्राइवेट अस्पताल कंपनी या डीलर से सीधे तौर पर वैक्सीनेशन खरीदकर टीके लगा सकेंगे। इसके लिए सरकार की तरफ जल्द ही प्राइवेट अस्पतालों के लिए रेट भी फिक्स किए जाएंगे, ताकि प्राइवेट अस्पतालों में एक ही रेट पर वैक्सीनेशन हो सके। फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों के पास मौजूदा समय में कोई भी वैक्सीनेशन का स्टाक नहीं होने के कारण आगामी कुछ दिनों तक प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम बंद रहेगा। उम्मीद लगाई जा रही है कि सरकार के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों के पास आगामी दस से पंद्रह दिनों में वैक्सीनेशन का स्टाक पहुंच जाएगा, जिसके बाद जहां प्राइवेट अस्पतालों में दोबारा से वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा, वहीं सरकारी अस्पतालों में भी 18 से 45 साल के लोगों को टीका लगाने का चौथा चरण भी शुरू हो जाएगा। सेहत विभाग की मानने तो चाैथा चरण 15 मई के बाद ही शुरू हो सकेगा।

इतना ही नहीं अब 45 से कम किसी भी फ्रंट लाइन वर्कर केवल सरकारी कर्मचारी को छोड़कर वैक्सीनेशन नहीं की जाएगी, चूकिं सेहत विभाग ने फैसला किया कि है कि अब एनजीओ या अन्य प्राइवेट फ्रंट लाइन वर्कर जिनकी उम्र 18 से 45 साल के बीच है, अब उन्हें चौथा चरण की शुरूआत के दौरान किया जाएगा। इसका एक कारण यह भी है कि विभाग को यह शिकायतें मिली थी कि प्राइवेट अस्पतालों ने 45 साल से कम उम्र वाले लोगों को अपना हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्कर बनाकर उनकी वैक्सीनेशन की गई है। अब सरकार 18 से 45 साल के लोगों की वैक्सीनेशन शुरू करने जा रहा है, तो अब फ्रंट लाइन का झंझट ही खत्म कर दिया गया। केवल सरकारी मुलाजिमों को छोड़कर।

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सोमवार तक 1 लाख 11 हजार 895 लोगों की हो चुकी है वैक्सीनेशन

सेहत विभाग के अनुसार 16 जनवरी से शुरू मुहिम के तहत 2 मई 2021 तक 1 लाख 11 हजार 895 लाेगों का टीकाकरण किया जा चुका है। सोमवार को केवल सरकारी सेंटरों पर 1215 लोगों को टीका लगा है। इसमें 12239 हेल्थ वर्कर, 24360 फ्रंट लाइन वर्कर, 45 से 60 उम्र वाले 31036 और 60 साल से अधिक उम्र वाले 25268 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। सेहत विभाग के अनुसार सरकारी केंद्र में 73050 पहली डोज, 13019 दूसरी डोज, प्राइवेट अस्पताल में 19843 पहली डोज और 5983 दूसरी डोज लगवा चुके है।

सेहत विभाग को एक मई तक कोविडशील्ड की 1 लाख 76 हजार 830 डोज मिली है, जिसमें केंद्रीय इंस्टीट्यूट को 72610 डोज, प्राइवेट इंस्टीट्यूट को 13490 और पब्लिक इंस्टीट्यूट को 88570 डोज दी जा चुकी है। अब सेहत विभाग के स्टाक में 600 वाल यानि छह हजार डोज ही बची है। इसी तरह कोवैक्सीन की 15 हजार 120 डोज मिली है, जिसमें केंद्रीय इंस्टीट्यूट को 5000 डोज, प्राइवेट इंस्टीट्यूट को 2910 और पब्लिक इंस्टीट्यूट को 5980 डोज दी जा चुकी है। अब सेहत विभाग के स्टाक में 100 वाल यानि एक हजार डोज ही बची है।


Bathinda-शहीद नंद सिंह चौक में दुकाने खोलने को लेकर हंगामा, पुलिस ने कुछ दुकानदार लिए हिरासत में


-दुकानदारों ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन, सरकार पर लगाया दुकानों को खोलने में पक्षपात करने का आरोप 

बठिंडा.बठिंडा के शहीद नंद सिंह चौक के पास मंगलवार की दोपहर टायरों की दुकानें खोलने को लेकर पुलिस व दुकानदारों के बीच जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पुलिस ने कुछ लोगों को सरकार की तरफ से लगाई पाबंदियों की अवहेलना करने के मामले में हिरासत में लिया है। दुकानदार सरकार की तरफ से दुकानों को खोलने व बंद करने के फरमान को पक्षपाती करार देते विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार व प्रशासन की तरफ से जो हिदायते जारी की गई है उसमें कई ऐसी दुकानों को जरूरी करार दिया है जिसका कोई मायना नहीं है जबकि ट्रांसपोर्ट के लिए जरूरी टायरों व स्पेयरपार्ट की दुकानों को सरकार बंद करने के लिए कह रही है जबकि उनकी दुकानों में ज्यादा भीड़ नहीं होती है।


इसी के विरोध में मंगलवार की सुबह सभी दुकानदारों ने अपनी दुकाने खोलने का फैसला लिया। इसके बाद मामले की जानकारी थाना कोतवाली पुलिस को लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर दुकानदारों से दुकाने बंद करने की अपील की लेकिन वह नहीं माने व विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद इंस्पेक्टर बलजीत सिंह बराड़ ने मौके पर कुछ दुकानदारों को पाबंदी की अवहेलना करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। इससे दुकादर भड़क उठे व उन्होंने सड़क पर जाम लगा दिया। इसके बाद बठिंडा-गोनियाना मुख्यमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई व जाम की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस टीम को इस प्रदर्शन के बीच दोहरी मश्कत करनी पड़ी। वही इंस्पेक्टर बराड़ ने कहा कि वह सरकार व प्रशासन की तरफ से जारी हिदायतों की पालना करवा रहे हैं व इसमें अगर कोई व्यक्ति व दुकानदार नियमों की अवहेलना करेगा तो उसके खिलाफ बनती कानूनी कारर्वाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया है व उनके खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है।



एबीवीपी कोलकाता कार्यालय पर ममता बनर्जी के गुंडों का हिंसक हमला निंदनीय-एवीबीपी संभाग संगठन मंत्री सौरभ कपूर

पटियाला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के संभाग संगठन मंत्री व पूर्व प्रदेश मंत्री पंजाब सौरभ कपूर ने कहा कि विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के तुरंत बाद से पूरे बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की हिंसक प्रवृत्ति और गुंडागर्दी खुलेआम देखने को मिल रही है। रविवार (पिछले कल) से ही ममता बनर्जी के गुंडे विरोधियों को चिन्हित कर उनपर बम फेंकने से लेकर तमाम तरीकों से पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बना रहे हैं। आज तृणमूल के 15-20 गुंडों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, कोलकाता में स्थित प्रांत कार्यालय पर हमला करते हुए वहाँ मौजूद कार्यकर्ताओं से गाली-गलौज, मारपीट एवं तोड़फोड़ की। उन्होंने उक्त घटना की सख्त शब्दों में निंदा करते इसे गुंडागर्दी करार देते मामले में बिना किसी देरी के सख्त कारर्वाई की मांग रखी है। 

श्री कपूर ने कहा कि कार्यालय में मौजूद अभाविप कार्यकर्ताओं राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री श्री श्रीनिवास, क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री गोविंद, सह-क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री अपांशु शेखर शील, केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य श्री सुमनचंद्र दास तथा 5-6 अन्य कार्यकर्ताओं से मारपीट करते हुए तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने कार्यालय में रखी माँ काली तथा हनुमान जी की प्रतिमा को फेंक कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके साथ ही रविन्द्र नाथ टैगोर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सुभाष चंद्र बोस एवं अन्य महापुरुषों की तस्वीरों को भी इन गुंडों ने लात से मार मार कर क्षतिग्रस्त कर दिया। जोर जोर से धमकी देते हुए ममता बनर्जी के गुंडों ने मुख्यमंत्री का नाम लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी की हार से उनके मुँह पर कालिख पुती है तथा इसके लिए जिम्मेदार और ममता के विरोध में खड़े होने वाले गद्दार हैं, ऐसे किसी भी गद्दार को अब बंगाल में नहीं रहने दिया जाएगा। 

लगभग एक बजे दोपहर में 15-20 मिनट तक चले इस तांडव की तैयारी में तृणमूल कांग्रेस के गुंडे कल से ही लगे थे तथा रात में लगभग 150 ऐसे लोगों को बाइक से अभाविप प्रांत कार्यालय के बाहर उपद्रव करते देखा गया था। प्रेस विज्ञप्ति लिखे जाने तक भी 100 से अधिक ममता के गुंडे अभाविप कार्यालय के आसपास घेराबंदी कर खड़े हैं, जिसकी जानकारी स्थानिक कार्यकर्ताओं ने दी।

एबीवीपी के संभाग संगठन मंत्री व पूर्व प्रदेश मंत्री ने कहा कि, "तृणमूल के गुंडों द्वारा अभाविप कार्यालय पर हुए हिंसक हमले में हमारे प्रमुख कार्यकर्ता सुरक्षित हैं, लेकिन जिस प्रकार का हिंसक व्यवहार मुख्यमंत्री तथा उनके गुंडों द्वारा विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद से दिखाया जा रहा है वह अत्यंत निंदनीय है। आने वाले समय में अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए एकजुट रहकर तथा हर परिस्थिति में हमें राष्ट्रवाद की मशाल को जलाए रखना है। आने वाले समय में बंगाल में परिस्थितियाँ कैसी होने वाली हैं इसका उदाहरण ममता और उनके गुंडों ने पेश कर दिया है, हमें लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।"


बस में तय क्षमता से अधिक सवारियां बिठाने वाले मंदीप ट्रांसपोर्ट बस के ड्राइवर व कंडक्टर पर केस


बठिंडा.
राम नगर कैचियों के पास बस में तय क्षमता से अधिक सवारियां बिठाने के आरोप में मौड़ पुलिस ने बस के ड्राइवर न कंडक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार कुलविंदर सिंह ने बताया कि महिंदर सिंह वासी सेखा जिला बरनाला व लखबीर सिंह वासी बजेआना मंदीप बस सर्विस में ड्राइवर व कंडक्टर का काम करते हैं। गत दिवस उक्त लोग बस में सरकार की तरफ से तय क्षमता से अधिक सवारियां बिठाकर ले जा रहे थे। सरकार ने कोरोना वायरस के चलते बसों में क्षमता से अधिक सवारियां बिठाने पर रोक लगा रखी है लेकिन इसके बावजूद बस चालक व कंडक्टर नियमों की अवहेलना कर रहे थे। पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी कि गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

नशे की पूर्ति के लिए लोगों से मोबाइल फोन छीनने वाले दो नौजवान गिरफ्तार

बठिंडा. तलवंडी साबों पुलिस ने नशे की पूर्ति के लिए हथियारों की नोक पर लोगों से मोबाइल फोन छीनने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है। तलवंडी साबों पुलिस के सहायक थानेदार सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गगनदीप सिंह व जसप्रीत सिंह वासी कोटसमीर नशे के आदी है व उसकी पूर्ति के लिए वह रास्ते में जाते लोगों को हथियार दिखाकर उनसे मोबाइल फोन छीनते थे व इसे आगे बेचकर नशा खरीद लेते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का एक ओपो कंपनी का फोन बरामद किया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

पुरानी रंजिश में गांव तियोणा पुजारियां में छह लोगों ने किया एक व्यक्ति को घायल

बठिंडा. पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में छह लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति को गांव तियोणा पुजारिया में मारपीट कर घायल कर दिया। तलवंडी पुलिस के पास अमनदीप सिंह वासी तियोणा पुजारिया ने शिकायत दी कि उसका जगपाल सिंह, सुक्खी सिंह, गुरजीवन सिंह, मिंट सिंह, गुरजीत सिंह वासी तियोणा पुजारिया, गगन सिंह वासी संगत खुर्द के साथ एक पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा चल रहा था। इसी रंजिश में उक्त लोगों ने गत दिवस उसे रास्ते में रोककर मारपीट की व घायल कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है लेकिव किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

Bathinda-गांव गिल कलां में नौजवान का कत्ल कर शव रजवाहा में फैंका, छह लोंगो के खिलाफ केस

                                                                      फाइल फोटो-
बठिंडा.
सदर रामपुरा पुलिस ने गांव गिल कला में एक नौजवान का कत्ल कर लाश को रजवाहा में फैंकने के मामले में छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें सदर रामपुरा पुलिस के पास महिंदर सिंह वासी जेठुके ने शिकायत दी कि उसका लड़का जसपाल सिंह उम्र 26 साल कुछ दिनों से लापता था। इस बाबत उन्होंने उसकी तलाश शुरू की तो गांव गिल कलां में रजवाहे में उसका शव बरामद किया गया। शव में गहरे जख्म थे जिससे खुलासा हुआ कि उसकी हत्या करने के बाद शव को खुर्दबुर्द करने के लिए नहर में फैंका गया। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद खुलासा किया कि नौजवान की हत्या पुषपिंदर सिंह वासी तपा मंडी, गुरप्री सिंह वासी जेठुके व उनके चार अन्य साथियों ने किया है। उक्त लोग युवक को बहला फुसला कर अपने साथ ले गए थे व बाद में उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल सका है। इसमें पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के छापामारी कर रही है।

जमीनी विवाद में महिला से चार लोगों ने की मारपीट केस दर्ज

बठिंडा. गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा में जमीन संबंधी विवाद में चार लोगों ने मिलकर एक महिला के साथ मारपीट कर घायल कर दिया। पुलिस ने आरोपी लोगों को नामजद कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। थर्मल पुलिस थाना के पास विमला देवी वासी गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा ने शिकायत दी कि उसका गुरु गोबिंद सिंह नगर में एक जमीन को लेकर तरसेम सिंह, दरोपति, सोनू वासी गुरु गोबिंद सिंह नगर के साथ विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर उक्त लोगों ने मिलकर उसे रास्ते में रोककर मारपीट कर घायल कर दिया।

नशा तस्करी के आरोप में पांच नामजद, चार को गिरफ्तार किया

बठिंडा. जिले में विभिन्न स्थानों में पांच लोगों को नशा तस्करी के मामले मं नामजद किया गया है। उक्त आरोपियों में चार लोगों को गिरफ्तार कर 10 ग्राम हेरोइन, नशीली गोलिया व भुक्की बरामद की गई है।  नहियावाला पुलिस थाना के सहायक थानेदार गुरविंदर सिह ने बताया कि बोहड़ सिंह, परमजीत कौर वासी सुरखपीर रोड बठिंडा, वीरदविंदर सिंह वासी फिरोजपुर को 10 ग्राम हेरोइन की तस्करी करते गांव जिंदा में नामजद किया इस दौरान वीर दविंदर सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है जबकि बोहड़ सिंह, परमजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। बालियावाली पुलिस के सहायक थानेदार चमकौर सिंह ने बताया कि सर्वजीत सिंह वासी गिलखुर्द को गिलकला गांव के पास 250 नशीली गोलियों के साथ गिरफ्तार किया गया है। संगत पुलिस के सहायक थानेदार चरणजीत सिंह ने बताया कि सुरिदरपाल, पंकज सोनी वासी हनुमानगढ़ राजस्थान को 15 किलोग्राम पोस्त पिकअप गाड़ी में तस्करी करते गांव बांडी के पास से गिरफ्तार किया गया है।

नशे में धुत्त दो लोग निकाल रहे थे लोगों को गालियां, व्यक्ति ने रोका तो मारपीट कर किया घायल

बठिंडा. गहरी बारासिंह गांव में नशे की हालत में धुत्त दो लोग गली में आने-जाने वाले लोगों को गालियां निकाल रहे थे। उन्हें ऐसा करने से रोकने पर एक व्यक्ति से मारपीट कर घायल कर दिया। मामले में कोटफत्ता पुलिस ने आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जंगीर सिंह वासी गहरी बारा सिंह ने शिकायत दी कि बब्बी सिंह, रमनी सिंही वासी गहरी बारा सिंह नशे के आदी है। उक्त लोगों ने गत दिवस नशा करने के बाद गली में बैठ गए व वहां से आने-जाने वाले लोगों को गालियां दे रहे थे। उसने उन्हें ऐसा करने से रोका तो दोनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की घायल कर फरार हो गए।


Monday, May 3, 2021

समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी की जरूरतमन्द कोरोना पोजटिव मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की सेवा जारी


बठिंडा।
समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा द्वारा कोरोना से पीड़ित जरूरतमन्द मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की सेवा लगातर जारी है। संस्था द्वारा पिछले 24 घण्टों में 6 कोरोना पोजटिव मरीजों को सिविल अस्पताल तथा अन्य अस्पतालों में दाखिल करवाया गया। एक मरीज को एनएफएल टाउनशिप के क्वार्टरों में रहने वाला था जिसको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और घर पर भी अकेला ही रहता था। इसके अलावा एक बजुर्ग की हालत गम्भीर हो गई जिसको चलने में भी परेशानी थी और घर पर भी कोई वाहन उपलब्ध नही था। संस्था द्वारा रात के समय एम्बुलेंस सेवा भेज बजुर्ग को अस्पताल में दाखिल करवाया गया।


संस्था को एक हजार ग्लव्ज, 100 पीपीई किट्स, सेनेटाइजर तथा 10 हजार का सहयोग

कोरोना मरीजों के लिए चाय, नाश्ता दोपहर तथा रात का भोजन, कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने तथा कोरोना पीड़ित मृतकों के अंतिम संस्कार की सेवाएं निभा रही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा को संतपुरा रोड़ निवासी नीरज सिंगला तथा विजय सिंगला ने संस्था को वालंटियर की सुरक्षा हेतु एक हजार ग्लव्ज, 100 पीपीई किट्स तथा सेनेटाइजर उपलब्ध करवाया गया। इसके अलावा संस्था सदस्य अनमोल जौड़ा ने संस्था को 5 हजार रुपये तथा एक दानि सज्जन द्वारा संस्था को 5100₹ का चैक भेंट किया गया। इस मौके पर संस्था अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी, सदस्यों गौतम शर्मा, अतुल जैन ने दानि सज्जनों का आभार प्रकट किया।

बठिंडा जिले में सरकार की हिदायतों के बाद नई पाबंदियां लागू- सभी गैर-ज़रूरी वस्तुओं की दुकानें 15 मई तक रहेंगी बंद: डिप्टी कमिश्नर

-कार, टैक्सी में केवल 2 व्यक्ति कर सकेंगे सफर वही 10 लोगों से अधिक का जलसा नहीं होगा

-धार्मिक स्थान प्रतिदिन की शाम 6 बजे से पहले बंद होंगे,सरकारी दफ्तर और बैंक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करेंगे

बठिंडा: पंजाब सरकार के गृह विभाग की तरफ से 30 अप्रैल को जारी हिदायतों के बाद आज सोमवार को जारी नई पाबंदियों के अनुकूल जिला बठिंडा के अंदर भी जिला मैजिस्ट्रेट कम डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन की तरफ से पाबंदी के हुकम जारी किये गए है।

जारी आदेश के अनुसार कोई भी व्यक्ति जिला बठिंडा की सीमा के अंदर हवाई, रेल या सड़की रास्ते के द्वारा अधिक से अधिक 72 घंटे पुरानी कोविड टैस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (जिसको 2 हफ्ते पहले कम से कम एक डोज लगी हो) दिखा कर ही दाखिल हो सकेगा।  

वही गैर जरूरी वस्तुओं की सभी दुकानों बंद रहेंगी। केवल ज़रूरी वस्तुएं और सेवाओं के साथ सबंधित दुकानों जैसे कि कैमिस्ट शाप, दूध, ब्रैड, सब्जियां, फ़्रूट, डेरी और पोल्ट्री उत्पादन, आंडे, मीट, मोबायल रिपेयर के साथ सबंधित दुकानों को छुट रहेगी। लेबोरेटरी, नर्सिंग होम और मैडीकल की दुकानों पर रोक लागू नहीं होंगी।

वही उद्योग ईकाईयों में काम करने वाले लेबर और कर्मचारियों को उद्योग इकाई की तरफ से जारी कर्फ़्यू के पास होने पर छूट होगी। पेट्रोल और डीज़ल पंप, एल.पी.जी. आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर्ज, कैमिस्ट शापज, सभी मैडीकल लैब, डायगोनिस्टक सेंटर, सभी मैडीकल स्कैन सेंटर, सभी पशु डिस्पैंसरियां, पशु मैडीकल स्टोर, मंडियों में गेहूं की खरीद और काम करने वाली लेबर, सभी केंद्र और सूबा सरकार के दफ़्तरों के कर्मचारी, सभी प्राइवेट सकोयर्टी एजेंसियों के स्टाफ को आन ड्यूटी, सभी बैंक और ए.टी.एम, फायनाईशियल इंस्टिट्यूटस को सम्बन्धित अदारे की तरफ से जारी आई कार्ड कर्फ़्यू के पास माने जाएगें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निर्माण और सभी सी.एस.सी. सेंटरें को छूट होगी।

सभी रैस्टोरैंट (होटलों समेत), कैफे, कोफी शाप, फास्ट फूड कोर्ट, ढाबा पर बैठकर खाने की इजाज़त नहीं होगी जबकि वह टेक-अवे और होम डिलवरी के लिए रात 9 बजे तक कर सकेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपरोक्त स्थानों में अंदर बैठकर खाने पर बिल्कुल पाबंदी है। सभी हफ्तावारी बाजार बंद रहेंगी। केवल ज़रूरी वस्तुएं और सेवा वाले व्हीकल जैसे दूध, सब्जियाँ, फ़्रूट, डेरी और पोल्ट्री उत्पादन, अंडे, मीट पर पाबंदी नहीं होगी।

सारे बार, सिनेमा हाल, जिंम, सपा, स्विमिंग पुल, कोचिंग सैंटर, स्पोर्टस कंपलैक्स, पी. जी. और सभी मनोरंजन पार्क बंद रहेंगे। जिले के अंदर सामाजिक, संस्कृतिक, खेल और दूसरे सबंधित समागमों पर पूर्ण रूप में पाबंदी है। सभी राजनितिक भीड़ों पर भी पूर्ण पाबंदी है। इन हुक्मों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध जिसमें प्रबंधक, भाग लेने वाले, स्थान के मालिक, टैंट हाऊस मालिक विरुद्ध केस दर्ज किया जाएगा। इसके इलावा निर्धारित संख्या से अधिक जलसा में शामिल होने वालों को 5 दिन के होम कोआर्नटाइन किया जायेगा।

जारी हुक्मों अनुसार सभी सरकारी दफ़्तर और बैंक अपनी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करेंगे केवल कोविड सम्बन्धित ड्यूटी की तैनाती को छूट रहेगी। सभी 4 पहिया वाहनों जैसे कि कार, टैक्सी में 2 से ज़्यादा लोगों के जाने-आने की आज्ञा नहीं है परन्तु मरीज़ को हस्पताल ले जाने -लाने समय पर छूट रहेगी। मोटरसाईकल या स्कूटर पर एक से अधिक व्यक्ति सफर नहीं कर सकेगा परन्तु यदि दोनों व्यक्ति एक ही परिवार के साथ सबंधित हैं और एक ही घर में रहते हैं तो उस केस में यह पाबंगी लागू नहीं रहेगी।

उन्होंने बताया कि कर्फ़्यू पहले की तरह रोज़मर्रा की शाम 6 बजे से प्रातःकाल 5 बजे तक होगा। हफ्तावारी कर्फ़्यू शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक होगा। कर्फ़्यू दौरान कोई भी वाहन नहीं चलेगा केवल मैडीकल एमरजैंसी को छूट होगी। उन्होंने बताया कि इन हुक्मों के अधीन 10 से अधिक लोगों के जलसा की इजाज़त नहीं और गांवों के अंदर रात के समय पर कर्फ़्यू और हफ्तावारी कर्फ़्यू के लिए ठीकरी पहरे लगेंगे। सब्ज़ी मंडी केवल सब्जियां और फ़्रूट के लिए खुलेगी और वहां कोविड नियमों की पालना यकीनी बनाना होगा।


किसान यूनियनों और धार्मिक नेताओं से अपील की गई है कि वह जलसा न करे और प्रदर्शन वाले स्थानों जैसे कि टोल प्लाजा, पंपों आदि पर भी प्रदर्शनकारियों की संख्या कम हो। धार्मिक स्थान रोज़मर्रा की शाम 6 बजे से पहले बंद होंगे। सभी धार्मिक स्थानों पर जैसे गुरुद्वारा, मंदिर, मस्जिद, चर्च में जलसा करन पर मनाही होगी।


आक्सीजन सिलेंडर जमा करन वालों विरुद्ध सख़्त कार्यवाही होगी।


रेहड़ी वालों के आर.टी.पी.सी.आर टैस्ट होंगे। जनतक यातायात सेवा (बस, टैक्सी, आटो) 50 प्रतिशत सामर्थ्य के साथ चल सकेंगे।


सभी शैक्षिक अदारे, स्कूल और कालेज बंद रहेंगे जबकि टीचिंग और नान -टीचिंग स्टाफ उपस्थित रहेगा। उनके साथ ही स्पष्ट किया कि मैडीकल और नर्सिंग कालेज, संस्थायों खुली रहेंगी। हर तरह के मुकाबलो की परीक्षा रद्द हैं परन्तु कोविड की रोकथाम सम्बन्धित भर्ती परीक्षा पर रोक नहीं होगी।


सभी प्राइवेट दफ़्तर, जिसमें सेवा क्षेत्र जैसे कि आर्कीटैकट, सी.ए., बीमा कंपनियों के दफ्तरों को केवल घर से काम करने की इजाज़त है। उन्होंने कहा कि लोग इन हिदायतें की पालना करे जिससे कोविड की चेन को तोड़ा जा सके।


उन्होंने कहा कि सभी सरकारी दफ़्तरों में काम कर रहे जिन कर्मचारियों की उम्र 45 साल से अधिक है और उन्होंने पिछले 15 दिनों या इस से अधिक दिनों में वैक्सीन की कोई डोज़ नहीं लगवाई है, उनको छुट्टी ले कर घर में रहने के लिए प्रेरित किया जाये। जितनी देर तक वह वैक्सीन नहीं लगते उन्हें दफ्तर की बजाय घर रहने के लिए कहा जाए। इसके इलावा जिन कर्मचारियों की उम्र 45 साल से कम है और आर.टी. -पी.सी.आर. की रिपोर्ट (पाँच दिनों से ज़्यादा पुरानी न हो) नेगेटिव है, उनको ही दफ़्तर में आने की आज्ञा होगी और जिन कर्मचारियों की आर.टी. -पी.सी.आर. रिपोर्ट पॉजिटिव होगी, उन को घर में रहने के लिए प्रेरित किया जाये। सभी सरकारी दफ़्तरों में व्यक्तिगत तौर पर लोगों की शिकायतों के निपटारे पर पाबंदी लगाते हुए इस मकसद के लिए आनलाइन और वर्चुअल तरीके अपनाने के लिए कहा गया है। माईक्रो कंटेनमैंट जोन जहाँ कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की संख्या और ज्यादा है सख़्ती के साथ मनीटर किये जाएँ।


 सभी सरकारी दफ्तरों द्वारा शिकायतों के निपटारे को वर्चुअल /आन -लाईन ढंगों द्वारा प्रथमिकता दी जाएगी और जनतक लेने -देने को जहाँ तक हो सके घटाया जायेगा और सिर्फ़ उसे ही आज्ञा दी जाएगी जहां अति-ज़रूरी समझा जाता है। इसी तरह माल विभाग जायदाद की बिक्री और खरीद के लिए कनवेऐंस डीडें को लागू करने के लिए लोगों की संख्या को सीमित करेगा।


 जारी हुक्मों में कहा गया है कि कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए राष्ट्रीय निर्देशों, केंद्रीय ग्रह मंत्रालय /सूबा सरकार की तरफ से जारी निर्धारित संचालन विधि (एस. ओ. पीज) और हिदायतें की पालना यकीनी बनाई जाएगी। बाज़ारों, जनतक ट्रांसपोर्ट आदि समेत सभी गतिविधियों में ज़रूरी एहतियात इस्तेमाल करे जाने, जिन में 6 फुट की सामाजिक दूरी पर मास्क डाल कर रखे जाने यकीनी बनाया जाएंगा। इसके बिना जनतक स्थानों पर थूकने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जारी आदेशों, पाबंदियों का उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 और आई.पी.सी 1860 की सम्बन्धित धारा के अंतर्गत सख़्त कानूनी कार्यवाही की जायेगी।


 


 


 110680 व्यक्तियों ने लगवाई करोना वैक्सीन -डिप्टी कमिश्नर     बठिंडा, 3मई ( ) डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने बताया कि सुसत में अब तक 110680 व्यक्ति करोना वैक्सीन लगवा चुके हैं। उन आगे बताया कि इतना में 12216 हैल्थ वर्करज़, 24146 फ्रंट लायन वर्करज़, 45 से 60 तक 30716 व्यक्तियों को और इसी तरह 60 साल से और ज्यादा उम्र के 25127 बुज़ुर्गों को पहली डोज़ लगाई गई है।


 


     उन आगे बताया कि गवर्नमैंट इंस्टिट्यूटस में 4732 हैल्थ वर्करज़ को पहली डोज़ और 1636 को दूसरी डोज़, 20249 फ्रंट लायन वर्करज़ को पहली डोज़ और 3340 को दूसरी डोज़, 45 से 59 साल तक 26431 व्यक्तियों को पहली डोज़ और 4262 व्यक्तियों को दूसरी डोज़, 60 साल से पर के 20903 व्यक्तियों को पहली डोज़ और 3301 व्यक्तियों को दूसरी डोज़ दी गई है।

 डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने बताया कि इसी तरह प्राईवेट इंस्टिट्यूटस में 7078 हैल्थ वर्करज़ को पहली डोज़ और 2600 को दूसरी डोज़, 3881 फ्रंट लायन वर्करज़ को पहली डोज़ और 653 को दूसरी डोज़, 45 से 59 साल तक 4359 व्यक्तियों को पहली डोज़ और 1489 व्यक्तियों को दूसरी डोज़, 60 साल से पर के 4464 व्यक्तियों को पहली डोज़ और 1302 व्यक्तियों को दूसरी डोज़ दी गई है।

24 घंटों दौरान 1807 के लिए सैंपल और 2561 व्यक्तियों के लगाई करोना वैक्सीन /623 नये केस आए और 585 हुए तंदुरुस्त: डिप्टी कमिश्नर

बठिंडा: डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि कोरोना के बढ़ रहे प्रकोप को रोकने के मद्देनज़र पंजाब सरकार की तरफ से जारी दिशा -निर्देशों अनुसार ज़िला प्रशाशन की तरफ से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना के प्रभाव को फैलने से रोकने के लिए सेहत विभाग के सहयोग के साथ अलग-अलग टीमों की तरफ से सरकारी दफ़्तरों, सेवा केंद्रों और सुविधा केन्द्रों, तहसील कांप्लैक्स, पुलिस नाकों और औद्योगिक इकाईयों में जा कर कोरोना वैक्सीनेशन और सैंपलिंग कैंप लगाए जा रहे हैं। इन कैंपों की लड़ी के अंतर्गत बीते 24 घंटों के दौरान 1807 सैंपल लिए गए और 2561 लोगों की वैक्सीनेशन हुई। डिप्टी कमिश्नर ने बीते 24 घंटों के दौरान सेहत विभाग की टीमों की तरफ से की गई सैंपलिंग बारे जानकारी देते बताया कि 697 अलग-अलग पुलिस नाकों, 571 सेहत विभाग और 539 प्राईवेट अस्पतालों की तरफ से सैंपल लिए गए। इसी तरह जिले के अंदर की गई वैक्सीनेशन बारे जानकारी देते डिप्टी कमिशनर ने बताया कि 158 अलग -अलग उद्योग केन्द्रों में काम करते मुलाजिमों, 410 ग्रामीण और 850 शहरी क्षेत्रों के इलावा 1143 सरकारी अस्पतालों और सेहत केन्द्रों में लगाए गए अलग-अलग कैंपों दौरान वैक्सीनेशन की गई। डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने आम लोगों को अपील करते कहा कि वह सरकार की तरफ से समय-समय पर जारी हिदायतों की पालना करना यकीनी बनाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफवाहों से गुरेज़ करे। मुंह पर हमेशा मास्क और बार -बार साफ़ पानी और सैनीटाईज़र के साथ हाथ साफ़ करते रहे। इस महामारी से सिर्फ परहेज़ के साथ ही छुटकारा पाया जा सकता है।

24 घंटों में कोरोना के 623 नये केस आए और 585 हुए तंदुरुस्त: डिप्टी कमिश्नर

जिले के अंदर कोविड -19 के अंतर्गत कुल 230983 सैंपल लिए गए। जिन में से 22520 पॉजिटिव केस आए, इनमें से 16868 करोना पीडित सेहतमंद हो कर अपने घर वापस लौट गए। इस समय जिले में कुल 5253 केस एक्टिव हैं और अब तक 399 करोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने सांझी की। इस सम्बन्धित ओर जानकारी देते डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि जिले में बीते 24 घंटों दौरान कोरोना के 623 नये केस आए और 585 करोना प्रभावित मरीज़ ठीक होने उपरांत अपने -घर वापस लौट गए हैं।

ਬਠਿੰਡਾ ਜਿਲੇ ਵਿਚ ਨਵੀਆਂ ਪਾਬੰਦੀਆਂ ਲਾਗੂ- ਸਾਰੀਆਂ ਗ਼ੈਰ-ਜ਼ਰੂਰੀ ਵਸਤਾਂ ਦੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ 15 ਮਈ ਤੱਕ ਰਹਿਣਗੀਆਂ ਬੰਦ: ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ

ਕਾਰ, ਟੈਕਸੀ ਵਿਚ ਕੇਵਲ 2 ਵਿਅਕਤੀ ਕਰ ਸਕਣਗੇ ਸਫਰ, 0 ਲੋਕਾਂ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦਾ ਇਕੱਠ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗਾ- ਧਾਰਮਿਕ ਅਸਥਾਨ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਸ਼ਾਮ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਬੰਦ ਹੋਣਗੇ. ਸਰਕਾਰੀ ਦਫਤਰ ਤੇ ਬੈਂਕ 50 ਫੀਸਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਨਾਲ ਕੰਮ ਕਰਨਗੇ
ਬਠਿੰਡਾ : ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਗ੍ਰਹਿ ਵਿਭਾਗ ਵਲੋਂ 30 ਅਪ੍ਰੈਲ ਨੂੰ ਜਾਰੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਅੱਜ ਜਾਰੀ ਨਵੀਆਂ ਪਾਬੰਦੀਆਂ ਦੇ ਅਨੁਕੂਲ ਜਿਲਾ ਬਠਿੰਡਾ ਅੰਦਰ ਵੀ ਜਿਲਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਕਮ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ  ਸ੍ਰੀ ਬੀ ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਵਲੋਂ ਰੋਕਾਂ ਸਬੰਧੀ ਹੁਕਮ ਜਾਰੀ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ।
  ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਕੋਈ ਵੀ ਵਿਅਕਤੀ ਜ਼ਿਲਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀ ਹੱਦ ਅੰਦਰ ਹਵਾਈ, ਰੇਲ ਜਾਂ ਸੜਕੀ ਰਾਸਤੇ ਰਾਹੀਂ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ 72 ਘੰਟੇ ਪੁਰਾਣੀ ਕੋਵਿਡ ਟੈਸਟ ਦੀ ਨੈਗੇਟਿਵ ਰਿਪੋਰਟ ਜਾਂ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ (ਜਿਸਨੂੰ 2 ਹਫਤੇ ਪਹਿਲਾਂ ਘੱਟੋ ਘੱਟ ਇਕ ਡੋਜ਼ ਲੱਗੀ ਹੋਵੇ) ਦਿਖਾ ਕੇ ਹੀ ਦਾਖਲ ਹੋ ਸਕੇਗਾ।      
  ਇਨਾਂ ਹੁਕਮਾਂ ਤਹਿਤ ਗੈਰ ਜ਼ਰੂਰੀ ਵਸਤਾਂ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੀਆਂ । ਕੇਵਲ ਜ਼ਰੂਰੀ ਵਸਤਾਂ ਤੇ ਸੇਵਾਵਾਂ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਦੁਕਾਨਾਂ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਕੈਮਿਸਟ ਸ਼ਾਪ, ਦੁੱਧ, ਬਰੈਡ, ਸਬਜ਼ੀਆਂ, ਫਰੂਟ, ਡੇਅਰੀ ਤੇ ਪੋਲਟਰੀ ਉਤਪਾਦਨ, ਆਂਡੇ, ਮੀਟ, ਮੋਬਾਇਲ ਰਿਪੇਅਰ  ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਦੁਕਾਨਾਂ ਖੁੱਲ ਸਕਣਗੀਆਂ। ਲੈਬੋਰੇਟਰੀ , ਨਰਸਿੰਗ ਹੋਮ ਤੇ ਹੋਰ ਮੈਡੀਕਲ ਅਦਾਰਿਆਂ ’ਤੇ ਰੋਕਾਂ ਲਾਗੂ ਨਹੀਂ ਹੋਣਗੀਆਂ।
ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਉਦਯੋਗ ਯੂਨਿਟਾਂ ’ਚ ਕੰਮ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਲੇਬਰ ਤੇ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਉਦਯੋਗ ਇਕਾਈ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਕਰਫਿਊ ਪਾਸ ਹੋਣ ’ਤੇ ਛੋਟ ਹੋਵੇਗੀ।  ਪੈਟਰੋਲ ਤੇ ਡੀਜ਼ਲ ਪੰਪ, ਐਲ.ਪੀ.ਜੀ. ਆਕਸੀਜਨ ਡਿਸਟ੍ਰੀਬਿਊਟਰਜ, ਕੈਮਿਸਟ ਸ਼ਾਪਜ, ਸਾਰੀਆਂ ਮੈਡੀਕਲ ਲੈਬੋਰੇਟਰੀਆਂ, ਡਾਇਗੋਨਸਟਕ ਸੈਂਟਰ, ਸਾਰੇ ਮੈਡੀਕਲ ਸਕੈਲ ਸੈਂਟਰ, ਸਾਰੀਆਂ ਪਸ਼ੂ ਡਿਸਪੈਂਸਰੀਆਂ, ਪਸ਼ੂ ਮੈਡੀਕਲ ਸਟੋਰ, ਮੰਡੀਆਂ ’ਚ ਕਣਕ ਦੀ ਖਰੀਦ ਤੇ ਕੰਮ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਲੇਬਰ, ਸਾਰੇ ਕੇਂਦਰ ਤੇ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਦਫ਼ਤਰਾਂ ਦੇ ਕਰਮਚਾਰੀ, ਸਾਰੇ ਪ੍ਰਾਇਵੇਟ ਸਕਿਊਰਟੀ ਏਜੰਸੀਆਂ ਦੇ ਸਟਾਫ਼ ਨੂੰ ਆਨ ਡਿਊਟੀ, ਸਾਰੇ ਬੈਂਕ ਤੇ ਏ.ਟੀ.ਐਮ, ਫਾਇਨਾਈਸ਼ੀਅਲ ਇੰਸਟੀਚਿਊਟਸ ਨੂੰ ਸਬੰਧਤ ਅਦਾਰੇ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਆਈ ਕਾਰਡ ਕਰਫਿਊ ਪਾਸ ਮੰਨਿਆ ਜਾਵੇਗਾ। ਪੇਂਡੂ ਤੇ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕੰਨਸਟਰਕਸ਼ਨ ਅਤੇ ਸਾਰੇ ਸੀ.ਐਸ.ਸੀ. ਸੈਂਟਰਾਂ ਨੂੰ ਛੋਟ ਹੋਵੇਗੀ।
ਸਾਰੇ ਰੈਸਟੋਰੈਂਟ (ਹੋਟਲਾਂ ਸਮੇਤ), ਕੈਫੇ, ਕੌਫੀ ਸ਼ਾਪ, ਫਾਸਟ ਫੂਡ ਕੋਰਟ, ਢਾਬਿਆਂ ਉੱਪਰ ਬੈਠਕੇ ਖਾਣ ਦੀ ਇਜ਼ਾਜਤ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗਾ ਜਦਕਿ ਉਹ ਟੇਕ-ਅਵੇ ਤੇ ਹੋਮ ਡਿਲਵਰੀ ਲਈ ਰਾਤ 9 ਵਜੇ ਤੱਕ ਕਰ ਸਕਣਗੇ। ਉਨਾਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕੀਤਾ ਕਿ ਉਪਰੋਕਤ ਥਾਵਾਂ ਵਿਖੇ ਅੰਦਰ ਬੈਠਕੇ ਖਾਣ ’ਤੇ ਬਿਲਕੁਲ ਪਾਬੰਦੀ ਹੈ। ਸਾਰੀਆਂ ਹਫਤਾਵਾਰੀ ਮਾਰਕੀਟਾਂ (ਆਪਣੀ ਮੰਡੀ ਵਾਂਗ) ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੀਆਂ।
ਕੇਵਲ ਜ਼ਰੂਰੀ ਵਸਤਾਂ ਤੇ ਸੇਵਾਵਾਂ ਵਾਲੇ ਵਹੀਕਲ ਜਿਵੇਂ ਦੁੱਧ, ਸਬਜ਼ੀਆਂ, ਫਰੂਟ, ਡੇਅਰੀ ਤੇ ਪੋਲਟਰੀ ਉਤਪਾਦਨ, ਆਂਡੇ, ਮੀਟ ’ਤੇ ਪਾਬੰਦੀ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ।
ਸਾਰੇੇ ਬਾਰ, ਸਿਨੇਮਾ ਹਾਲ, ਜਿੰਮ, ਸਪਾ, ਸਵੀਮਿੰਗ ਪੂਲ, ਕੋਚਿੰਗ ਸੈਂਟਰ, ਸਪੋਰਟਸ ਕੰਪਲੈਕਸ, ਪੀ. ਜੀ. ਅਤੇ ਸਾਰੇ ਮਨੋਰੰਜਨ ਪਾਰਕ ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੇ।
ਜਿਲੇ ਅੰਦਰ ਸਮਾਜਿਕ, ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ, ਖੇਡਾਂ ਤੇ ਹੋਰਨਾਂ ਸਬੰਧਿਤ ਸਮਾਗਮਾਂ ਉੱਪਰ ਪੂਰਨ ਰੂਪ ਵਿਚ ਪਾਬੰਦੀ ਹੈ। ਸਾਰੇ ਸਿਆਸੀ ਇਕੱਠਾਂ ਉੱਪਰ ਵੀ ਪੂਰਨ ਪਾਬੰਦੀ ਹੈ। ਇਨਾਂ ਹੁਕਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਵਿਰੁੱਧ ਜਿਸ ਵਿਚ ਪ੍ਰਬੰਧਕ, ਭਾਗ ਲੈਣ ਵਾਲੇ, ਸਥਾਨ ਦੇ ਮਾਲਕ, ਟੈਂਟ ਹਾਊਸ ਮਾਲਕ ਵਿਰੁੱਧ ਕੇਸ ਦਰਜ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਗਿਣਤੀ ਤੋਂ ਵੱਧ ਇਕੱਠ ਵਿਚ ਸ਼ਾਮਿਲ ਹੋਣ ਵਾਲਿਆਂ ਨੂੰ 5 ਦਿਨ ਦੇ ਹੋਮ ਕੁਆਰਨਟਾਇਨ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ।
ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫਤਰ ਤੇ ਬੈਂਕ ਆਪਣੀ 50 ਫੀਸਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਨਾਲ ਕੰਮ ਕਰਨਗੇ ਕੇਵਲ ਕੋਵਿਡ ਸਬੰਧੀ ਡਿਊਟੀ ਦੀ ਤਾਇਨਾਤੀ ਨੂੰ ਛੱਡਕੇ। ਸਾਰੇ 4 ਪਹੀਆ ਵਾਹਨਾਂ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਕਾਰ, ਟੈਕਸੀ ਵਿਚ 2 ਤੋਂ ਜਿਆਦਾ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਜਾਣ-ਆਉਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਹੀਂ ਹੈ ਪਰ ਮਰੀਜ਼ ਨੂੰ ਹਸਪਤਾਲ ਲਿਜਾਣ-ਲਿਆਉਣ ਵੇਲੇ ਛੋਟ ਰਹੇਗੀ। ਮੋਟਰਸਾਈਕਲ ਜਾਂ ਸਕੂਟਰ ’ਤੇ ਇਕ ਤੋਂ ਵੱਧ ਵਿਅਕਤੀ ਸਫਰ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕੇਗਾ ਪਰ ਜੇਕਰ ਦੋਵੇਂ ਵਿਅਕਤੀ ਇਕੋ ਪਰਿਵਾਰ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਹਨ ਤੇ ਇਕੋ ਘਰ ਵਿਚ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਉਸ ਕੇਸ ਵਿਚ ਇਹ ਬੰਦਿਸ਼ ਲਾਗੂ ਨਹੀਂ।
ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਰਫਿਊ ਪਹਿਲਾਂ ਵਾਂਗ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਸ਼ਾਮ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸਵੇਰੇ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਹੋਵੇਗਾ। ਹਫਤਾਵਾਰੀ ਕਰਫਿਊ ਸ਼ੁੱਕਰਵਾਰ ਸ਼ਾਮ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸੋਮਵਾਰ ਸਵੇਰ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਹੋਵੇਗਾ। ਕਰਫਿਊ ਦੌਰਾਨ ਕੋਈ ਵੀ ਵਾਹਨ ਨਹੀਂ ਚੱਲੇਗਾ ਕੇਵਲ ਮੈਡੀਕਲ ਐਮਰਜੈਂਸੀ ਨੂੰ ਛੋਟ ਹੋਵੇਗੀ।
 ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਨਾਂ ਹੁਕਮਾਂ ਅਧੀਨ 10 ਤੋਂ ਵੱਧ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਇਕੱਠ ਦੀ ਇਜ਼ਾਜਤ ਨਹੀਂ ਅਤੇ ਪਿੰਡਾਂ ਅੰਦਰ ਰਾਤ ਵੇਲੇ ਦੇ ਕਰਫਿਊ ਤੇ ਹਫਤਾਵਾਰੀ ਕਰਫਿਊ ਲਈ ਠੀਕਰੀ ਪਹਿਰੇ ਲੱਗਣਗੇ। ਸਬਜ਼ੀ ਮੰਡੀ ਕੇਵਲ ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਤੇ ਫਰੂਟ ਲਈ ਖੁੱੱਲੇਗੀ ਤੇ ਉੰਥੇ ਕੋਵਿਡ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਯਕੀਨੀ ਹੋਵੇਗੀ।
ਕਿਸਾਨ ਯੂਨੀਅਨਾਂ ਤੇ ਧਾਰਮਿਕ ਆਗੂਆਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਇਕੱਠ ਨਾ ਕਰਨ ਤੇ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ ਵਾਲੀਆਂ  ਥਾਵਾਂ  ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਟੋਲ ਪਲਾਜ਼ੇ, ਪੰਪਾਂ ਆਦਿ ’ਤੇ ਵੀ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨਕਾਰੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ।
 ਧਾਰਮਿਕ ਅਸਥਾਨ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਸ਼ਾਮ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਬੰਦ ਹੋਣਗੇ । ਸਾਰੇ ਧਾਰਮਿਕ ਸਥਾਨਾਂ ’ਤੇ ਜਿਵੇਂ ਗੁਰਦੁਆਰਾ, ਮੰਦਰ, ਮਸਜਿਦ, ਚਰਚ ’ਚ ਇਕੱਠ ਕਰਨ ’ਤੇ ਮਨਾਹੀ ਹੋਵੇਗੀ।
  ਆਕਸੀਜਨ ਸਿਲੰਡਰ ਜਮਾਂ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਵਿਰੁੱਧ ਸਖਤ ਕਾਰਵਾਈ ਹੋਵੇਗੀ।
ਰੇਹੜੀ ਵਾਲਿਆਂ ਦੇ ਆਰ.ਟੀ.ਪੀ.ਸੀ.ਆਰ ਟੈਸਟ ਹੋਣਗੇ। ਜਨਤਕ ਆਵਾਜਾਈ ਸੇਵਾ (ਬੱਸ, ਟੈਕਸੀ , ਆਟੋ) 50 ਫੀਸਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਨਾਲ ਚੱਲ ਸਕਣਗੇ।
ਸਾਰੇ ਵਿਦਿਅਕ ਅਦਾਰੇ, ਸਕੂਲ ਤੇ ਕਾਲਜ ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੇ ਜਦਕਿ ਟੀਚਿੰਗ ਤੇ ਨਾਨ-ਟੀਚਿੰਗ ਸਟਾਫ ਹਾਜ਼ਰ ਰਹੇਗਾ। ਉਨਾਂ ਨਾਲ ਹੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕੀਤਾ ਕਿ ਮੈਡੀਕਲ ਤੇ ਨਰਸਿੰਗ ਕਾਲਜ, ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਖੁੱਲੀਆਂ ਰਹਿਣਗੀਆਂ। ਹਰ ਤਰਾਂ ਦੇ ਮੁਕਾਬਲੇ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰੀਖਿਆਵਾਂ ਮੁਲਤਵੀ ਹਨ ਪਰ ਕੋਵਿਡ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਸਬੰਧੀ ਭਰਤੀ ਪਰੀਖਿਆ ਉਪਰ ਰੋਕ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ।
ਸਾਰੇ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਦਫ਼ਤਰ, ਜਿਸ ਵਿਚ ਸੇਵਾ ਖੇਤਰ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਆਰਕੀਟੈਕਟ, ਸੀ.ਏ., ਬੀਮਾ ਕੰਪਨੀਆਂ ਦੇ ਦਫਤਰਾਂ ਨੂੰ ਕੇਵਲ ਘਰ ਤੋਂ ਕੰਮ ਕਰਨ ਦੀ ਇਜ਼ਾਜ਼ਤ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਲੋਕ ਇਨਾਂ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਨ ਤਾਂ ਜੋ ਕੋਵਿਡ ਦੀ ਚੇਨ ਨੂੰ ਤੋੜਿਆ ਜਾ ਸਕੇ।
ਉਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫ਼ਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੇ ਜਿਨਾਂ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀ ਉਮਰ 45 ਸਾਲ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੈ ਅਤੇ ਉਨਾਂ ਪਿਛਲੇ 15 ਦਿਨਾਂ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦਿਨਾਂ ਵਿੱਚ ਵੈਕਸੀਨ ਦੀ ਕੋਈ ਡੋਜ਼ ਨਹੀਂ ਲਗਵਾਈ ਹੈ, ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਛੁੱਟੀ ਲੈ ਕੇ ਘਰ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ, ਜਿੰਨੀ ਦੇਰ ਤੱਕ ਉਹ ਵੈਕਸੀਨ ਨਹੀਂ ਲਗਵਾਉਂਦੇ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਜਿਨਾਂ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀ ਉਮਰ 45 ਸਾਲ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ ਅਤੇ ਆਰ.ਟੀ.-ਪੀ.ਸੀ.ਆਰ. ਦੀ ਰਿਪੋਰਟ (ਪੰਜ ਦਿਨਾਂ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪੁਰਾਣੀ ਨਾ ਹੋਵੇ) ਨੈਗੇਟਿਵ ਹੈ, ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਦਫ਼ਤਰ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੋਵੇਗੀ ਅਤੇ ਜਿਨਾਂ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀ ਆਰ.ਟੀ.-ਪੀ.ਸੀ.ਆਰ. ਰਿਪੋਰਟ ਪਾਜੀਟਿਵ ਹੋਵੇਗੀ, ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਘਰ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ। ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫ਼ਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਵਿਅਕਤੀਗਤ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਦੀਆਂ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ‘ਤੇ ਪਾਬੰਦੀ ਲਗਾਉਂਦੇ ਹੋਏ ਇਸ ਮਕਸਦ ਲਈ ਆਨਲਾਈਨ ਤੇ ਵਰਚੂਅਲ ਤਰੀਕੇ ਅਪਨਾਉਣ ਲਈ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਮਾਈਕਰੋ ਕੰਟੇਨਮੈਂਟ ਜ਼ੋਨ ਜਿੱਥੇ ਕੋਰੋਨਾ ਪਾਜੀਟਿਵ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਵਧੇਰੇ ਹੈ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਮਨੀਟਰ ਕੀਤੇ ਜਾਣ।
  ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫਤਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਨੂੰ ਵਰਚੁਅਲ/ਆਨ-ਲਾਈਨ ਢੰਗਾਂ ਦੁਆਰਾ ਤਰਜੀਹ ਦਿੱਤੀ ਜਾਏਗੀ ਅਤੇ ਜਨਤਕ ਲੈਣ-ਦੇਣ ਨੂੰ ਜਿਥੋਂ ਤੱਕ ਹੋ ਸਕੇ ਘਟਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ਅਤੇ ਸਿਰਫ ਉਸ ਨੂੰ ਹੀ ਆਗਿਆ ਦਿੱਤੀ ਜਾਏਗੀ ਜਿਥੇ ਅਤਿ-ਜ਼ਰੂਰੀ ਸਮਝਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸੇ ਤਰਾਂ ਮਾਲ ਵਿਭਾਗ ਜਾਇਦਾਦ ਦੀ ਵਿਕਰੀ ਅਤੇ ਖਰੀਦ ਲਈ ਕਨਵੇਐਂਸ ਡੀਡਾਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕਰੇਗਾ।
         ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਵਿਚ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਹੈ ਕਿ ਕੋਵਿਡ-19 ਦਾ ਫੈਲਾਅ ਰੋਕਣ ਲਈ ਕੌਮੀ ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ, ਕੇਂਦਰੀ ਗ੍ਰਹਿ ਮੰਤਰਾਲੇ/ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਨਿਰਧਾਰਤ ਸੰਚਾਲਨ ਵਿਧੀ (ਐਸ. ਓ. ਪੀਜ਼) ਅਤੇ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਇੰਨ-ਬਿੰਨ ਪਾਲਣਾ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਈ ਜਾਵੇਗੀ। ਬਾਜ਼ਾਰਾਂ, ਜਨਤਕ ਟ੍ਰਾਂਸਪੋਰਟ ਆਦਿ ਸਮੇਤ ਸਾਰੀਆਂ ਗਤੀਵਿਧੀਆਂ ’ਚ ਜ਼ਰੂਰੀ ਇਹਤਿਆਤ ਵਰਤੇ ਜਾਣੇ, ਜਿਨਾਂ ਵਿਚ 6 ਫੁੱਟ ਦੀ ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ ਤੇ ਮਾਸਕ ਪਾ ਕੇ ਰੱਖੇ ਜਾਣੇ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਏ ਜਾਣਗੇ। ਇਸ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਜਨਤਕ ਥਾਵਾਂ ’ਤੇ ਥੁੱਕਣ ਵਾਲਿਆਂ ਖਿਲਾਫ਼ ਕਾਰਵਾਈ ਕੀਤੀੇ ਜਾਵੇਗੀ। ਜਾਰੀ ਆਦੇਸ਼ਾਂ, ਪਾਬੰਦੀਆਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਖਿਲਾਫ਼ ਡਿਜ਼ਾਸਟਰ ਮੈਨੇਜਮੈਂਟ ਐਕਟ 2005 ਅਤੇ ਆਈ. ਪੀ. ਸੀ 1860 ਦੀਆਂ ਸਬੰਧਤ ਧਾਰਾਵਾਂ ਤਹਿਤ ਸਖ਼ਤ ਕਾਨੂੰਨੀ ਕਾਰਵਾਈ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ।  
ਇਹ ਹੁਕਮ ਜ਼ਿਲੇ ਅੰਦਰ ਅਗਲੇ ਹੁਕਮਾਂ ਤੱਕ ਲਾਗੂ ਰਹਿਣਗੇ।

बठिंडा में कोरोना कहर-5 वर्षीय बच्ची सहित 22 कोरोना संक्रमितों की मौत, लगातार दूसरे दिन एक ही दिन में मृतकों की तादाद 20 से ऊपर पहुंची

 
-गत दिवस जहां 18 दिन का बच्चा कोविड से ग्रस्त होकर मरा वही दूसरे दिन एक और बच्ची ने जान गवाई

 बठिंडा. बठिंडा जिले में कोरोना पोजटिव की तादाद जहां प्रतिदिन 500 से ऊपर जा रही है वही इस बीमारी से ग्रस्त होकर मरने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है। रविवार को जहां कोरोना से 25 लोगों की मौत हुई वही सोमवार को यह आकड़ा 22 पहुंच गया। सहारा जनसेवा बठिंडा की कोरोना वारियर्स टीम विजय गोयल, पंकज सिंगला, गौरव कुमार, गौतम, हरबंस सिंह, टेक चंद, जग्गा सहारा, विजय कुमार विक्की, राजेंद्र कुमार, सुमीत ढींगरा, संदीप गोयल, कमल गर्ग, अर्जुन कुमार, सिमर गिल, संदीप गिल, मनी कर्ण, राजेंद्र कुमार, शिवम राजपूत, तिलकराज, सूरजभान गुनी, दीपक गोयल, मोनू कुमार, हरदीप सिंह ने सोमवार को कोरोना से मरे 20 लोगों का अंतिम संस्कार स्थानीय श्मशान भूमि दाना मंडी और बठिंडा के आस पास के क्षेत्रों में कियाय़ वही नौजवान वेलफेयर सोसायटी की टीम ने दो लोगों का संस्कार करवाया। टीम ने पीपीई किटे पहन कर पूर्ण सम्मान के साथ परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया। कोरोना कारण पहली मौत आदेश अस्पताल भुच्चों मंडी में पांच वर्षीय बच्ची चंदा कुमार पुत्री राजेंद्र रसीद निवासी ग्रीन सिटी कंपनी की हुई। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम ने स्थानीय श्मशान भूमि में खाके सुपुर्द किया। कोरोना कारण दूसरी मौत आर्मी कमांड अस्पताल चंडी मंदिर में दाखिल जीवन कौर पत्नी गुरदीप सिंह 46 वर्ष की हुई। तीसरी मौत फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल कोरोना संक्रमित तजिंदर सिंह पुत्र महिंदर सिंह 42 वर्ष निवासी सिक्ख वाला की हुई। चौथी मौत फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में दाखिल कोरोना पाजिटिव मदन लाल पुत्र लागंरी राम 56 वर्ष निवासी बठिंडा की हुई। पांचवी मौत सिविल अस्पताल बठिंडा में दाखिल कोरोना पाजिटिव महिला सुखदेव कौर पत्नी हरबंस सिंह 65 वर्ष निवासी जंड वाला की हुई। छेवीं मौत गुरदेव अस्ताल में दाखिल कोरोना सस्पेक्टड सुरिंद्र सिंह पुत्र वचन सिंह 62 वर्ष की हुई। सातवीं मौत बडियाल अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव बलविंद्र सिंह ढिल्लो पुत्र हाक्म सिंह 61 वर्ष निवासी बठिंडा की हुई। आठवीं मौत दिल्ली हार्ट अस्तपाल में दाखिल अवतार सिंह पुत्र मंगल सिंह 51 वर्ष निवासी परिंदा रोड बठिंडा की हुई। नौवी मौत महिंद्र सिंह पुत्र चंद सिंह 77 वर्ष निवासी गुरू तेग बहादुर नगर बठिंडा की हुई जो सिविल अस्पताल में दाखिल था। दसवीं मौत महिला सुनिता रानी पत्नी राम लाल ठाकुर 60 वर्ष निवासी गणेषा बस्ती बठिंडा की हुई जो आदेश मेडिकल अस्पताल में दाखिल थी। ग्यारहवीं मौत सिंदर कौर पत्नी वकील सिंह 65 वर्ष निवासी शेरगढ़ बठिंडा की हुई जो सिविल अस्तपाल बठिंडा में दाखिल थी। बारहवीं मौत डा. कपील कुमार पुत्र दर्शन कुमार निवासी सूरज बस्ती बठिंडा की हुई जो पारस अस्पताल चंडीगढ में दाखिल था। तेरहवी मौत महिला नरेंद्र कौर 69 वर्ष निवासी दिल्ली जो ऐम्स अस्पताल में दाखिल थी। चौदहवीं मौत सस्पेक्टड सतीश कुमार शर्मा 65 वर्ष पुत्र कुलवंत राये की हुई। पंद्रहवीं मौत महिला सत्या रानी 70 वर्ष निवसी रामपुरा फूल जो मेडिसिटी अस्पताल में दाखिल थी की उपचार दौरान मौत हो गई। सौलहवीं मौत कैलाश कौर पत्नी सुंदर सिंह 75 वर्ष निवासी मालवा रोड बठिंडा की हुई जो गुरदेव अस्पताल में दाखिल थी। सतारहवीं मौत महिला सुरजीत कौर पत्नी सुखदेव सिंह 64 वर्ष निवासी बठिंडा की हुई जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल थी। अठारहवीं मौत केवल सिंह पुत्र दलीप सिंह 52 वर्ष निवासी कश्मीर की हुई जो सिविल अस्पताल में दाखिल था। उन्नसवीं मौत सिविल अस्पताल बठिंडा में दाखिल शकुंतला देवी पत्नी कुदन लाल 50 वर्ष निवासी मौड खुर्द की हुई। बीसवीं मौत दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल वीके मल्होत्रा 77 वर्ष पुत्र विश्वनाथ निवासी दिल्ली की हुई।


वही 21वीं मौत मुन्नी लाल वासी नामदेव रोड बठिंडा की हुई। 85 साल के उक्त व्यक्ति के कुछ पारिवारिक सदस्य भी कोरोना पोजटिव हैं। बजुर्ग मुन्नी लाल का भी कोरोना टैस्ट करवाया गया था। गत रात मुनि लाल की हालत खराब होने पर अस्पताल ले जाते समय मुनि लाल की मौत हो गई। समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर साहिब सिंह, सोम शर्मा, अतुल जैन, राकेश जिंदल ने मृतक का अंतिम संस्कार दाना मंडी स्थित श्मशान भूमि में पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया। वही 22 वीं मौत हरप्रीत सिंह उम्र 37 साल वासी दुल्लेवाला की हुई है। मरीज आदेश अस्पताल में दाखिल था जिसकी मौत हो जाने पर समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर अशोक निर्मल, अंकित, राकेश जिंदल मौके पर पहुंचे तथा मृतक का शव दूलोवाल श्मशान भूमि में पहुंचा कर मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवाया। फोटो सहित-बीटीडी-3-कोरोना वायरस से संक्रमित होकर मरे व्यक्ति का अंतिम संस्कार करवाते सहारा जन सेवा के वर्कर। 


नगर पंचायत तलवंडी साबो के मीत प्रधान ने ठेकेदार से मांगी रिश्वत नहीं देने पर किया साथियों के साथ जानलेवा हमला

 -ठेकेदार के बयान पर पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस, अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी

बठिंडा: नगर पंचायत तलवंडी साबों में एक टेंडर को लेकर विवाद में 8 लोगों ने मिलकर एक ठेकेदार पर हमला कर दिया व उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। मामला महंगा ठेका लेने व इस बाबत कथित तौर पर नगर पंचायत के उपप्रधान की तरफ से रिश्वत मांगने का है। इसमें ठेकेदार ने रिश्वत देने से मना किया तो उस पर जानलेवा हमला कर दिया गया। फिलहाल इस मामले में ठेकेदार की तरफ से लगाए आरोपों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को बयान देकर तलवंडी साबो निवासी लक्ष्मण दास ने बताया कि वह सड़क बनाने के ठेके लेता है। नगर पंचायत तलवंडी साबो की तरफ से बीते कुछ दिन पहले तलवंडी साबो के विभिन्न विकास कार्यो के लिए 1.3 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए थे, जिसमें उसने भी हिस्सा लिया था। 28 अप्रैल को टेंडर पास होने के अगले ही दिन जेई द्वारा टेंडर खोल दिया गया। जिसके बाद नगर पंचायत तलवंडी साबो के मीत प्रधान अजीज खान ने उसे 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी और कहां कि पैसे दे जाए और टेंडर ले जाएं, जबकि उसने पैसे देने से इंकार कर दिया। इसके बाद वह रंजीत मलकने के घर से अपने घर की तरफ जा रहा था। जब वह पशु अस्पताल के पास पहुंचा, तो आरोपित अजीज खान और भिंदर सरां समेत आधा दर्जन अज्ञात लोग पहले से ही हथियार लेकर खड़े हुए थे। उक्त लोगों ने उसे धक्का मारकर एक्टिवा से नीचे गिरा दिया, जिसके बाद अजीज खान ने किरच से उसपर वार कर दिया, जबकि भिंदर सरां ने उसके गले पर किरच से हमला कर दिया। वहीं अज्ञात लोगों ने उसपर लाठियां आदि से हमला कर उसके साथ मारपीट की। जब उसने शोर मचाया, तो वहां के आसपास के लोग एकत्र होने लगे, जिसके बाद आरोपित सभी मौके से फरार हो गए। जाते समय आरोपित अजीज खान ने अपनी पिस्टल दिखाते हुए धमकी दी कि अगर उसे टेंडर नहीं लिया और पैसे नहीं दिए, तो वह उसके बेटे को जान से मार देंगे।  जिसके बाद उसके बेटे ने उसे उपचार के लिए तलवंडी साबो के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। ठेकेदार ने बताया कि आरोपित नगर पंचायत द्वारा लगाएं 1.3 करोड़ लेना चाहते है, जबकि उसने लेने से इंकार कर दिया। जिसकी रंजिश में उसके साथ मारपीट की। मामले के जांच अधिकारी एएसआइ बूटा सिंह ने बताया कि पीड़ित ठेकेदार के बयानों पर अजीज  खान, भिंदर सरां समेत छह अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

डा. वितुल गुप्ता ने कोरोना ड्यूटी पर एमबीबीएस छात्रों और इंटर्नलशिप करने वालो को लगाने का किया विरोध, योजना को रद्द करने की रखी मांग

बठिंडा. केंद्रीय सेहत मंत्रालय की तरफ से कोविड ड्यूटी में एमबीबीएस व इंटर्नशीप कर रहे छात्रों को लगाने का सेहत व मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. वितुल कुमार गुप्ता ने विरोध जताया है। एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया मालवा शाखा के अध्यक्ष डा. गुप्ता ने सरकार की तरफ से विकल्प के तौर पर इस तरह की व्यवस्था करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को इस योजना को तत्काल निलंबित करने की मांग रख एक पत्र भेजा भी भेजा है। उनका कहना है कि इस तरह की योजना आपातकाल के लिए एक निश्चित नुस्खा मात्र है क्योंकि यह न केवल मेडिकल छात्रों बल्कि कोविड रोगियों को भी खतरे में डालेगी। डा. वितुल ने कहा कि सभी चिकित्सा शिक्षक इस बात से सहमत होंगे कि अधिकांश व्यावसायिक प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में उप-चिकित्सा शिक्षा के कारण छात्रों और प्रशिक्षुओं के नैदानिक ​​कौशल को अपनाया जाता है क्योंकि इस दौरान छात्र और प्रशिक्षु एनईईटी पीजी की तैयारी शुरू करते हैं। उनका ध्यान नैदानिक ​​कौशल सिद्धांत और बहुविकल्पीय सवालों होता है। इस स्थिति में वह बीमारी का सफल उपचार व आईसीयू जैसे महत्वपूर्ण देखभालके काम में पूरी तरह से सक्षम नहीं होते हैं। वर्तमान में कई स्थानों में अनुभव की कमी व पूरी ट्रेनिंग नहीं होने के चलते रोगियों को नुकसान हुआ है व सरकार के इस फैसले से पहले से ही गंभीर बीमारी की चपेट में चल रहे कोविड रोगियों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। फिलहाल यह फैसला रोगियों के उपचार से समझौता होगा। इससे संक्रमण बढ़ने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। डा. वितुल गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा इस तरह की विचारहीन योजना सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की दयनीय उपेक्षा को उजागर करती है, जहाँ सरकार लगभग 63.3 फीसदी विशेषज्ञ डॉक्टरों, 68.4 फीसदी सर्जनों, 66.8 चिकित्सकों, 56.1 फीसदी स्त्री रोग विशेषज्ञों और 63.1 फीसदी बाल रोग विशेषज्ञों के रिक्त पदों को भरने में विफल रही है वही अब पीएचसी स्तर के सैकड़ों डॉक्टर और एमबीबीएस छात्रों को कोविड के काम में लगाकर मेडिकल सुविधा की उपेक्षा का प्रयास कर रही है। सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने, स्वास्थ्य बजट बढ़ाने और कोविड की दूसरी लहर को रोकने के लिए योजना बनाने  बजाय प्रधानमंत्री मानव संसाधन उपलब्धता और उपायों पर बैठक में व्यस्त हैं।डा. वितुल ने अनुरोध किया है कि वे सरकार के ऐसे नासमझी के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करें और एमबीबीएस छात्रों, प्रशिक्षुओं और रोगियों के जीवन की रक्षा करें। यदि यह आवश्यक है, तो पहले उन्हें कोविड देखभाल में उचित प्रशिक्षण दें और फिर उन्हें कोविड ड्यूटी पर रखें।


Bathinda-कोरोना वायरस के मद्देनजर बठिंडा की सीमाओं में सख्ती के आदेश, बाहरी व्यक्ति की नेगटिव रिपोर्ट होने पर ही होगी इंट्री


घरों में अपने स्तर पर नहीं कर सकेंगे आक्सीजन सिलेंडरों की स्टोरेज, होगी सख्त कारर्वाई- डीसी

बठिंडा: कोरोना महामारी के दिन-ब-दिन बढ़ रहे प्रकोप को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने सख्ती के आदेश जारी किए है। इसके तहत बठिंडा जिले की हरियाणा, राजस्थान व दूसरे जिलों के साथ लगती सीमाओं पर बिना नेगटिव रिपोर्ट के दाखिल होने पर रोक लगा दी गई है। बाहरी राज्यों से आने वाले सिर्फ उसी व्यक्ति को ही प्रवेश करने की आज्ञा होगी जिसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होगी। यह जानकारी जिले के डिप्टी कमिश्नर बी. श्रीनिवासन ने कोरोना प्रबंधों का जायज़ा लेने के लिए प्रतिदिन की जाने वाली रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता करते सांझी की। इस मौके उनकी तरफ से कोरोना महामारी से निजात दिलाने के लिए जिले में काम कर रही अलग-अलग टीमों के आधिकारियों को जरुरी आदेश भी दिए।  

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए अब जिले की सभी सरहदों पर सख्ती से पेश आया जाए। इस दौरान सिर्फ उसी व्यक्ति को ही प्रवेश दे जिसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव हो। जिससे इस महामारी से ज़िला निवासियों को सुरखित रखा जा सकेगा।

इस मौके डिप्टी कमिश्नर ने जनरल मैनेजर ज़िला उद्योग केंद्र को हिदायत करते कहा कि यह यकीनी बनाया जाए कि औद्योगिक केन्द्रों के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति को घरेलू स्तर पर आक्सीजन सिलेंडर इस्तेमाल करने और स्टोर करने की आज्ञा नहीं होगी जिससे आक्सीजन गैस सिलेंडर को सिर्फ मेडीकल सेवाओं और कोरोना पीड़ित के लिए ही इस्तेमाल किया जा सके।

उन्होंने बताया कि उनके दफ्तर में कामकाज के लिए आने वाले व्यक्तियों को दफ़्तर के अंदर आने की आज्ञा नहीं होगी। बहुत ही ज़रूरी काम के लिए आने वाले व्यक्ति अपने ज़रुरी दस्तावेज़ डीसी दफ़्तर के बाहर निर्धारित किये गए स्थान पर रखना यकीनी बनाऐंगे। यहां से उक्त फाइल कुलेक्ट कर आगामी कारर्वाई हेतु भेज दी जाएगी।

इस मौके डिप्टी कमिश्नर ने यह भी बताया कि सभी सरकारी विभागों के साथ सम्बन्धित हर अधिकारी और कर्मचारी के लिए कोरोना सैंपलिंग और वैक्सीनेशन करवानी लाज़िमी है। इस सम्बन्धित आधिकारियों को कहा कि सेवा और सुविधा सेंटर और तहसील कांप्लैक्स में दफ़्तरी काम के लिए आने वाले हर व्यक्तियों की सैंपलिंग करनी हर हालत में यकीनी बनाई जाये।

 इस मौके अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राजदीप सिंह बराड़, सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों, कमिशिनर नगर निगम बिक्रमजीत सिंह शेरगिल, सहायक कमिश्नर शिकायत गुरबीर सिंह कोहली, सहायक कमिश्नर जनरल कंवलजीत सिंह, जनरल मैनेजर जिला उद्योग प्रीतमहेन्दर सिंह बराड़, डा. यादविन्दर सिंह, डा. पामिल, तहसीलदार बठिंडा सुखबीर सिंह बराड़, बी.डी.पी.ओ. अभिनव और जिला कंट्रोल रूम इंचार्ज गुरदीप सिंह मान के इलावा अलग-अलग कोरोना सेलों के इंचार्ज विशेष तौर पर उपस्थित थे।

फोटो-जिला प्रशासकीय अधिकारियों के साथ कोरोना को लेकर रिव्यू बैठक करते डीसी बी श्रीनिवासन।  

ਕਰੋਨਾ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਬਠਿੰਡਾ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੀਆਂ ਹੱਦਾਂ ਤੇ ਹੋਵੇਗੀ ਸਖ਼ਤੀ : ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ- ਕਿਹਾ, ਬਾਹਰੀ ਵਿਅਕਤੀ ਦੀ ਨੈਗਟਿਵ ਰਿਪੋਰਟ ਹੋਣ ਤੇ ਹੋਵੇਗੀ ਐਂਟਰੀ


ਘਰਾਂ ਚ ਆਪਣੇ ਪੱਧਰ ਤੇ ਨਹੀਂ ਸਟੋਰ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਣਗੇ ਆਕਸ਼ੀਜਨ ਸਿਲੰਡਰ
ਬਠਿੰਡਾ: ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਦਿਨ-ਬ-ਦਿਨ ਵੱਧ ਰਹੇ ਪ੍ਰਕੋਪ ਨੂੰ ਰੋਕਣ ਲਈ ਹੁਣ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੀਆਂ ਸਰਹੱਦਾਂ ਤੇ ਸਖ਼ਤੀ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਚ ਬਾਹਰੀ ਸੂਬਿਆਂ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਸਿਰਫ਼ ਉਸ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਹੀ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੈ ਜਿਸ ਦੀ ਕਰੋਨਾ ਰਿਪੋਰਟ ਨੈਗੇਟਿਵ ਹੋਵੇਗੀ। ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਦਾ ਜਾਇਜ਼ਾ ਲੈਣ ਲਈ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਕੀਤੀ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਰੀਵਿਊ ਮੀਟਿੰਗ ਦੀ ਪ੍ਰਧਾਨਗੀ ਕਰਦਿਆਂ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਲੋਂ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਨਿਯਾਤ ਦਿਵਾਉਣ ਲਈ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਚ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਟੀਮਾਂ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਲੋੜੀਂਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਵੀ ਦਿੱਤੇ। ਮੀਟਿੰਗ ਦੀ ਪ੍ਰਧਾਨਗੀ ਕਰਦਿਆਂ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਫ਼ੈਲਾਅ ਨੂੰ ਰੋਕਣ ਲਈ ਹੁਣ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਸਰਹੱਦਾਂ ਤੇ ਸਖ਼ਤੀ ਵਰਤੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਸਿਰਫ਼ ਉਸ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਹੀ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੋਵੇਗੀ ਜਿਸ ਦੀ ਕਰੋਨਾ ਰਿਪੋਰਟ ਨੈਗੇਟਿਵ ਹੋਵੇਗੀ। ਤਾਂ ਜੋ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾ ਸਕੇ।
ਇਸ ਮੌਕੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਜਨਰਲ ਮੈਨੇਜ਼ਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਉਦਯੋਗ ਕੇਂਦਰ ਨੂੰ ਹਦਾਇਤ ਕਰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇ ਕਿ ਉਦਯੋਗਿਕ ਕੇਂਦਰਾਂ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਵੀ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਘਰੇਲੂ ਪੱਧਰ ਤੇ ਆਕਸੀਜ਼ਨ ਸਿਲੰਡਰ ਵਰਤਣ ਤੇ ਸਟੋਰ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ ਤਾਂ ਜੋ ਆਕਸੀਜ਼ਨ ਗੈਸ ਸਿਲੰਡਰ ਨੂੰ ਸਿਰਫ਼ ਮੈਡੀਕਲ ਸੇਵਾਵਾਂ ਤੇ ਕਰੋਨਾ ਪੀੜਤਾ ਲਈ ਹੀ ਵਰਤਿਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਇਹ ਵੀ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਦਫ਼ਤਰ ਕੰਮਕਾਜ ਲਈ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਦਫ਼ਤਰ ਅੰਦਰ ਆਉਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ। ਬਹੁਤ ਹੀ ਜ਼ਰੂਰੀ ਕੰਮ-ਕਾਜ ਲਈ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀ ਆਪਣੇ ਲੋੜੀਂਦੇ ਦਸਤਾਵੇਜ਼ ਡੀਸੀ ਦਫ਼ਤਰ ਦੇ ਬਾਹਰ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਸਥਾਨ ਤੇ ਰੱਖਣਾ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣਗੇ।  
ਇਸ ਮੌਕੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਇਹ ਵੀ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਵਿਭਾਗਾਂ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਹਰ ਅਧਿਕਾਰੀ ਤੇ ਕਰਮਚਾਰੀ ਲਈ ਕਰੋਨਾ ਸੈਂਪਲਿੰਗ ਤੇ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਕਰਵਾਉਣੀ ਲਾਜ਼ਮੀ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਸਬੰਧਤ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੇਵਾ ਤੇ ਸੁਵਿਧਾ ਸੈਂਟਰ ਅਤੇ ਤਹਿਸੀਲ ਕੰਪਲੈਕਸ ਵਿਚ ਦਫ਼ਤਰੀ ਕੰਮ-ਕਾਜ ਲਈ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਹਰ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਦੀ ਸੈਂਪਲਿੰਗ ਕਰਨੀ ਹਰ ਹਾਲਤ ਵਿਚ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਈ ਜਾਵੇ।
ਇਸ ਮੌਕੇ ਵਧੀਕ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਜਦੀਪ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ, ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਬਿਕਰਮਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ, ਸਹਾਇਕ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਸ਼੍ਰੀ ਗੁਰਬੀਰ ਸਿੰਘ ਕੋਹਲੀ, ਸਹਾਇਕ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਜਨਰਲ ਸ਼੍ਰੀ ਕੰਵਲਜੀਤ ਸਿੰਘ, ਜਨਰਲ ਮੈਨੇਜ਼ਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਉਦਯੋਗ ਪ੍ਰੀਤਮਹਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਡਾ. ਯਾਦਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਡਾ. ਪਾਮਿਲ, ਤਹਿਸੀਲਦਾਰ ਬਠਿੰਡਾ ਸ਼੍ਰੀ ਸੁਖਬੀਰ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਬੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓ, ਸ਼੍ਰੀ ਅਭਿਨਵ ਅਤੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਕੰਟਰੋਲ ਰੂਮ ਇੰਚਾਰਜ ਸ਼੍ਰੀ ਗੁਰਦੀਪ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਹੋਰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਕਰੋਨਾ ਸੈਲਾਂ ਦੇ ਇੰਚਾਰਜ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ ਤੇ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ। 

 

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