बठिंडा. रामपुरा फूल क्षेत्र के गांव जियोंद में लंबे समय से चले आ रहे जमीनी विवाद को लेकर रविवार को काश्तकारों और छोटे किसानों (जमींदारों) में खूनी टकराव हो गया था। इस मामले में सदर रामपुरा पुलिस ने 10 ज्ञात व 25 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसमें अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस दौरान हुई गोलीबारी में किसान यूनियन के एक प्रधान समेत 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। घायलों को तपा मंडी तथा रामपुरा फूल के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गांव जियोद नें घटित घटना को लेकर पुलिस के पास गुलाब सिंह वासी जियोद ने शिकायत दर्ज करवाई कि सुरजीत सिंह उर्फ भोला, चमकौर सिंह, गुरमेल सिंह, जरनैल सिंह, राजविंदर सिंह, सौदागर सिंह, रेशम सिंह, जगमोहन सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखपाल सिंह सभी वासी जियोद ने करीब 25 लोगों को साथ लेकर उस पर व उसके चार साथियों के ऊपर 12 बोर की बंदूक से फायर किया। इसमें एक गोली उसके पैर में लगी जिसके चलते उसे न्यू मैडसिटी अस्पताल बठिंडा में दाखिल करवाया गया है। वही रामपुरा फूल में दो घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अन्य शहरों के अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। Ads by Jagran.TV
सिविल अस्पताल में उपचाराधीन गांव जियोंद निवासी मलकीत सिंह ने बताया कि उनके ही गांव का रहने वाला सुरजीत सिंह उसकी जमीन पर कब्जा करने के मकसद से पिछले कुछ समय से उसे परेशान कर रहा है, जिसकी शिकायत उसके द्वारा थाना सदर पुलिस को दी गई थी। मलकीत सिंह ने बताया कि सुरजीत सिंह द्वारा छह- सात दिन पहले उसकी जमीन पर खेती करने की कोशिश की गई तथा रविवार की सुबह वह बड़ी संख्या में अपने पारिवारिक सदस्यों तथा साथियों को लेकर उसकी जमीन पर अवैध निर्माण करने पहुंच गया। इसका पता चलते ही वह अपने गांव के लोगों को साथ लेकर मौके पर पहुंचा, तो सुरजीत सिंह तथा उसके साथी वहां से चले गए। जब वे उनका पीछा करने लगे तो उन्होंने उनपर फायरिग शुरू कर दी, जिसमें उनके पक्ष के धर्मपाल सिंह, जोगिदर सिंह, गुरचरन सिंह, जगदीप सिंह, हरबंस सिंह, निदर सिंह, गुलाब सिंह, वीर सिंह तथा लखवीर सिंह घायल हो गए।
भाकियू उग्राहां के ब्लाक अध्यक्ष सुखदेव सिंह जवंदा ने बताया कि गांव जियोंद में काश्तकारों तथा जमींदारों के बीच लंबे समय से जमीनी विवाद चला आ रहा है। एक तरफ यहां के अधिकांश गांवों में पीढ़ी दर पीढ़ी जमीन पर खेती करते आ रहे काश्तकारों को उक्त जमीन पर मालिकाना हक मिल गया है। वहीं गांव जियोंद के काश्तकारों को अभी तक उनका हक न मिलने के कारण काश्तकार लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं। गांव की तकरीबन सात सौ एकड़ जमीन पर काश्तकारों का कब्जा होने के बावजूद वह जमीन अभी भी जमींदारों के नाम चली आ रही है। सरकार द्वारा इस मामले को गंभीरता से न लेने के कारण गांव में अक्सर झगड़े होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह उक्त मामले को तनाव बढ़ता देख उनके द्वारा पुलिस को मामले की पूर्व सूचना देने के बावजूद पुलिस द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
उधर, दूसरी और तपा अस्पताल में दाखिल दूसरे पक्ष के घायल चमकौर सिंह ने बताया कि मलकीत सिंह द्वारा गांव जियोंद में स्थित उनकी छह एकड़ जमीन पर अवैध तौर पर कब्जा किया हुआ है। रविवार को सुबह जब वह अपने वाहन पर खेती करने पहुंचा तो मलकीत सिंह अपने साथियों सहित लाठियों तथा अन्य हथियारों से लैस होकर वहां पहुंच गया। बड़ी संख्या में लोगों को आते देख जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो मलकीत सिंह तथा उसके साथियों ने उन पर हमला कर दिया। तथा उसके सहित चार लोगों को घायल कर दिया।
फोटो -सिविल अस्पाल में घायल व्यक्ति का उपचार करवाते।