बठिंडा। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरजीत ज्याणी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में चार साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है जो झूठ का पुलिंदा है व कांग्रेस चुनाव घोषणा पत्र में किए वायदों को पूरा करने में नाकाम रही है। ज्याणी बठिंडा में सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ भाजपा के जिला शहरी प्रधान विनोद कुमार बिंटा, भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुनील सिंगला भी हाजिर रहे।सुरजीत ज्याणी ने कहा कि कांग्रेस ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में किसानों से ढेरों वायदे किए थे इसमें किसानों के 90000 करोड़ की कर्जा, माफी, फसलों की बकाया पूरी रकम की अदायगी, शामिल था लेकिन इन वायदों के उलट किसानों को कृषि कानूनों के नाम पर गुमराह कर भड़काया जा रहा है ताकि असल मुद्दों से किसान का ध्यान हटे। कांग्रेस ने ही साल 2017 में ए.पी.एम.सी. एक्ट अपडेशन लाने की बात कही थी, जिसे केन्द्र ने किसान हित में लागू किया तो इसे लेकर किसानों को भड़काया जा रहा है। कैप्टन ने वायदा किया था कि. प्राकृतिक आपदा से फसलो के नुकसान पर 20 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देंगे लेकिन इसे भी आज तक लागू नहीं किया है।
वही आत्महत्या करने वाले किसानों को मुआवजा एवं नौकरी, किसान पेंशन स्कीम को लेकर कैप्टन सरकार ने चुप्पी साध रखी है जबकि क़र्ज़ की मार के चलते चार सालों में 1232 किसानों ने आत्महत्या की है। ज्याणी ने कहा कि कैप्टन ने पवित्र श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर गुरुद्वारा श्री दमदमा साहिब की तरफ मुंह करके नौजवानों से भी ढेंरो वायदे किए थे। इसमें घर-घर सरकारी नौकरी, स्मार्टफोन तथा लैपटॉप देने, बेरोजगारी भत्ता 2500 रुपए हर महीना देने, पहली कक्षा से लेकर पी.एच.डी. तक लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा, सभी बच्चों को मुफ्त किताबें, 90 दिनों के भीतर नई इंडस्ट्री पॉलिसी बनाने जैसे वायदे भी पूरे नहीं हो सके हैं।
इसके उलट. उद्योगों को बिजली 5 रुपए प्रति यूनिट की जगह 12 रुपए यूनिट दे रहे हैं।.कांग्रेस सरकार के कारण प्रदेश में फैली अराजकता व ध्वस्त कानून-व्यवस्था के चलते कोई भी स्वदेशी या विदेशी उद्योगपति पंजाब में अपना उद्योग लगाने को तैयार नहीं है। पंजाब में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सभी गरीब दलितों को घर देने का वादा, 4 हफ्ते में नशा मुक्त पंजाब बनाने जैसे वायदे अभी भी कागजों में सीमित है जबकि नशे के कारण हर साल 100 से अधिक नौजवान अपनी जान गवा रहे हैं।
सुरजीत ज्याणी ने कहा कि निकाय चुनाव में पंजाब भाजपा ने अकेले अपने दम पर 1500 के अधिक प्रत्याशी खड़े किए, जिनमें से एक हजार से अधिक ने विपरीत परिस्थियों में भी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा और कई सीटों पर विजय हासिल की। कांग्रेस ने सरकारी तन्त्र तथा सत्ता का जम कर दुरूपयोग करते हुए लोकतंत्र की हत्या की और चुनाव जीता। भाजपा कार्यकर्ता निडर है और वो अब 2022 के चुनावों की तैयारी में जुटा हुआ है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा एकमात्र विकल्प है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह किसानों को कृषि कानूनों के नाम पर भड़काने तथा अपनी नाकामियों को छुपाने का प्रयास कर रही है। किसानों को गुमराह करके अपनी घटिया राजनितिक सोच प्रदर्शित करके उन्हें भड़का रही है।
केंद्र सरकार द्वारा संशोधित कृषि कानूनों में कौन से खामी है यह कोई भी राजनितिक दल का नेता या स्वयं किसान संगठन भी नहीं बताते, जबकि केंद्र सरकार ने इन कानूनों को डेढ़ साल के लिए रोक दिया है और किसान नेताओं को विस्तृत विचार-चर्चा तथा संशोधन के लिए लिखित रूप में आश्वासन दिया है।
उनहोंने कहा कि भाजपा कांग्रेस सरकार से हर बात का हिसाब मांगेगी, जनता के दरबार में सीएम को जवाब देना होगा, अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने से काम नहीं चलेगा, मुख्यमंत्री जवाब दे और जनता से किए गए वादे पूरे ना करने की माफी मांगे और उन्हें अपनी जिम्मेदारी ना निभा पाने पर नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगी और सरकार को अपनी जिम्मेदारी से भागने नहीं देगी सरकार अपने वादे अपनी जिम्मेदारी पर किए थे कांग्रेस के केंद्र सरकार के ऊपर जिम्मेदारी डालने के बहाने अब नहीं चलेंगे।
सुरजीत ज्याणी ने कहा कि कैप्टन तथा कांग्रेस सरकार की लापरवाहियों के चलते के बार फिर से कोरोना बढ़ने लग गया है। कैप्टन द्वारा इसकी रोकथाम के लिए आज तक जरूरी कदम उठाने में ढील बरती जा रही है, रैलियों तथा धरनों की परमिशन क्यूँ दी जा रही है। स्वस्थ्य विभाग के नियमों की अनदेखी क्यूँ की जा रही है। इसका जिम्मेवारी कांग्रेस सरकार की है और इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा।